अँगुरि पु संज्ञा स्त्री॰ दे॰ 'अँगुरी' । उ॰—कानन कुंडल चलत अँगुरि दल ललित कपोलन मैं कछु झलकै ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ ३५२ ।