अंक्य
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अंक्य ^१ वि॰ [ सं॰ अङकय]
१. चिह्न करने योग्य । निशान लगाने लायक । अंकनीय ।
२. गिनने योग्य ।[को॰] ।
अंक्य ^२ संज्ञा पुं॰
१. दागने योग्य अपराधी । विशेष— प्राचीन काल में राजा लोग विशेष प्रकार के अपराधियों के मस्तक पर कइ तरह के चिह्न गरम लोहे से दाग देते थे । इसी से आजकल भी किसी घोर अपराधी को, जो कइ बेर सजा पा चुका हो, ' दागी ' कहते हैं ।
२. मृदंग, तबला पखावज आदि बाजे जो अंक में रखकर बजाए जायँ ।