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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंतरजामी ^१ पु वि॰ [सं॰ अतर्यामी]

१. भीतर की बात जाननेवाला । उ॰—तुम उदार उर अंतरज मी ।—मानस ७ । ८४ ।

२. अंतःकरण स्थित प्रेरक । उ॰—अंतरजामिहुँ ते बड़ बाहर- जामी हैं राम जो नाम लिए ते ।—तुलसी ग्रं॰, भा॰ २ ।

अंतरजामी ^२ पु संज्ञा पुं॰ दे॰ ‘अंतर्यामी’ । उ॰—दया करौगुरु पूरन स्वामी । मैं नहिँ जाना अंतरजामी ।—कबीर सा॰, पृ॰ १०१४ ।