विक्षनरी:हिन्दी-ओड़िया शब्दकोश


अंक (पुं.) क्रोड, गोद् -- कोड़, कोल

अंक (पुं.) संख्या के सूचक चिह्न -- संख्या

अंक (पुं.) परीक्षा आदि में सफलता की सूचक इकाइयाँ (नंबर) -- नंबर

अंक (पुं.) बहुखंडीय नाटक का एक खंड -- नाटकर एक अंश

अंक (पुं.) पत्र-पत्रिकाओं का किसी निश्चित समय पर होने वाला प्रकाशन -- संक्षा

अंकुर (पुं.) अँखुआ -- अंकुर

अंकुश (पुं.) लोहे का काँटा, जिससे हाथी को चलाया और वश में किया जाता है -- अंकुश

अंकुश (पुं.) नियंत्रण, दबाव -- नियंत्रण, वाधा, निषेध

अंग (पुं.) शरीर के विभिन्न अवयव -- अबयब, अंग

अंग (पुं.) शरीर, देह -- शरीर, देह

अंग (पुं.) भाग -- भाग, बिभाग

अंचल (पुं.) सीमा के आसपास का प्रदेश -- अंचल, इलाका

अंचल (पुं.) आँचल या पल्ला (जैसे साड़ी का) -- अंचल

अंडा (पुं.) कुछ विशिष्ट मादा जीवों के गर्भशय से निकलने वाला एक पिंड -- अंडा

अंत (पुं.) समाप्ति, अवसान -- समाप्ति, शेष, अबसान, अंत

अंतरंग (वि.) घनिष्ठ, आत्मीय -- घनिष्ठ, आत्मीय

अंतरंग (वि.) भीतरी -- भितरर

अंतर (पुं.) दो वस्तुओं के बीच की दूरी, फासला -- भितर

अंतर (पुं.) भेद, भिन्नता -- दूरता, अंतर, फांक

अंतरराष्ट्रीय (वि.) एक से अधिक राष्ट्रों के बीच परस्पर संबंध रखने वाला -- आंतर्देशिय, आंतर्जातिक

अंतरिक्ष (पुं.) पृथ्वी तथा अन्य ग्रहों या लोगों के बीच का रिक्त स्थान -- अंतरिक्ष, महाकाश

अंतिम (वि.) सबसे बाद का, आखिरी -- चरम, परम, अंतिम, शेष

अंतिम (वि.) चरम, परम -- चरम, परम, अंतिम, शेष

अंदर (क्रि.वि.) भीतर -- भितर

अंधकार (पुं.) अँधेरा -- अंधार

अंधा (पुं./वि.) देखने की शक्ति से रहित -- अंधार

अंश (पुं.) भाग, हिस्सा, खंड, टुकड़ा -- भाग, खण्ड

अकड़ना (अं.क्रि.) पूरे शरीर का या उसके किसी अंगविशेष का कड़ा होना, ऐँठना -- अकड़िबा, जिद धरिबा

अकड़ना (अं.क्रि.) घमंड दिखाना या दुराग्रह करना -- अहंकार

अकाल (पुं.) दुर्भिक्ष -- दुर्भिख्य, अकाल

अकाल (पुं.) कमी, अभाव -- कम, अभाव

अकाल (पुं.) असमय -- NA

अकेला (वि.) बिना साथी का -- एकाकी, एकुटिया, एकला

अक्ल (स्त्री.) बुद्धि, समझ -- बुद्धि, ज्ञान

अक्षर (पुं.) वर्ण, स्वर और स्वररहित व्यंजन, जो इकाई के रूप में प्रयुक्त हो -- बर्ण, अक्षर

अक्षर (वि.) अविनाशी, नित्य -- अबिनाशी, नित्य, चिर्रतन

अक्सर (अव्य.) बहुधा, प्रायः -- प्राय, प्रायतः

अखंड (वि.) जिसके खंड न हुए हों, पूरा, समूचा -- पूरा, संपूर्ण

अखबार (पुं.) समाचारपत्र -- समाचार पत्र, खबर कागज

अखरना (अ.क्रि.) बुरा या अप्रिय लगना, खलना, खटकना -- अप्रिय, लागिबा

अखाड़ा (पुं.) व्यायामशाला, कुश्ती लड़ने का स्थान -- आखड़ा, ब्यायामशाला

अखाड़ा (पुं.) साधुओं की सांप्रदायिक मंडली या उनके रहने का स्थान -- मठ

अगर (अव्य.) यदि, जो -- जदि, जदयपि

अगर (पुं.) एक पेड़, जिसकी लकड़ी बहुत सुगंधित होती है -- चंदन

अगरबत्ती (स्त्री.) वह बत्ती जो सुगंध के निमित्त जलाई जाती है। -- अगरबति, धूपकाठि

अगला (वि.) सबसे आगे का, सबसे पहले या सामने वाला -- प्रथम

अगला (वि.) भविष्य में आनेवाला -- आगामी

अगाध (वि.) अथाह, बहुत अधिक गहरा -- बहुत गमीर (अगाध)

अग्नि (स्त्री.) आग -- निआँ

अग्रज (पुं.) बड़ा भाई -- बड़ भाइ (अग्रज)

अचल (वि.) जो अपने स्थान पर बना रहे, गतिहीन, स्थिर -- अचल, स्थिर, गतिहीन

अचानक (क्रि.वि.) बिना पूर्व सूचना के, एकाएक, सहसा -- एकाएक, अकस्मात, सहसा, हठात, शीघ्र

अच्छा (वि.) ठीक, उपयुक्त -- अच्छा, ठिक, उपजुक्त

अच्छा (वि.) जो बुरा न हो, दोष रहित -- निर्दोष, उत्तम, भल

अच्छा (अव्य.) आश्चर्य, विस्मयादि -- आच्छा

अच्छा (अव्य.) स्वीकृतिसूचक उक्ति -- NA

अजगर (पुं.) एक विशाल सर्प -- अजगर

अजायबघर (पुं.) वह भवन, जहाँ पर पुराकालीन कलाकृतियाँ स्थायी रूप से प्रदर्शित की जाती हैं, संग्रहालय -- जादुघर, संग्रहालय

अटकना (अ.क्रि.) चलते-चलते या कोई काम करते-करते रुक जाना, रुकना -- अटकिबा, बंदहेबा

अड़ना (अ.क्रि.) बीच में रुकना या फँसना -- अड़िबा, अटकिबा

अड़ना (अ.क्रि.) हठ करना -- झगड़ा करिबा

अड्डा (पुं.) टिकने, ठहरने या बैठने का स्थान -- आखडा

अणु (पुं.) किसी तत्व या धातु का वह बहुत छोटा अंश, जिसमें उसके सभी संयोजक अंश विद्यमान हों -- अणु, कणिका

अड्डा (पुं.) अत्यंत सूक्ष्म मात्रा या वस्तु -- अणु, क्षुद्रतम कणिका

अतिथि (पुं.) मेहमान -- अभ्यागत (कुणिआ), अतिथि

अदालत (स्त्री.) न्यायालय -- न्यायालय, कचेरी, अदालत

अधिक (वि.) बहुत -- बहुत, बेशी, अधिक, बहुल

अधिक (वि.) अतिरिक्त -- अतिरिक्त, बलका

अधिवेशन (पुं.) किसी बड़ी सभा की लगातार होने वाली बैठकों का सामूहिक नाम -- अधिवेशन

अधिसूचना (पुं.) किसी बात की ओर विशिष्ट रूप से ध्यान आकृष्ट करने के लिए दी जाने वाली सार्वजनिक सूचना -- अधिसूचना, विज्ञापन

अधूरा (वि.) जो पूरा न हो या जो समाप्त न हुआ हो -- असंपूर्ण

अध्यक्ष (पुं.) किसी संघ, संस्था, समिति आदि का प्रधान -- सभापति, प्रधान

अध्यक्ष (पुं.) स्पीकर, लोकसभा का पीठासीन अधिकारी -- स्पीकर, बक्ता, चेयारमान (सभापति)

अध्यादेश (पुं.) वह आधिकारिक आदेश, जो किसी कार्य, व्यवस्था आदि के संबंध में ऱाष्ट्रपति, राज्यपाल द्वारा निकाला गया हो -- अध्यादेश (अड़िनांस)

अध्यापक (पढ़ाने वाला, शिक्षक) अध्यापकः -- अध्यापक, गुरु

अध्याय (पुं.) ग्रंथ या पुस्तक का खंड या विभाग -- अध्याय, खण्ड, बिभाग

अध्यय (पुं.) प्रकरण -- प्रकरण

अनगिनत (वि.) जिसकी गिनती संभव न हो सके, संख्यातीत -- अगणित, असंख्य

अनशन (पुं.) भूख-हड़ताल -- भोक-हरताल

अनशन (पुं.) आहार त्याग, उपवास -- उपबास (अनशन)

अनाथ (वि.) जिसका पालन-पोषण करने वाला कोई न हो -- अनाथ

अनाथ (पुं.) बिना माँ-बाप का -- असहाय, निराश्रय, दीन, दुखी

अनाथालय (पुं.) वह स्थान जहाँ अनाथों का पालन-पोषण होता है -- अनाथाश्रम

अनावरण (पुं.) किसी महापुरुष के चित्र, मूर्ति आदि से समारोहपूर्वक परदा हटा कर उसे सर्व साधारण के लिए दर्शनीय बनाया जाना, उद्घघाटन -- उद्घाटन (अनावरण), उन्मोचन

अनिवार्य (वि.) जिसकी इतनी अधिक जरूरत हो कि उससे बचा न जा सके, अवश्यभांवी -- अवश्यंभावी, अनिवार्य, निश्चित

अनुकरण (पुं.) नकल, अनुसरण -- नकल, अनुसरण

अनुक्रमणिका (स्त्री.) किसी विशेष क्रम के आधार पर बनाई गई सूची -- अनुक्रमणिका, क्रमान्वय

अनुज (पुं.) छोटा भाई -- छोट भाइ (अनुज), सान भाइ

अनुराग (पुं.) प्रेम, आसक्ति -- अनुराग, प्रेम, प्रीती

अनुवाद (पुं.) एक भाषा में लिखी या कही हुई बात को दूसरी भाषा में कहने या लिखने की क्रिया, भाषांतर -- भाषांतर (अनुवाद)

अनुसंधान (पुं.) खोज, अन्वेषण -- खोजिबा, अन्वेषण (अनुसंधान)

अनुसार (वि.) किसी के ढंग या रूप से मिलता हुआ, अनुरूप -- अनुरूप, अनुसार

अनुसूचित (वि.) जिसे अनुसूची में स्थान मिला हो -- अनुसूचित, संरक्षित

अनुसूची (स्त्री.) किसी लेख या ग्रंथ के अंत में परिशिष्ट के रूप में लगी हुई सूची -- अनुसूची (शिड्युल), तालिका

अनेक (वि.) एक से अधिक, कई, बहुत -- बहुत अनेक, बेशि

अन्न (पुं.) अनाज -- खाद्य, शस्य

अन्य (वि.) दूसरा -- अलगा (अपर) अन्य

अन्याय (पुं.) न्याय-विरुद्ध कार्य -- अन्याय

अपना (वि.) आत्मसंबंधी, निज का -- आपणार, आत्मसंबंधीय, निजर

अपना (पुं.) आत्मीय, स्वजन -- आत्मीय, स्वजन

अपनाना (स.क्रि.) अपना बनाना -- ग्रहण करिबा, स्वीकार करिबा

अपनाना (स.क्रि.) ग्रहण करना, स्वीकार करना -- ग्रहण करिबा, स्बीकार करिबा

अपने-आप (क्रि.वि.) स्वतः, खुद-ब-खुद -- स्वतः, निजे

अपमान (पुं.) अनादर, तिरस्कार, बेइज्जती -- मानहानि, अनादर, अपमान, तिरस्कार, निंदा

अपराध (पुं.) अनुचित या दंडनीय कार्य -- अपराध, दोष

अपराध (पुं.) दोष, गलती -- दोष, भुल, त्रुटि, पाप

अपराधी (पुं./वि.) अपराध करने वाला -- अपराधी, दोषी

अपराह्न (पुं.) दोपहर के बाद का काल, तीसरा पहर -- अपराह्न, उपरबेला, दिपहर

अपाहिज (पु./वि.) लूला-लंगड़ा, विकलांग -- लंगड़ा, बिकलांग

अफसर (पुं.) अधिकारी -- अधिकारी, अफिसर, प्राधिकारी

अफीम (स्त्री.) पोस्त के डंठलों से निकाला जाने वाला मादक पदार्थ -- आफिम

अभयदान (पुं.) सुरक्षा के लिए वचन -- अभयदान

अभिनंदन (पुं.) किसी की उपलब्धि पर उसके प्रति शुभकामना और श्रद्धा प्रकट करना -- अभिनंदन

अभिनय (पुं.) हाव भाव के द्ववारा किसी पात्र के चरित्र का अनुकरण (दृश्य कला में) -- अभिनय (आक्टिंग) , हाब-भाब

अभिनेता (पुं.) रंगमंच पर अभिनय या नाटक करने वाला -- अभिनेता

अभिप्राय (पुं.) उद्देश्य, प्रयोजन -- उद्देश्य, प्रयोजन, अभिप्राय, इछा

अभिप्राय (पुं.) आशय -- आशा, मतलब, अभिप्राय, अभिलाश

अभिभावक (पुं.) संरक्षक -- अभिभावक, गार्जियन

अभिमान (पुं.) अहंकार, घमंड -- अहंकार, गर्ब, अभिमान

अभियान (पुं.) किसी कार्य विशेष की सिद्धि के लिए चतुर्दिक प्रयास -- अभिजान, जात्रा

अभियान (पुं.) सैनिक आक्रमण, चढ़ाई -- आक्रमण, चढ़उ

अभियुक्त (पु.) वह, जिस पर न्यायालय में कोई अभियोग चल रहा हो, मुलजिम, अपराधी -- अभिजुक्त, अपराधी, दोषि

अभियोग (पुं.) अपराध का आरोप -- अभिजोग, दोषारोप

अभियोग (पुं.) दंड दिलाने के लिए न्यायालय से की जाने वाली फरियाद, मुकदमा -- मकदमा, मामला

अभिलाषा (स्त्री.) इच्छा, आकांक्षा -- इछा, कामना, आकांक्षा (अभिलाषा)

अभिलेख (पुं.) किसी घटना, विषय, व्यक्ति आदि से संबंधित लिखित प्रामाणिक सामग्री -- अभिलेख, प्रमाण-पत्र

अभिवादन (पुं.) श्रद्धापूर्वक किया जाने वाला नमस्कार, प्रणाम -- अभिवादन, नमस्कार, प्रणाम

अभिशाप (पुं.) श्राप, अहित कामनासूचक शब्द -- अभिशाप,शाप

अभी (क्रि.वि.) इसी समय, इसी क्षण, तुरंत -- एबे, एहिख्याणि, तुरंत, संगेसंगे

अभी (क्रि.वि.) आजकल, इन दिनों -- आजिकालि

अभीष्ट (पुं./वि.) जिसकी इच्छा या कामना की जाए, -- अभीष्ट, इप्सित

अभीष्ट (पुं./वि.) मनोरथ -- मनोरथ, अभिलाष, मनोकामना

अभ्यास (पुं.) दक्षता प्राप्त करने के लिए दत्तचित्त होकर किसी काम को बार बार करने की क्रिया -- अभ्यास

अमर (वि.) कभी न मरने वाला -- अमर

अमर (वि.) जिसका कभी अंत, क्षय या नाश न हो -- अबिनाशी, अक्षय, अनंत, चिरंजिवी

अमल (पुं.) प्रयोग, व्यवहार -- प्रयोग, ब्याबहार

अमानत (स्त्री.) धरोहर, थाती -- जमा, गच्छित

अमावस (स्त्री.) चांद्र मास के कृष्ण पक्ष का अंतिम दिन -- अमाबास्या

अमिट (वि.) न मिटने वाला या नष्ट न होने वाला, स्थायी -- स्थायी, अचल, स्थिर

अमिट (वि.) अटल, अवश्यंभावी -- अटल

अमीर (पुं/वि.) धनवान व्यक्ति, रईस -- अमीर, धनी

अमीर (पुं/वि.) सरदार -- सरदार, प्रमुख

अमुक (वि.) कोई अनिश्चित व्यक्ति अथवा वस्तु, फलां -- अचिन्हा, नूआ

अमृत (पुं.) एक प्रसिद्ध कल्पित पेय, जिसके संबंध में यह मान्यता है कि उसके पीने से प्राणी अमर हो जाता है, सुधा, पीयुष -- अमृ, सुधा, पीयूष

अम्ल (पुं.) खट्टापन, खटाई -- खटेइ, खटा

अम्ल (पुं.) तेजाब (एसिड) -- एसिड्, अम्ल

अरथी (अर्थी) (स्त्री.) वह तख्ता, सीढ़ी आदि जिस पर मृत शरीर को अंत्येष्टि के लिए ले जाया जाता है, जनाजा -- कोकेइ

अराजकता (स्त्री.) शासनतंत्र का अभाव -- अराजकता, अब्यबस्था

अराजकता (स्त्री.) अव्यवस्था -- अब्यबस्था

अरुण (वि.) लाल रंग का रक्त वर्ण का, सुर्ख -- अरुण, रक्तबर्ण

अरुण (पुं.) गहरा लाल रंग -- गाढ़ लाल रंग

अरुण (पुं.) सूर्य -- सुर्ज्य, रबि

अर्चना (स्त्री.) पूजा, वंदना -- पूजा

अर्थ (पुं.) अभिप्राय, माने -- अभिप्राय, माने, अर्थ

अर्थ (पुं.) धन-संपत्ति, पैसा -- धन संपत्ति, पइसा

अर्थशास्त्र (पुं.) वह शास्त्र, जिसमें विभिन्नअर्थिक क्रियाओं का विवेचन हेता है -- अर्थशास्त्र

अर्ध (वि.) आधा -- अधा, अद्धेक

अर्धमासिक (वि.) पाक्षिक, मास के अधे भाग का -- पख्यिक, अर्धमासिक

अर्धांगिनी (स्त्री.) धर्मपत्नी -- धर्मपत्नी, अद्र्धांगिनि, स्त्री

अर्पण (पुं.) किसी को श्रद्धापूर्वक कुछ देना, सौंपना या भेंट करना -- कत्यबा

अलंकरण (पुं.) पदक या पदवी द्वारा विभूषित करने की क्रिया -- अलंकृत

अलंकार (पुं.) सौंदर्यवर्धक वस्तु या सामग्री, सजावट -- अलंकार, गहणा

अलंकार (पुं.) आभूषण, गहना -- आभूषण, गहणा

अलंकार (पुं.) रचनागत विशिष्ट शब्द-योजना या अर्थ चमत्कार -- अलंकारमु

अलंग (वि.) दूर हटा हुआ, पृथक -- अलगा (पृथक)

अलंग (वि.) औरों से भिन्न -- भिन्न

अलता (पुं.) लाख से बना हुआ वह लाल रंग जो स्त्रियाँ शोभा के लिए पैरों में लगाती हैं, महावर -- अलता

अलबम (पुं.) तस्वीरें रखने की किताब या कापी -- आलबम

अलमारी (स्त्री.) काठ, लोहे आदि का या दीवार में बना एक प्रकार का ऊँचा या लंबा आधान जिसमें चीजें रखने के लिए खाने या घर बने होते हैं। -- आलमारी

अलापना (अ.क्रि.) स्वरविस्तार करना -- आलाप, स्वर-मिलाइबा

अलावा (अव्य.) अतिरिक्त, सिवाय -- अतिरिक्त, व्यतीत, छड़ा, अधिक

अलौकिक (वि.) जो इस लोक में न मिलता हो, लोकोत्तर -- अलौकिक, लोकोत्तर, अद्भुत

अलौकिक (वि.) असाधारण, अद्भुत -- असाधारण, अनन्य

अल्प (वि.) कम, थोड़ा, विरल -- अल्प, कम, स्वल्प

अल्प (वि.) तुच्छ -- तुच्छ, साधारण

अल्पविराम (पुं.) एक विराम चिह्न (,) जो वाक्य के पदों में पार्थक्य दिखाने या बोलने में कुछ ठहराव सूचित करने के लिए प्रयुक्त होता है -- कमा, बिरामचिन्ह

अल्पसंख्यक (वि.) वह दल, पक्ष या समाज, जिसके अनुयायियों की संख्या अन्य दलों, पक्षों या समाजों से अपेक्षाकृत कम हो -- अल्पसंख्यक, संख्यालघु

अल्पाहार (पुं.) थोड़ा, भोजन, जलपान, नाश्ता -- अल्पाहार, लघु आहार

अवकाश (पुं.) छुट्टी या फुरसत का समय -- अबकाश, छुटी

अवकाश (पुं.) रिक्त स्थान या शून्य स्थान -- खालि जागा, शून्य, स्थान

अवज्ञा (स्त्री.) किसी आज्ञा या कानून को न मानना, उल्लंघन -- अवज्ञा, उल्लंघन

अवज्ञा (स्त्री.) अनादर, अपमान -- अपमान, अनादर, अबज्ञा

अवतरण (पुं.) ऊपर से नीचे आना, उतरना -- अबतरण, ओल्हाइबा

अवतरण (पुं.) लेख, वचन आदि का उद्धृत अंश, उद्धरण -- उध्रुत

अवतार (पुं.) पौराणिक मान्यता के अनुसार ईश्वर का भौतिक या मानव रूप धारण करके इस संसार में आना -- अबतार

अवतार (पुं.) जिसके संबंध में यह माना जाता है कि वह ईश्वर का अंश और प्रतिनिधि है -- अवतारी-पुरुष

अवयव (पुं.) शरीर का कोई अंग -- अबयब, अंग

अवयव (पुं.) किसी वस्तु का कोई अंश, भाग, हिस्सा -- अंश, भाग

अवरोह (पुं.) ऊँचाई से नीचे आना, उतरना -- अवरोहण

अवरोह (पुं.) संगीत में स्वरों के ऊपर से नीचे आने का क्रम -- संगीतरे-स्वर-गुड़िकर-अबनमन

अवलंब (पुं.) आश्रय, सहारा, भरोसा -- अबलंबन, आश्रय, भरसा, सहाय

अवशेष (पुं.) जो बचा रह गया हो -- अबश्य, निश्चित रूपरे

अवसर (पुं.) सुयोग, मौका -- अबसर, सुजोग

अवसाद (पुं.) आशा, उत्साह, शक्ति आदि का अभाव, शिथिलता, उदासी -- विषाद, उत्साहहीनता

अवसाद (पुं.) विषाद, रंज -- विषाद, शोक, अवसन्न

अवसान (पुं.) अंत, समाप्ति -- अवसान, अंत, समाप्ति

अवसान (पुं.) मरण, मृत्यु -- मृत्यु, अंत, शेष

अवहेलना (स्त्री.) अवज्ञा, तिरसस्कार, उपेक्षा -- अबहेला, उपेख्या, अनादर, उपेक्षा

अवांछित (वि.) जो चाहा न गया हो -- अबांछित, अजथा

अवाक् (क्रि.वि.) स्तब्ध, चुप -- मौन, स्तब्ध

अविकल (वि.) ज्यों का त्यों -- अबिकल

अविकल (वि.) पूरा, संपूर्ण -- पूरा, संपूर्ण

अविरल (वि.) घना, सघन -- निरंतर, अबिराम

अविरल (वि.) सतत, निरंतर -- निरंतर, सर्बदा, अनबरत, अहर्निशी

अविलंब (क्रि.वि.) बिना देर किए, तुरंत, तत्काल -- तुरंत, शीघ्र, तत्क्षणात

अवैतनिक (वि.) बिना वेतन का -- अबैतननिक

अवैध (वि.) जो विधि या विधान के विरुद्ध हो -- अबैध, विरुद्ध

अव्यवस्था (स्त्री.) व्यवस्था (क्रम, नियम, मर्यादा आदि) का अभाव -- अब्यबस्था, विश्रृंखला

अव्यवस्था (स्त्री.) प्रबंध आदि में होने वाली गड़बड़ी, कुव्यवस्था -- कुब्यबस्था, अब्यबस्था, अनाबस्था

अशुद्ध (वि.) जो शुद्ध न, हो, अपवित्र -- अपबित्र, अशुद्ध

अशुद्ध (वि.) जिसका शोधन या संस्कार न हुआ हो, दोषपूर्ण, त्रुटिपूर्ण -- त्रुटिपूर्ण, भूल, अमार्जित, दोषपूर्ण

अशुद्धि (स्त्री.) शुद्ध न होने की अवस्था या भाव, अशुद्धता -- अशुद्धता, अशुद्धि

अशुद्धि (स्त्री.) त्रुटि, गलती -- त्रुटि, भुल

अशुभ (वि.) जो शुभ (भला या हितकर) न हो, अमांगलिक या बुरा -- अमांगलिक, अशुभ

अशुभ (पुं.) अमंगल, अहित -- अशुभ, अमंगल, अहित

अशुभ (पुं.) दोष या पाप -- दोष, पाप

अश्लील (वि.) नैतिक या सामाजिक आदर्शों से च्युत, फूहड़ -- अनैतिक, अभद्र

अष्टमी (स्त्री.) शुक्ल या कृष्ण पक्ष की आठवीं तिथि -- अष्टमी, अष्टमी तिथि

असंख्य (वि.) जो गिनती में बहुत अधिक हो -- असंख्य, अगणित, अनेक

असंख्य (वि.) जिसकी गिनती न हो सके, अनगिनत -- अगणित, अनेक

असंगत (वि.) जो संगत न हो, बेमेल, असंबद्ध, प्रसंग-विरुद्ध -- प्रसंग-विरुद्ध (असंगत), अश्लील

असंतोष (पुं.) संतोष का अभाव -- असंतोष, अप्रसन्न

असंभव (वि.) जो कभी घटित न हो सके -- असंभब

असत्य (वि.) जो सत्य या उसके अनुरूप न हो, झूठा या मिथ्या -- मिथ्या, असत्य

असभ्य (वि.) जो सभ्य न हो, अशिष्ट, गँवार -- अशिष्ट, असभ्य, बर्बर

असमंजस (पुं.) दुविधा, अनिर्णय की स्थिति -- किंकर्तब्य बिमूढ़

असमर्थ (वि.) जो किसी काम को कर सकने में समर्थ न हो, अशक्त -- असमर्थ, अक्षम, अपारग, असमर्थ

असर (पुं.) प्रभाव -- प्रभाब

असल (वि.) वास्तविक -- बास्तबिक, जथार्थ, प्रकृतरे

असल (वि.) मूलधन -- मूलधन, पुंजि

असली (वि.) बिना मिलावट का, शुद्ध, खरा -- असल, प्रकृत

असहयोग (पुं.) औरों के साथ मिलकर काम न करने की क्रिया या भाव -- असहजोग (असहयोग)

असह्य (वि.) जो सहा न जा सके, उग्र, तीव्र -- असहनीय

असाधारण (वि.) जो सामान्य न हो -- असामान्य, असाधारण

असीम (वि.) जिसकी कोई सीमा न हो -- असीम, सीमाहीन

असीम (वि.) बहुत अधिक, अपार -- बहुत, अधिक, बेशि

असुर (पुं.) दैत्य, दानव, राक्षस -- दैत्य, दानब, राक्षस, असुर

असुविधा (स्त्री.) सुविधा का अभाव, कठिनाई -- कठिन, कष्टकर, असुबिधा, सुविधार अभाब

अस्तबल (पुं.) वह स्थान जहाँ घोड़े बाँधे जाते हैं, घुड़साल -- घोङाशाल, अश्वशाला

अस्तव्यस्त (वि.) जिसका क्रम या व्यवस्था छिन्न-भिन्न हो चुकी हो, इधर-उधर बिखरा हुआ, तितर-बितर -- अब्यबस्था, अस्तब्यस्त, बिश्रृंखला

अस्तित्व (पुं.) होने का भाव, विद्यामानता, सत्ता -- सत्ता, अस्तित्व

अस्त्र (पुं.) फेंक कर चलाया जाने वाला हथियार -- अस्त्र, आयुध, हतिआर

अस्थि (स्त्री.) हड्डी -- हाड्, अस्थि

अस्थिर (वि.) जिसमें स्थिरता न हो, गतिमान, चंचल -- चंचल, अस्थिर,शिघ्र

अस्पताल (पुं.) वह स्थान जहाँ रोगियों की चिकित्सा की व्यवस्था होती है, चिकित्सालय -- हासपाताल, चिकित्सालय, डाक्तरखाना

