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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अगहन संज्ञा पुं॰ [सं॰ अग्रहायण] प्राचीन वैदिक क्रम के अनुसार वर्ष का अगला वा पहला महीना । मार्गशीर्ष । मगसिर । उ॰— अगहन अम्मर देखेउ जुग जुग जीवै सोइ । —जग॰ श॰, भा॰

२. पृ॰ ६५ । विशेष—गुजरात आदि में यह क्रम अभी तक है, पर उत्तरी भारत में गणना चैत्न मास से आरंभ होती है । इस कारण यहाँ नवाँ मास पड़ता है ।