हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अकिंचनता संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अकिञ्चनता]

१. दरिद्रता । गरीबी । निर्धनता । उ॰—हरिऔध कैसे अकिंचनता तृनावली मैं लसति हरीतिमा विभूतिवती महती ।—रस क॰, पृ॰ ३३१ ।

२. परिग्रह का त्याग जो योग का एक यम है ।