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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अँदरसा संज्ञा पुं॰ [फ्रा॰ अंदर+ सं॰ रस, अथबा सं॰ अन्न+रस] एक प्रकार की मिठाई । उ॰—सुंदर अति सरस अँदरसे । ते धृत दधि मधु मिलि सरसे ।-सूर॰, १० ।१८३ । विशेष—यह मिठाई चौरेठे या पिसे हुए चावल की बनती है । चौरेठे को चीनी के कच्चे शरीर में डालकर थोड़ा घी देकर पकाते है । जब वह गाढ़ा हो जाता है तब उतारकर दो दिन तक रखकर उसका खमीर उठाते हैं । फिर उसी की छोटी छोटी टिकिया बनाकर उनपर पोस्ते का दाना लेपटकर उन्हें घी में निकालते हैं ।