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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अकसीर ^१ संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ इकसीर]

१. वह रस या भस्म जो धातु को सोना या चाँदी बना दे । रसायन । कीमिया । उ॰—हमसे हो जरो सीम की तदबीर सो क्या खाक? दुनियाँ में बड़ी चीज है अकसीर सो क्या खाक ।—कविता कौ॰, भा॰ ४, पृ॰ ४४ ।

२. वह औषधि जो प्रत्येक रोग को नष्ट करे । वह औषधि जिसके खाने से मनुष्य कभी बीमार न हो । उ॰—अगर अकसीर विन रोगी दर्द कबहूँ न जावेगा —संत तुरसी॰, पृ॰ ३३ ।

अकसीर ^२ वि॰ अव्यर्थ । अत्यंत गुणकारी । अत्यंत लाभकारी ।