अर्थ

  1. पाप का शत्रु
  2. सोम के रक्षक का नाम
  3. दीप्तिशील ज्योति से युक्त

व्याकरणिक परिचय

  • शब्द रूप – तद्भव, संज्ञा
  • लिंग – पुल्लिंग

संबंधित शब्द

  • विपरीतार्थक शब्द –
  • विपरीत लिंग-
  • बहुवचन -
  • संस्कृत रूप - अङ्गघारि

प्रयोग

संबंधित मुहावरे

संदर्भ

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंघारि संज्ञा पुं॰ [सं॰ अङ्गघारि]

१. पाप का शत्रु ।

२. सोम के रक्षक का नाम ।

३. दीप्तिशील ज्योति से युक्त [को॰] ।