अंगज (संज्ञा)
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अंगज के विशेषण संबंधी प्रयोगों के लिए देखें- अंगज (विशेषण)
- पुत्र, बेटा , लड़का
- पसीना
- बाल, केश, रोम
- काम, क्रोध आदि विकार
- साहित्य में स्त्रियों के यौवन संबंधी जो सात्विक विकार है उनमें हाव, भआव और हेला ये तीन 'अंदज' कहलाते हैं । कायिक
- कामदेव
- मद
- रोग
- रक्त
व्याकरणिक परिचय
- शब्द रूप – संज्ञा
- लिंग - पुल्लिंग
- स्त्रीलिंग रूप- अंगजा
प्रयोग
- कृष्ण गेह कै काम, काम अंगज जनु अनुरध ।— पृ० रा०, ७२७
इन्हें भी देखें
- अंगच्छवि- अंगों की शोभा
- अंगच्छेद- अंग भंग होना
- अंगज (विशेषण)- अंग से उत्पन्न
- अंगज (संज्ञा)- पुत्र