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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अँचवाना पु † क्रि॰ स॰ दे॰ 'अचवाना' । उ॰—अँचवाइ दीन्हे पान गवने व स जहँ जाको रह्यो ।—मानस, १ ।९९ ।