अक्षय्योदक संज्ञा पुं॰ [सं॰] श्राद्ध में पिंडदान के अनंतर ब्राह्मण के हाथ पर 'अक्षय्य हो' कहकर छोड़ा जानेवाला मधु—तिल—युक्त जल ।