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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

स्थगन संज्ञा पुं॰ [सं॰] [वि॰ स्थगयितव्य]

१. ढाँकना । आच्छादन ।

२. छिपाना । लुकाना । गोपन ।

३. दूर करना । हटा देना । अपवारण ।

४. किसी कार्य या सभा आदि को कुछ समय के लिये रोकना ।