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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

सपदि अव्य॰ [सं॰] उसी समय । तुरंत । शीघ्र । जल्द । उ॰—(क) सपदि जाइ रघुपतिहि सुनाई ।—मानस, ६ ।८४ । (ख) सठ स्वपक्ष तब हृदय बिसाला । सपदि होहि पक्षी चंडाला ।—मानस, ७ ।११२ ।