अस्वस्थ (वि.) जो स्वस्थ न हो, बीमार या रोगी -- रोगी, सुस्थ, बेमार थिबा लोक

अस्वस्थ (वि.) दूषित -- दुषित, खराप

अहं (पुं.) मैं हूँ का भाव, अहंकार, अभिमान -- अहंकार, अभिमान, दर्प, गर्ब

अहंकार (पुं.) अभिमान, गर्व -- अभिमान, गर्ब, अहंकार, दर्प

अहाता (पुं.) चारों ओर बाड़ आदि से घिरा हुआ मैदान या स्थान -- घेरा, हता

अहाता (पुं.) चहारदीवारी -- चारि पार्श्वर पाचेरी

अहिंसा (स्त्री.) हिंसा का निषेध -- अहिंसा

अहित (पुं.) भलाई का अभाव, अपकार, हानि -- अपकार, हानि, अहित, अमंगल

आँकड़े (पुं) तथ्यों को सूचित करने वाले अंक-समूह -- परिसंख्यान

आँकना (क्रि.) अंकित, करना -- चित्रादि अंकित करिबा

आँकना (स.क्रि.) अनुमान लगाना -- अनुमान लगाइबा

आँख-मिचौनी (स्त्री.) लुका-छिपी, बच्चों का एक खेल -- लुचुकालि

आँगन (पुं.) घर के अंदर का खुला चौकोर स्थान -- अगणा, दुआर

आँचल (पुं.) साड़ी का पल्ला, छोर, सिरा -- आँचल, पणत

आंतरिक (वि.) अंदर का, भीतरी -- भितर

आंतरिक (वि.) अंतःकरण से प्रेरित, सच्चा, वास्तविक -- बास्तबिक, आंतरिक, प्रकृत

आंदोलन (पुं) सोद्देश्य किया जाने वाला व्यापक सामूहिक प्रयास -- आंदोलन, विद्रोह

आँधी (स्त्री.) धूल भरी तेज हवा, अंधड़ -- धुलि झड़, झंजा

आंशिक (वि.) अंश या भाग से संबंध रखने वाला -- आंशिक, सम्यक

आंशिक (वि.) कुछ या थोड़ा, अपूर्ण -- किछि, अपूर्ण,. स्वतंत्र

आँसू (पुं) अश्रुग्रंथि से स्रवित जल कण, अश्रु -- अश्रु, लुह, लोतक

आकर्षक (वि.) अपनी ओर खींचने वाला -- आकर्षक

आकर्षक (वि.) प्रभावित या मोहित करके अपनी ओर ध्यान खींचने वाला -- आकर्षणीय

आकर्षण (वि.) अपनी ओर खींचने का भाव -- आकर्षणीय

आकस्मिक (वि.) अकस्मात्, अप्रत्याशित या एकाएक घटित होने या प्रकट होने वाला, अचानक -- अचानक, आकस्मिक, हठात

आकार (पुं.) आकृति, शक्ल -- आकृति, आकार

आकार (पुं.) किसी वस्तु या व्यक्ति की लंबाई चौड़ाई, फैलाव, ऊँचाई आदि -- आकार, आयतन, दैर्घ-प्रस्थ, उच्चता

आकाश (पुं.) नभ, गगन, आसमान -- गगन, आकाश, नभ

आकाश-वाणी (स्त्री.) आकाश से सुनाई पड़ने वाली वाणी -- आकाशबाणी, शून्यबाणी

आकाश-वाणी (स्त्री.) ऑल इंडिया रेडियो का हिंदी नाम -- आकाशवाणी

आकृति (स्त्री.) वस्तु, या व्यक्ति का चित्र भावभंगिमा प्रकट करने वाली मुद्रा -- आकार, आकृति

आकृति (स्त्री.) रूप, गठन, चेहरा -- रूप, चेहेरा, गठन

आक्रमण (पुं.) प्रहार, हमला -- प्रहार, आक्रमण

आक्षेप (पुं.) लांछन, दोषारोपण -- आरूयेप, दोषारोपण, दोषारोप

आखिर (पुं.) अंत, समाप्ति -- अंत समाप्ति, शेष

आखिर (पुं.) परिणाम -- परिणाम

आखिर (वि.) अंत में, बाद में या पीछे होने वाला -- ओंतिम, शेष

आखेट (पुं.) शिकार -- मृगया, शिकार

आगंतुक (पुं.) आने वाला (व्यक्ति), अभ्यागत, अतिथि, पाहुना -- अभ्यागत, अतिथि, आगंतुक

आग (स्त्री.) अग्रि -- अग्नि, निआँ

आग (स्त्री.) जलन, डाह, संताप -- संताप, दहन, ज्वाला, ज्वलन

आगमन (पुं.) आने, पहुँचने या नए सिरे से प्रकट होने की क्रिया या भाव -- आगमन, आसिबा

आगामी (वि.) भविष्य में आने या होने वाला, भावी -- भाबी, आगामी, भविष्यतरे

आगे (क्रि.वि.) पहले या सामने, किसी की उपस्थिति में -- आगे, सम्मुखरे

आगे (क्रि.वि.) भविष्य में -- भविष्यतरे

आगे (क्रि.वि.) कुछ दूर और बढ़ने पर -- आगरु

आग्रह (पुं.) नम्रतापूर्वक बल, अनुरोध -- आग्रह

आग्रह (पुं.) किसी बात पर अड़ते हुए जोर देना, हठ -- जिद

आघात (पुं.) प्रहार या चोट -- प्रहार, आघात

आघात (पुं.) किसी दुखद घटना के कारण होने वाली मानसिक व्यथा -- मानसिक आघात, कष्ट

आचरण (पुं.) चाल-चलन, चरित्र -- चालि-चलन, चरित्र, आचरण, प्रकृति

आचार्य (पुं.) गुरु, शिक्षक -- गुरु, शिख्यक (शिक्षक)

आचार्य (पुं.) विभागाध्यक्ष -- अध्यापक, प्रफेसर

आचार्य (पुं.) किसी विषय का असाधारण पंडित -- बिद्वान्, पंडित

आज (क्रि.वि.) वर्तमान में -- आजि

आज (क्रि.वि.) इन दिनों में, इस काल में -- एहि

आज (पुं.) प्रस्तुत या वर्तमान -- आजिर दिन

आजकल (क्रि.वि.) इन दिनों, वर्तमान काल में -- आजिकालि, बर्तमान-कालरे

आजकल (क्रि.वि.) वर्तमान या प्रस्तुत दिनों में, एक दो दिन में -- एक दुइ दनरे

आजाद (वि.) स्वाधीन,मुक्त, स्वतंत्र -- स्वाधीन, मुक्त, स्वछंद

आजीवन (क्रि.वि.) जीवन भर -- जीबनजाक, आजीबन, सारा जीवन

आजीविका (स्त्री.) रोजी, रोजगार, धंधा -- जीबिका, वृत्ति, व्यवसाय

आज्ञा (स्त्री.) आदेश, हुक्म -- आदेश, हुकुम, आज्ञा

आज्ञा (स्त्री.) अनुमति -- अनुमति

आडंबर (पुं) दिखावा, दिखावटी ठाट-बाट -- आडंबर, जाक-जमक

आढ़तिया (पुं.) आढ़त का काम करने वाला -- आड़तिया, कोटँणा, दलाल

आतिशबाजी (स्त्री.) बारूद से बनी चीज़ों को जलाने का तमाशा -- बाण

आतुर (वि.) अधीर, उतावला -- अधीर, उत्कुल्लित, आतुर

आतुर (वि.) विकल, बेचैन -- बिककल, ब्याकुल

आत्मकथा (स्त्री.) अपना लिखा जीवन चरित -- आत्मचरित, आत्मकथा, जीवनी, आत्मजीवनी

आत्म-रक्षा (स्त्री.) अपना, बचाव -- आत्मरक्षा

आत्म-विश्वास (पु.) अपने पर विश्वास या भरोसा -- आत्मबिश्वास

आत्म-समर्पण (पुं.) अपने आपको किसी के हाथ में सौंपना -- आत्मसमर्पण

आत्म-समर्पण (पुं.) हथियार डाल देना -- अस्त्र-समर्पण

आत्महत्या (स्त्री.) अपने हाथों अपना वध, आत्मघात -- आत्महत्या, आत्मघाती

आत्मा (स्त्री.) शरीर में रहकर उसे जीवित रखने वाली अविनाशी, अभौतिक शक्ति, प्राण -- जीबात्मा, आत्मा

आत्मा (स्त्री.) किसी वस्तु आदि का गूढ़, मूल तथा सार भाग -- मूल, सार

आदत (स्त्री.) प्रकृति, स्वभाव -- प्रकृति स्वभाव

आदत (स्त्री.) बान, टेव -- अभ्यास

आदमी (पुं.) मनुष्य -- मनुष, मणिष

आदमी (पुं.) वयस्क और प्रौढ़ व्यक्ति -- प्रौढ़ब्यक्ति

आदर (पुं.) सम्मान, सत्कार, पूज्य भाव -- सम्मान, सत्कार, आदर, आप्यायन पूजा भाब, भक्तिभाब

आदरणीय (वि.) आदर-योग्य -- आदरणीय, सम्मानीय

आदर्श (पुं.वि.) अनुकरणीय, श्रेष्ठ -- अनुकरणीय, आदर्शस्यनीय, श्रेष्ठ

आदर्श (पुं.वि.) नमूना, बानगी -- निदर्शन, आदान-प्रदान, देबानेबा

आदि (पुं.) मूल -- मूल, आदि

आदि (वि.) पहला -- प्रथम, प्रारंभ

आदि (अव्य) इसी प्रकार और या बाकी सब भी, इत्यादि, वगैरह -- इत्यादि, प्रभृति

आदिवासी (पुं.) किसी देश का मूल निवासी -- आदिबासी

आदिवासी (पुं.) जनजाति का सदस्य -- उपजातिरक सदस्य

आदेश (पुं.) आज्ञा, हुक्म -- आज्ञा, आदेश

आद्याक्षर (पुं.) (कई पदों वाले) नाम के प्रत्येक पद का आरंभिक अक्षर, जो प्रायः हस्ताक्षर आदि के लिए प्रयुक्त होता है -- आद्याक्षर

आधा (वि.) वस्तु के दो समान भागों में से प्रत्येक -- अधा, अधेंक

आधार (पुं.) नीचे की वह वस्तु, जिसके ऊपर कोई दूसरी वस्तु टिकी या रखी हो -- आधार

आधार (पुं.) कारण -- कारण, हेतु

आधारभूत (वि.) आधार रूप में स्थित, मूलभूत -- आधार

आधिकारिक (वि.) अधिकारपूर्वक कहा या किया हुआ -- आधिकार

आधुनिक (वि.) आजकल का , वर्तमान काल का -- आधुनिक, आजिकालि, वर्तमान

आध्यात्मिक (वि.) आत्मा और ब्रह्म से संबंध रखने वाला -- आध्यात्मिक

आनंद (पुं.) हर्ष, खुशी -- आनंद, हर्ष सुखी

आनंद (पुं.) म़ौज -- मउज, मजा

आना (अ.क्रि) आगमन, दूर से पास पहुँचना -- आगमन,आसिबा

आना (अ.क्रि) कौशल की जानकारी होना -- ज्ञान, अवगत-हेबा, जाणिबा

आप (सर्व) स्वयं, स्वतः खुद -- स्वयं, निजे

आप (सर्व) तुम या वे के स्थान पर प्रयुक्त आदरसूचक शब्द -- आपण

आपसी (वि.) आपस का, पारस्परिक -- पारस्परिक, निजमध्यरे

आभार (पुं.) किसी के उपकार के लिए प्रकट की जाने वाली कृतज्ञता, एहसान -- ऋण, कृतज्ञता

आभास (पुं.) झलक, छाया -- झलक, छाया, आभाष

आभास (पुं.) मिथ्याप्रतीति, भ्रम -- मिथ्या, भ्रम

आभूषण (पुं.) अलंकार, गहने, जेवर -- आभूषण, अलंकार् गहणा

आमुख (पुं.) प्रस्तावना, भूमिका -- प्रस्तावना, भूमिका

आमोद-प्रमोद (पुं.) जो काम केवल चित्त प्रसन्न करने और मन बहलाने के लिए किए जाते हैं -- आमोद-प्रमोद

आय (स्त्री.) पारिश्रमिक, लाभ आदि के रूप में प्राप्त धन, आमदनी -- आय, आमदानी

आयकर (पुं.) राज्य की ओर से लोगों की आय पर लगने वाला कर -- आयकर

आयत (पुं.) चार भुजाओं वाला वह क्षेत्र, जिसकी आमने-सामने की भुजाएं समांतर हों और चारों कोण समकोण हों -- आयत खेत्र

आया (स्त्री.) दाई, बच्चों की देखभाल करने वाली सेविका -- आया, धाई

आया (स्त्री.) ‘आना’ क्रिया का पूर्ण कालिक/भूतकालिक रूप -- आगामी, आसंता समय, दिन, काल

आयात (पुं.) व्यापार के लिए विदेश से माल मँगाने की क्रिया -- आमदानि

आयात (पुं.) विदेश से मँगाया हुआ माल -- NA

आयाम (पुं.) लंबाई, विस्तार -- आयतन, विस्तार, परिसर, विस्तुति

आयुष्मान् (वि.) दीर्घजीवी, चिरंजीवी -- आयुष्मान, दीर्घजीवी, चिरंजी

आयोजक (वि.) समारोह या कार्यक्रम का प्रबंध करने वाला -- आयोजनकारी, आयोजक, उद्योक्ता, प्रबंधक

आरंभ (पुं.) शुरु, श्रीगणेश -- आरंभ, सूत्रपात, मूल, आद्य, प्रथमतः

आरती (स्त्री.) किसी मूर्ति के सामने दीपक घुमाना -- आरती, देब उपासना

आरती (स्त्री.) स्तोत्र वाचन -- प्रार्थना-स्तोत्र

आराम (पुं.) सुख, चैन, विश्राम -- आराम, विश्राम, सुख, शांति

आराम (पुं.) रोग कम होने या दूर होने की अवस्था -- आराम, आरोग्य, सुस्थ

आरोप (पुं.) ऊपर या कहीं से लाकर बैठाना या लगाना -- आरोपित-करिबा, स्थापना-करिबा, प्रतिष्ठा-करिबा

आरोप (पुं.) अनुचित या नियम-विरुद्ध कार्य, इल्जाम -- आरोप, दोषारोप

आरोह (पुं.) ऊपर चढ़ना, सवार होना -- आरोहण-करिबा, उपरकु-चढ़िबा

आरोह (पुं.) नीचे से ऊपर की ओर जाना या बढ़ना -- उठिबा, चढ़िबा

आरोह (पुं.) संगीत में स्वरों का चढ़ाव -- टाणिबा, त्वरान्वित करिबा

आर्थिक (वि.) रूपए पैसे, आय-व्यय आदि से संबंधित -- आर्थिक, अर्थ-संबंधिय

आर्द्र (वि.) गीला, तर, नम -- आर्द्र, ओदा, भिजा, सिक्त

आलंब (पुं.) सहारा, आधार -- आधार, अबलंबन, सहायता, साहाज्य

आलंब (पुं.) रसनिष्पत्ति में सहायक एक विभाग -- NA

आलसी (पुं.) सुस्त, काहिल -- अलसुआ, सुस्त

आलस्य (पुं.) काम करने की अनिच्छा, सुस्ती, शिथिलता -- आलस्य, शिथिलता, अलसुआ, कर्मकुण्ठ, निष्कर्मा, निकमा, बेकार

आला (पुं.) दीवार में थोड़ा सा खाली छोड़ा हुआ स्थान जिसमें छोटी मोटी चीज़ें रखी जाती हैं, ताक -- कांथकुरा, ठणा थाक

आला (पुं.) कारीगरों के काम करने का उपकरण, औजार -- सरंजाम्,जंत्रपानि

आला (पुं.) डाक्टर का स्टेथोस्कोप -- NA

आला (पुं.) उच्च कोटि का , श्रेष्ठ बड़ा -- बढ़िआ, श्रेष्ठ, उत्कर्ष, उच्च श्रेणी

आलोक (पुं.) प्रकाश रोशनी -- आलोक, आलुअ, ज्योति

आलोचक (पुं.) गुण दोष आदि का विवेचन करने वाला, समीक्षक -- आलोचक, समीक्षयक

आलोचना (स्त्री.) गुण दोषों का निरुपण या विवेचन, समीक्षा -- आलोचना, समीख्क्षा, वादानुबाद, तर्कवितर्क

आवभगत (स्त्री.) आदर-सत्कार, खातिरदारी, आतिथ्य -- आतिथ्य, आप्यायन, आदर, खातिर

आवरण (पुं.) परदा -- परदा, पद्र्धा, आवरण

आवरण (पुं.) ढक्कन -- ढाँकुणी

आवरण (पुं.) किसी वस्तु के चारों ओर लिपटा कागज या कपड़ा -- आबरण, आच्छादन, घोड़णि, ढाँकणा

आवश्यक (वि.) जिसके बिना काम न चल सकता हो, जरूरी -- जरूरी, आबश्यक, प्रयोजन, दरकार

आवश्यकता (स्त्री.) ऐसी स्थिति जिसमें किसी चीज या बात के बिना काम ही न चल सकता हो, जरूरत -- आबश्यकता, प्रयोजनीयता, दरकार

आवश्यकता (स्त्री.) आवश्यक होने की क्रिया या भाव -- आवश्यकता, दरकारी, प्रयोजनीय

आवागमन (पुं.) आना-जाना -- जातायात, आबागमन, आसिबा-जिबा

आवागमन (पुं.) जन्म-मरण का चक्र -- जन्म-मृत्यु चक्र

आवारा (पुं.) बेकार घूमने-फिरनेवाला -- बाबुला, आबारा

आवारा (पुं.) आवांछनीय आचरण वाला, लफंगा -- लफंगा, दुष्ट, असत, अबांछित

आवास (पुं.) रहने का स्थान -- आबास, बासस्थान, निबास-स्थान

आवाहन (पुं.) अपने पास बुलाने की क्रिया या भाव -- आमंत्रण, आबाहन, निमंत्रण

आवाहन (पुं.) पूजन के समय किसी देवता को मंत्र द्वारा बुलाने की क्रिया -- आबाहन-करिबा, श्रद्धा-भक्तिरे ड़ाकिबा

आविष्कार (पुं.) किसी अज्ञात वस्तु को खोज निकालना या बनाना, ईजाद -- बैज्ञानिक-पद्धतिरे किछि नुआ बाहार करिबा, सृष्टि करिबा, आबिष्कार

आवृत्ति (स्त्री.) बार-बार होने की क्रिया या भाव -- पुनःपुनः

आवृत्ति (स्त्री.) पुस्तक आदि का उसी रूप में फिर छपना -- पुनराबृत्ति, पुनः प्रकाशित करिबा, पुणिथरे छापिबा

आवेग (पुं.) प्रबल मनोवेग -- आबेग

आवेग (पुं.) बिना सोचे-विचारे कुछ कर बैठने की क्रिया -- भाबाबेग, भाबाबिष्ट, भाबाबेश

आवेदन (पुं.) निवेदन, प्रार्थना -- निवेदन, प्रार्थना, आबेदन

आशय (पुं.) अभिप्राय, तात्पर्य, इरादा -- अभिप्राय, अभिलाष, तात्पर्ज्य, इच्छा, उद्देश्य, धारणा

आशा (स्त्री.) उम्मीद -- आशा, धारणा, बिश्वास, आस्था भरसा

आशीर्वाद (पुं.) मंगल कामना के लिए बड़ों द्वारा कहे गए शुभवचन, आशिष -- आशीर्बाद, आशिष

आश्रय (पुं.) शरण, ठिकाना

आशीर्वाद (पुं.) सहारा, आवलंब -- आश्रय, शरण, ठिकणा

आश्वासन (पुं.) कोई काम पूरा करने के लिए दिया जाने वाला वचन -- आश्वासना, आश्वास, प्रबोध, सांत्वना

आसन (पुं.) बैठने का कोई विशिष्ट ढंग, प्रकार या मुद्रा -- आसन

आसन (पुं.) बैठने के लिए कुश आदि का बना हुआ चौकोर टुकड़ा -- आसन

आसान (वि.) सरल, सुगम -- सरल सुगम सहज, साधासिधा

आस्तिक (वि.) ईश्वर की सत्ता को मानने वाला -- इश्वर-बिश्वासी, आस्तिक

आस्तिक (वि.) धर्मनिष्ठ -- धर्मनिष्ठ, धार्मिक

आस्था (स्त्री.) भक्तिपूर्ण विश्वास -- आस्था, बिश्वास, भरसा

आस्वादन (पुं.) स्वाद लेना, चखना -- आस्वादन, चाखिबा, स्वाद-परीक्षा करिबा

आस्वादन (पुं.) रसास्वादन (कविता आदि का) -- रसास्वादन

आहट (स्त्री.) हल्की आवाज -- आहार, भोजन

आहार (पुं.) खाद्य पदार्थ, भोजन -- आहार, भोजन

आहुति (स्त्री.) यज्ञ या हवन करते समय सामग्री को अग्नि में डालने की क्रिया -- जज्ञ बा-होमर घृत पुष्पादि अर्पण करिबा आहुति

आहुति (स्त्री.) हवन में डाली जाने वाली सामग्री -- आहुति, सामग्री, अर्पण

इंतज़ाम (पुं.) प्रबंध, व्यवस्था -- बंदोबस्त, ब्यबस्था

इंदराज (पुं.) दर्ज करना, प्रविष्टि -- प्रबिष्टि, प्रतिष्ठा, प्रबेश

इकहरा (वि.) एक ही परत वाला -- एकतरफा

इकहरा (वि.) पतला -- पतला, क्षीण, दुर्बल, सरु, कृश

इकाई (स्त्री.) किसी पूरे वर्ग या समूह का ऐसा भाग, जो विश्लेषण के लिए स्वतंत्रया पृथक माना जाता हो -- एकक, एक, यूनिट मान स्वरूप एक, मात्रा

इकाई (स्त्री.) किसी संख्या में दाईं ओर का पहला अंक या उसका स्थान -- एकक, गोटे

इक्का (पुं.) दो पहियों वाली एक छोटी गाड़ी जिसमें केवल एक घोड़ा जोता जाता है -- घोड़ा-गाड़ि, टांगा

इक्का (पुं.) ताश का एक बूटिवाला पत्ता -- तासर-पत्ता

इक्का दुक्का (वि.) अकेला-दुकेला, कोई-कोई -- गोटाए-दुइटा, जणे, दिजण

इच्छा (स्त्री.) चाह, कामना -- इच्छा, कामना, आकांक्षा, इप्सा, लालसा

इठलाना (अ.क्रि) गर्वसूचक चेष्टाएँ, इतराना -- गर्ब-देखाइबा

इतिवृत्त (पुं.) किसी विषय या घटनाओं का काल-क्रमानुसार पूर्ण विवरण -- इतिबृत्त, पूर्ण बिबरण

इठलाना (पुं.) इतिहास -- इतिहास, पूर्बरु-घटिजाइयिबा विशेष-घटणाबली

इतिहास (पुं.) व्यक्ति, समाज, विषय देश की महत्वपूर्ण घटनाओं का काल क्रमानुसार वर्णन -- इतिहास, बृत्तांत, घटणा

इत्र (पुं.) पुष्पसार, अतर -- अतर सुगंधित-द्रब्य

इधर (क्रि.) इस ओर, -- एपटे,

इधर (वि.) इस तरफ, इस स्थान पर -- एहिआड़े

इनकार (पुं.) न मानने की क्रिया या भाव, अस्वीकृति -- अस्वीकृति, मना करिबा

इनाम (पुं.) पुरस्कार, पारितोषिक -- पुरस्कार, पारितोषिक, प्रतिफल

इमारत (स्त्री.) भवन -- भवन, घर, अट्टालिका, बासगृह

इलाका (पुं.) क्षेत्र, प्रदेश -- क्षेत्र, सीमा, प्रदेश, अंचल

इलाज (पुं.) उपचार, चिकित्सा -- उपचार, चिकित्सा

इलाज (पुं.) प्रतिकार की युक्ति का उपाय -- प्रतिकारर-उपाय चिकित्सा

इशारा (पुं.) संकेत -- संकेत, इंगित, सूचना

इस्तरी (स्त्री.) कपड़े की सिलवट दूर करने या तह बिठाने के लिए लोहे या पीतल का उपकरण -- इस्त्रि

इस्पात (पुं.) विशेष प्रक्रिया से तैयार किया हुआ एक प्रकार का कड़ा और बढ़िया लोहा -- इस्पात, लुहा

ईंट (स्त्री.) साँचे में ढाला मिट्टी का एक छोटा खंड जो दीवार आदि बनाने के काम आता है -- ईटा (ब्रिक)

ईंट (स्त्री.) ताश के चार रंगों में से लाल रंग की चौकोर बूटियों वाला एक पत्ता विशेष -- तास-खेलर-नालिपान पता

ईंधन (पुं.) जलाने में काम आने वाली/ पेट्रोलियम पदार्थ -- जालेणि-काठ, जालेणि

ईख (स्त्री.) गन्ना, ऊख -- परमात्मा, भगबान, ईश्वर

उँड़ेलना/उडेलना (स.क्रि.) किसी तरल पदार्थ को एक बर्तन से दूसरे में डालना या जमीन पर गिरा देना -- ढालिबा, अजाड़िबा

उकताना (अ.क्रि) ऊबना -- बिचलित-हेबा, मन-उच्चाटन हेबा, उच्चाट, अस्थिर हेबा

उकसाना (स.क्रि.) भड़काना, उत्तेजित करना -- उत्तेजित-करिबा, टिहाइबा

उक्ति (स्त्री.) किसी की कही हुई बात, कथन, वचन -- कथन, बचन, बिबृत्ति

उखाड़ना (स.क्रि.) जमी, ठहरी या लगी हुई चीज को खींचकर आधार से अलग करना -- ओपाड़िबा, उत्पाटन-करिबा

उगना (अं.क्रि.) उदय होना, निकलना -- इच्छा, हेबा, उदय हेबा, उइँबा उँकिमारिबा

उगना (अं.क्रि.) अंकुरित होना -- अंकुरितहोबा, जन्म हेबा

उगना (अं.क्रि.) उपजना, पैदा होना -- जन्म हेबा

उगलना (स.क्रि.) खाई हुई वस्तु को मुँह से बाहर निकाल देना -- उपुजिबा

उगाना (स.क्रि.) किसी बीज या पौधे को उपजाने की क्रिया -- ओगालिबा, बांति-करिबा (बांति-करिबा)

उगाना (स.क्रि.) उत्पन्न या पैदा करना -- उत्पन्न-करिबा, उपुजाइबा, उत्पादन करिबा

उघाड़ना (स.क्रि.) खोलना, अनावृत करना, नंगा करना -- खोलिबा, लंगला-करिबा, उलग्न करिबा

उचटना (अं.क्रि.) किसी जमी या चिपकी हुई वस्तु का अपने आधार से अलग होना, छूटना -- अलगा-हेबा, भिन्न बा-पृथक हेबा

उचटना (अं.क्रि.) मन का हट जाना, न लगना, ऊबना -- मन न लागिबा

उचित (वि.) उपयुक्त -- उपजुक्त, जौग्य, उचित

उचित (वि.) न्यायसंगत, तर्क संगत -- न्यायसंगत, उचित, जथार्थ

उच्च (वि.) ऊँचा -- उंचा, उच्च

उच्च (वि.) पद आदि में औरों से ऊपर या बड़ा -- उच्च, श्रेष्ठ, उच्चकोटिर

उच्च (वि.) श्रेष्ठ -- उत्कृष्ट

उच्चारण (पुं.) मुँह से स्वर और व्यंजनयुक्त शब्द निकालना -- खेंथोक्, उच्चारण

उछल-कूद (स्त्री.) बार-बार उछलने या कूदने की क्रिया -- कुदिबा, डिंआ डेईं

उछलना (अ.क्रि) वेगपूर्वक ऊपर/आगे की ओर बढ़ना -- उछुलिबा, उतफूल्लित-हेबा

उछलना (अ.क्रि) अत्यंत प्रसन्न होना, खुशी से फूलना -- अत्यंत हेबा, आनंदित-हेबा, खुसि हेबा

उजड़ना (अ.क्रि) किसी वस्तु का जमे हुए स्थान से उखड़ना -- नष्ट-होइजिबा, उजुड़िबा

उजाला (पुं.) चाँदनी, प्रकाश, रोशनी -- प्रकाश आलोक

उजाला (पुं.) प्रातःकाल होने वाला प्रकाश -- उज्वल, सफा, फर्चा, परिष्कार

उठना (अ.क्रि) गिरे, झुके, बैठे या लेटे होने की स्थिति से खड़े होने की स्थिति में आना -- ठिआ हेबा, छिड़ा हेबा, दंढायमान-हेबा

