प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंकपरिवर्तन संज्ञा पुं॰ [ सं॰ अङकपरिवर्तन]

१. एक ओर से जूसरी ओर पीठ करके सोना । करवट लेना । करवट बदलना । करवट फिरना ।

२. गोद के बच्चे को एक बगले से दसरी बगल करना ।

३. एक अंक की समाप्ति के बाद दुसरे अंक का आरंभ (नाटक) । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना ।