प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अकबरी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ अकबर+ ई॰ (प्रत्य॰)]

१. एक फलाहारी मिठाई । तीखुर और उबाली अरुई का घी के साथ फेंटकर उसकी टिकिया बनाकर, घी में तलकर चाशनी में पाग देते है । कहीं कहीं इसे चौरेठे से भी बनाया जाता है ।

२. एक प्रकार की लकड़ी की न्क्काशी जिसका व्यवहार पंजाब में बहुत है । सहारनपुर के कारखानों में भी इसका चलन है ।

अकबरी ^२ वि॰ अकबर संबंधी । यौ॰—अकबरी अशरफी = सोने का एक पुराना सिक्का जिसका मूल्य पहले १६ रुपए था, पर अब २५ रुपए हो गया है । अकबरी मोहर =

१. एकाक्ष व्यक्ति । एक आँख का आदमी ।

२. अकबरी असरफी ।