उठना (अ.क्रि) ऊपर जाना अथवा बढ़ना -- उपरकु-जिबा (उठिबा), उपरकु-चढ़िबा

उड़ना (अ.क्रि) पंखों या परों की सहायता से आधार छोड़कर ऊपर उठना और आकाश या वायु में इधर-उधर आना जाना -- उड़िबा

उड़ना (अ.क्रि) प्राकृतिक, रासायनिक आदि कारणों से पदार्थ का धीरे धीरे भाप बन जाना -- धीरे-धीरे कमिबा

उड़ना (अ.क्रि) गायब या लुप्त हो जाना -- लुप्त हेबा, शेष हेबा, हजि जिबा

उतना (वि.) पहले निर्धारित मात्रा में -- सेतिकि, सेइभति

उतरना (अ.क्रि) किसी व्यक्ति या वस्तु का ऊपर से नीचे आना -- अबतरण, करिबा, ओल्हाइबा, अबतिर्ण हेबा

उतार-चढ़ाव (पुं.) नीचे उतरने और ऊपर चढऩे की अवस्था, क्रिया या भाव -- उतरा चढ़ा, ओल्हाणी- चढ़ाणी, ओल्हाइबा-ओ चढ़िबा

उतार-चढ़ाव (पुं.) किसी वस्तु के मान, मूल्य स्तर आदि का बराबर घटते बढ़ते रहना -- विलै एरुवदु

उतारना (स.क्रि.) ऊपर से नीचे लाना -- अबतरण-करिबा, उतारिबा, ओल्हाइबा

उतारना (स.क्रि.) अलग करना (वस्त्र आभूषण) -- अलगा-करिबा, खोलिबा

उतारना (स.क्रि.) पार या दूसरी ओर पहुँचाना (नदी आदि के) -- पारिहेबा

उत्कंठा (स्त्री.) कुछ करने की प्रबल इच्छा, चाव -- उत्कण्ठा, प्रबल इच्छा

उत्कर्ष (पुं.) ऊपर की ओर उठने, खिंचने या जाने की क्रिया या भाव -- उत्कर्ष, उत्तम, उच्चकोटिर

उत्कर्ष (पुं.) पद, मान, संपत्ति, भाव, मूल्य आदि में होने वाली वृद्धि -- पद मान आदिर-बृद्धि, समृद्धि

उत्तम (वि.) गुण, विशेषता आदि में सबसे बढ़कर -- उत्तम, श्रे,ठ, सर्वश्रेष्ठ, उत्कृष्ट

उत्तराधिकार (पुं.) मृत्यु हो जाने अथवा अपना अधिकार छोड़ देने पर किसी दूसरे को उसकी धन संपत्ति, पद आदि मिलने का अधिकार -- उत्तराधिकार, दायाद, ऐतिह्य प्रभृतिर परंपराक्रमे अधिकारी

उत्तेजना (स्त्री.) किसी व्यक्ति द्वारा बिना समझे बूझे कोई काम करने में उग्रता तथा शीघ्रता से रत होने का भाव -- उत्तेजना, आबेश

उत्पादन (पुं.) उत्पन्न या पैदा करने की क्रिया या भाव -- उत्पादन, उत्पन्न

उत्सव (पुं.) धूमधाम से होने वाला सार्वजनिक आयोजन -- उत्सबस, समारोह

उत्साह (पुं.) उमंग, हौसला -- उत्साह, अग्रसर-भाब, उदग्रीब, उदविग्नता

उत्सुक (वि.) मन में तीव्र अभिलाषा रखने वाला -- उत्सुक, आग्रही, व्यग्र, अधीर, आतुर

उदय (पुं.) उद्भव -- ऊपरकु, उठिबा, उद्भब, उत्पत्ति

उदय (पुं.) ग्रह, नक्षत्रों, तारों आदि का क्षितिज से ऊपर उठकर आकाश में आना और दृश्य होना -- उदय, आबिर्भाब, प्रकाशित-हेबा

उदार (वि.) खुले हृदय वाला -- दानी, महत, दानशील

उदार (वि.) जो स्वभाव से नम्र और सुशील हो और पक्षपात संकीर्णता का विचार छोड़कर सबके साथ खुले दिल से आत्मीयता का व्यवहार करता हो। -- समदृष्टि-संपन्न, उदार, महान, महामति, दयालु

उदास (वि.) खिन्न,चिंतित -- उदास, चिंतित, बिषर्ण, बिषाद

उदासीन (वि.) अलग या दूर रहने वाला -- अलगा-रहिबा बाला, उदासीन, चिंतित

उदासीन (वि.) आसक्ति अथवा कामना रहित -- उदासीन, अनासक्त, निर्लिप्त, बैरागी

उदासीन (वि.) तटस्थ, विरक्त -- तटस्थ, बिरक्त, उदासीन, निष्प्रभ

उदाहरण (पुं.) नियम, सिद्धांत आदि को स्पष्ट करने के लिए प्रस्तुत तथ्य -- दृष्टांत, उदाहरण, निदर्शन

उदाहरण (पुं.) ऐसा आचरण, कृति या क्रिया जो दूसरों को अनुकरण करने के लिए प्रोत्साहित करे -- अनुकरणीय-आचरण, दृष्टांत, उदाहरण, आदर्श

उद्घाटन (पुं.) आवरण या परदा हटाना -- प्रतिष्ठा, उद्घाटन, उन्मोचन, खोलिबा, आरंभ-करिबा

उद्घाटन (पुं.) नया कार्य आरंभ करने के समय औपचारिक उत्सव -- औपचारिक उत्सब, उद्घाटन, उन्मोचन

उद्देश्य (पुं.) वह बात, वस्तु या विषय, जिसका ध्यान रखकर कुछ कहा या किया जाए -- अभिप्राय, लख्य, उद्देश्य

उद्धरण (पुं.) किसी ग्रंथ, लेख आदि से उदाहरण, प्रमाण, साक्षी आदि के रूप में लिया हुआ अंश -- उद्धृति

उद्यम (पुं.) परिश्रम, मेहनत -- उद्यम, परिश्रम, उदजोग, अध्यावसाय

उद्योग (पुं.) परिश्रम, अघ्यवसाय -- परिश्रम, उदजोग, अध्यबसाय

उद्योग (पुं.) काम-धंधा -- कामधंदा, कामकार्ज्य

उद्योग-पति (पुं.) उत्पादन-उपक्रम का स्वामी -- उद्योगपति, शिल्पपति

उद्योग-पति (पुं.) किसी भी उद्योग का स्वामी -- NA

उधेड़ना (स.क्रि.) वस्त्रों की सिलाई बुनाई खोलना -- खोलिबा

उधेड़-बुन (स्त्री.) मन की अनिश्चयात्मक स्थिति, उलझन -- मनर-अनिश्चयात्मक स्थिति, ब्यस्तता, इतस्तत हेबा भाब

उन्नति (स्त्री.) आगे बढ़ने या विकसित होने की प्रक्रिया -- उन्नति, बृद्धि, बिकास अभ्युदय

उन्नति (स्त्री.) उच्चता -- उच्चता, श्रेष्ठता, उच्चाबस्था

उन्माद (पुं.) मस्तिष्क की असंतुलित अवस्था -- पागलामि, उन्माद, उन्मत्तता

उन्माद (पुं.) साहित्य में एक संचारी भाव -- साहित्यर-एक संचारित भाव

उन्मूलन (पुं.) जड़ से नष्ट करना -- उत्पाटन, समुल-बिनाश, ब्धंस

उन्मूलन (पुं.) समाप्त करना -- उच्छेद, उन्मूलन, शेष बा निर्मूल करिबा

उपग्रह (पु.) बड़े ग्रह की परिक्रमा करने वाला छोटा ग्रह -- उपग्रह

उपग्रह (पु.) किसी ग्रह की परिक्रमा करने के लिए आकाश में छोड़ा जाने वाला यांत्रिक गोला या पिंड -- उपग्रह

उपचार (पुं.) चिकित्सा -- चिकित्सा, उपचार

उपज (स्त्री.) जो उपजा हो, पैदावार, फसल -- फसल, खेति

उपज (स्त्री.) जो बन कर तैयार हुआ हो, उत्पादन -- उत्पादन, उपार्जन, उत्पन्न

उपज (स्त्री.) मन की नई उद्भावना या सूझ -- मनर नूआ उद्भाबना, चिंता, कल्पना

उपजना (अ.) उगना, अंकुरण -- अंकुरिबा, जन्म बा जात हेबा

उपजना (अ.) कोई नई बात सूझना -- नूआ-कथा आबिष्कार, उदभाबन

उपजाऊ (वि.) कृषि के लिए उपयुक्त -- उर्बर, उपजुक्त, दोरसा

उपदेश (पुं.) धर्म और नीति के संबंध में विद्वानों द्वारा बताई गई बातें -- उपदेश, नीति, बचन, नीतिबाणी, उपदेशाबली

उपदेश (पुं.) समुचितराय -- सुपरामर्श, भल-उपदेश

उपद्रव (पुं.) फसाद, दंगा -- दंगा, फिसाद,झगड़ा, गंडगोल

उपद्रव (पुं.) हलचल, ऊधम -- उपद्रब, उत्पात,

उपनगर (पुं.) नगर के आसपास बसा हुआ क्षेत्र, छोटा नगर -- उपनगरी

उपनाम (पुं.) वास्तविक नामसे भिन्न कवियों लेखकों आदि का स्वयं रखा हुआ कोई दूसरा नाम -- उपनाम, अन्य नाम, अलगा-नाम

उपन्यास (पुं.) साहित्य की एक विधा, जिसमें वास्तविक जीवन से मिलते-जुलते चरित्रों और कार्य कलापों का गद्यात्मक चित्रण हो -- उपन्यास

उपभोक्ता (पुं.) उत्पादन का प्रयोजक, खपतकार -- उपभोगकारी, उपभोक्ता

उपभोग (पुं.) किसी वस्तु का व्यवहार में लाना -- उपभोग सुख-भोग, संभोग

उपमा (स्त्री.) गुणों के आधार पर दो वस्तुओं की समानता, अलंकार विशेष -- उपमा, तुलना, सादृश्य

उपयोग (पुं.) प्रयोग, व्यवहार -- उपजोग, प्रयोग, ब्यबहार

उपयोगी (वि.) प्रयोग, में लाए जाने योग्य -- उपजोगी, आवश्यकीय, प्रयोजनीय

उपयोग (पुं.) प्रयोग, व्यवहार -- शिजिन्नबा

उपयोगी (वि.) प्रयोग, में लाए जाने योग्य -- उपजोगी, आवश्यकीय, प्रयोजनीय

उपलक्ष्य (पुं.) वह बात, जिसे ध्यान में रखकर कुछ कहा या किया जाए -- उपलख्य, संदर्भ, परिप्रेक्षी, तात्पर्ज्य

उपला (पुं.) जलाने के लिए सुखाया हुआ गोबर -- घषि

उपवन (पुं.) उद्यान, बाग, पार्क -- उपवन, उद्यान

उपवास (पं.) किसी धार्मिक-सांस्कृतिक अवसर पर दिन-भर या दिन-रात भोजन न करने की क्रिया -- उपबास, ओपास, अनाहार

उपसंहार (पुं.) अंत, समाप्ति -- अंत, समाप्ति, शेष, उपसंहार

उपसंहार (पुं.) किसी प्रकरण, विषय आदि का वह अंतिम अंश जिसमें विषय का सारांश हो -- उपसंहार, शेषभाग

उपस्कर (पुं.) औज़ार, उपकरण -- उपकरण, सरंजाम, आबश्यकीय-जिनिष

उपस्थिति (स्त्री) हाज़िरी -- उपस्थिति, हाजिरर हेबा, विद्यमानता

उपहार (पुं.) सद्भावपूर्वक अथवा किसी अवसर पर किसी को दी जाने वाली कोई वस्तु -- उपहार, उप-ढौकन

उपहास (पुं.) हँसी, दिल्लगी, खिल्ली, मज़ाक -- थट्टा, उपहास, ब्यंग

उपाधि (स्त्री) योग्यता, सम्मान आदि की सूचक खिताब, पदवी, डिग्री -- पदबी, डिग्री, उपाधि

उपासक (पुं.) उपासना करने वाला -- उपासक, भक्त, पुजक, पुजारि

उपासक (पुं.) आराधक -- भक्त, आराधक, उपासक

उपासना (स्त्री) ईश्वर, देवता आदि की मूर्ति के पास बैठकर किया जाने वाला आध्यात्मिक चिंतन, पूजन, आराधन -- उपासना, पूजा आराधना

उपासना (स्त्री) किसी वस्तु के प्रति अत्यधिक आसक्ति की भावना -- आसक्ति

उपेक्षा (स्त्री) अवहेलना -- अवहेला, उपेक्षा

उपेक्षा (स्त्री) अनादर -- अनादर, अवज्ञा, अबमानना

उबकाई (स्त्री) उलटी कै, मिचली, मितली -- बांति

उबरना (अ.क्रि) उद्धार या निस्तार पाना -- त्राणा पाइबा, संकट-आदिरु-बचिजिबा, तरि जिबा, उद्धार पाइबा

उबलना (अ.क्रि) आग पर रखे हुए तरल पदार्थ का फेन के साथ ऊपर उठना -- उतुरिबा, उद्गारित हेवा

उबलना (अ.क्रि) उत्तेजित होना, आवेश में आना -- उत्तिजित हेबा, उत्साहित हेबा, प्रबर्तित हेबा

उभरना (अ.क्रि) नीचे के तल से उठकर या निकलकर ऊपर आना -- उदय हेबा, प्रकाश हेबा, उपरकु-उठिबा

उभरना (अ.क्रि) ऊपर उठकर या किसी प्रकार उत्पन्न होकर अनुभूत या प्रत्यक्ष होना -- प्रत्यक्ष हेबा, उदभाषित-हेबा, प्रकटित-हेबा, बिकसित हेबा

उमंग (स्त्री) कोई काम करने के लिए प्रेरित करने वाला आनंद या उत्साह -- उल्लास, उत्साह, आनंद, प्रेरणा

उम्मीदवार (पुं.) किसी पद पर चुने जाने या नियुक्त होने के लिए प्रस्तुत होने वाला या अपने आपको उपस्थित करने वाला व्यक्ति प्रत्याशी -- प्रत्याशी, कर्म-प्रार्थी, निर्बाचन-प्रार्थी

उर्वर (वि.) उपजाऊ -- उर्वर, दोरसा

उर्वर (वि.) जिसकी उत्पादन शक्ति अधिक हो (तत्व) -- उर्बर

उर्वरक (पुं.) खेतों को उपजाऊ बनाने के लिए डाली जाने वाली रासायनिक खाद -- रासायनिक सार

उलझन (स्त्री) जिस स्थिति में किसी प्रकार का निश्चय करना बहुत कठिन हो, पेचीदगी -- झंझट, संकट, जटिलता, समस्या जंजाल, कठिनता, असुबिधा

उलझना (अ.क्रि) किसी चीज के अंगों का आपस में दूसरी चीज के अंगों के साथ इस प्रकार फँसकर लिपटना कि सहज में एक दूसरे से अलग न हो सके -- जड़ित-करिबा, लगाइबा, स्थापना-करिबा, जोडिबा

उलझना (अ.क्रि) झंझट, झगडे आदि में इस प्रकार फंसना कि जल्दी छुटकारा न हो सके -- जटिल परिस्थिति रे पड़िबा, छंदि-होइजिबा, निजङन, हेबा, किंकर्तब्यबिमुढ़ हेबा

उलटना (अ, स.क्रि) सीध की विपरीत दिशा या स्थिति में जाना या होना -- ओलटाइबा, बिपरीत, ओलटा

उलटना (अ, स.क्रि) साधारण स्थिति से विपरीत या विरुद्ध हो जाना या करना -- बदलिबा, बिरुद्ध हेबा

उलटना (अ, स.क्रि) ऊपर का भाग नीचे और नीचे का भाग ऊपर स्थिति में होना -- ऊपर तल होइजिबा, ओलटा हेबा, बिपरीत हेबा

उलटी (स्त्री) कै, वमन -- बांति, बमन

उलाहना (पुं.) मूल दोष या त्रुटि आदि को रोष या व्यंग्य के साथ जताना -- अभिजोग, आपत्ति गुहारि

उलीचना (स.क्रि.) किसी बड़े आधान या पात्र में भरे हुए जल आदि को बर्तन या हाथ से बाहर निकालना या फेंकना -- सेचन करिबा, पाणि ढ़ालिबा

उल्लंघन (पुं.) आज्ञा, नियम, प्रथा, रीति आदि का पालन न करना अतिक्रमण -- उल्लंघन, अबज्ञा, भांगिबा, नमानिबा

उल्लास (पुं.) आनंद, प्रसन्नता -- उल्लास, आह्लाद, आनंद, उत्फुल्लता

उल्लेखनीय (वि.) जिसका वर्णन करना आवश्यक या उचित हो -- उल्लेखनीय,आबश्यक, उचित, जथार्थ

उसूल (पुं.) सिद्धांत -- नियम, सिद्धांत, अवधारण, निष्पत्ति

उस्तरा (पुं.) बाल मूँड़ने का छुरा -- खुर

ऊँघना (अ.क्रि) झपकी लेना, नींद की आरंभिक अवस्था -- ढुलाइबा

ऊँचा (वि.) आधार या तल से ऊपर उठा हुआ -- ऊँचा, उच्चा

ऊँचा (वि.) लंबा -- लंबा, दीर्घ

ऊँचा (वि.) पद, मर्यादा आदि की दृष्टि से दूसरों से आगे बढ़ा हुआ -- उच्च, उपर

ऊँचाई (स्त्री) ऊँचे होने की अवस्था या भाव -- उच्चता

ऊँचाई (स्त्री) गौरव, बड़ाई -- जश, ख्याति, गौरब, सुनाम

ऊपर (अव्य.) आकाश की ओर, ऊर्ध्व दिशा में -- उपर, ऊर्ध्व, ओपर

ऊपर (अव्य.) किसी के आधार या सहारे पर -- उपरे, ऊर्ध्वरे

ऊपर (वि.) औरों से बढ़कर, श्रेष्ठ, उत्तम -- उत्तम, श्रेष्ठ

ऊपर (वि.) अधिक, ज्यादा -- अधिक, अतिरिक्त

ऊबना (अ.क्रि) किसी वस्तु विशेष में रुचि न रह जाना, मन में विरक्ति उत्पन्न होना -- मनरे बिरक्ति जात हेबा, खराब-लागिबा

ऊष्मा (स्त्री) गरम होने की अवस्था, गुण या भावः गरमी, ताप -- उत्ताप, गरम, उष्म, उतप्त

ऊसर (पुं.) रेत की प्रधानता वाली भूमि, जो खेती के लायक न हो -- अनुर्बर

ऊहापोह (पुं.) अनिश्चय की दशा में होने वाला तर्क वितर्क या सोच विचार, उधेड़-बुन -- किंकर्तब्य-बिमुढ़, अनिश्चित-भाव मनर तर्कभाव

ऋण (पुं.) उधार, कर्ज -- धार, उधार, करज, रुण (ऋण)

ऋण (पुं.) किसी का किया हुआ उपकार, एहसान -- उपकार, साहाज्य, परोपकार

ऋण (पुं.) घटाने या बाकी निकालने का चिह्न् (-) -- बाकी काढिबा, चिह्न)-) बियोग-करिबा

ऋणदाता (वि.) ऋण देने वाला -- ऋण-दाता (रुणदाता)

ऋतुराज (पुं.) बसंत ऋतु -- ऋतुराज, बसंत

ऋषि (पुं.) वेद-मंत्रों का प्रकाश करने वाले महापुरुष या मंत्र द्रष्टा -- मुनि, ऋषि

ऋषि (पुं.) आध्यात्मिक और भौतिक तत्वों का साक्षात्कार करने वाला -- तत्वदर्शी, आत्मज्ञानि, ऋषि, मुनि, तपस्वी, सन्यासी

एकता (स्त्री.) ऐक्य का भाव -- मेल, एकता, मिलन, एकत्रित हेबा

एकता (स्त्री.) समानता -- साम्य, समानता

एकत्र (वि.) इकट्ठा, जमा -- एकत्र, एकाठि-जमा हेबा

एकदम (क्रि.वि.) तुरंत -- तुरंत, शीघ्र, हठात

एकदम (क्रि.वि.) बिल्कुल -- बिलकुल, संपूर्ण, पूर्ण-भाबरे, समग्र-भाबरे

एकनिष्ठ (वि.) अनन्य भक्त -- एकनिष्ठ, अनन्य, एकांत, प्रगाढ़

एकनिष्ठ (वि.) एकाग्रचित्त -- एकाग्रचित्त, एकनिष्ठ

एकमत (वि.) एक ही तरह की राय रखने वाला -- एकता, एकमत, एकमन

एकमत (पुं.) मत की एकता, मतैक्य -- एकमत, अभिन्न-मत

एकमात्र (वि.) अकेला, एक ही -- एकमात्र, केबल, गोटिए

एकांत (वि.) निर्जन, सूना -- निर्जन, एकांत, निकांचन

एकांत (पुं.) निर्जन स्थान -- एकांत, निर्जन-बा निभृत-स्थल

एकाकी (वि.) अकेला -- एकाकी, एकुटिआ

एकाग्र (वि.) तन्मय, दत्तचित्त -- तन्मय, एकाग्र, एकनिष्ठ, ध्यानमग्न

एकाधिकार (पुं.) संपूर्ण स्वामित्व -- एकाधिकार, एकचाटिआ अधिकार

ऐंठन (स्त्री.) मरोड़ -- मोड़िबा, धुरेइबा, बुलाइबा

ऐंठना (अ.क्रि.) बल पड़ने के कारण मुड़ना या संकुचित होना -- बशता-स्वीकार-करिबा, मुंड-नुआँइबा

ऐंठना (अ.क्रि.) अकड़ दिखाना -- अकड़ेइबा, अहंकार-देखाइबा

ऐंठना (स.क्रि.) मरोड़ना -- उकिबा, प्रबंचना, शठता, प्रतारणा

ऐंठना (स.क्रि.) धोखा देकर लेना -- ठकिबा, प्रतारित-करिबा, अन्याय काम करिबा

ऐनक (स्त्री.) चश्मा -- चषमा

ऐश्वर्य (पुं.) धन-संपत्ति, वैभव -- ऐश्वर्य, वैभब, धन-संपत्ति

ऐश्वर्य (पुं.) प्रभुत्व, शक्ति -- प्रभुत्व, भक्ति

ओजस्वी (वि.) प्रभावशाली, तेजस्वी -- प्रभाबशाली, तेजस्वी, ओजस्वी, बलिष्ठ

ओजस्वी (वि.) शक्तिशाली -- शक्तिशाली, बलिष्ठ, बलशाली

ओझल (वि.,) अदृश्य, छिपा हुआ -- अदृश्य,

ओझल (पुं.) NA -- NA

ओझा (NA) भूत प्रेत आदि झाड़ने वाला व्यक्ति -- गुणिआ

औझा (NA) ब्राह्मणों की एक उप जाति -- ब्राह्मणंकार-एक जाति

ओटना (स.क्रि.) कपास के बिनौले अलग करना -- मिणिबा

ओढ़ना (स.क्रि.) किसी कपड़े आदि से बदन ढकना -- ढांकिबा, आबृत-करिबा, घोड़ाइबा

ओढ़ना (स.क्रि.) जिम्मा लेना -- दायित्व-ग्रहण करिबा

ओढ़ना (पुं.) तन ढकने के लिए ऊपर से डाला जाने वाला वस्त्र -- बाह्य, बस्त्र, बहिर्बास चादर

ओर (स्त्री) दिशा, तरफ -- दिशा

ओर (स्त्री) पक्ष -- पख्य, पाख, धार, प्रांत, कड़

ओला (पुं.) वर्षा में गिरने वाले बर्फ के छोटे छोटे टुकड़े -- कुआ-पथर, करका

ओस (स्त्री) वातावरण में फैली हुई भाप, जो जलकण रूप में पृथ्वी पर गिरती है -- शिशिर-बिंदु, मंचु हिम बिंदु

ओहदा (पुं.) किसी कर्मचारी या कार्यकर्ता का पद -- पद, पदबी, सम्मान

औचित्य (पुं.) उचित होने की अवस्था या भाव, उपयुक्तता -- उपजुक्ततता, जुक्तितजुक्त, जथोचित, उचित

औज़ार (पुं.) हथियार, उपकरण -- हतियार, अस्त्रशस्त्र, उपकरण, आबश्यकिय-जिनिष

औटाना (स.क्रि.) किसी तरल पदार्थ को उबालकर या खौला कर गाढ़ा करना -- गरम-करिबा, फुटेइबा

औद्योगिक (वि.) उद्योग-संबंधी -- उद्योग-संबंधी, औद्योगिक

औद्योगिक (वि.) वस्तुएँ तैयार करने के काम से संबंध रखने वाला -- औद्योगिकरण, शील्पकरण

औद्योगी-करण (पुं.) नए-नए कल-कारखाने स्थापित करना -- शिल्पोन्नति, औद्योगिकरण

औपचारिक (वि.) उपकार-संबंधी -- चिकित्सा संबंधीय

औपचारिक (वि.) दिखावटी -- शिष्टाचार,औपचारिक, बिधिगत, नीतिगत

औपचारिकता (स्त्री) औपचारिक होने की अवस्था, गुण या भाव -- आनुष्ठानिकता, औपचारिकता, शिष्टाचारिता

औपचारिकता (स्त्री) दुनियादारी -- सांसारिकत, सामाजिकता

और (योजक (अव्य)) दो शब्दों या वाक्यों को जोड़ने वाला शब्द -- एवं, ओ, तथा, छड़ा

और (वि.) दूसरा -- अन्य, आरटि

और (क्रि.वि.) अधिक -- अधिक, बेशी

औरत (स्त्री) स्त्री, महिला -- स्त्री, महिला, नारी

औरत (स्त्री) पत्नी -- पत्नी, स्त्री

औषधालय (पुं.) दवाखाना, चिकित्सालय -- औषधालय, औषद दोकान

औषधालय (पुं.) रोग नाशक जड़ी बूटी -- चेर-मूले, बनौषधि

औसत (पुं./वि.) मध्य, बीच का -- हाराहारि, मोटामोटि

औसत (पुं./वि.) साधारण सामान्य -- साधारण, सामान्य

कंगाल (वि) अति निर्धन -- कांगाल, दरिद्र, गरिब, दीन

कंघा (पुं.) बाल झाड़ने या सँवारने का एक उपकरण -- पानिआ, चिरुणी

कंजूस (वि.) धन संग्रह के लालच में आवश्यक वस्तुओं पर भी खर्च न करने वाला (व्यक्ति) कृपण -- कृपण, कंजूस

कंठ (पुं.) गला -- गला, कंठ, बेक

कंठ (पुं.) गले से निकला हुआ स्वर -- कंठ-स्वर

कंधा (पुं.) मनुष्य के शरीर की बाँह का वह ऊपरी भाग या जोड़, जो गले के नीचे धड़ से जुड़ा रहता है -- कांध, स्कंध

कँपकँपी (स्त्री.) भय, शीत आदि के कारण शरीर में होने वाला कंपन -- धरिबा

कंबल (पुं.) मोटी ऊनी चादर, जो ओढ़ने के काम आती है -- कंबल

कई (वि.) एकाधिक -- बहुत, एकाधिक, अनेक

कई (वि.) कुछ -- अनेक गुडिए, किछि, अल्प, स्वल्प

कक्ष (पुं.) किसी इमारत का भीतरी भाग, कमरा या खंड -- वड़-कोठरि, कक्ष

कक्षा (स्त्री) दर्जा, श्रेणी -- श्रेणी, बर्ग

कचहरी (स्त्री.) न्यायालय, अदालत -- कचेरि, न्यायालय., अदालत, विचारालय

कचोटना (अ.क्रि.) पीड़ा या वेदना होना -- झुरिबा, मन दुख-करिबा, पश्चाताप-करिबा

कच्चा (वि.) खाद्य पदार्थ जो पका न हो, अधपका -- कंचा, अधा-पाकला-होइथिबा-खाद्य, अपरिपक्व

कटघरा (कठघरा) (पुं.) काठ का जंगलेदार घेरा -- पिंजरा, पंजूरी

कटघरा (कठघरा) (पुं.) कचहरी में वह स्थान, जिसमें अभियुक्त खड़े होते हैं -- काठगड़ा

