प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अँकुसी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अङ्कुश॰ हिं॰ अंकुस + ई (प्रत्य॰)]

१. टेढ़ी करके झुकाई हुई लोहे की कील जिसमें कोई चीज लटकाई या फँसाई जाय । हुक । वटिया ।

२. पीतल वा लोहे का एक लंबा छड़ जिसका एक सिर घुमावदार होता है । इससे ठठेरे भटुली की राख निकालते है ।

३. लोहे का टेढा़ । छड़ जिसको किवाड़ के छेद में ड़ालकर बाहर सै आगरी या सिटविनी खोलते है । यह कुंजी का काम देता है ।

४. वह छोटी लकड़ी जो फल तोड़ने की लग्गी के सिरे पर बँधी रहती है ।

५. लोहे का एक बित्ता लंबा सूजा जिसका सिरा झुका होता है । इससे नारियल के भीतर की गरी निकालतै है ।