अकपट वि॰ [सं॰] कपट से रहित । निष्कपट । उ॰—हरी डाल के सुखद हिंडोले में परिवर्धित होकर, जो अकपट विकासित भाव दिखाती है कैसी आनंदमयी ।—प्रेम॰, पृ॰ ७ ।