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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंगवना पु क्रि॰ स॰ दे॰ 'अंगवना'-३ । उ॰—एक कोटि अंगवन धरत हर उर सुध्यान वर ।—पृ॰ रा॰, ६१ ।१६० ।