प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंगराज संज्ञा पुं॰ [सं॰ अङ्गराज]

१. अंग देश का राजा कर्ण ।

२. राजा सोमापाद जो दशरथ के परम मित्र थे । इनकी कन्या शांता ऋष्यश्रृग की ब्याही गई थी । इसी नाते ऋष्यशृंग ने दशरथ से पुत्रेष्ठि यज्ञ कराया था ।