हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंकुश संज्ञा पुं॰ [ सं॰ अङ्कुशा]

१. एक प्रकार का छोटा शस्त्र या टेढ़ा काँटा जिसे हाथी के मस्तक में गोदकर महावत उसे चलाता या हाँकता है । हाथी को हाँकने का दोमुहाँ काँट या भाला जिसका एक फल झुका होता है । आंकुस । दगजबाग । श्रृणि । क्रि॰ प्र॰—देना ।— मारना ।— लगाना ।

२. प्रतिबंध । रोक । दबाव । नियंत्रण । जैसे, अंकुश में रखना । = प्रतिबंध में रखना ।

३. अंकुश के आकार की हाथ पैर की रेखा । उ॰— अंकुश बरछी शत्कि पबि गदा धनुष असि तीर । आठ शस्त्र यको चिह्न यह धरत पद बलबीर ।— भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰ २१ ।