हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अकरी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ आ = भलीभाँति+किरण (√कृ) बिखेरना] बीज गिराने के लिये हल में जो पोला बाँस लगा रहता है उसके ऊपर का लकड़ी का चोंगा जिसमें बीज डाला जाता है ।

अकरी ^२ संज्ञा स्त्री॰ [?] असगंध की जाति का एक पौधा या झाड़ी जो पंजाब सिध और अफगानिस्तान आदि देशों में होती है ।

अकरी ^३ पु वि॰ [हिं॰ अकर+ ई] न करनेवाला । अकर्ता । अक्रिय । उ॰—अकरी अलख अरूप अनादी तिमिर नहीं उजीयारा ।—चरण॰, भा॰२, पृ॰ १४० ।