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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

श्लाघा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. प्रशंसा । तारीफ ।

२. स्तुति । बड़ाई ।

३. खुशामद । चापलूसी ।

४. इच्छा । चाह । उ॰—अच्छा तो ज्ञात हुआ कि कदाचित् तुम्हारी श्लाघा है कि मैं तुमको इनसे भी नीचतर समझूँ ।—अयोध्यासिंह (शब्द॰) ।

५. आज्ञा- पालन । सेवा ।

६. आत्मप्रशंसा (को॰) । यौ॰—श्लाघाविपर्यय = आत्म प्रशंसा या चापलूसी का अभाव ।