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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अँतरपट पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ अन्तरपट]

१. औट । आड़ । उ॰—सीय भीख रावन कहँ दीन्हीं । तू असि निठुर अँतरपट कीन्हीं ।— जायसी ग्रं॰ (गुप्त), पृ॰ ३२९ ।

२. छिपाव । दुराव । उ॰— तासौं कौन अँतरपट जो अस पीतम पीउ ।-जायसो ग्रं॰, पृ॰ १३८ ।

३. कपड़मिट्टी कपड़ौटी । उ॰—का पूछौ तुम धातु निछोही, जो गुरु कीन्ह अँतरपट औही ।-जायसी (शब्द॰) ।