अँतरिख पु संज्ञा पुं॰ दे॰ 'अंतरिख' । उ॰—चंद सुरुज औ नखत तराई । तेहि उर अँतरिख फिरै सवाईं ।-जायसी ग्रं॰, पृ॰ २२९ ।