प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंबिका संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अम्बिका]

१. माता ।माँ । उ॰— अंबिका माता कों कहिये, धाकर नीच ब्राह्मन कों कहिये तातें बिरुद्द मतिकृत भयो । —भिखारी ग्रं॰, भा॰,

२. पु॰ २२५ ।

२. दुर्गा । भगवती । देवी । पार्वती ।उ॰— बासी नरनारि ईस अंबिका सरूप है । —तुलसी ग्रं॰ पृ॰, २४१ ।

३. जैनों की एक देवी ।

४. कुटकी का पेड़ ।

५. अंबष्ठा लता । पाढ़ा ।

६. काशी के राजा इंद्रद्युम्न की तीन कन्याओं में मझली । विशेष—भीष्म अपने भाई विचित्रवीर्य के लिये इन कन्याओं को हर लाए थे । विचित्रवीर्य के मरने पर जब व्यास जी ने इससे नियोग किया तब धृतराष्ट्र उत्पन्न हुए ।