अगोरना
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अगोरना ^१ क्रि॰ स॰ [सं॰ आघूर्णन=देखना या सं॰ अग्र+ रक्ष या देशी]
१. रह देखना बाट जोहना इंतजार करना । प्रतीक्षा करना । उ॰—तेरी बाट अग रते आँखे हुई चकोर की ।—हरं घास॰, । २ रखवाली करना । पहरा देना । चौकसी करना । उ॰—कुँवार लाख दुई बार अगोरे । दुहुँ तिसि पँवर ठाढ़ कर जोरे ।—जायसी (शब्द॰) ।
अगोरना क्रि॰ स॰ [हिं॰] रोकना । अगोरना । छेँकना । उ॰— जउ में कोटि जतन करि राखति, घूघट ओट अगोरि । तउ उड़ि मिले बाधिक के खग ज्यौँ, पलक पीँजरा तोरि ।— सूर॰, १० ।२३५७ ।