कटार (स्त्री.) छोटी, छुरी -- छोट, छुरी, कटुरी

कटु (वि.) जिसके स्वाद में कड़वापन हो -- कटु, कठोर, अप्रिय

कट्टर (वि.) पक्का, दृढ़, निश्चयी, सिद्धांतवादी -- कठोर, दृढ़, दृढ़मना, कठोरता

कठपुतली (स्त्री.) काठ (लकड़ी) की बनी हुई पुतली, जिसे धागे या तार की सहायता से नचाया जाता है -- काठ-पितुला, काथ, कंढेइ खेल

कठिन (वि.) जो आसानी से न हो सके, मुश्किल -- कठिन, मुस्किल

कठोर (वि.) कड़ा, सख्त -- कठोर, कड़ा, शक्त, निर्दय, निष्ठुर

कठोर (वि.) निर्दयी, निष्ठुर -- निर्दय, निष्ठुर, निर्मम, क्रूर

कड़कना (अ.क्रि) कड़कड़ का शब्द होना -- कड़कड़-शब्द, हेबा

कड़कना (अ.क्रि) रोषपूर्ण तेज आवाज में बोलना -- कड़किबा

कड़वा (वि.) स्वाद में कसैला या कटु -- पिता, कषा

कडवा (वि.) कटु प्रकृति का -- कटु-प्रकृतिर, कठोर-प्रकृतिर

कडवा (वि.) अप्रिय -- अप्रिय, कटु

कड़ा (पुं.) धातु का मोटा छल्ला -- धातुननिर्मित-बड़ बला, बाजु

कढ़ाई (स्त्री.) बेलबूटे निकालने का या बनाने का काम -- फुलपका सिलाइ-काम, मिनाकारी, सूची-शिल्प

कतरन (स्त्री.) कपड़े कागज आदि के छोटे छोटे रद्दी टुकड़े -- कपड़ा, कागज, धातु, आदि छोट-छोट-रदि टुकड़ा कटा कना

कतरना (स्त्री.) कपड़े कागज आदि को केंची से काटना -- काटिबा

कतरनी (स्त्री.) कैंची -- कइंची

कतराना (अ.क्रि.) बचना -- आड़ेइ-जिबा, दृष्टि एड़ाइबा, बेखातिर-करिबा

कतार (स्त्री.) पंक्ति -- अनुक्रम, परंपरा

कत्था (पुं.) खैर की लकड़ी का सत जो पान में खाया जाता है। -- खइर

कथनी (स्त्री.) कही हुई बात, उक्ति -- कुहा कथा, उक्ति, कथन

कथा (स्त्री) किस्सा, कहानी -- कथा, काहाणि, गल्प

कथा (स्त्री) पौराणिक आख्यान -- पौराणिक-आख्या

कथानक (पुं.) किसी साहित्यिक रचना की कथा-वस्तु -- कथावस्तु, बिषयवस्तु, सारांश

कद (पुं.) (व्यक्ति की) ऊँचाई -- व्यक्तिर उच्चता

कनक (पुं.) सोना, स्वर्ण -- कनक, सुना, स्वर्ण

कनक (पुं.) धतूरा -- टुटुरा

कन्यादान (पुं.) वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कन्या को वर को सौंपना -- कन्यादान, बिवाह-कराइबा

कपट (पुं.) छलपूर्ण आचरण, दुराव -- कपट, छल, प्रतारणा

कपट (पुं.) धोखा -- कपट-करिबा

कपड़ा (पुं.) वस्त्र, वसन -- कपड़ा, कना, बस्त्र

कपड़ा (पुं.) पहनावा, पोशाक -- पिंधा, पोषाक, परिच्चद, बस्त्र, लुगायटा

कपाट (पुं.) किवाड़, दरवाजे का पल्ला -- कबाट, कबाटर फाले

कपाट (पुं.) दरवाजा, द्वार -- दुआर

कपास (स्त्री.) एक पौधा जिसके ढ़ौढ़ (फल) में से रुई निकाली जाती है -- छोट गछ-जाहाठारु तंतु बाहारे कपा, कार्पास

कपूत (पुं.) बुरे आचरण वाला पुत्र, व्यसनी पुत्र -- कुपुत्र, अबैध, नष्ट चरित्र, कुलांगार

कपूर (पुं.) सफेद रंग का एक सुगंधित घन पदार्थ, जो हवा में रखने से भाप बन कर उड़ जाता है -- कर्पूर

कपोल (पुं.) गाल -- गाल

कफन (पुं.) शव को लपेटने का कपड़ा -- काठ-निर्मित शब रखिबा बाक्स

कब (क्रि.वि.) किस समय -- केबे, कोबे बेले, केउँ-केउँ-समवरे

कबाड़ी (पुं.) टूटी-फूटी या पुरानी चीजें खरीदेने और बेचने वाला -- भंगा-रुजा बा पुरुणा बस्तुर बिक्रेता

कबूलना (स.क्रि.) स्वीकार करना -- ग्रहण-करिबा, मानिनेबा, स्वीकार-करिबा, मान्य-करिबा

कब्जा (पुं.) अधिकार -- अधिकार, हक, दखल, न्यायसंगत, दाबि

कब्रिस्तान (पुं.) शव दफनाने का स्थान -- कबरस्थान, कबरखाना

कभी (क्रि.वि.) किसी समय, किसी अवसर पर -- केबे, केतेबेले, केउँ समयरे

कमंडल (पुं.) संन्यासियों का जलपात्र -- कमंडलु

कम (वि.) परिमाण, मात्रा, संख्या में थोड़ा -- कम, अल्प, सामान्य,किछि

कमजोर (वि.) दुर्बल, असमर्थ -- कमजोर, दुर्बल, अशक्त, असमर्थ

कमर (स्त्री.) शरीर का मध्य भाग, कटि -- अंटा

कमरबंद (पुं.) कमर का एक आभूषण -- अंटारे-बांधिबा-कनापटि

कमरा (पुं.) कक्ष, कोठरी -- कक्ष, कोठरी, घर

कमल (पुं.) तालाबों में उगने वाला एक प्रसिद्ध फूल -- पद्म, कमल

कमान (स्त्री.) धनुष, शरासन -- धनु, धनुष

कमाना (स.क्रि.) उपार्जन करना -- कमेइबा, आय, उपार्जन, लाभ करिबा

कमी (स्त्री.) कम होने की स्थिति या भाव -- अल्प, किछि

कमी (स्त्री.) त्रुटि -- त्रुटि, भूल, दोष

कमी (स्त्री.) अभाव -- अभाब, स्वल्पता, बिरलता, न थिबा अबस्था

कर (पुं.) हाथ -- कर, हात, हस्त

कर (पुं.) सरकार द्वारा जनता से उगाहा हुआ धन -- पन्नु

करघा (पुं.) कपड़ा बुनने का यंत्र -- तंत, लूगा-बुणिबा जंत्र

करना (स.क्रि.) कार्य का संपादन -- करिबा, कार्य-संपादन, शेष करिबा

करनी (स्त्री.) कार्य, कर्म, आचरण -- काम, कार्य, कर्म

करनी (स्त्री.) राज-मिस्त्री का एक औजार -- करणी

करवट (स्त्री.) पार्श्व के बल बैठने-लेटने की स्थिति -- कड़, धार, पार्श्व

करारा (वि.) कुरकुरा -- कड़कडिआ

करारा (वि.) तेज, उत्कट, उग्र -- कड़ा, उत्कट, उग्र, टाण

कराहना (अ.क्रि.) पीड़ा या वेदना का व्यथा-सूचक शब्द -- कुंथाइबा

करुण (वि.) दुखद -- दुखद, आर्त, शोक, कष्ट

करुण (वि.) साहित्य में एक रस -- साहित्यरे-एक-रस-रस, दयालु, कृपालु

करोड़पति (वि.) करोड़ों की संपत्ति वाला -- कोटिपति

कर्ज (पुं.) ऋण -- करज, ऋण, धार

कर्तव्य (पुं.) धर्म -- कर्त्तव्य, दायित्व

कर्तव्य (पुं.) विधिसम्मत कार्य -- बिधेय, नीतिगत-कार्ज्य

कर्त्ता (पुं.) रचयिता, निर्माता -- कर्ता, निर्माता, कार्ज्य-कराइबा-व्यक्ति

कर्त्ता (पुं.) व्याकरण में पहला कारक -- व्याकरणरे प्रथम कारक

कर्त्ता (पुं.) गृहस्वामी -- परिबारर-स्वामी, मुरबि

कर्त्ता-धर्त्ता (पुं.) वह व्यक्ति, जिसको किसी कार्य या विषय के सभी अधिकार प्राप्त हों -- मुख्य प्रधान ब्यक्ति

कर्म (पुं.) काम, कार्य -- काम कार्ज्य कर्म

कर्म (पुं.) पूर्व जन्म के कार्य -- पूर्व-जन्मर-कर्म

कर्म (पुं.) धार्मिक कार्य -- धार्मिक-कार्ज्य, धर्म काम

कर्म (पुं.) हिंदी व्याकरण में दूसरा कारक -- व्याकरणरे द्वितीय कारक

कर्मठ (वि.) मेहनती, अध्यवसायी -- परिश्रमी, कर्मठ

कलंक (पुं.) दाग, धब्बा -- कलंक, दाग, बदनाम, दुर्नाम

कलंक (पुं.) लांछन, निंदा -- लांछन, निंदा, अपबाद

कल (क्रि.वि.) आज के ठीक पहले का दिन -- गतकालि, कालि

कल (क्रि.वि.) आज के ठीक बाद आने वाला दिन -- आसंता-कालि

कल (क्रि.वि.) चैन, आराम -- आराम, सुख, शांति

कल (स्त्री.) मशीन, यंत्र, पुर्जा -- कल, जंत्र

कलई (स्त्री.) सफेद रंग का प्रसिद्ध खनिज पदार्थ, राँगा -- दस्ता, रूपा

कलई (स्त्री.) सफेदी -- चून सफेइ, धलारंग

कलफ (पुं.) नए धुले कपड़ों पर की जाने वाली चावल, अरारोट की माँड -- चाउलयेज, लेडिमंड, भातपेज

कलम (स्त्री.) लेखनी -- लेखनी

कलम (स्त्री.) पेड़-पौधों की टहनियों से बनाया गया नया पौधा -- NA

कलरव (पुं.) पक्षियों की चहचहाट -- गुंजरण, कलरब, कोईलीर-कलकलरब

कलश (पुं.) घड़ा, कलसा -- कलस, माठिआ, गगरा, कलसि

कलश (पुं.) मंदिरों आदि के शिखर पर लगा घड़ेनुमा कंगूरा -- कलस, बर्तुलाकार चूडा

कलह (पुं.) झगड़ा, विवाद -- कलि, कजिआ, कलह, बिबाद, झगड़ा

कला (स्त्री.) हुनर, आर्ट -- कला, नृत्य गीतर समष्टि

कला (स्त्री.) चंद्र या सूर्य का अंश -- कला, चंद्रर एक अंश

कलाकार (पुं.) कला-साधक -- कलाबित, कलाकार, कलार-साधक, कला-कुशली

कलाबाजी (स्त्री.) सिर नीचा करके उलट जाने की क्रिया या खेल -- शिल्पी, खेल-देखाली

कलियुग (पुं.) पुराणानुसार चार युगों में से चौथा युग -- कलियुग, हिंदु शास्त्र असार चारि जुगर शेष जुग

कली (स्त्री.) बिना खिला फूल -- कढ़ि, कढ़, फुल कढ़

कलुष (पुं.) मलिनता, गंदगी -- पाप, कलुष दुष्कर्म

कलेजा (पुं.) यकृत, जिगर -- छाति, बख्य, बुकु

कलेजा (पुं.) जीवट, साहस -- साहस, शौर्ज्य, बिरत्व, निर्भिकता

कल्पना (स्त्री.) अन्तःकरण मे अवास्तविक वस्तुओं के स्वरूप को उपस्थित करना -- कल्पना, अबास्तबता, कल्पित, धारणामूलक

कल्प-वृक्ष् (पुं.) मानव-इच्छाओं को पूर्ण करने वाला देव-लोक का एक वृक्ष -- कल्प, वृख्य, कल्पतरु

कल्याण (पुं.) हित, भलाई -- कल्याण हित, बिकास, समृद्धि

कवि (पुं.) कविता या काव्य का रचयिता -- कबि

कविता (स्त्री.) लय प्रधान तथा शब्द-बद्ध साहित्यिक रचना -- कबिता

कष्ट (पुं.) पीड़ा -- कष्ट, पीड़ा, क्लेश, दुख

कष्ट (पुं.) मुसीबत -- आपत्ति, जंजाल, बिपद, कष्ट

कष्ट (पुं.) मेहनत, श्रम -- श्रम, परिश्रम, काम-करिबा

कसना (स.क्रि.) बंधन कड़ा करना -- कषिबा, बंधन कड़ा-करिबा, जोर, दृढ़ भाबर-बांधिबा

कसना (स.क्रि.) कसौटी पर सोने की जाँच करना, परखना -- कषटि, पथर

कसबा (कस्बा) (पुं.) छोटा शहर -- छोट सहर

कसम (स्त्री.) शपथ -- शपथ, राण, प्रतिज्ञा

कमर (स्त्री.) कमी, न्यूनता -- न्यूनता, स्वल्प

कसरत (स्त्री.) व्यायाम -- कसरत, व्यायाम

कसाई (पुं.) पशुओं आदि की हत्या करने वाला, बूचड़, वधिक -- कंसेइ

कसूर (कुसूर) (पुं.) दोष, अपराध -- त्रुटि, भूल, दोष, अपराध

कसैला (वि.) आँवले, फिटकरी आदि के स्वाद वाला -- कषा

कसौटी (स्त्री.) सोना परखने का काला पत्थर -- कषटि, पथर, शिला

कसौटी (स्त्री.) मूल्यांकन के मानक आधार -- मूल्य-निर्धारण

कस्तूरी (स्त्री.) एक विशेष नर मृग की नाभि के पास की गाँठ में पाया जाने वाला सुगंधित पदार्थ -- कस्तूरि

कहकहा (पुं.) जोर की हँसी, ठहाका -- जोररे-हसिबा, उच्च-हास, अट्टहास

कहना (स.क्रि.) बोलना, बताना -- कहिबा, कथा कहिबा

कहना (पुं.) कथन, बात -- कथन, कथा, उक्ति

कहाँ (क्रि.) किस स्थान पर -- केउंठि केउँठारे, केउँस्थानरे

कहानी (स्त्री.) कथा, किस्सा -- काहाणी, गल्प, गप

कहानी (स्त्री.) मनगढ़ंत बात -- मनगढ़ा-कथा, गल्प, गप, काहाणी

कहावत (स्त्री.) लोक प्रचलित कथन या वाक्य -- प्रबचन, प्रबाद, ढग, जनकथा, लोककथा

कांखना (अ.क्रि.) मल-त्याग के समय आँतों या पेट की वायु को दबाना -- कुंथाइबा

कांखना (अ.क्रि.) परिश्रम का काम करते समय ऊँह-आह की ध्वनि करना -- कुंथाइबा

काँच (पुं.) शीशा -- काच

काँटा (पुं.) पेड़-पौधों की डालियों पर निकले नुकीले और कड़े अंकुर कंटक -- कंटा, कंटक

काँटा (पुं.) तराजू -- तराजु, निकिति

काँटा (पुं.) एक उपकरण, जिससे चीजें उठाकर खाई जाती हैं -- कंटा, चामुच

कांति (स्त्री.) चमक, आभा -- शोभा, सौंदर्य, सुंदर

कांति (स्त्री.) शोभा, सौंदर्य -- शोभा, सौंदर्य, कांति, सुंदर

काँपना (अ.क्रि.) क्रोध, भय, शीत आदि से शरीर का रह-रह कर हिलना -- कंपिबा, थरिबा

कागज (पुं.) सन, बाँस, चीथड़े आदि की लुगदी से बना पत्र -- कागज

काट-छाँट (स्त्री.) फालतू अंश काट कर अलग करने की क्रिया या भाव -- काटछोट, काट कुट

काटना (स.क्रि.) औजार या शस्त्र से किसी वस्तु के टुकड़े करना -- काटिबा, छोट छोट खंड कटिबा

काटना (स.क्रि.) डंक या दाँत गड़ा कर घाव करना -- दंशल करिबा

काटना (स.क्रि.) खंडन करना, गलत ठहराना -- खंडन करिबा, अमान्य करिबा, अस्वीकार करिबा

काठ (पुं.) लकड़ी, काष्ठ -- काठ, काष्ठ

काठ (पुं.) ईंधन -- काठ, जालेणि

काढ़ना (स.क्रि.) उकेरना, नक्कासी करना -- कारुकार्ज्य-करिबा

काढ़ना (स.क्रि.) किसी वस्तु के भीतर से कोई चीज बाहर निकालना -- काढ़िबा, बाहार-करिबा

कातना (स.क्रि.) रूई, ऊन, रेशम आदि बट कर धागा बनाना -- सुता काटिबा

काना (वि.) जिसकी एक आँख खराब या विकृत हो -- कणा, एक बा-गोटे आखिआ

काना (वि.) कीड़ा लगा फल, सब्जी -- पोकलगा-(पोकरा) फल

कानून (पुं.) राज्य नियम, विधि -- कानुन, आइन, नियम

कानून (पुं.) सर्वमान्य नियम या रूढ़ियाँ -- सर्वमान्य-नियम, रीति, प्रथा, नीति

काफी (वि.) पर्याप्त, यथेष्ट -- जथेष्ट, पर्ज्याप्त

काम (पुं.) कार्य, कृत्य -- कार्य, कृत्य

काम (पुं.) धंधा, व्यापार, नौकरी -- छंदा, बृत्ति, चाकिरि, कार्ज्य

काम (पुं.) इच्छा, अभिलाषा, कामना -- इछा, अभिलाष, कामना

कामधेनु (स्त्री) कामनाएँ पूरी करने वाली पुराण-प्रसिद्ध गाय -- कामधेनु, सुरभि

कामना (स्त्री.) अभीष्ट, हार्दिक इच्छा -- अभीष्ट, इच्छा, कामना, अभिलाष

कामयाब (वि.) सफल -- सफल, फलप्रद, कृतकार्ज्य

कायम (वि.) स्थिर, पक्का, दृढ़ -- स्थिर, पक्का, शक्त, सुदृढ़

कायर (वि.) डरपोक -- कातर, भीरू डरकुला, कापुरुष

कायाकल्प (पुं.) काया शुद्धि की क्रिया -- सुस्थ-अबस्था, सुस्थ, निरोग, आरोग्य

कारखाना (पुं.) व्यापारिक दृष्टि से बड़ी मात्रा में वस्तु निर्माण की शाला -- कारखाना, शिल्पशाला

कारण (पुं.) हेतु, उद्देश्य, प्रयोजन, वजह -- कारण, हेतु, उद्देश्य

कारण (पुं.) प्रेरक घटना या परिस्थिति -- कारण, घटणा, परिस्थिति

कारतूस (पुं.) बंदूक, रिवाल्वर आदि में रखकर चलाईं जाने वाली धातु, दफ्ती आदि की बनी हुई खोली जिसमें धातु की गोली और बारूद भरा होता है -- गुलि, गुलि, संबंधीय

कारस्तानी करिस्तानी (स्त्री) हानि पहुँचाने के उद्देश्य से किया गया कोई काम, चालबाजी -- चालबाजि, चालाकि, ठकाबाजि, ठकामि, अनीति बा-दुनीति काम

कारस्तानी करिस्तानी (स्त्री) करतूत -- अनुचित-काम, बेआइन काम, अबैध काम

कारावास (पुं) बंदीगृह में रहने का दंड -- काराबास, कारादंड

कारीगर (पुं.) रचना या मरम्मत करने वाला -- कारिगर, श्रमशिल्पी, हस्तशिल्पी

कार्य (पुं.) काम -- कार्ज्य, काम

कार्यकर्ता (पुं.) काम करने वाला व्यक्ति, कर्मचारी -- कार्ज्यकर्ता, कर्ता, कर्मचारी

कार्य-कारिणी (स्त्री.) संस्था आदि का कार्य चलाने वाली समिति -- कार्ज्यनिर्बाह, कार्ज्यकारी, कार्ज्यकारिणी, ब्यवस्थापक समिति, कार्ज्यपालिका

कार्यक्रम (पुं.) कार्य संपादन विवरणिका -- कार्ज्यक्रम, कार्ज्यसूची

कार्यक्रम (पुं.) उक्त सूची के अनुसार होने वाला कार्य -- कार्ज्यक्रम, कार्ज्यसूची

कार्य-पालिका (स्त्री.) नियमों का पालन सुनिश्चित करने वाला शासकीय विभाग -- कार्ज्यपालिका, कार्ज्यकारी-कमिटि

कार्यवाही (स्त्री) कृत कार्य का विस्तार से उल्लेख -- कार्ज्यबाही, कार्ज्यकारी

कार्यालय (पुं) दफ्तर -- कार्ज्यालय, तप्तर

काल (पुं.) समय -- काल, समय

काल (पुं.) मौत, मृत्यु -- मृत्यु, मरण

काल (पुं.) क्रियाओं से सूचित वह तत्व, जिससे किसी घटना या बात के घटित होने का समय ज्ञात होता है -- समयज्ञान-सूचक तत्त्व, क्रियार काल (व्याकरण)

काला (वि.) जो काजल के रंग का हो, कृष्ण, श्याम -- कल, श्यामल

काला (वि.) जिसमें प्रकाश न हो, अंधकारपूर्ण -- अंधकारपूर्ण, तमसाच्छन्न

काला (वि.) अनुचित, कलंकित, लांछित -- NA

काला बाजार (पुं.) कानून-विरोधी व्यापार -- कलाबजार, कानुन-बिरोधि-बजार

कालीन (पुं.) मोटा बिछावन, गलीचा -- गालिचा दरि, सतरंजि

कालीन (वि.) काल विशेष से संबंधित -- कालविशेष सहित, संबंधित कालीन

काल्पनिक (वि.) मनगढ़ंत, कल्पित -- कल्पित, काल्पनिक, मनगढ़ा

काव्य (पुं.) साहित्यिक रचना -- काव्य, कबिता

काश्तकार (पुं.) किसान, खेतिहर -- कृषक, चाषी, चषा, कृषिजीबी

किताब (स्त्री.) पुस्तक -- पुस्तक, ग्रंथ, बहि

किनारा (पुं.) अंतिम छोर, सिरा -- किनारा, धार, पार्श्व

किनारा (पुं.) नदी या समुद्र का छोर, तट -- कूल, तट, किनारा तीर, पार

किफायत (स्त्री.) अनावश्यक व्यय में कटौती -- मित-ब्ययिता, मितब्यय, अल्पखर्च

किरकिरा (वि.) महीन, कंकड़, बालू आदि से युक्त वस्तु -- कंकर, बालिआ-पथर

किराना (पुं.) पंसारी की दुकान में मिलने वाला सामान -- भुसामाल-दोकान, मौलिक, खाद्य बिक्रय केंद्र

किराया (पुं.) भाड़ा -- भड़ा

किराया (पुं.) अचल संपत्ति के उपयोग के बदले में देय धन -- सुध

किरायेदार (किराएदार) (पुं.) अचल संपत्ति किराए पर लेने वाला व्यक्ति -- भड़ाटिआ

किलकारी (स्त्री.) बच्चे की हर्ष-ध्वनि -- पिलांक, हर्षध्वनि, हर्षोल्लास

किला (पुं.) दुर्ग, गढ़ -- दुर्ग, गड़

किवाड़ (पुं.) दरवाजे का पल्ला, कपाट -- कबाट

किशोर (वि.) ग्यारह से पंद्रह वर्ष तक की अवस्था का बालक -- किशोर, जुबक (युबक), तरुण

किसान (पुं.) कृषक -- कृषक, चाषी, चषा

किस्त (स्त्री.) निश्चित समय पर दिए जाने वाले ऋण का एक भाग -- किस्ति, अंश, भाग

किस्म (स्त्री.) प्रकार -- प्रकार

किस्सा (पुं.) कहानी -- काहाणी, गल्प, बृतांत

कीचड़ (पुं.) पानी मिली धूल, पंक, कर्दम -- कादुअ, पंक

कीट (पुं.) कीड़ा -- कीट, पोक

कीटाणु (पुं.) बहुत छोटे-छोटे कीड़े -- कीटाणु

कीटाणु (पुं.) सूक्ष्म कीट, विषाणु -- बीजाणु

कीड़ा (पुं.) उड़ने या रेंगने वला छोटा जंतु कीट -- पोक

कीमत (स्त्री.) दाम, मूल्य -- दाम, मूल्य

कीमत (स्त्री.) महत्व -- महत्व, मूल्य

कीमती (वि.) अधिक कीमत या मूल्य का, मूल्यवान -- मूल्यबान, दामिका

कीमती (वि.) महत्वपूर्ण -- महत्वपूर्ण

कीर्ति (स्त्री.) यश, ख्याति -- कीर्त्ति, ख्याति सुनाम

कुंज (पुं.) झाड़ियों, लताओं के समूह -- कुंज, लता-कुंज

कुंजी (स्त्री) चाबी, ताली -- कंची, चाबी

कुंजी (स्त्री) कठिन पुस्तक के अर्थ स्पष्ट करने वाली पुस्तक -- माने बहि

कुंभ (पुं.) धातु, मिट्टी, आदि का पात्र, घड़ा कलश -- कुंभ, माठिआ, घट, कलश

कुंभ (पुं.) ज्योतिष में ग्यारहवीं राशि -- ज्योतिष-शास्त्ररे-एकादश-राशि, कुंबराशि

कुंभ (पुं.) प्रति बारहवें वर्ष मनाया जाने वाला एक प्रसिद्ध पर्व -- कुंभ मेला

कुकर्म (पुं.) बुरा काम, निंदनीय कर्म -- कुकर्म, अपकर्म

कुचक्र (पुं.) हानि पहुँचाने के लिए बनाई गई योजना, साजिश -- खरापकाम, दुष्कर्म

कुचलना (स.क्रि.) व्यक्ति या वस्तु को पैर से रौंदना -- षडजंत्र, चक्रांत

कुचलना (स.क्रि.) आघात, प्रहार से दबाना -- दलिबा, आघात-करिबा, पिटिबा, प्रहार-कारि, आहत करिबा

कुछ (वि.) अल्प, कम, थोड़ा-सा -- किछि, किंचित

कुछ (क्रि.वि.) अज्ञात, अनिर्दिष्ट या अनिश्चित परिमाण, मात्रा या रूप -- अनिर्दिष्ट-परिमाणेरे

कुछ (सर्व) कोई अज्ञात अनिर्दिष्ट या अनिश्चित वस्तु या बात -- अज्ञात, अजणा, अनिर्दिष्ट बस्तु वा कथा

कुटिया (स्त्री.) घास-फूस की बनी झोंपड़ी, कुटी -- कुटीर, झुंपुड़ि, कुड़िआ

कुटिल (वि.) टेढ़ा -- बंका, बक्र

कुटिल (वि.) मन में छल, कपट, द्वेष आदि रखने वाला कपटी, दुष्ट -- कपटी, दुष्ट, खल

कुटीर-उद्योग (पुं.) घरेलू स्तर पर वस्तुओं का उत्पादन -- कुटीर-शिल्प

कुटुंब (पुं.) परिवार -- कुटुंब, परिबार

कुढ़ना (अ.क्रि.) मन ही मन दुखी और विकल होना -- घारिबा, बिकलहेबा, दुःख, रोष करिबा

कुतरना (स.क्रि.) दाँत से छोटे-छोटे टुकड़े करना -- दांतरे-टुकड़ा-करिबा, दांतरे-छिंड़ाइबा

कुतूहल (पुं.) जिज्ञासा -- कौतुहल, जिज्ञासा उत्सुकता

कुतूहल (पुं.) आश्चर्य -- आश्चर्य, बिस्मय

कुप्पी (स्त्री) तेल, चिकनाई आदि डालने के लिए छोटा पात्र -- काहालि

कुबड़ा (पुं.वि) पीठ की हड्डी के मुड़ जाने से ग्रस्त व्यक्ति -- कुजा

कुमकुम (पुं.) रोली -- कुंकुम, अभिर, सिंदुर

कुमुदिनी (स्त्री.) कमल की तरह का सफेद फूलों वाला पौधा -- कुमुदिनी, कई

कुम्हलाना (अ.क्रि.) मुरझाना -- झउंलि-पडिबा, मउलि जिबा

कुम्हलाना (अ.क्रि.) चेहरे का रंग फीका पड़ना -- फीका-पड़िबा, मलिन, निष्प्रभ

कुल (पुं.) खानदान, घराना, वंश -- कुल, बंश

कुल (वि.) पूरा सारा -- पूरा, समूल, समस्त, संपूर्ण

कुल देवता (पुं.) जिसकी पूजा किसी कुल में परंपरा से होती आई हो -- NA

कुलीन (वि.) उच्च कुल में उत्पन्न -- कुलीन, खानदानी, उच्च बंश जात

कुल्हड़ (पुं.) मिट्टी का बना हुआ छोटा पात्र -- शरा, पात्र

कुशल (वि.) चतुर, होशियार -- कुशल, चतुर, चालाक, धूर्त

कुशल (पुं.) खैरियत, राजी-खुशी -- खुसि (कुशल मंगल)

कुश्ती (स्त्री.) एक प्रसिद्ध भारतीय खेल -- कुस्ति, मल्लजुद्ध

कुष्ठ (पुं.) एक संक्रामिक रोग, जिसमें शरीर की त्वचा, नसें आदि सड़ने-गलने लगती हैं, कोढ़ -- कुष्ठ (रोग)

कुसुम (पुं.) पुष्प, फूल -- कुसुम, फुल, पुष्प, सुमन पुव्वु

कूँची (कूची) (स्त्री.) तूलिका -- तुलिका, तुली

कूँची (कूची) (स्त्री.) मूँज आदि का बनाया हुआ एक प्रकार का ब्रुश -- ब्रुश, तुली

कूआँ (कुआँ, कुवाँ) (पुं.) पानी निकालने के लिए जमीन में खोदा हुआ गहरा तथा गोल गड्ढा -- कूआ, कूप

कूटना (स.क्रि.) किसी चीज को महीन करने के लिए लगातार पीटना -- कूटिबा

कूटना (स.क्रि.) भूसी अलग करने की प्रक्रिया -- NA

कूटनीति (स्त्री.) व्यक्तियों या राष्ट्रों के पारस्परिक व्यवहार में दाँव-पेच की नीति -- कूटनीति

कूटना (अ.क्रि.) छलांग लगाना -- डेइंबा

कृतघ्न (वि.) उपकार न मानने वाला -- अकृतज्ञ, कृतघ्न, बेइमान

कृतज्ञ (वि.) उपकार को मानने वाला -- कृतज्ञ

कृतार्थ (वि.) जिसका उद्देश्य सिद्ध हो गया हो -- कृतार्थ, कृतज्ञ

कृतार्थ (वि.) लक्ष्य प्राप्त -- कार्यसिद्धिरे संतुष्ट, कृतार्थ

कृत्रिम (वि.) जो प्राकृतिक न हो, मानव निर्मित -- कृत्रिम, अप्राकृतिक

कृत्रिम (वि.) बनावटी, दिखावटी -- देखाइहेबा, सज्जित, कृत्रिम, आडंबरपूर्ण

कृपा (स्त्री.) अनुग्रह, दया -- कृपा, दया, अनुग्रह, अनुकंपा

कृषि (स्त्री.) खेती-बारी -- कृषि, खेति, चाष

केंद्र (पुं.) मध्य बिंदु -- केन्द्र, मध्यस्थल, केंन्द्रस्थल

केंद्र (पुं.) मध्य भाग -- मध्यभाग, मझि, केंद्र

केंद्र (पुं.) दूर-दूर तक फैले हुए कार्यों की व्यवस्था तथा संचालन हेतु मुख्य स्थान -- मूल बा मुख्य

केवल (वि.) जिसका या जितने का उल्लेख किया जाए वही या उतना ही -- केबल, मात्र, एकमात्र

केवल (क्रि.वि.) मात्र, सिर्फ -- मात्र, केबल, एकमात्र

केश (पुं.) सिर के बाल -- केस, बाल

केश (पुं.)


