अँचली पु संज्ञा स्त्री॰ [हीं॰ अंचल+ ई (प्रत्य॰)] दे॰ दे॰ 'अँचरा', 'अँचला' । उ॰—उलटत पलटत जग की अँचली । जैसे फेरै पान तमोली ।—मलूक॰, पृ॰ १३ ।