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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अँमर पु संज्ञा पुं॰ दे॰ 'अंबर—६' । उ॰ —दाहिने अतर और अँमर तमोर लीन्हें । सामुहे लपेटे लाज भोजन के थार गहें ।— भिखारी॰ ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ १६८ ।