कै (स्त्री.) उलटी वमन -- बांति, बमन

कैद (स्त्री.) अपराधियों को दंड देने के लिए बंदी बनाना -- कइदिखाना, कारागार, बंदिशाला

कोंपल (स्त्री.) पेड़-पौधों आदि में निकलने वाली नई मुलायम पत्तियाँ, कल्ला -- कंअलिआ-पत्र, किशलय

कोई (सर्व) अज्ञात, अनिर्दिष्ट वस्तु या व्यक्ति, संपूर्ण मे से एक -- केही, कौणसि, किए

कोई (वि.) न जाने कौन एक, बहुतों मे से चाहे जो एक -- अनेकंक-मध्यरू-एक, अन्यतम

कोई (अव्य.) लगभग -- प्राय

कोठरी (स्त्री.) छोटा कमरा -- कोठरी, बखरा

कोठी (स्त्री.) बहुत बड़ा, ऊँचा और पक्का मकान -- कोठि, कोठाघर, पका घर अट्टालिका

कोतवाल (पुं.) पुलिस का वह प्रधान कर्मचारी, जिसके अधीन कई थाने और बहुत-से सिपाही होते हैं -- दारोगा, कटुआल (पोलिस-इंसपेक्टर)

कोतवाली (स्त्री.) कोतवाल का मुख्यालय -- कटुआल-कार्ज्यालय, थाना

कोमल (वि.) नरम, मुलायम -- कोमल, नरम

कोरा (वि.) बिल्कुल ताजा और नया, न बरता हुआ -- अरखनुआ, नुआ, नूतन

कोलाहल (पुं.) चीखने-चिल्लाने से होने वाला शोर -- कोलाहल, पाटितुण्ड करिबा

कोल्हू (पुं.) बीजों और गन्ने को पेरने का यंत्र -- घणा

कोश (कोष) (पुं.) किसी विशेष क्रम से शब्द और उनके अर्थ वाला ग्रंथ, कोश -- कोश, शब्दकोश, अभिधान

कोश (कोष) (पुं.) संचित द्रव्य -- एकत्रराशीकृत धन, कोष, एकत्रित धन

कोशकार (पुं.) शब्दों का संग्रह तथा उनका संपादन करने वाला -- कोशकार, अभिधानकार, अभिधान-लेखक

कोशिश (स्त्री.) प्रयत्न, चेष्टा -- प्रजत्न, चेष्टा, जत्न

कोषाध्यक्ष (पुं.) जिसके पास कोष रहता है, खजांची -- कोशाध्यक्ष

कोष्ठक (पुं.) (), [], {}, चिन्हों में से कोई एक -- कोश्ठक, बंधनी-चिह्न

कोसना (स.क्रि.) सताए जाने पर किसी की अशुभ कामना करना -- गालिदेबा, अमंगल-कामना-करिबा

कोंधना (अ.क्रि.) कुछ क्षणों के लिए (बिजली का) चमकना -- बिजुलि चमकिबा

कौतुक (पं.) आश्चर्य या उत्सुकताजनक विलक्षण बात -- कौतुक, कौतुहल

कौतुक (पं.) मनोविनोद, दिल्लगी -- मनोविनोद, आनंद-परिहास, आमोद-प्रमोद, क्रीड़ा-कौतुक

कौन (सर्व) जानकारी हेतु वाचक सर्वनाम -- किए

कौन (सर्व) कोई व्यक्ति -- कौणसि व्यक्ति

क्या (सर्व) प्रश्नवाचक सर्वनाम -- कण

क्या (सर्व) आश्चर्यजनक एवं उपेक्षासूचक प्रसंगों में प्रयुक्त अभिव्यक्ति -- हँ, कण

क्यों (क्रि.वि.) कारण जानने के लिए प्रयुक्त प्रश्नवाचक शब्द -- काहिकि

क्योंकि (अव्य.) कारण यह है कि, इसलिए कि -- कहिंकि, ना

क्रम (पुं.) तरतीब, सिलसिला -- क्रमशः

क्रम (पुं.) उचित रूप से काम करने का ढंग -- ठीक-भावरे काम करिबा, ढंग, शैली

क्रमशः (क्रि.वि.) नियत क्रम के अनुसार, सिलसिलेवार -- क्रमशः, क्रमानुसार

क्रमशः (क्रि.वि.) एक-एक करके, बारी- बारी से -- गोटे-गोटे किर, थरकु थर

क्रय (पुं.) मोल लेने की क्रिया या भाव, खरीद -- क्रय, खरीद, किणिबा

क्रांति (स्त्री.) एक दशा से दूसरी दशा में बड़ा परिवर्तन -- क्रांति, बिप्लब

क्रांतिकारी (पुं.वि.) क्रांति का प्रयत्न करने वाला -- क्रांतिकारी, बिब्लबि

क्रिया (स्त्री.) कोई कार्य चलते या होते रहने की अवस्था या भाव, कोई काम करने का ढंग या विधि -- काम-करिबा ढंग, बिधि, प्रक्रिया

क्रिया (स्त्री.) व्याकरण में वे शब्द, जो किसी कार्य घटना आदि के होने या किए जाने के वाचक होते हैं -- व्याकरणरे-कार्यसंपादन, वाचक शब्द (क्रियापद)

क्रीड़ा (स्त्री.) खेलकूद -- खेलिबा

क्रीड़ा (स्त्री.) आमोद-प्रमोद -- क्रीड़ा, आमोद, प्रमोद

क्रूर (वि.) निर्मम तथा हिंसक कार्य करने वाला, निर्दयी -- क्रूर, निर्दय, निष्ठुर

क्रोध (पुं.) कोप, गुस्सा -- क्रोध, राग

क्लेश (पुं.) कष्टपूर्ण मानसिक स्थिति, मनोव्यथा -- मनोव्यथा, क्लेश, दुःख, पीड़ा

क्षण (पुं.) काल का एक बहुत छोटा परिमाण, पल -- क्षण, मुहूर्त्त (ख्यण)

क्षति (स्त्री.) चोट लगने से होने वाला घाव -- क्षति, आघात, धा

क्षति (स्त्री.) हानि, घाटा -- हानि, लोकसान, क्षति

क्षतिपूर्ति (स्त्री.) हानि या घाटे का पूरा होना -- क्षतिपूरण

क्षत्रिय (पुं.) हिंदुओं के चार वणों में से दूसरा वर्ण -- ख्यत्रिय (क्षत्रिय)

क्षत्रिय (पुं.) उक्त वर्ण का व्यक्ति -- क्षत्रिय

क्षमता (स्त्री.) सामर्थ्य -- क्षमता, (ख्यामता) सामर्थ्य

क्षमता (स्त्री.) कोई कार्य करने का कौशल -- जोग्यता, सामर्थ्य

क्षमता (स्त्री.) ग्रहण या धारण करने की पात्रता -- क्षमता, शक्ति

क्षमा (स्त्री.) किसी भी प्रकार का अहित करने वाले व्यक्ति के प्रति मन में कोई विकार न होना -- क्षमा (ख्यमा)

क्षमा (स्त्री.) किसी दोषी या अपराधी को बिना किसी प्रतिकार के छोड़ देने का भाव माफ़ी -- क्षमा

क्षय (पुं.) क्रमशः तथा प्राकृतिक रूप से होने वाला ह्रास -- क्षय

क्षय (पुं.) नाश -- नाश, ध्वंस

क्षय (पुं.) यक्ष्मा (टी.बी.) नामक रोग -- जक्ष्मा

क्षितिज (पुं.) जहाँ पृथ्वी और आकाश एक-दूसरे से मिलते हुए जान पड़ते हैं -- चक्रबाल, दिगंत

क्षुधा (स्त्री.) भोजन करने की इच्छा, भूख -- क्षुदा, भोक

क्षेत्र (पुं.) जोता-बोया जाने वाला भूमिखंड, खेत -- क्षेत्र, (क्खेत्र), जिमि, खेत

क्षेत्र (पुं.) प्राकृतिक, भौगोलिक, राजनीतिक आदि दृष्टियों से निर्दिष्ट भू-भाग -- भूभाग क्षेत्र

क्षेत्रफल (पुं.) किसी क्षेत्र की लंबाई और चौड़ाई को गुणन करने से निकलने वाला वर्गात्मक परिमाण, रकबा -- क्षेत्रफल (खेत्रफल)

खंड (पुं.) टुकड़ा, अंश -- खंड, अंश

खंड (पुं.) किसी संपूर्ण वस्तु का कोई विशिष्ट भाग या विभाग -- NA

खंडहर (पुं.) इमारत या भवन, खंड-खंड होकर गिरा पड़ा हो, भग्नावशेष -- भग्नावशेष (भंगा अंश)

खंभा (पुं.) गोल या चौकोर रचना जिस पर छत या कोई भारी चीज टिकी रहती है -- खुंट, स्तभ

खगोल (पुं.) आकाश, मंडल -- आकाश-मंडल

खटकना (अ.क्रि.) खट-खट की आवाज होना -- खट् खट्-श्बद हेबा

खटकना (अ.क्रि.) बुरा मालूम होना -- फटका-लागिबा

खटाई (स्त्री.) खट्टे होने की अवस्था -- खटा, अम्ल

खटाई (स्त्री.) कोई खट्टी वस्तु -- खटा

खट्टा (वि.) जिसमें अम्लीयता हो -- खटा

खड़ाऊँ (स्त्री.) काठ की बनी हुई एक प्रकार की पादुका -- कठउ, खड़म, पादुका

खतरनाक (वि.) जोखिम-भरा -- बिपदजनक, भयाबह

खतरा (पुं.) अनिष्ट, संकट आदि की आशंका -- बिपद, भय

खनिज (वि.) खान से खोद कर निकाला हुआ -- खणिज

खनिज (वि.) खनिज पदार्थ -- खणिज पदार्थ

खपत (स्त्री.) खपने या खपाने की क्रिया अथवा भावः माल की बिक्री -- काटति, खर्च्चा

खरा (वि.) विशुद्ध -- बिशुद्ध

खरा (वि.) ईमानदार, सच्चा और शुद्ध हृदय वाला -- खाण्टि, ठिक

खराद (पुं.) लकड़ी अथवा धातु की वस्तुओं को सुडौल तथा चिकना बनाने वाला यंत्र -- रंदा

खरीद (स्त्री.) मोल लेने की क्रिया या भाव, क्रय -- क्रय, किणिबा, खरिद

खरीद (स्त्री.) वह जो खरीदा जाए -- किणा, खरिद

खरीदना (स.क्रि.) मोल लेना, क्रय करना -- किणिबा

खरोंच (स्त्री.) नख अथवा अन्य किसी नुकीली वस्तु से छिलने के कारण पड़ा हुआ दाग या चिह्न, खराश -- रांछुड़िबा, रांपुड़ा दाग

खर्च (खरच) (पुं) धन, वस्तु, शक्ति आदि का होने वाला उपभोग, व्यय -- खर्च

खर्च (खरच) (पुं) वह धन-राशि, जो किसी वस्तु को खरीदने या बनाने के लिए व्यय की जाती है -- NA

खलना (क्रि.) अनुचित, अप्रिय या कष्टदायक प्रतीत होना, अखरना, खटकना -- खराप-लागिबा, अप्रिय लागिबा, अनुचित, अप्रिय, कष्टदायक

खलिहान (पुं.) जहाँ फसल काट कर रखी, माँड़ी तथा ओसाई जाती है -- खला

खली (स्त्री.) तिलहन का वह अंश, जो उसे पेर कर तेल निकालने के बाद बचा रहता है -- पिड़िआ

खस्ता (वि.) भुरभुरा, बहुत थोड़ी दाब से टूट जानेवाला कुरकुरा -- खास्ता, बहुत नरम, कोमल

खस्ता (वि.) टूटा-फूटा, भग्न, दुर्दशाग्रस्त -- भग्न, भंगा, फुटा, फटा, दुर्दशाग्रस्त

खाँसना (अ.क्रि.) खाँसी आने या होने का सा शब्द करना, गला साफ करना -- खासिबा, काशिबा

खाई (स्त्री.) दुर्ग के चारों ओर खोदा हुआ गहरा स्थान जो पानी से भरा रहता है -- खाई, खाल

खाई (स्त्री.) युद्ध क्षेत्र में छिप कर गोली चलाने के लिए खोदे जाने वाले गड्ढे -- खाल

खाकी (वि.) खाक अर्थात् मिट्टी के रंग का, भूरा -- माटिआ

खाट (स्त्री.) चारपाई -- खट, खटिआ

खाद (स्त्री.) सड़ाया हुआ गोबर, पत्ते आदि -- खत

खादी (स्त्री.) खद्दर -- खदि

खाद्य (वि.) जो खाए जाने योग्य हो, भोज्य -- खाद्य, भक्ष

खाद्य (पुं.) खाए जाने वाले पदार्थ -- खाद्य-पदार्थ

खाद्य (पुं.) भोजन -- भोजन

खाद्यान्न (पुं.) वे अन्न जो खाने के काम आते हैं -- खाद्यान्न

खान (स्त्री.) वह स्थान जहाँ से धातु, पत्थर आदि खोद कर निकाले जाते हैं -- खणि

खान (स्त्री.) वह स्थान , जहाँ कोई वस्तु अधिकता से होती या पाई जाती है -- खणि

खाना (स.क्रि.) भोजन करना -- खाइबा, भोजन-करिबा

खाना (स.क्रि.) भोजन -- भोजन

खाना (स.क्रि.) दीवार, आलमारी, मेज आदि में रखने का स्थान -- थाक

खारा (वि.) जिसमें क्षार का अंश या गुण हो -- लुणिआ

खाल (स्त्री.) त्वचा, चमड़ा -- त्वचा, चम, चर्म

खाली (वि.) रिक्त -- खालि, रिक्त, शून्य

खाली (वि.) रोजगार-रहित -- रोजगार-रहित (बेकार)

खाली (वि.) जो उपयोग में न आ रहा हो -- बेरोजगार, अनुपयोगी

खास (वि.) विशेष, विशिष्ट -- बिशिष्ट

खिड़की (स्त्री.) दीवार में छोटे दरवाजे की तरह का स्थान -- झरका

खिन्न (वि.) उदास, विकल -- बिषण्णा, उदास, ब्यकुल

खिन्न (वि.) अप्रसन्न, असंतुष्ट -- अप्रसन्ना, बिषण्ण, असंतुष्ट

खिल-खिलाना (अ.क्रि.) बहुत प्रसन्न होने पर खुलकर हँसना -- खिल् खिल हसिबा, मनखोला-हस

खिलना (अ.क्रि.) कली या फूल का पंखुड़ियाँ खोलना -- फुटिबा, प्रस्फुंटित

खिलना (अ.क्रि.) कोई सुखद कार्य या बात होने पर आनंदित होना -- प्रफुल्ल, आनंद

खिलना (अ.क्रि.) सुंदर लगना, फबना -- सुंदर, भल

खिलाड़ी (पुं.) खेल खेलने वाला -- खेलाली

खिलाना (स.) भोजन कराना -- खुआइबा

खिलाना (स.) खेल खिलाना -- NA

खिलाना (स.) दुलारना -- गेल करिबा, आदर करिबा

खिलौना (पुं.) बच्चों के खेलने के लिए बनाई गई धातु, मिट्टी आदि की आकृति, चीज या सामग्री -- खेलना

खिलौना (पुं.) मन बहलाने का साधन या सामग्री -- मनभुला-बस्तु

खिसकना (अ.क्रि.) सरकना -- खसिजिबा

खिसकना (अ.क्रि.) किसी वस्तु का अपने स्थान से कुछ हट जाना -- हठात-चालिजिबा

खिसकना (अ.क्रि.) चुपके से उठ कर चल देना -- खसि-पलाइबा

खींचना (स.क्रि.) किसी वस्तु को बलपूर्वक अपनी ओर लाना या अपने साथ लेते हुए आगे बढ़ना -- टाणिबा, आक्रर्षित-करिबा

खींचना (स.क्रि.) किसी वस्तु या स्थान में स्थित किसी दूसरी वस्तु को बलपूर्वक बाहर निकालना -- टाणि-आणिबा

खींचना (स.क्रि.) किसी वस्तु का तत्व, सार या सुगंध निकालना -- सार-बाहार-करिबा

खुजली (स्त्री.) शरीर के किसी अंग में रक्त का संचार रुक जाने के कारण होने वाली सुरसुरी -- कुंडेइ-हेबा

खुजली (स्त्री.) खाज -- कुंड़िआ (रोग)

खुजाना (स.क्रि.) शरीर के किसी अंग में खुजली होने पर उस स्थान को नाखूनों अथवा उँगलियों से बार-बार मलना या रगड़ना -- कुंड़ाइबा

खुदरा (पुं) किसी चीज के छोटे छोटे अंश, खंड या टुकड़े, फुटकर -- खुचुरा

खुदरा (पुं) वस्तु को थोड़ा थोड़ा बेचना -- खुचुरा बिक्रय

खुदरा (वि.) थोड़ा थोड़ा करके बिकने वाला -- खुचुरा विक्रेता

खुर (पुं.) कुछ पशुओं के पैरों का अगला सिरा, जो प्रायः गोल तथा बीच में से फटा हुआ होता है -- खुरा

खुरचना (स.क्रि.) किसी वस्तु को किसी दूसरी वस्तु पर इस प्रकार रगड़ना कि वह कुछ छिल जाए -- रांपिबा

खुराक (स्त्री.) खाद्य पदार्थ, भोजन, आहार -- आहार, भोजन

खुराक (स्त्री.) किसी पदार्थ की एक नियत मात्रा, इकाई -- खाइवा-परिमाण

खुश (वि.) प्रसन्न, संतुष्ट -- खुसि, प्रसन्न

खुश-किस्मत (वि.) अच्छे भाग्यवाला, सौभाग्यशाली, भाग्यवान -- भाग्यबान्, सोभाग्यशाली

खुशखबरी (स्त्री.) शुभ समाचार -- शुभ-समाचार, भल-खबर

खुश्क (वि.) सूखा -- शुखिला, सुष्क

खुश्क (वि.) चिकनाई रहित -- शुष्क, शुखिला, रुक्ष

खुश्क (वि.) जिसमें कोमलता या रसिकता न हो -- रसहीन, निरस, कर्कश

खून (पुं.) रक्त, रुधिर, लहू -- रक्त, रुधिर

खून (पुं.) हत्या -- हत्या, बध

खूब (वि.) सब प्रकार से अच्छा और उत्तम, बढ़िया -- खुब, उत्तम, बढिआ

खूब (क्रि.वि.) अच्छी तरह से भली भाँति -- भल-भाबरे, उत्तम भाबरे

खूबसूरत (वि.) सुंदर -- बढ़िया, सुंदर

खेत (पुं.) वह भू-खंड, जो फसल उपजाने के लिए जोता बोया जाता है -- खेत, जमि

खेतिहर (पुं.) जमीन को जोत बोकर उसमें फसल उपजाने वाला व्यक्ति, किसान, कृषक -- कृषक, चषा

खेती (स्त्री.) खेत को जोतने -बोने तथा फसल उपजाने की कला तथा काम -- चाष, कृषि कर्म

खेती (स्त्री.) खेत में बोई हुई फसल -- फसल

खेद (पुं.) कोई अपेक्षित काम न करने अथवा कोई काम या बात ठीक तरह से न होने पर मन में होने वाला दुख, अप्रसन्नता, रंज -- दुःख

खेना (स.क्रि.) डांड़ों की सहायता से नाव ·को चलाना -- नौका-चलाइबा, कात-मारिबा

खेल (पुं.) मन बहलाने के लिए किया जाने वाला कोई काम, क्रीड़ा -- खेल, क्रीडा, खेलकुद

खेल (पुं.) बहुत साधारण या तुच्छ काम -- तुच्छ काम, साधारण-काम

खेल-कूद (स्त्री.) खेल, क्रीड़ा -- खेल-क्रीड़ा

खेल-कूद (स्त्री.) (बच्चों की) उछल-कूद, आमोद-प्रमोद, कल्लोल -- पिलांक-खेलकुद

खेलना (अ.क्रि.) मन बहलाने के लि शारीरिक क्रियाएँ करना -- ब्यायाम

खेलना (अ.क्रि.) मजाक बनाना -- खेलिबा

खैरात (स्त्री.) दान के रूप में दिया जाने वाला धन या पदार्थ, दान -- दान

खोखला (वि.) जिसके भीतर कुछ न हो, भीतर से रिक्त -- पोला, फंपा

खोखला (वि.) निस्सार, थोथा -- असार, सारहीन

खोज (सत्री.) किसी नए तथ्य आदि का पता लगाने का काम, शोध, अनुसंधान -- खोजिबा, अनुसंधान

खोज (सत्री.) किसी खोई या छिपी हुई वस्तु को ढूँढ़ने की क्रिया -- खोजिबा

खोजना (स.क्रि.) किसी खोई या छिपी हुई वस्तु के पता लगाने का प्रयत्न करना, ढूँढ़ना -- खोजिबा

खोजना (स.क्रि.) अनुसंधान या शोध करना -- अनुसंधान करिबा

खोट (स्त्री.) मिलावट (सोना आदि में) -- तंबा मिशा-सुना

खोट (स्त्री.) दोष -- दोष

खोटा (वि.) मिलावटी -- मिश्रित, भेजाल

खोटा (वि.) हीन, अविश्वसनीय -- नकली, मिशा

खोदना (स.क्रि.) कुदाल आदि से जमीन पर आघात करके गड़्ढ़ा बनाना -- खोलिबा

खोदना (स.क्रि.) उक्त क्रिया द्वारा दबी पड़ी हुई वस्तु बाहर निकालना -- खोलि-काढ़िबा, बाहार-करिबा

खोदना (स.क्रि.) नक्काशी करना -- खोलिबा

खोना (सं.) किसी वस्तु का भूल से कहीं छूट जाना -- हजाइबा

खोना (सं.) असावधानी, दुर्घटना, मृत्यु आदि के कारण क्षतिग्रस्त होना -- क्षतिग्रस्त हेबा

खोल (पुं.) किसी चीज का ऊपरी आवरण -- खोल, आबरण

खोल (पुं.) विशिष्ट प्रकार के कीड़े मकोडों का प्राकृतिक आवरण -- खोल, आबरण

खोलना (स.क्रि.) अनावृत करना, आवरण हटाना -- खोलिबा

खोलना (स.क्रि.) किसी बँधी हुई वस्तु को मुक्त करना -- मुक्त-करिबा, खोलिबा, खोला

खोलना (स.क्रि.) मोड़ी या तह की हुई वस्तु को फैलाना -- मोड़, खोलिबा, खोल

खौलना (स.क्रि.) उबलना -- फुटिबा

ख्याति (स्त्री.) यश, प्रसिद्धि, कीर्ति -- ख्याति, जश, कीर्ति

गंजा (वि.पुं.) जिसके सिर के बाल झड़ गए हों -- चंदा

गंदा (वि.) अपवित्र, दूषित, बुरा -- अपरिष्कार, दुषित, अशुध्ध, अपबित्र

गंदा (वि.) धूल, मिट्टी आदि से युक्त, मैला -- मइला, आवर्जना

गंध (स्त्री.) कुछ पदार्थों से सूक्ष्म कणों का वायु के साथ मिलकर होने वाला प्रसार, जिसका अनुभव नाक से होता है, बास, दुर्गंध -- गंध, दुर्गंध, बा,

गंध (स्त्री.) सुगंधित द्रव्य -- सुगंधित-द्रव्य सुबासित-द्रब्य

गंभीर (वि.) गहरा -- गंभीर

गंभीर (वि.) जटिल, गूढ़ -- गूढ़, जटिल

गंभीर (वि.) शांत, धीर -- शांत, धीर, गंभीर

गँवाना (स.क्रि.) खोना -- हजाइ-देबा

गँवाना (स.क्रि.) नष्ट करना -- नष्ट-करिबा

गँवार (वि.पु.) असभ्य, अशिष्ट -- अशिष्ट, असभ्य

गँवार (वि.पु.) मूर्ख, अनाड़ी -- अनाड़ी, मूर्ख

गगन (पुं.) आकाश, आसमान -- गगन, आकाश

गज (पुं.) हाथी -- गज, हाती

गज (पुं.) लंबाई की एक माप, जो छत्तीस इंच के बराबर होती है -- गज

गज (पुं.) उक्त माप का उपकरण -- गज़

गजरा (पुं.) फूलों की घनी गुँथी हुई छोटी माला -- गजरा, फुल-हार (माल)

गड़बड़ (पुं.) ऐसी अवस्था, जिसमें क्रम, व्यवस्था आदि का अभाव हो -- गड़बड़, अव्यबस्था

गड़बड़ (पुं.) असावधानी, भूल आदि से कुछ का कुछ कर देने की क्रिया या भाव -- असाबधानता, गोलमाल, विश्रृंखला

