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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अँकाना क्रि॰ स॰ [ सं॰ अंकना] [संज्ञा —अँकाई अँकाव]

१. अंदाज कराना । कुतवाना ।

२. परीक्षा कराना । परखाना ।

३. मूल्य निर्धारित कराना । उ॰— मन आग्रह करने लगा, लगा पूछने दाम । चला अँकाने के लिये वह लोभी बेकाम ।— झरना, पृ॰, ७४ ।

४. चिह्न छापा आदि लगवाना ।