प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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संपाती ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ सम्पाति]

१. जटायु का भाई । उ॰—गिरि कंदरा सुनी संपाती ।—मानस, ४ । २७ ।

२. दे॰ 'संपाति' ।