गड़बड़ (पुं.) उत्पात, उपद्रव -- उत्पात, उपद्रव

गढ़ (पुं.) किला, दुर्ग -- गड़, किल्ला, दुर्ग

गढ़ (पुं.) केंद्र, मुख्य स्थान, अड्डा -- आड्डा, कैंद्र

गढ़ना (स.क्रि.) कोई नई चीज बनाने के लिए किसी स्थूल पदार्थ को काट, छील, ढाल कर तैयार करना -- गढ़िबा, तिआरि-करिबा, निर्माम, निर्माण-करिबा

गढ़ना (स.क्रि.) कोई कल्पित बात बनाना या कोई बात नमक मिर्च लगाकर सुंदर रूप में प्रस्तुत करना -- कल्पित कथा

गण (पुं.) समूह, झुंड, वर्ग -- गण, समूह, बर्ग

गणतंत्र (पुं.) वह राज्य या राष्ट्र, जिसकी सत्ता जनसाधारण (विशेषतः मतदाताओं या निर्वाचकों) में निहित होती है -- गणतंत्र

गणना (स्त्री.) गिनती करने की क्रिया या भाव -- गणना, गणति, गणिबा

गणना (स्त्री.) गिनती, संख्या -- गणति, संख्या-गणिबा

गणित (पुं.) वह शास्त्र, जिसमें परिमाण, मात्रा, संख्या आदि निश्चित करने की रीतियों का विवेचन होता है, हिसाब -- गणित

गति (स्त्री.) चाल, रफ्तार -- गति, बेग

गति (स्त्री.) हरकत, चेष्टा, हिलना-डुलना -- चेष्टा, प्रजत्न

गति (स्त्री.) दशा, अवस्था, हालत, स्थिति -- स्थिति, अबस्था, परिस्थति

गतिरोध (पुं.) चलते हुए काम का रुक जाना -- गतिरोध, बंद

गतिरोध (पुं.) झगड़े या बातचीत के समय की ऐसी स्थिति, जिसमें दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात पर अड़ जाते हैं और समझौते का कोई रास्ता दिखाई नहीं देता -- नाराज, अबुझा

गतिविधि (स्त्री.) कार्य-कलाप -- गतिविधि, कार्ज्यकलाप

गतिविधि (स्त्री.) चेष्टा, हरकत -- चेष्टा

गतिविधि (स्त्री.) आचरण-व्यवहार करने या रहने सहने का रंग-ढंग -- आचरण, चालि-चलन

गदराना (अ.क्रि.) फलों आदि का पकना शुरु होना -- पाकल, पाचिला

गदराना (अ.क्रि.) जवानी में शरीर के अंगों का भरना और सुडौल होना -- जोबनरे-शरीर-सुढल हेबा

गद्दा (पुं.) बिछाने की मोटी रूईदार भारी तोशक -- गदि

गबन (पुं.) सरकारी या संस्थागत धन की चोरी -- मत्पा

गमला (पुं.) फूल आदि के पौधे लगाने के लिए मिट्टी या धातु का पात्र -- कुण्ड़

गरजना (अ.क्रि.) गंभीर तथा घोर शब्द करना जोर से क़ड़क कर बोलना -- गर्जिबा, गर्जन-करिबा

गरम (गर्म) (वि.) सामान्य से अधिक तापमान वाला, उष्ण

गरम (गर्म) (वि.) उग्र, आवेश प्रधान -- उग्र, उत्कट

गरिष्ठ (वि.) बहुत भारी -- बहुत -भारी, गुरु

गरिष्ठ (वि.) (खाद्य पदार्थ) जो बहुत कठिनता से या देर में पचता हो -- वदहजम-पदार्थ, गुरुपाक-पदार्थ

गरी (स्त्री.) नारियल के अंदर का वह सफेद मुलायम गूदा जो खाया जाता है -- नडिआर-भीतर अंश (नड़िआ-शस)

गरी (स्त्री.) किसी बड़े बीज के अंदर का मुलायम गूदा, गिरी -- मंजिशस

गरीब (वि.) निर्धन, दरिद्र -- गरिब, दरिद्र

गरीब (वि.) दीन-हीन -- दीन, निर्धन, दरिद्र

गरीब (वि.) निरुपाय, बेचारा -- बिचारा, निरुपाय, नाचार

गर्व (पुं.) अपने को दूसरों से बढ़कर समझने का भाव, अभियान, घमंड -- गर्ब, अभिमान

गर्व (पुं.) अपने किसी श्रेष्ठ कार्य, बात, वस्तु आदि के संबंध में होने वाला न्यायोचित अभिमान -- अहं भावना गर्ब, अभिमान

गलत (वि.) जो ठीक न हो, अशुद्ध -- अशुद्ध, भुल, अनुचित

गलत (वि.) मिथ्या असत्य -- मिथ्या, असत्य

गलत (वि.) अनुचित, -- अनुचित

गलती (स्त्री.) भूल, अशुद्धि, त्रुटि -- भूल, त्रुटि, अशुद्धि

गलाना (स.क्रि.) किसी ठोस वस्तु को तरल बनाना, पिघलाना -- तरलेइबा

गलाना (स.क्रि.) किसी कड़ी चीज या कच्चे अन्न आदि को उबाल कर नरम करना -- सिझाइबा

गलाना (स.क्रि.) घुलाना -- मिशेइबा

गली (स्त्री.) सड़क से कम चौड़ा, संकरा रास्ता -- गली

गवाह (पुं.) ऐसा व्यक्ति, जिसने कोई घटना स्वयं देखी हो अथवा जिसे किसी घटना, तथ्य, बात आदि की ठीक और पूरी जानकारी हो, साक्षी -- प्रत्यक्षदर्शी

गवाह (पुं.) न्यायालय में तथ्य का सत्यापन या समर्थन करने वाला -- साक्षि

गवाह (पुं.) दो पक्षों में होने वाले लेन-देन, व्यवहार, समझौते आदि के लेख पर हस्ताक्षर करने वाला -- साक्षी

गहन (वि.) घना, निविड़, गहरा -- घन, गहन

गहन (वि.) दुरुह, कठिन -- कठिन, दुर्गम, दुर्लभ

गहना (पुं.) आभूषण, जेवर -- गहणा, अलंकार

गहरा (वि.) जिसका तल चारों ओर के स्तर से नीचे की ओर अधिक दूरी तक हो -- गंभीर, गभिर

गहरा (वि.) (व्यक्ति या विषय) गूढ़, गहन, गंभीर -- गंभीर

गाँव (पुं.) ऐसा स्थान, जहाँ लोग पीढ़ियों से रहते आए हों, ग्राम -- कौ, ग्राम

गाड़ना (स.क्रि.) गड्ढे में रखकर मिट्टी से ढकना, दफनाना -- पोतिबा

गाड़ना (स.क्रि.) धरती या दीवार आदि में धँसाना -- भांगिबा

गाढ़ा (वि.) जो पतला न हो -- गाढ़, मोटा

गाढ़ा (वि.) (रंग आदि) जो अधिक गहरा हो -- गाढ़, मोटा

गाढ़ा (वि.) दृढ़, पक्का, घनिष्ठ -- दृढ़, गाढ़, घनिष्ठ

गाना (स.क्रि.) लय, ताल के साथ पदों का उच्चारण करना -- गाइबा

गाना (पुं.) गाई जाने वाली रचना, गीत -- गीत

गायक (पुं.) गाने वाला, गवैया -- गायक, गाइबा लोक

ग्राहक (गाहक) (पुं.) खरीदने वाला, खरीददार -- ग्राहक, गराख

गिनती (स्त्री.) गिनने की क्रिया या भाव, गणना -- गणति, गणना

गिनती (स्त्री.) संख्या -- संख्या

गिनती (स्त्री.) एक से सौ तक की अंक माला -- गणना,

गिनना (स.क्रि.) संख्या सूचक अंकों का नियमित क्रम से उच्चारण करना, गिनती करना -- गणिबा

गिनना (स.क्रि.) गणना करना -- गणिबा

गिरजा (पुं.) ईसाइयों का प्रार्थना स्थल -- गीर्चा

गिरफ्तार (वि.) जो किसी अपराध के कारण पुलिस द्वारा पकड़ा गया हो -- गिरफ, बंदी

गिरवी (स्त्री.) बंधक, रेहन -- बंधा, बंधक

गिरवी (स्त्री.) बंधक रखी हुई चीज -- बंधक

गिराना (स.क्रि.) नीचे डालना, फेंकना -- तले-पकाइबा

गिराना (स.क्रि.) ढहाना, जमीन पर लुढ़का देना -- गड़िबा

गिराना (स.क्रि.) किसी वस्तु या रचना को तोड-फोड़ कर उसका नाश या ध्वंस करना -- नष्ट बा-ध्वंस करिबा

गिरोह (पुं.) एक साथ काम करने वाले व्यक्तियों का समूह, गुट या झुंड -- दल-समूह

गीत (पुं.) छोटी पद्यात्मक रचना जो गाए जाने के लिए बनी हो, गाना -- गीत

गीतकार (पुं.) गीत लिखने वाला -- गीतिकार

गुंडा (वि.पुं.) बुरे चाल-चलन वाला, बदमाश -- गुंडा (गुण्डा), रौडी बदमास

गुंडागर्दी (स्त्री.) गुंडों का आचरण या व्यवहार, बदमाशी -- गुण्डामि, बदमासि

गुंबद (पुं.) वास्तु रचना में वह शिखर, जो अदर्धगोलाकार और अंदर पोला होता है, गुंबज -- गंबुज

गुच्छा (पुं.) एक ही प्रकार की बहुत सी वस्तुओं का समूह जो एक साथ गुँथा या उपजा हो -- गोछा, तोड़ा

गुजरना (अ.क्रि.) किसी स्थान से होते हुए आगे बढ़ना -- चालिजिबा

गुजरना (अ.क्रि.) व्यतीत होना, बीतना -- बितिजिबा, पार हेबा, अतिबाहित हेबा

गुट (पुं.) टोली, गिरोह, छोटा दल -- छोट दल

गुण (पुं.) वह लक्षण, जो एक वस्तु से दूसरी वस्तु को अलग करता है -- गुण

गुण (पुं.) किसी वस्तु का लाभदायक तत्व, स्वभाव -- प्रभाव

गुण (पुं.) प्रशंसनीय बात -- प्रशंसनीय-कथा

गुणवान (वि.) गुणशाली, गुणी, गुणों से युक्त -- गुणबान, गुणी

गुणा (पुं.) गणित में जोड़ने की एक संक्षिप्त रीति, जिसमें कोई संख्या कई बार जोड़ने की बजाए एक बार में ही उतनी गुनी बढ़ाई जा सकती है -- गुणन

गुदगुदाना (स.क्रि.) हँसाने या छेड़ने के लिए किसी का तलुवा, बगली आदि सहलाना -- कुतुकुतु करिबा

गुदगुदी (स्त्री.) गुदगुदाने की क्रिया या भाव -- कुतुकुतु करिबा

गुनगुना (वि.) हल्का गरम -- उषुम, अलप गरम

गुनगुनाना (स.क्रि.) धीमे स्वर में अस्पष्ट शब्दोच्चारण करते हुए गाना -- गुणुगुणुकरि गीतगाइबा

गुप्तचर (पुं.) जासूस, भेदिया -- गुप्तचर, गोइंदा

गुफा (स्त्री.) जमीन अथवा पहाड़ के अंदर का गहरा तथा अँधेरा गङ्ढा, कंदरा -- गुंफा, गुहा

गुब्बारा (पुं.) बच्चों के खेलने की रबड़ की थैलीनुमा वस्तु, जिसमें हवा, गैस आदि भरी जाती है -- बेलुन

गुमनाम (वि.) अप्रसिद्ध, अनजान, अज्ञात -- अप्रसिद्ध, अख्यात

गुमनाम (वि.) बिना नाम का जिसमें किसी का नाम न लिखा हो, अनाम -- अनाम, बेनामि

गुरु (पुं.) विद्या देने वाला, शिक्षक -- शिक्षक, गुरु

गुरु (वि.) भारी -- गुरु, भारी

गुरु (वि.) कठिन, मुश्किल -- कठिन

गुरुकुल (पुं.) गुरु का वास स्थान, जहाँ रह कर शिष्य विद्याध्ययन करते हों -- गुरुकुल

गुरुकुल (पुं.) प्राचीन पद्धति पर स्थापित विद्यापीठ -- गुरुकुल, बिद्यापीठ

गुर्राना (अ.क्रि.) कुत्ते, बिल्ली आदि का क्रोध में मुँह बंद करके भारी आवाज निकालना -- गरगर-हेबा

गुर्राना (अ.क्रि.) क्रोध में कर्कश स्वर से बोलना -- क्रोधरे-कहिबा, गालि-करिबा

गुलाम (पुं.) मोल लिया हुआ व्यक्ति , दास -- गोलाम, दास, चाकर

गुलाम (पुं.) ताश का एक पत्ता, जिस पर गुलाम की आकृति होती है -- ताशर-गोलाम

गुलाल (पुं.) रंगदार चूर्ण, जिसे होली के दिनों में एक दूसरे पर डालते या मलते हैं -- फगु, अबीर

गुल्लक (गोलक) (स्त्री.) अल्पबचत हेतु मिट्टी या धातु का बना पात्र -- सिंदूक

गूँगा (वि.) जो बोल न सके, मूक -- घुंगा, मूक

गूँज (स्त्री.) टकरा कर लौटने वाली आवाज, प्रतिध्वनि -- प्रतिध्वनि

गूँजना (अ.क्रि.) आवाज का टकराकर लौटना, किसी ध्वनि से किसी स्थान का व्याप्त होना, ध्वनि का देर तक सुनाई देते रहना -- प्रतिध्वनि

गूँधना (स.क्रि.) किसी प्रकार के चूर्ण में थोड़ा पानी अथवा तरल पदार्थ मिलाकर हाथ से माँड़ना, सानना -- चकटिबा

गूढ़ (वि.) छिपा हुआ, गुप्त -- गुढ़, गुप्त

गूढ़ (वि.) समझने में कठिन, दुरुह -- कष्ट, कठिन

गूँथना (स.क्रि.) धाणों या बालों को समेट कर वेणी बनाना -- गुंथिबा

गूँथना (स.क्रि.) पिरोना -- माली-गुंथिबा

गुदा (पुं.) फल आदि के अंदर का कोमल और गुदगुदा सार भाग -- शज, मंज

गृहयुद्ध (पुं.) देश के भीतर चलने वाला आंतरिक कलह -- गृहजुद्ध

गृहस्थी (स्त्री.) घर-बार और बाल बच्चे -- गृह, घर-संसार

गृहस्थी (स्त्री.) घर का सब सामान, माल असबाब -- घर जिनिष

गृहिणी (स्त्री.) घर की मालकिन, पत्नी -- गृहिणी, पत्नी

गेरू (पुं.) लाल रंग का खनिज, जो रंगने और दवा के काम आता है -- गेरुआ

गोंद (पुं.) कुछ विशिष्ट पौधों तथा वृक्षों से निकलने वाला चिपचिपा पदार्थ -- अठा

गोता (पुं.) शरीर को जल में इस प्रकार डुबाना, जिससे शरीर का कोई अंग बाहर न रह जाए, डुबकी -- बुड़िबा

गोद (स्त्री.) जाँघों के ऊपर का भाग, जिस पर बच्चों आदि को बैठाया जाता है, अंक -- कोल, अंक

गोदाम (पुं.) वह बड़ा स्थान, जहाँ तिजारती माल जमा करके रखा जाता है। -- गोदाम

गोधूलि (स्त्री.) सायंकाल का वह समय, जब जंगल से चरकर लौटती हुई गायों के खुरों से धूल उड़ती है और जो शुभ कार्यों के लिए अच्छा मुहूर्त्त माना जाता है -- गोधुलि, संज, संध्या

गोपनीय (वि.) जिसे सार्वजनिक न किया जा सके -- गोपनीय, गुप्त, अप्रकाशित, लुक्कायित, निभृत, निर्जन

गोबर (पुं.) गाय, भैंस आदि का मल जो लीपने पोतने और सुखा कर जलाने के काम में आता हैं -- गोबर

गोरा (वि.) श्वेत वर्ण वाला (व्यक्ति), गौर -- गौरा

गोल (वि.) मंडलाकार या वृत्ताकार -- गोल

गोल (पुं.) फुटबाल आदि खेलों का गोल -- पेण्डु

गोली (स्त्री.) शीशा, लोहा या अन्य किसी पदार्थ का छोटा गोलाकार पिंड -- गुलि

गोली (स्त्री.) दवा की टिकिया -- NA

गोष्ठी (स्त्री.) किसी विषय पर चर्चा करना, काव्यपाठ -- गोष्ठी, संघ

गौना (पुं.) विवाह के कुछ समय बाद वधू का मायके से विदा होकर ससुराल जाना -- पुआणि

गौरव (पुं.) आदर, प्रतिष्ठा, मान-मर्यादा -- गौरब

गौरव (पुं.) बड़प्पन, महत्त्व -- NA

ग्रंथ (पुं.) किताब, पुस्तक -- ग्रंथ, बहि

ग्रंथ (पुं.) धार्मिक या साहित्यिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पुस्तक -- धर्मग्रंथ

ग्रस्त (वि) पकड़ा हुआ -- ग्रासिबा, ग्रस्त, ग्रहण, निष्प्रभता, अबरोध

ग्रस्त (वि) पीड़ित -- पिडित

ग्रह (पुं.) सौरमंडल में स्थित वह पिंड, जो सूर्य की परिक्रमा करता हो -- ग्रह

ग्रह (पुं.) पकड़ने या वश में करने की क्रिया या भाव -- ग्रहण

ग्राम (पुं.) गाँव -- ग्राम, गाँ

ग्रामीण (वि) ग्राम-संबंधी -- निबाशी, ग्रामबासी

ग्रामीण (वि) गाँव का -- गाँर, ग्रामर

ग्वाला (पुं.) अहीर, गोप -- गउड़, गोपाल

घंटा (पुं.) दिन-रात का चौबीसवाँ भाग, जो 60 मिनट का होता है -- घंटा

घंटा (पुं.) पूजा-अर्चना आदि में स्त्रोतादि की संगति में बजाया जाने वाला वाद्य विशेष -- निर्धारित-समय काल

घंटी (स्त्री.) छोटा उपकरण, जिससे ध्वनि उत्पन्न की जा सकती हो, जैसे साइकिल की या मेज पर रखी घंटी -- घंटी, घण्टा

घटना (अ.क्रि.) घटित होना -- घटणा, परिणाम, फल

घटना (अ.क्रि.) कम होना -- कम हेबा, ह्रास हेबा

घटना (स्त्री.) ऐसी बात या काम आदि, जो हो चुका हो -- घटणा

घटाना (स.क्रि.) कम करना -- कमाइ देबा, कमिजिबा, ह्रास हेबा, न्युन हेबा

घटाना (स.क्रि.) गणित में किसी एक राशि में से कोई दूसरी राशि निकालना -- फेड़िबा, वियोग-करिबा

घटिया (वि.) गुण, कर्म आदि की दृष्टि से औरों की तुलना में हीन -- सामान्य, निम्न, निम्नगुण-बिशिष्ट, निकृष्ट

घड़ा (पुं.) धातु, मिट्टी आदि का बना एक गोलाकार पात्र, जो प्रायः पानी भरने के काम आता है, मटका -- घड़ा, गगरा, कलसौ

घनघोर (वि) अत्यंत घना, घना -- घमाघोट, भीषण, बिकट, भयाबह

घनघोर (वि) भीषण, विकट -- भिषण, भयानक, बिकट, भवाबह

घना (वि.) जिसके अवयव या अंश आस-पास सटे हों -- घन, गहन, घन्य, संलग्न, पाखरे, निकट

घना (वि.) गहरा -- निबिष्ट, गंभीर, अगाध, गुढ़, निगुढ़, निमग्न, घन

घना (वि.) बहुत अधिक, अतिशय -- अधिक, अत्यधिक, अतिशय

घनिष्ठ (पुं.) जिसके साथ बहुत अधिक मित्रता या संबंध हो -- घनिष्ठ, प्रगाढ़, अंतरंग

घबराना (अ.क्रि.) व्याकुल होना -- इतस्तत-हेबा, घाबरेइबा, हेबा

घबराना (अ.क्रि.) हिचकना -- पछेइबा, पछघुंचा

घबराना (अ.क्रि.) सकपकाना (आश्चर्य आदि से) -- अबाक-हेबा, बिस्मित-हेबा, चमत्कृत-हेबा

घमंडी (वि.) जिसे घमंड हो, अभिमानी -- गर्बी, अभिमानी, अहंकारी

घर (पुं.) मकान, गृह, निवास -- घर, गृह, आलय, आबास

घरेलू (वि.) घर-संबंधी -- घर-संबंधीय, घरोइ

घरेलू (वि.) पालतू -- पालित, पोषा

घसियारा (पुं.) घास छीलने या काटने वाला -- धास-बिकाली, घास-कटाली

घसीटना (स.क्रि.) किसी वस्तु को इस प्रकार खींचना कि वह जमीन से रगड़ खाता हुआ आए -- घोषाड़िबा, टाणि-आणिबा

घसीटना (स.क्रि.) जल्दी-जल्दी तथा अस्पष्ट लिखना -- दुष्पाठ्य, अपाठ्य, अस्पष्ट

घसीटना (स.क्रि.) किसी को किसी काम में जबरदस्ती शामिल करना -- जाहा-पढ़ि-हुए नाहिँ, जबरदस्त-भिड़िबा

घाट (पुं.) नदी, झील आदि के तट पर वह स्थान, जहाँ लोग नहाते-धोते और नावों पर चढ़ते-उतरते हैं -- घाट, तुठ

घाटा (पुं.) नुकसान, हानि, क्षति -- हानि, क्षति, नष्ट, क्षय, तृटि, लोकसान

घाटी (स्त्री.) पर्वतीय प्रदेशों के बीच का मैदानी या सँकरा मार्ग -- घाटि, गिरिपथ

घातक (वि.) मार देने वाला -- घातक, हत्याकारी

घातक (वि.) हानिकर -- हानिकारक, हानिकर, क्षतिकारक, अपकारक, अहितकर

घायल (वि.) जख्मी, आहत -- घाइला, आहत, जखम

घास (स्त्री.) छोटी हरी वनस्पति, जिसे चौपाए खाते हैं -- घास, तृण चारण

घिसना (स.क्रि.) किसी वस्तु को किसी वस्तु पर इस प्रकार रगड़ना कि वह छीजने लगे -- घषिबा, माजिबा, रगड़िबा

घिसना (स.क्रि.) किसी बर्तन आदि पर जमी हुई मैल छुड़ाने के लिए उस पर कोई चीज रगड़ना माँजना -- माजिबा, घषिबा, रगड़िबा

घिसना (अ.क्रि.) रगड़ से कटना या छीजना -- रगड़िबा, घषिबा

घुँघराला (वि.) जिसमें छल्ले की तरह कई बल पड़े हों -- कुंचकुंचिआ (बाल)

घुंघरु (पुं.) प्रायः नृत्य के समय पैरों में पहने जाने वाले चाँदी, पीतल आदि का गोल पोला दाना, जिसके अंदर कंकड़ी रहती है -- घुंगुर, नुपुर

घुटन (स्त्री.) दम घुटने की-सी अवस्था या भाव -- श्वास-रुद्ध, निश्वास-रोध

घुटन (स्त्री.) ऐसी अवस्था, जिसमें कर्तव्य न सूझने पर मन में बहुत घबराहट होती है -- श्वास-रोध, हताशा, निराशा

घुसना (अ.क्रि.) बलपूर्वक धंसना, प्रवेश करना या आगे बढ़ना -- पशिबा, प्रबेश-करिबा

घुसपैठ (स्त्री.) प्रयत्न, करके या बलूपूर्वक कहीं पहुँचकर अपने लिए स्थान बनाने की क्रिया या भाव -- अनुप्रबेश, गुप्तरे-प्रबेश-करिबा

घुसपैठ (स्त्री.) अनधिकृत रूप से छिपकर प्रवेश करने की क्रिया -- NA

घूंघट (पुं.) स्त्रियों की चुँदरी, धोती, साड़ी आदि का वह भाग, जिसे वे सिर से कुछ नीचे खींच कर अपना मुँह ढँकती हैं -- ओढ़णा

घूँट (पुं.) तरल पदार्थ की उतनी मात्रा, जितनी एक बार मुँह में भर कर गले के नीचे उतारी जाती है -- ढ़ोक

घूँसा (पुं.) बँधी हुई मुट्ठी का वह रूप, जिसमें किसी पर प्रहार किया जाता है, मुक्का -- मुथ, मुष्टि

घूमना (अ.क्रि.) चक्कर लगाना -- बुलिबा, घुरिबा

घूमना (अ.क्रि.) सैर करना -- घुरिबा

घूमना (अ.क्रि.) किसी ओर मुड़ना -- बुलिबा, घुरिबा घुराइबा, बुलाइबा

घूरना (स.क्रि.) आँखें गड़ाकर देखना -- एक दृष्टिरे चाहिबा, आड़ बा-बक्रदृष्टिरे-देखिबा

घूरना (स.क्रि.) काम या क्रोध से एकटक देखना -- क्रोधरे-देखिबा, बिरक्त, दृष्टिरे-देखिबा

घूस (स्त्री.) रिश्वत -- घुस, उत्कोच, लांच, अन्याय बा-अबैध-परस्कार

घूस (स्त्री.) चूहे के वर्ग का एक बड़ा जंतु, जो पृथ्वी के अंदर बिल खोद कर रहता है -- एण्डुअ

घूसखोरी (स्त्री.) रिश्वत लेने की क्रिया या भाव -- लांचुआपण, उत्कोचभाब

घेरना (स.क्रि.) चारों ओर से रोकना, अवरोध करना -- घेरिबा, बेष्टन-करिबा, अबरोध-करिबा

घेरना (स.क्रि.) कोई जगह इस प्रकार भरना कि औरों के लिए स्थान न रह जाए -- अबरोध-करिबा, अधिकार, बा दखल-करिबा

घेरा (पुं.) लंबाई-चौड़ाई आदि का सारा विस्तार या फैलाव -- घुरा, परिधि, बिस्तार

घेरा (पुं.) इस प्रकार घेर कर खड़े होने की स्थिति, जिससे उस स्थान से कोई बाहर न निकल सके -- घेराउ, अबरोध, अटक

घोंसला (पुं.) वृक्ष आदि पर तिनके, पत्ते आदि का बना हुआ स्थान, जिसमें पक्षी रहते तथा अंडे देते हैं। -- चदेइ बसा नीड़

घोंटना (घोटना) (स.क्रि.) गले को इस तरह दबाना कि साँस रुक जाए -- गला चिपिबा

घोंटना (घोटना) (स.क्रि.) मुँहजबानी याद रखना रटना -- मुखस्थ-करिबा, आबृत्ति करिबा

घोल (पुं.) किसी तरल पदार्थ में कोई दूसरी (घुलनशील) वस्तु मिलाकर तैयार किया हुआ मिश्रण -- मिशाइबा, मिश्रण-करिबा

घोलना (स.क्रि.) किसी तरह पदार्थ में कोई अन्य घुलनशील वस्तु मिलाना -- मिलेइबा, मिशाइबा, मिश्रण-करिबा

घोषणा (स्त्री.) जन-साधारण को जानकारी देने के उद्देश्य से जोर से कही जाने वाली बात -- घोषणा, ज्ञापन, बिज्ञाप्ति

घोषणा (स्त्री.) सार्वजनिक रूप से निकाली गई राजाज्ञा -- घोषणा-पत्र

चंगुल (पुं.) शिकारी पशु-पक्षियों का टेढ़ा पंजा -- पंझा, पशु बा-पक्षीर नख

चंगुल (पुं.) किसी व्यक्ति के प्रभाव या वश में होने की वह स्थिति, जिसमें से निकलना सहज न हो -- कबल, अक्तिआर

चंचल (वि.) अस्थिर -- चंचल, अस्थिर, अधीर

चंचल (वि.) नटखट, शरारती -- बदमासि, दुष्ट

चंचल (वि.) जो शांत न हो, विकल, उद्विग्न -- उदबिग्न, अशांत, चंचल, बिकल

चंदन (पुं.) एक प्रसिद्ध पेड़, जिसकी लकड़ी बहुत सुगंधित होती है -- चंदन

चंदन (पुं.) उक्त लकड़ी को जल में घस या रगड़ कर बनाया हुआ गाढ़ा घोल या लेप, जिसका टीका आदि लगाया जाता है -- चंदन रस

