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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंगड़ खंगड़ ^१ वि॰ [अनुध्व॰]

१. बचा खुचा । गिरा पड़ा । इधर इधर का । २ टूटा फूटा । उ॰— ' अयोध्या की अंगड़ खंगड़ बीहड़ और बेढंगी बस्ती ।— प्रेमघन॰, भा॰ २, पृ॰ १७४ ।

अंगड़ खंगड़ ^२ संज्ञा पुं॰ काठक्बाड़ । टुटा फूटा सामान ।