अंगुलि
संज्ञा स्त्रीलिंग
प्रयोग
- तड़ित करिग अंगुलि धरम भरिग प्रथिराज। - चंद्रवरदाई (पृथ्वीराज रासो, ५७।८७)।
- जिहि प्रियजन अंगुलि करै तिहि प्रियजन किहि काज।- चंद्रवरदाई (पृथ्वीराज रासो, ६१।१२७३)।
मुहावरा/लोकोक्ति
- अंगुलि करना = बदनामी करना, अंगुल या निर्देश करना ।
संबंधित शब्द
अन्य भाषा में
- फिंगर - अंग्रेजी
वर्णक्रम सहचर
- अंगुलिसंगा - उँगलियों में लिपट जाने वाली लपसी
- अंगुलिसंज्ञा - उँगली का इशारा
- अंगुलिसंदेश - उँगली की मुद्रा से या उँगली चटकाकर संकेत करना
- अंगुलिसंभुत - नख
- अंगुलिस्फोटन - उँगलियों को फोड़ना या पुटकाना
- अंगुलि - उँगली
- अँगुलीक – अँगुठी
- अंगुलीपंचक – हाथ की पांचों उंगलियों का समूह
- अंगुलीपर्व – उंगलियों की जोड़
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अंगुलि संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अङ्गुलि]
१. दे॰ 'अंगुली' । उ॰—तड़ित करिग अंगुलि धरम भरिग प्रथिराज ।—पृ॰ रा॰, ५७ ।८७ । मुहा॰—अंगुलि करना = बदनामी करना । अंगुल्यानिर्देश करना । उ॰—जिहि प्रियजन अंगुलि करै तिहि प्रियजन किहि काज ।—पृ॰ रा॰, ६१ ।१२७३ ।
२. दसी की संख्या (को॰) ।