चंदा (पुं.) चंद्रमा -- चंद्र, चंद्रमा, चांद, जन्ह

चंदा (पुं.) किसी परोपकारी अथवा सार्वजनिक कार्य के लिए दी या ली जाने वाली व्यक्तिगत आर्थिक सहायता -- चांदा

चंदा (पुं.) किसी संस्था/पत्रिका आदि को उसके सदस्य, ग्राहक आदि बने रहने के लिए दिया जाने वाला धन -- चांदा

चंद्रमा (पुं.) पृथ्वी का एक प्रसिद्ध उपग्रह, चाँद -- चंद्रमा, चंद्र, जन्ह

चकबंदी (स्त्री.) जमीन का बड़े-बड़े टुकड़ों में बँटवारा -- चकबंदी

चकबंदी (स्त्री.) छोटे-छोटे खेतों को एक में मिला कर उनके बड़े-बड़े चक या विभाग बनाने की क्रिया या भाव -- चकबंदि

चकराना (अ.क्रि.) चकित होना -- बिस्मित-हेबा, चकित हेबा, आश्चर्ज्यान्यित-हेबा

चकराना (अ.क्रि.) सिर घूमना -- मुंड बा-मथा-घुराइबा, मुंड-बुलाइबा

चकराना (स.क्रि.) किसी को चक्कर या फेर में डालना, चकित करना -- षड़जन्त्ररे-पकाइबा, चक्रांतरे-पकाइबा

चकित (वि.) आश्चर्य में आया या पड़ा हुआ -- चकित, बिभोर, बिस्मित

चक्की (स्त्री.) पीसने कूटने व दलने की मशीन के लिए पत्थर का उपकरण -- चकि, पेषणा, जंता

चक्र (पुं.) गोलाकार वस्तु जैसे गाड़ी का पहिया आदि -- चक, गाडिर चक

चक्र (पुं.) गोलाकार एक अस्त्र -- चक्र, भगबान-श्रीकृष्णंक-अस्त्र

चक्र (पुं.) देश भक्ति या वीरता आदि के लिए सरकार की ओर से दिया जाने वाला पदक या तमगा -- चक्र, पदक बा-पुरस्कार

चखना (स.क्रि.) किसी खाद्य वस्तु का स्वाद जानने के लिए उसका थोड़ा अंश मुँह में रखना या खाना -- चाखिबा, स्वाद, आस्वाद, आस्वादन, खाद परीक्षा करिबा

चटपटा (वि.) मिर्च-मसालेदार, तीक्ष्ण स्वाद का -- मरिच-मसलायुक्त

चटाई (स्त्री.) फूस, सींक, पतली पट्टियों आदि का बिछावन -- चटाई, सप (मसिणा)

चट्टान (स्त्री.) पत्थर का बहुत बड़ा और विशाल खंड -- पथर-चटाण

चढ़ना (अ.क्रि.) ऊपर की ओर बढ़ना -- आरोहण-करिबा, चढ़िबा, उपरकु-उठिबा

चढ़ना (अ.क्रि.) सवार होना -- आरोहण-करिबा, चढिबा

चढ़ना (अ.क्रि.) उन्नति करना -- उन्नति, करिबा, साफल्य, बिकाश, बुद्धि, परिस्फुट करिबा

चढ़ना (अ.क्रि.) बही खाते आदि में नामों, रकमों आदि का अंकित होना -- पुस्तकरे-लेखिबा

चढ़ाई (स्त्री.) ऊँचाई की ओर जाने वाला मार्ग -- चढ़ाई, क्रमोन्नत-भूमि

चढ़ाई (स्त्री.) आक्रमण -- आक्रमण, चढ़उ

चतुर (वि.) कार्य और व्यवहार में कुशल, प्रखर -- चतुर-कौशल

चतुर (वि.) चालाक, धूर्त -- धूर्त, चतुर, चालाक

चपरासी (पुं.) कार्यालय के कागज-पत्र आदि लाने या ले जाने वाला कर्मचारी -- चपरासी, पिअन

चपरासी (पुं.) अरदली -- अर्दली, चपरासी

चपल (वि.) स्थिर न रहने वाला -- चपल, अस्थिर, चंचल

चबाना (स.क्रि.) खाद्य वस्तुओं को दाँतों से काटकर बारीक करना -- चोबाइबा, चर्बण-करिबा

चबूतरा (पु.) मकान के अगले भाग में बैठने के लिए बनाई गई खुली चौकोर और चौरस जगह -- चउतरा, अगणा, बारण्ड़ा, चउपाढ़ि

चमक (स्त्री.) प्रकाश, क्रांति -- चमक, प्रकाश, कांति, दीप्ति

चम़कना (अ.क्रि.) प्रकाश या ज्योति से युक्त होना -- ज्योतियुक्त-हेबा, आडंबर-बा अतिब सौंदर्ज्य, बिस्मित-करिबा

चम़कना (अ.क्रि.) क्रांति या आभा से युक्त होना -- NA

चम़कना (अ.क्रि.) उन्नति करना -- उन्नति, करिबा

चमड़ा (पुं.) मृत पशुओं की खाल का प्रसंस्कृत रूप -- चमड़ा, लेदर

चमत्कार (पुं.) अलौकिक-सा जान पड़ने वाला काम या बात, करामात -- चमत्कार, अलौकिक, आश्चर्ज्य

चमत्कार (पुं.) आश्चर्यजनक कार्य -- आश्चर्य, विस्मय

चरण (पुं.) किसी पूज्य व्यक्ति के पाँव के लिए आदर सूचक शब्द -- चरण, पाद, पाद-पद्म

चरण (पुं.) किसी छंद, श्लोक आदि की पूरी पंक्ति अथवा चौथाई भाग -- पंक्ति, पद, छंद, चरण

चरना (स.क्रि.) पशुओं का खेतों आदि में उगी हुई घास, पौधे आदि खाना -- चरिबा, घास-खाइबा

चरबी (चर्बी) (स्त्री.) प्राणियों के शरीर में सफेद या हल्के पीले रंग का गाढ़ा, चिकना तथा लसीला पदार्थ -- चर्बी, मेद

चरवाहा (पुं.) वह व्यक्ति जो दूसरों के पशुओं को चराकर अपनी जीविका चलाता हो -- चराली, चराइबा-लोक, गोपाल

चरस (स्त्री.) गाँजे के पौधों के डंठलों पर से उतारा हुआ एक प्रकार का हरा या हल्का पीला गोंद या चेप, जिसे लोग गाँजे या तंबाकू की तरह पीते हैं -- गंजाइगछर-अठापरि-रस, गंजेइ

चरागाह (पुं.) पशुओं के चरने का स्थान, जहाँ प्रायः घास आदि उगी रहती है -- गोचर भूमि, चारण भूमि

चरित्र (पुं.) व्यक्ति के आचरण या व्यवहार को दिखलाने वाले लक्षणों का समुच्चय, आचरण -- चरित्र, आचरण, ब्यबहार, आचार-ब्यबहार

चरित्र (पुं.) कहानी, नाटक आदि का कोई पात्र -- नाटक-आदिर-पात्र, चरित्र

चर्चा (स्त्री.) बातचीत, वार्तालाप -- चर्चा, बार्तालाप, आलोचना, आलाप, कथाबार्ता

चर्चा (स्त्री.) अफवाह -- अपबाद, दुर्नाम, निंदा, कलंक, कुत्सा

चलचित्र (पुं.) सिनेमा (फिल्म) -- चलचित्र

चलना (अ.क्रि.) पैरों, पहियों आदि की सहायता से अथवा किसी प्रकार की गति से युक्त होकर आगे बढ़ना -- चलिबा, गति-करिबा

चलना (अ.क्रि.) किसी चीज का ठीक तरह से उपयोग या व्यवहार में आते रहना -- चालना

चलनी (छलनी) (स्त्री.) आटा, चाय आदि छानने का उपकरण -- चालुणी, चला

चश्मा (पुं.) ऐनक -- चशमा

चश्मा (पुं.) जल-स्रोत, सोता -- जल स्रोत, पाणिर-धार

चसका (पु.) किसी वस्तु या कार्य से होने वाली तृप्ति को बार-बार पाने की लालसापूर्ण प्रवृत्ति, चाट, लत -- लालसा, आसक्ति, प्रबृत्ति

चहकना (अ.क्रि.) पक्षियों का आनंदित होकर कूजना, चहचहाना -- पक्षीमाने-आनंदरे-कूजन बा-कलरब करिबा

चहकना (अ.क्रि.) उमंग या प्रसन्नता से बढ़-चढ़ कर बोलना -- प्रसन्नता, उत्फुल्लता, आनंद

चाँटा (पुं.) हथेली तथा हाथ की उंगलियों से किसी के गाल पर किया जाने वाला प्रहार, थप्पड़, तमाचा, झापड़ -- चापुड़ा, थापड़

चाँदनी (स्त्री.) चाँद का प्रकाश -- चंद्रर-ज्योति, प्रकाश-बा किरण

चाँदनी (स्त्री.) छत पर या ऊपर की ओर तानने का कपड़ा -- चोदुआ

चाँदी (स्त्री.) सफेद रंग की एक चमकीली धातु, जो गहने, सिक्के आदि गढ़ने के काम आती है -- चांदि, रूपा

चाकू (पुं.) फल आदि काटने का छोटा औजार, छुरी -- छुरि, कटुरी

चाटना (स.क्रि.) जीभ लगाकर या जीभ से पोंछ कर खाना -- चाटिबा

चापलूस (वि.) खुशामदी, चाटुकार -- तोषामदकारी, चाटुकार

चाबी (स्त्री.) ताली, कुंजी -- चाबि, कंचि

चांबुक (पुं.) कोड़ा -- चाबुक, कोरड़ा

चारपाई (स्त्री.) खाट, छोटा पलंग -- खट, खटिआ

चारा (पुं.) पशुओं के खाने की घास, पत्ती, डंठल आदि -- चारा, दाना

चारा (पुं.) चिड़ियों, मछलियों आदि को फँसाने अथवा जीवित रखने के लिए खिलाई जाने वाली वस्तु -- माछ-अदिकु-आकृष्ट-करिबा-पांइँ खाद्य वस्तु आहार, थोप

चारा (पुं.) उपाय, इलाज, युक्ति -- प्रतिबिधान, प्रतिकार, उपाय

चाल (स्त्री.) चलने की क्रिया या भाव -- गति, चलन

चाल (स्त्री.) गति -- गति, बेग

चाल (स्त्री.) धूर्तता -- धूर्त्तता, प्रतारणा, शठता, असत-उपाय

चाल (स्त्री.) शतरंज, ताश आदि के खेल में अपनी बारी आने पर गोटी, पत्ता आदि आगे बढ़ाने या सामने लाने की क्रिया -- चलाइबा-क्रिया

चालक (वि.) चलाने वाला (ड्राइवर) -- चालक

चालक (वि.) धूर्त -- धूर्त, चालाक, शठ, प्रतारक

चालान (चलान) (पुं.) रवन्ना -- चालाण

चालान (चलान) (पुं.) अभियोगारंभ -- अभिजोगारंभ, फौजदारी, चालाण

चाहना (स.क्रि.) इच्छा करना -- चाहिंबा, इच्छा-करिबा

चाहना (स.क्रि.) प्रेम करना -- प्रेम-करिबा, स्नेह-करिबा, भल-पाइबा

चिंघाड़ना (अ.क्रि.) हाथी का बोलना या जोर से चिल्लाना -- हस्तीर-गर्जन

चिंतन (पुं.) कोई बात समझने या सोचने के लिए मन में बार-बार किया जाने वाला उसका ध्यान या विचार, मनन -- चिंता, भाबना

चिंता (स्त्री.) सोच, फिक्र -- चिंता, भाबना, बिचार

चिंता (स्त्री.) परवाह -- उत्कण्ठा, उदबिघ्न

चिकना (वि.) जो छूने में खुरदरा न हो -- चिक्कण, स्निग्ध

चिकना (वि.) जिस पर पैर आदि फिसले -- पिच्छिल, चिक्कण

चिकना (वि.) जिसमें तेल आदि कोई चिकना पदार्थ लगा हो -- तेलिआ, तैलाक्त

चिकित्सा (स्त्री.) रोग-निवारण का उपाय,इलाज -- चिकित्सा,

चिट्ठी (स्त्री.) पत्र, खत -- चिठि, पत्र

चिड़ियाघर (पुं.) वह स्थान, जहां अनेक प्रकार के पशु-पक्षी आदि जन साधारण को प्रदर्शित करने के लिए एकत्र करके रखे जाते हैं -- चिड़ियआ-खाना

चिढ़ाना (स.क्रि.) नाराज करना -- चिड़ाइबा, रगाइबा, बिरक्त-करिबा

चिढ़ाना (स.क्रि.) नकल उतारना -- नकल-करिबा, प्रतिलिपि

चितकबरा (वि.) सफेद रंग पर काले लाल या पीले दानों वाला -- चित्रविचित्र, बिभिन्न-रंगर

चिता (स्त्री.) चुनकर रखी हुई लकड़ियों का ढेर, जिस पर मुर्दा जलाया जाता है -- चिता

चित्त (पुं.) मन की एक अवस्था, अंतःकरण -- चित्त, अंतकरण-छबि

चित्र (पुं.) तस्वीर (फोटो) -- फोटो

चित्र (पुं.) पेंटिंग -- छबि, (पेंटिंग) चित्र

चित्रकार (पुं.) चित्र बनाने वाला -- चित्रकार, चित्रशिल्पी

चिनगारी (स्त्री.) आग का छोटा कण -- निआँ-खुँटा, स्फुलिंग

चिनगारी (स्त्री.) कोई ऐसी छोटी बात जिसका आगे चलकर बहुत उग्र या भीषण प्रभाव हो सकता हो (लाक्षणिक) -- अग्निणा, स्फुलिंग

चिपकना (अ.क्रि.) किसी लसीली वस्तु के कारण दो वस्तुओं का परस्पर जुड़ना -- जोडि-हेबा, लागि-जिबा

चिपकना (अ.क्रि.) व्यक्तियों या वस्तुओं का पार-पास सटना -- जोडि-हेबा, लागिबा

चिमनी (स्त्री.) मकान या कारखाने आदि का धुआँ बाहर निकालने वाली विशेष नली, लैंप या लालटेन के काँच का आवरण -- चिमिनी, धुआँनली

चिल्लाना (अ.क्रि.) जोर से बोलना, शोर करना, हल्ला करना -- चिलाइबा, पाटिकरिबा, हल्लाकरिबा

चिह्न (पुं.) दाग, धब्बा, निशानी -- लक्षण, चिन्ह, निदर्शन

चिह्न (पुं.) वह शब्द, बात या छाप, जिससे किसी चीज की पहचान हो -- चिन्ह, दाग, लक्षण, संकेत

चीखना (अ.क्रि.) भावावेश में जोर से चिल्लाना -- चित्कारकरिबा, जोररेपाटिकरिबा

चीखना (अ.क्रि.) बहुत जोर से बोलना या कर्ण-कटु शब्द निकालना -- कर्कश शब्द, गलाफटाइकहिबा

चीरना (स.क्रि.) किसी चीज को धारदार उपकरण द्वारा काट या फाड़ कर अलग या टुकड़े करना -- चिरिबा, काटिबा

चुंगी (स्त्री.) स्थानीय शासन द्ववारा बाहर से आने वाले माल पर वसूल किया जाने वाला कर -- पण्यकर, आमदानि कर

चुंबक (पुं.) एक प्रकार का पत्थर या धातु, जिसमें लोहे को अपनी ओर आकर्षित करने की शक्ति होती है -- चुंबक, एक धातुजाहा लौहजातिय धातुकुआकर्षण करे

चुगना (स.क्रि.) पक्षियों का अपनी चोंच से अनाज के कण, कीड़े मकोड़े आदि उठा-उठा कर खाना -- खुंटिबा, खुण्टिखाइबा

चुगलखोर (वि.) किसी की हानि करने के उद्देश्य से पीठ पीछे उसकी बुराई करने वाला -- तोषामदकारी, दोमुंहाब्यक्ति, भंड, प्रतारक, शठ

चुटकुला (पुं.) चमत्कारपूर्ण और विलक्षण उक्ति अथवा बात, जिसको सुन कर हँसी आए -- हास्य, हसकौतुक, आमोद-प्रमोद

चुनना (स.क्रि.) बहुत में से कुछ को पसंद करके लेना -- पसंद करिबा

चुनना (स.क्रि.) छोटी वस्तुओं को हाथ, चोंच आदि से एक-एक करके उठाना -- बाछिबा, चयनकरिबा

चुनरी (स्त्री.) वह रंगीन विशेषतः लाल कपड़ा, जिसके बीच-बीच में बुंदकियाँ होती हैं -- रंगीन-ओढ़णी (ओढनी)

चुनाव (पुं.) चुनने की क्रिया या भाव -- भोट, मनोनयन

चुनाव (पुं.) निर्वाचन -- भोट, मनोनयन

चुनौती (स्त्री.) अपनी बात मनवाने के लिए किसी को उत्तेजित करते हुए सामना करने के लिए कहना, ललकार -- उत्तेजितकरिबा, आह्वानकरिबा

चुप (वि.) मौन, खामोश -- चुप, मौन, निरब

चुपड़ना (स.क्रि.) किसी गीली या चिपचिपी वस्तु का लेप करना -- लेपिबा, प्रलेप

चुभन (स्त्री.) किसी नुकीली वस्तु का दबाव पाकर किसी नरम वस्तु में धँसने की क्रिया या भाव -- फोडिहोइजिबा, विघ्घहेबा

चुभन (स्त्री.) उक्त क्रिया के कारण होने वाली टीस या पीड़ा -- फोड़िबाकष्ट, जंत्रणा, बेदना

चुभाना (स.क्रि.) कोई नुकीली चीज गड़ाना या धँसाना -- फोडिबा, भिडिबा

चुराना (स.क्रि.) छलपूर्वक परायी वस्तु हरण करना -- चोराइबा, हरणकरिबा, चोरिकरिबा

चुराना (स.क्रि.) भय, संकोच आदि के कारण कोई चीज या बात दबा रखना या दूसरों के सम्मुख न लाना -- लुचाइबा, गोपनकरिबा, लुक्कायित करिबा

चुस्त (वि.) फुर्तीला -- फूर्तिबाज, चालाक

चुस्त (वि.) खूब कसा हुआ -- खुब टाणहोइथिबा

चूकना (अ.क्रि.) भूल करना -- भूल करिबा, भ्रमरे पड़िबा

चूकना (अ.क्रि.) सुअवसर खो देना -- सुजोगछाडिदेबा बाहातछड़ा करिबा

चूड़ी (स्त्री.) सोने, चाँदी, काँच, हाथीदाँत आदि से निर्मित स्त्रियों का हाथ में पहनने का एक वृत्ताकार गहना -- चूड़ी, काच

चूड़ी (स्त्री.) किसी पेंच के वृत्ताकार खाँचे -- कौणासिपेचरवृत्ताकारखोप, पेच

चूना (पुं.) कुछ विशिष्ट प्रकार के कंकड़ पत्थरों, शंख, सीप आदि को फूँक कर बनाया जाने वाला एक प्रसिद्ध तीक्ष्ण और सफेद क्षार, जिसका उपयोग दीवारों पर सफेदी करने और पान आदि के साथ खाने के लिए किया जाता है -- चून

चूना (अ.क्रि.) किसी तरल पदार्थ का किसी छेद या संधि में से टपकना या बाहर निकलना -- टोपा टोपा-पडिबा, बिंदु-बिंदु पड़िबा

चूमना (स.क्रि.) होठों से होंठ, हाथ, गाल, मस्तक आदि अंगों का अथवा किसी पदार्थ का स्पर्श करना -- चुंबन-देबा

चूरन (चूर्ण) (पुं.) खूब महीन पीसी हुई बुकनी (पाउडर) -- चूर्ण, गुंड

चूल्हा (पुं.) मिट्टी, लोहे आदि का वह उपकरण जिसमें चीजें पकाने या गरम करने के लिए कोयला, लकड़ी आदि जलाई जाती है -- चूलि, चुला

चूसना (स.क्रि.) जीभ और होंठ के संयोग से किसी वस्तु (विशेषतः फल) का रस अंदर खींचना -- शोषिबा, पिइबा

चूसना (स.क्रि.) किसी गीली वस्तु की आर्द्रता सोखा लेना -- शोषिनेबा (शोषि-नबा)

चूसना (स.क्रि.) किसी का सत्व या सर्वस्व बलपूर्वक या अनुचित रूप से हड़प लेना -- अन्यायरे-आत्मसात् करिबा, शोषणकरिबा

चेहरा (पुं.) गर्दन के ऊपर का अगला भाग, जिसमें मुँह, आँख, नाक, कान, मस्तक आदि होते हैं, मुखड़ा -- चेहेरा, मुखमंडल

चेहरा (पुं.) मुखौटा -- मुख, मुख-मंडल

चोंच (स्त्री.) पक्षियों के मुँह का नुकीला और आगे की ओर निकला हुआ भाग -- चंचु, थण्ट

चोट (स्त्री.) किसी वस्तु के आघात से शरीर पर होने वाला घाव -- चोट, आघात, जखम

चोट (स्त्री.) वार -- आघात, चोट

चोटी (स्त्री.) सबसे ऊपर का भाग -- चुटि, बाल

चोटी (स्त्री.) स्त्रियों के गुँथे हुए सिर के बाल, वेणी -- बेणी

चोटी (स्त्री.) हिंदु पुरुषों के सिर के पिछले भाग के मध्य के थोड़े से लंबे बाल, जिन्हें कटवाया नहीं जाता -- चुटि, जटा

चोर-बाजार (पुं.) व्यापार का वह क्षेत्र, जहाँ चीजें चोरी से और/या अधिक ऊँचे दाम पर खरीदी या बेची जाती हैं -- चोराबजार, जेउंठारेचोराजिनिषबिक्रय हुए

चोरी (स्त्री.) चुराने की क्रिया या भाव -- चोरि

चोरी (स्त्री.) दूसरों से कोई बात छिपाने की क्रिया या भाव -- चोरि

चौंकना (अ.क्रि.) एकाएक किसी प्रकार की आहट, ध्वनि या शब्द सुनकर कुछ उत्तेजित अथवा विकल हो उठना -- चमकिबा, उत्तेजितहेबा, भयभीतहेबा

चौंकना (अ.क्रि.) चकित होना -- चकितहेबा, आश्चर्यहेवा

चौक (पुं.) आँगन, सहन -- अगणा, प्रांगण, खोलाजागा

चौक (पुं.) चबूतरा -- चउतरा, अगणा, प्रांगण, मंच

चौक (पुं.) चौराहा -- छक, चौरास्ता

चौकड़ी (स्त्री.) हिरन की वह दौड़ जिसमें वह चारों पैर एक साथ उठा कर छलाँग मारता हुआ आगे बढ़ता है -- हरिणरडिआँमारिबा, कुदिबा

चौकस (वि.) जो अपनी अथवा किसी की रक्षा के लिए पूर्णतः सचेत हो -- सचेत, सावधान, सतर्क

चौकस (वि.) ठीक, दुरुस्त, संपूर्ण -- दुरुस्त, संपूर्ण, उत्तम

चौकीदार (पुं.) किसी स्थान पर पहरे का काम करने वाला कर्मचारी -- चौकिदार, प्रहरी

चौखटा (पुं.) चौखट के आकार का ढाँचा, जिसमें शीशा या तस्वीर आदि को मढ़ा जाता है -- चौकाठ आकार, ढांचा, फ्रेम

चौड़ा (वि.) जिसके दोनों पाश्र्वों के बीच में अधिक विस्तार हो, जो सँकरा न हो -- चौकाठ-आकार, ढांचा, फ्रेम

चौराहा (पुं.) वह स्थान, जहाँ चारों दिशाओं से आने वाले मार्ग मिलते हों, चौरस्ता -- छक (चौक)

छँटनी (स्त्री.) छाँटने की क्रिया -- बाछिबा

छँटनी (स्त्री.) आवश्यकता से अधिक कर्मचारियों को सेवा से हटाने का काम -- छटेइ-करिबा

छड़ी (स्त्री.) बाँस, बेंत, लकड़ी आदि की पतली लाठी -- छड़ी, बाड़ि

छत (स्त्री.) चूने, कंकड़ आदि से बनी हुई घर की छाजन, पाटन -- छात

छत (स्त्री.) ऊपर का ढका भाग -- चांदुआ

छत (स्त्री.) किसी की समाधि के स्थान पर बना हुआ मंडप -- समाधि-मंडप

छत (स्त्री.) पैराशूट -- पाराचूट, आकाशछता

छल (पुं.) कपट, धोखेबाजी -- छल, कपटन, प्रतारणा

छलकाना (स.क्रि.) बरतन में भरे हुए जल आदि को हिलाकर गिराना -- चहलेइबा

छलना (स.क्रि.) धोखा देना, ठगना, भुलावे में डालना -- ठकेइबा, कपट करिबा, प्रतारणा करिबा

छलना (स्त्री.) धोखा, वंचना -- ठकामि, प्रतारणा, बंचिबा, रक्षा पाइबा

छल्ला (पुं.) सोने चाँदी आदि के तार को मोड़कर बनाई हुई अँगूठी -- तारकसि

छल्ला (पुं.) उक्त प्रकार की कोई गोलाकार आकृति -- मुदि

छाँटना (स.क्रि.) अनावश्यक अंश अलग करना -- बाछिबा

छाँटना (स.क्रि.) चुनना -- चयनकरिबा, निरपण करिबा, बाछिबा

छाज (पुं.) सरकंड़ों सींकों आदि का बना हुआ वह उपकरण जिससे अनाज फटका जाता है, सूप -- कुला, डाला

छाज (पुं.) छप्पर -- छपर, चाल

छात्र (पुं.) विद्यार्थी -- छात्र-छात्रि, विद्यार्थी

छात्रवृत्ति (स्त्री.) विद्यार्थी को विद्याभ्यास के लिए दी जाने वाली आर्थिक सहायता -- छात्रबृत्ति, बृत्ति

छात्रावास (स्त्री.) किसी स्कूल, कालेज के अंतर्गत वह स्थान जहाँ विद्यार्थी रहते हैं -- छात्राबास

छानना (स,क्रि.) आटे आदि को या तरल पदार्थ को चलनी या कपड़े से इस प्रकार निकालना जिसमें मोटा अंश रह जाए और महीन अंश नीचे गिर जाए -- छाणिबा, छांकिबा

छानना (स,क्रि.) खोज, जाँचना -- परीक्षा-करिबा, जांच-करिबा

छान-बीन (स्त्री.) जाँच-पड़ताल, खोजबीन -- अनुसंधान-करिबा, जांच-करिबा, खोजिबा, परीक्षा करिबा

छाप (स्त्री.) वह ठप्पा या साँचा, जिससे कोई चीज छापी जाए, ठप्पा -- छाप, मोहर

छाप (स्त्री.) प्रभाव, असर -- प्रभाव, प्रतिपत्ति

छापना (स,क्रि.) यंत्रों ठप्पों आदि की सहायता से अक्षर, चित्र आदि की छपाई करना -- छापिबा, मुद्रण-करिबा

छापना (स,क्रि.) पुस्तक, लेख, समाचार-पत्र आदि प्रकाशित करना -- छापिबा, प्रकाश-करिबा

छापा (पुं.) ठप्पा -- छाप, मोहर

छापा (क्रि.) कुछ विशिष्ट वस्तुएँ पकड़ने के लिए पुलिस का अचानक धावा -- अतर्कित-आक्रमण, चढाउ, तलास

छाया (स्त्री.) प्रकाश के अवरोध से उत्पन्न हलका अंधेरा -- छाया, छाइ

छाया (स्त्री.) परछाई, प्रतिबिंब -- प्रतिबिंब, परछाइ

छाया (स्त्री.) सादृश्य, प्रतिकृति -- सादृश्य, सामंजस्य, प्रतिकृति

छाल (स्त्री.) वृक्षों आदि के तने पर का कड़ा खुरदरा और मोटा छिलका -- छेलि, बकल, वल्कल

छाला (पुं.) शरीर के किसी अंग पर गरम पानी आदि पड़ने अथवा लगातार रगड़ के कारण होने वाला मांस का कोमल और नरम उभार, फफोला -- फोटका

छावनी (स्त्री.) वह स्थान, जहाँ सेना रहती हो, सैनिकों की बस्ती -- छाउणी

छिड़कना (स.क्रि.) जल या कोई तरल पदार्थ इस प्रकार फेंकना कि उसके छींटें बिखर कर चारों ओर पड़े -- छिटिकिबा

