अंगफुरन संज्ञा पुं॰ [सं॰ अङ्ग + स्फुरण, प्रा॰ अप॰ फुरण] अंग का फड़कना । उ॰—अंगफुरन तैं निज मतंग मन रंग पिछानत ।— रत्नाकर भा॰१, पृ॰ ११७ ।