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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अँबराव पु संज्ञा पुं॰ दे॰ 'अँबराई' । उ॰ —अस अँमराव सघन बन, बरनि न पारौं अंत ।—जायसी (शब्द॰) ।