प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

शिकवा संज्ञा पुं॰ [अ॰] शिकायत । उलाहना । उ॰—मुझको तुमसे नहीं कुछ बाकी है करना शिकवा ।—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰ ५६० ।