अकुण्य
हिन्दी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अकुण्य संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. जो धातु निम्न श्रेणी की न हो, सेना या चाँदी ।
२. कोई भी साधारण धातु, ताँबा, पीतल आदि [को॰] ।
अकुण्य संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. जो धातु निम्न श्रेणी की न हो, सेना या चाँदी ।
२. कोई भी साधारण धातु, ताँबा, पीतल आदि [को॰] ।