प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अकर ^१ वि॰ [सं॰]

१. हस्तरहित । बिना हाथ का । उ—अकर कहावत धनुख धरे देखियत परम कृपाल पै कृपान कर पति है ।—केशव ग्रं॰, भा॰ १ पृ॰ १५१ ।

२. बिना कर या महसूल का । जिसका महसूल न लगता हो ।

३. दुष्कर । न करने योग्य । कठिन । विकट । उ॰—भारत अकर करतूतिन निहारि लही, यातें धनस्याम लाल तोते बाज आये री ।— भिखारी ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰ १९० ।

४. क्रियारहित । निष्क्रिय ।

अकर ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ आकर]

१. खान । आकर ।

२. समूह । राशि । उ॰—हिमकर सोहै तेरे जस के अकर सो ।—भूषण ग्रं॰, प॰ १० ।