अगण्य वि॰ [सं॰] १. न गिनने योग्य । सामान्य । तुच्छ । २. असंख्य । बेशुमार । उ॰— गूँजे गगनांगण में ये अगण्य गान ।— गीतिका, पृ॰८७ ।