छिड़काव (पुं.) छिड़कने की क्रिया या भाव -- छिंचिबा

छिपाना (स.क्रि.) किसी प्राणी या वस्तु को ऐसी जगह या स्थिति में रखना, जहाँ कोई देख न सके, आवरण या ओट में रखना, ढाँकना -- लुचाइबा, छपाइबा, गुप्त-रखिबा

छिपाना (स.क्रि.) किसी को किसी बात की जानकारी न कराना या न होने देना -- प्रकाशित-न करिबा, गोपन रखिबा

छींकना (अ.क्रि.) शारीरिक क्रिया जिसमें नाक से वायु बहुत जोर से शब्द करते हुए निकलती है -- छिंकिबा, हाइमारिबा

छिनना (स.क्रि.) किसी से कोई वस्तु आदि जबरदस्ती ले लेना -- काढ़िनेवा, पृथककरिबा, अलगाकरिबा, भिन्न करिबा

छिलना (स.क्रि.) किसी चीज के ऊपर की परत को खींच कर या खुरचकर उससे अलग करना -- छेलिबा

छुट्टी (स्त्री.) काम बंद रहने का दिन -- बिश्रामदिन, छुटि दिन, अबसस दिन

छुट्टी (स्त्री.) जाने की अनुमति -- अनुमति, स्विकृति

छुट्टी (स्त्री.) छुटकारा -- अबकाश, निष्कृति, मुक्ति, छुटि

छुरा (पुं.) लंबे फलवाला बड़ा चाकू -- छुरा, कटुरि

छूट (स्त्री.) बंधन आदि से मुक्ति, छुटकारा -- मुक्ति, छाड

छूट (स्त्री.) रियायत, सुविधा -- रिहाति, सुविधा, छाड़

छूट (स्त्री.) कुछ करने की आजादी -- स्वतंत्रता, सुबिधा

छूत (स्त्री.) गंदी, अशुचि या रोग संवाहक वस्तु का स्पर्श या संसर्ग -- छुआँ, अशद्ध, अशुचि

छूत (स्त्री.) अपवित्र, वस्तु को छूने से होने वाला दोष -- अपबित्रबस्तु स्पर्शजनित दोष, अशुचि, अशुद्धि, अपबित्र-हेबा

छूना (स.क्रि.) किसी वस्तु का शरीर के किसी अंग अथवा पहने हुए वस्त्र से लगाना या स्पर्श होना -- छुइँबा, स्पर्शकरिबा

छेड़ना (स.क्रि.) किसी को उत्तेजित करने के लिए कुछ कहना या करना, चिढाना -- चिड़ेइबा, उत्तेजित-करिबा (चिढ़ाइबा)

छेड़ना (स.क्रि.) किसी वस्तु को इस प्रकार छूना या स्पर्श करना कि उसके फलस्वरूप कोई क्रिया या व्यापार घटित हो -- उत्तेजक, प्रदाह-जनक, उद्दीपना

छेदना (स.क्रि.) छेद अथवा सुराख करना -- कणाकरिबा, रंद्र-करिबा

छोटा (वि.) मान, विस्तार आदि में अपेक्षाकृत कम या थोड़ा -- छोट, निम्न, निच्च, तलिआ

छोटा (वि.) उम्र में कम -- बयसरेकम, सान, कनिष्ठ

छोटा (वि.) तुच्छ, हीन -- तुछ, हीन, नगण्य

छोड़ना (स.) बंधन से मुक्त करना, स्वतंत्र करना -- छाड़िबा, मुक्ति देबा, स्वतंत्र-करिबा

छोड़ना (स.) माफ करना -- माफ-करिबा, दोष-मुक्त-करिबा

छोड़ना (स.) त्याग देना -- त्याग–करिबा, छाड़िबा, परित्याग-करिबा

छोड़ना (स.) चलाना, फेंकना -- फोपड़िदेबा

छोड़ना (स.) किसी कार्य या उसके अंग को न करना या भूल से छोड़ देना -- छाड़िदेबा

छोर (पुं.) आंतिम सिरा, किनारा -- किनारा, प्रांत, धार, पार्श्व

जंग (पुं.) युद्ध -- जुद्ध, समर, संग्राम

जंग (पुं.) वायु और नमी के प्रभाव से उत्पन्न होकर लोहे पर जमने वाली मटमैली परत -- जंक

जंगल (पुं.) वन -- जंगल, बन, बण, अरण्य

जंगल (पुं.) निर्जन स्थान -- निर्जन-स्थान, एकांत-स्थल

जंगला (पुं.) बरामदे, छज्जे आदि के किनारे-किनारे की गई रचना, जिसमें लोहे या लकड़ी की छड़ें या जाली लगी हो -- घेरेइ-होइथिबातार जालि अथवा काठजालि

जंजीर (स्त्री.) धातु की बहुत-सी कड़ियों को एक-दूसरे में पहनाकर बनाई जाने वाली लड़ी, साँकल, श्रृंखला -- जंजीर, शिकुलि, श्रृंखल

जंतु (पुं.) प्राणी, जीव -- जंतु, प्राणी, मनुष्य एवं अन्यान्य-प्राणी

जकड़ना (स.क्रि.) कोई चीज इस प्रकार कसकर पकड़ना या बांधना कि वह हिलडुल न सके -- जाबुड़िबा, बंधिबा, बंधन-करिबा

जकड़ना (स.क्रि.) शीत आदि के कोप से शरीर का ऐंठना या तन जाना, अकड़ना -- शीतरे-शरीर असाड़-हेबा, शीतल, नीरस, निर्जीब, निस्तेज-बा कठिनहेबा

जगत (पु.) संसार, विश्व -- जगत, संसार, विश्व

जगत (स्त्री.) कुएँ के चारों ओर बना हुआ चबूतरा, जिस पर खड़े होकर पानी खींचा जाता है -- कुआ नंद

जगमगाना (अ.क्रि.) अपने या दूसरे के प्रकाश से चमकने लगना -- झलमलहेबा, चकचक्हेबा, झलसिबा

जटिल (वि.) कठिन, पेचीदा -- जटिल, कठिन, दुर्बोध

जड़ (वि.) जिसमें जीवन अथवा चेतना न हो, निर्जीव, अचेतन -- जटिल, कठिन, दुर्बौध

जड़ (स्त्री.) पेड़-पौधों आदि का नीचे वाला भाग जो जमीन के अंदर हो, मूल -- चेर, मूल

जनगणना (स्त्री.) किसी देश या राज्य के निवासियों की गिनती -- सरकारी लोकसंक्षानिरूपण, जनगणना, जनसुमारि

जनजाति (स्त्री.) जंगलों, पहाड़ों आदि पर रहने वाली आदिम जाति, जो साधारणतः एक ही पूर्वज की वंशज हो और जिसका प्रायः एक ही पेशा, रहन-सहन और विचार आदि हों -- गिरिजन, जंगली, आदिबासी, जनजाति

जनतंत्र (पुं.) ऐसी शासन प्रणाली, जिसमें देश या राज्य का शासन जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों द्वारा होता हो -- साधारणतंत्र, गणतंत्र, प्रजातंत्र, लोकतंत्र

जनता (स्त्री.) किसी देश या राज्य में रहने वाले व्यक्ति, जनसाधारण, प्रजा -- जनता, जन-साधारण

जनेऊ (पुं.) हिंदुओं में बालकों का यज्ञोपवीत नामक संस्कार, जिसमें सूत की तिहरी माला पहनाई जाती है -- उपबीत, उपनयन संस्कार (यज्ञोपबीत)

जनेऊ (पुं.) यज्ञोपवीत, ब्रह्मसूत्र -- पइता, जज्ञोपवीत, उपबीत

जन्मकुंडली (स्त्री.) वह चक्र, जिसमें जन्मकाल के ग्रहों की स्थिति बताई गई हो -- जातक, कोष्ठी, जन्मकुण्डली, जन्म पत्रिका

जन्म-दिन (पुं.) वह दिन जब किसी ने जन्म लिया हो -- जन्मदिन, जन्म-दिबस

जन्म-भूमि (स्त्री.) वह देश, राज्य या स्थान, जहाँ किसी का जन्म हुआ हो, जन्म स्थान -- जन्मभूमि, मातृभूमि

अपना (स.क्रि.) फल-प्राप्ति के लिए किसी शब्द, पद वाक्य आदि को श्रद्धापूर्वक मन ही मन बार-बार कहना -- जपिबा, नाम नेबा, भोजन करिबा

जबरदस्त (वि.) प्रबल अथवा स्वभाव से कठोर घटना या प्रतिक्रिया -- जबरदस्त, दृढ़-निश्चित

जमा (वि.) बचाकर या जोड़कर रखा हुआ -- जमा

जमा (वि.) जोड़ (गणित) -- मिशाण, मिशाइबा

जमा (वि.) खाते या बही का वह भाग या कोष्ठक, जिसमें प्राप्त हुए धन का ब्यौरा दिया जाता है -- हिसाब-खाता, जमा-खाता

जमानत (स्त्री.) वह जिम्मेदारी, जो किसी न्यायालय द्वारा इस रूप में दी जाती है कि बुलाने पर न्यायालय में उपस्थित न होने की स्थिति में जमा की गई धनराशि हरजाने के तौर पर जब्त कर ली जाती है -- जामिन, जमानत

जमानत (स्त्री.) किसी व्यक्ति विशेष के लिए दी गई मौखिक या लिखित जानकारी -- जामिन-टंका, अमानत-टंका

जमाना (स.क्रि.) किसी तरल पदार्थ को शीत अथवा अन्य किसी प्रक्रिया से ठोस बनाना -- खाप-खोइबा, प्रतिष्ठित-करिबा, ठिक भाबरेरखिबा

जमाना (स.क्रि.) एक वस्तु को दूसरी वस्तु पर दृढ़तापूर्वक स्थित करना या बैठाना -- खाप-खोइबा, प्रतिष्ठित-करिबा, ठिक भाबरेरखिबा

ज़माना (पुं.) काल, समय -- काल, समय, जुग

जमींदार (पुं.) जमीन का मालिक, भूमि का स्वामी -- जमिदार

जम्हाई (स्त्री.) एक शारीरिक क्रिया, जिसमें मनुष्य अपनी तंद्रा व सुस्ती भगाने के लिए पूरा मुँह खोलता है -- हाइमारिबा

जयंती (स्त्री.) जन्मतिथि पर मनाया जाने वाला उत्सव -- जन्मदिन, जन्मोत्सब

जयंती (स्त्री.) किसी महत्वपूर्ण कार्य के आरंभ होने की वार्षिक तिथि पर होने वाला उत्सव -- जयंती, बार्धिकी

जयमाला (स्त्री.) विजेता को पहनाई जाने वाली माला -- जयमाला, बिजयामाल्यबा माल

जयमाला (स्त्री.) विवाह के समय फूलों आदि की वह माला, जो कन्या अपने भावी पति के गले में डालती है -- बरमाला, बरमाल्य

जरी (स्त्री.) सोने के वे तार, जिनसे कपड़ों पर बेल-बूटे आदि बनाए जाते हैं -- सुना जरि

जरूर (क्रि.वि.) अवश्य -- जरूर, अबश्य, निश्चय, निश्चित

जर्जर (वि.) जीर्ण-शीर्ण, कमजोर, बेकाम -- जर्जर, जर्जरित, कमजोर, दुर्बल, अकर्मण्य, अकामी

जर्जर (वि.) टूटा-फूटा -- भंगा, जराजीर्ण, भंग्न

जलचर (पुं.) जल में रहने वाले जीव जल में रहने वाले जीव-जंतु -- जलचर, पाणि बा-जलरे बासकरुथिबा जीब

जलना (अ.क्रि.) आग का संयोग होने पर किसी वस्तु से लपट, प्रकाश, ताप या धुआँ आदि निकलने की स्थिति -- जलिबा, पोडिबा, पोड़िजिबा

जलना (अ.क्रि.) उक्त प्रकार के संयोग से विकृत होना, झुलसना या भस्म होना -- जलिनष्टभ्रष्ट हेबा

जलना (अ.क्रि.) ईर्ष्या, द्वेष आदि से कुढ़ना, संतृप्त होना -- कष्ट पाइबा, परश्रीकातर हेबा

जलपान (पुं.) कलेवा, नाश्ता -- जलखया

जलप्रपात (पुं.) ऊँचाई से गिरने वाला जलप्रवाह, झरना -- जलप्रपात

जलयान (पुं.) वह यान या सवारी, जो जल में चलती हो -- जलजान, जल-जाहाज

जलवायु (पुं.) किसी प्रदेश का प्राकृतिक वातावरण (गर्मी, ठंड, वर्षा आदि) जिसका विशेष प्रभाव जीवों, जंतुओं, वनस्पतियों आदि की उपज, विकास तथा स्वास्थ्य पर पड़ता है -- जलबायु, पाग, पाणियाग, बायुमंड़लर-अबस्था

जलसा (पुं.) उत्सव, समारोह, अधिवेशन, बैठक -- उत्सव समारोह, अधिबेशन, बैठक

जलाशय (पुं.) तालाब, झील -- जलाशय, ह्रद, पोखरी, गाडिआ, जलभंडार

जलूस (जुलूस) (पुं.) गलियों, बाजारों, सड़कों आदि पर प्रचार, प्रदर्शन आदि के लिए निकलने वाला लोगों का समूह -- पटुआर, जन-समारोह (शोभायात्रा)

जल्दी (स्त्री.) शीघ्रता, तेजी, उतावलापन -- जल्दी, शीघ्र, द्रतबेगरे

जहाँ (क्रि.वि.) जिस जगह, जिस स्थान पर -- जेउंठारे

जहाज (पुं.) जलपोत -- जल-जाहाज

जाँचना (स्त्री.) छान-बीन, परख, तहकीकात -- जांच, परीक्षा, अनुसंधान

जाँचना (स.क्रि.) किसी प्रक्रिया, प्रयोग आदि के द्वारा किसी वस्तु की प्रामाणिकता, शुद्धता आदि का पता लगाना -- जांचकरिबा, परीक्षा-करिबा, परखिबा

जाँचना (स.क्रि.) किसी बात सिद्धांत आदि की उपयुक्तता, सत्यता का पता लगाना -- अनुसंधान-करिबा, प्रमाण-करिबा, जांच-करिबा

जागरण (पुं.) जागते रहने की अवस्था या भाव -- जागरण, जाग्रत, जगेइबा

जागरण (पुं.) किसी उत्सव, पर्व आदि के उपलक्ष्य में रात को जागते रहने की स्थिति -- उजागररहिबा, जाग्रतरहिबा

जाड़ा (पुं.) सरदी, शीत -- जाड़, शीत, थंडा

जाड़ा (पुं.) शीतकाल -- शीतकाल, थंडादिन

जाति (स्त्री.) जात, संप्रदाय, नस्ल -- जाति, बर्ण, संप्रदाय, गोष्ठी

जाति (स्त्री.) पदार्थों या जीव-जंतुओं की आकृति, गुण, धर्म आदि की समानता के विचार से किया हुआ विभाजन, वर्ग -- श्रेणी, बर्ग, गोष्ठी, संप्रदाय

जादू (पुं,) बुद्धि के कौशल् और हाथ की सफाई से दिखाया जाने वाला कोई खेल, जिसका रहस्य न समझने के कारण उसे अलौकिक कृत्य समझा जाए -- माया जाल, भोज विद्या, इंद्र जाल

जादू (पुं,) किसी वस्तु का वह गुण या शक्ति, जिसके कारण उस वस्तु की ओर लोग बरबस आकृष्ट हो जाते हैं, वशीकरण -- जादु, बशिभूत, बशीकरण

जादूगर (पुं.) जादू के खेल दिखाने वाला व्यक्ति -- कुडुक-बिशारद, ऐंद्र-जालिक

जादूगर (पुं.) आश्चर्यजनक रीति से विलक्षण कार्य करने वाला -- बिलख्यण-कार्य-करिबा-बाला जादुकर

जानकारी (स्त्री.) जानकार होने की अवस्था, गुण या भाव का परिचय -- ज्ञान, परिचय

जानना (स.क्रि.) किसी बात, वस्तु, विषय आदि के संबंध की वस्तुस्थिति से अवगत होना -- जाणिबा, अबगतहेबा

जाना (अ.क्रि.) एक स्थान से चलकर अथवा और किसी प्रकार की गति में होकर दूसरे स्थान पर पहुँचने के लिए आगे या उसकी ओर बढ़ना, गमन या प्रस्थान करना -- जिबा

जाल (पुं.) धागे, सुतली आदि की विरल बुनी हुई रचना, जो किसी वस्तु या प्राणी आदि को फँसाने के काम आती है -- जाल, फाश, फांद

जाल (पुं.) फँसाने की युक्ति या फंदा -- फांद, जाल

जालसाज (पुं.) धोखाधड़ी करने वाला, धूर्त्त -- धूर्त्त, शठ, प्रतारक, कपटि

जाला (पुं.) मकड़ी द्ववारा बुना हुआ जाला -- बुढिआणिजाल

जाला (पुं.) आँख का एक रोग, जिसमें पुतली पर झिल्ली-सी आ जाती है -- परल माड़िबा (आखिरोग, चालिशा)

जाली (स्त्री.) लोहे, प्लास्टिक, कपड़े आदि की कोई वस्तु, जिसमें प्रायः नियत और नियमित रूप से छेद या कटाव हों -- जाली

जाली (वि.) झूठा, नकली या बनावटी -- नकली

जासूस (पुं.) वह व्यक्ति जो गुप्त रूप से अपराधियों प्रतिपक्षियों आदि का भेद लेता हो, गुप्तचर, भेदिया -- गुप्तचर

जासूसी (स्त्री.) जासूस का काम, पद या विद्या -- गुप्तचरकाम, गोइंदा

जासूसी (वि.) जासूस-संबंधी -- गुप्तचरकार्च्य

जिज्ञासा (स्त्री.) जानने की इच्छा -- जिज्ञासा, जाणिबारइच्छा

जीतना (क्रि.वि.) जिस मात्रा या परिमाण में -- जेतिकि

जिम्मेदार (पुं.) वह, जिस पर किसी कार्य, वस्तु अथवा किसी बात की जवाबदेही हो -- दायित्वनेबाव्यक्ति, उत्तरदायी

जिला (पुं.) किसी राज्य का वह छोटा विभाग, जो किसी एक प्रधान अधिकारी की देख-रेख में हो और जिसमें कई तहसीलें हों -- जिला

जीतना (स.क्रि.) युद्ध, मुकदमा, खेल आदि में विपक्षी के विरुद्ध सफल होना -- जितिबा, जयलाभकरिबा

जीतना (स.क्रि.) दमन करना, वश में करना -- जीइबा, जीबनबिताइबाबा अतिबाहितकरिबा

जीना (स.क्रि.) जीवित रहना, जीवन के दिन बिताना -- सिड़ि

ज़ीना (पुं.) सीढ़ी -- NA

जीव (पुं.) जिसमें जीवन है, प्राणी -- ज़ीब, प्राणी, जीबजंतु

जीव (पुं.) प्राणियों में रहने वाला चेतन तत्व, जीवात्मा -- जीब, जीबात्मा

जीव विज्ञान (पुं.) वह विज्ञान, जिसमें जीव-जंतुओं, वनस्पतियों आदि की उत्पत्ति, विकास, शारीरिक रचना तथा उनके रहन-सहन के संबंध में विचार किया जाता है -- प्राणिविज्ञान, जीबबिज्ञान

जीवाणु (पुं.) अतिसूक्ष्म जीव रूप, जिसे आँखों से नहीं देखा जा सकता -- जीबाणु, कीटाणु

जुआ (जूआ) (पुं.) गाड़ी, हल आदि के आगे की वह लकड़ी, जो जोते जाने वाले पशुओं के कंधों पर रखी जाती है -- जुआली

जुआ (जूआ) (पुं.) धन आदि की बाजी लगाकर खेला जाने वाला खेल -- पशा खेल, द्युतक्रीड़ा, जुआ खेल

जुआरी (पुं.) जिसे जुआ खेलने का व्यसन हो -- जुआड़ि

जुटना (अ.क्रि.) चीज़ों, व्यक्तियों आदि का इकट्ठा होना -- जुआड़ि

जुटना (अ.क्रि.) किसी काम में जी लगाकर योग देना -- मनदेइकामकरिबा

जुड़ना (अ.क्रि.) संबंध होना -- जोडिबा, संयुक्त-करिबा

जुड़ना (अ.क्रि.) इकट्ठा होना -- एकत्रितबा एकाठि करिबा, जोड़िबा

जुड़वाँ (वि.1) जिनका जन्म एक साथ हुआ हो -- जांआला, जमज

जुड़वाँ (वि.1) (कोई ऐसे दो या अधिक पदार्थ) जो आपस में एक साथ जुड़े, लगे या सटे हों -- जुक्त, जुग्म, जोड़ा, जुगल

जुताई (जोताई) (स्त्री.) जुतने या जोते जाने की क्रिया, भाव या मजदूरी -- चाष, कृषिकार्ज्य, हलकरिबा

जुरमाना (जुर्माना) (पुं.) किसी अपराध, दोष या भूल के दंड के रूप में ली जाने वाली धनराशि, अर्थ दंड -- ज़ेरिमाना

जूझना (अ.क्रि.) शारीरिक बल लगाते हुए प्रयत्न करना, संघर्ष करना, लड़ना -- जुझिबा, संघर्ष-करिबा, लढ़िबा

जूड़ा (पुं.) सिर के बालों को लपेट कर बनाया हुआ आकार विशेष -- जूड़ा, खोषा

जेब (पुं.) कुरते, कमीज आदि में रुपए-पैसे आदि रखने के लिए बनी हुई छोटी थैली -- पकेट

जेबकतरा (पुं.) दूसरों की जेब से रुपए-पैसे उड़ाने वाला -- पकेटमारु

जेल (पुं.) कारा, कारागार -- जेल, कारागार

जैसा (वि.) जिस आकार-प्रकार या रूप रंग का, जिस तरह का -- जेषा (जेसा), जेमिति

जैसा (वि.) समान, सदृश -- समान, सदृश

जोंक (स्त्री.) पानी में रहने वाला एक कीड़ा, जो अन्य जीवों के शरीर से चिपक कर उनका रक्त चूसता है -- जोक

जो (सर्व) संबंधवाचक सर्वनाम, विशेषण -- अज्ञात बा-अनिश्चितता सूचक

जोखिम (स्त्री.) हानि, अनिष्ट, घाटे की संभावना, खतरा -- हानि, अनिष्ट, क्षति, नष्ट

जोड़ना (स.क्रि.) दो वस्तुओं या टुकड़ों को एक-दूसरे के साथ चिपकाना, सीना, मिलाना आदि -- लगाइबा, जोड़िबा, संजोग-करिबा

जोड़ना (स.क्रि.) अपनी ओर से कुछ मिलाना -- जोगकरिबा, मिशाइबा

जोड़ना (स.क्रि.) गणित में संख्याओं का योग करना -- जोगकरिबा

जोड़ा (पुं.) एक-सी या एक साथ काम में आने वाली दो वस्तुएँ -- जोड़ा-जोडि, एकाठि-मिशि

जोड़ा (पुं.) एक ही प्रकार के जीवों का नर-मादा का युग्म -- जोड़ा, जुग्म, जुगल

जोतना (स.क्रि.) कोई चीज घुमाने या चलाने के लिए उसके आगे कोई पशु बाँधना -- जुआलीरे-जोचिबा

जोतना (स.क्रि.) खेत को बोए जाने के योग्य बनाने के लिए उसमें हल चलाना -- हलकरिबा

जोरदार (वि.) (व्यक्ति) जिसमें जोर अर्थात् बल हो -- बलबान, शक्तिशाली

जोरदार (वि.) (बात) जो तत्वपूर्ण और प्रभावशाली हो -- तत्त्वपूर्णकथा, जुक्तिजुक्त, जुक्तिसंगत, नीतिगत

जोर-शोर (पुं.) किसी काम को पूरा करने के लिए लगाया जाने वाला बहुत अधिक जोर और दिलाया जाने वाला अधिक उत्साह तथा प्रयास -- जोरसोर, धूमधाम

जोश (पुं.) उबाल -- उत्तेजना, उष्मता, उत्साह

जोश (पुं.) आवेश, मनोवेग, उत्साह -- उत्साह, आबेग

जौहरी (पुं.) हीरा, लाल आदि बहुमूल्य रत्न परखने और बेचने वाला व्यापारी -- हीरा-रत्नादिर-बिक्रेता

ज्ञान (पुं.) जानकारी, बोध -- ज्ञान, बोध

ज्ञापन (पुं.) जताने या बताने का कार्य -- स्मारक-पत्र, ज्ञापन, निबेदन-पत्र

ज्यादा (वि.) अधिक, अतिरिक्त, बहुत -- बेशी, अधिक, प्रचुर, अतिरिक्त

ज्योति (स्त्री.) प्रकाश, उजाला -- ज्योति, आभा, दिप्ति

ज्योति (स्त्री.) लपट, लौ -- शिखा, झलक, घास

ज्योतिष (पुं.) ग्रह, नक्षत्रों की गति, स्थिति आदि से उत्पन्न प्रभावों का विचार करने वाला शास्त्र -- ज्योतिष

ज्वर (पुं.) शरीर की वह गरमी, जो अस्वस्थता प्रकट करे, ताप, बुखार -- ज्वर

ज्वारभाटा (पुं.) चंद्रमा और सूर्य के आकर्षण से समुद्र की जलराशि का चढ़ाव और उतार -- जुआर-भटा

ज्वाला (स्त्री.) आग की लपट या लौ, अग्निशिखा -- ज्वाला, शिखा, घास, झलक

ज्वालामुखी (पुं.) वे पर्वत, जिनकी चोटी में से धुआँ, राख तथा पिघले या जले हुए पदार्थ बराबर अथवा समय-समय पर निकलते रहते हैं -- ज्वालामुखी, आग्नेयगिरि

झंकार (स्त्री.) धातु के किसी पात्र अथवा तार पर आघात होने से निकलने वाली झनझनाहट की ध्वनि -- झंकार, शब्द, स्वर

झंडा (पुं.) पताका, निशान -- पताका, ध्वजा

झगड़ा (पुं.) दो पक्षों में होने वाली कहासुनी या विवाद, लड़ाई -- झगड़ा, कजिआ, कलि, गंडगोल

झगड़ालू (वि.) जो प्रायः दूसरों से झगड़ा करता हो -- कलिआ

झटकना (स.क्रि.) किसी चीज को एकाएक जोर से हिलाना, झटका देना -- झटकाइबा, झुंकेइबा, हलेइबा, नुआंइबा

झटका (पुं.) हलका धक्का, झोंका, आघात -- झांकिबा, आयात-करिबा, ठेलिबा

झटपट (क्रि.वि.) अति शीघ्र, तुरंत ही, एकदम -- शीघ्र, संगे-संगे, चटपट

झड़प (स्त्री.) कहासुनी, तकरार -- रहिरहि-झगडिबा बा कलि करिबा

झड़ी (वि.) कुछ दिनों तक लगातार होने वाली वर्षा -- निरंतरवर्षा, लगाण वर्षा, झड़ी

झपकी (स्त्री.) हलकी नींद -- ढुलाइबा छाइनिद

झपटना (अ.क्रि.) तेजी से लपकना -- झींकीआणिबा, टाणिआणिबा

झरना (पुं.) ऊँचे स्थान से नीचे गिरने वाला जल-प्रवाह, प्रपात -- झरणा, झर

झरना (पुं.) चश्मा, सोता -- झरिबा, निर्झर, स्रोत

झरना (अ.क्रि.) ऊँचे स्थान से पानी या किसी चीज का लगातार नीचे गिरना -- बहिबा, गड़िबा

झरोखा (पुं.) दीवार में बनी हुई जालीदार छोटी खिड़की, गवाक्ष -- झरका, गबाक्ष

झलक (स्त्री.) थोड़े समय के लिए होने वाला दर्शन -- झलका, चमक, आभा

झलक (स्त्री.) प्रतिबिंब -- झलक, आभास

झाँकी (स्त्री.) किसी पूज्य या प्रिय वस्तु, घटना या व्यक्ति का सुखद अवलोकन, दर्शन -- दर्शन, झलक

झाँकी (स्त्री.) सज़ीव दृश्य, नाटकीय दृश्य, मनोहर दृश्य -- नाटकीय-दृश्य, सजीब-दृश्य, मनोरम-दृश्य

झाग (पुं.) किसी तरल पदार्थ के फेंटने या बिलोने से निकलने वाला फेन -- फेण

झाड़ना (स.क्रि.) फटकार कर धूल-गर्द साफ करना, बुहारना -- झाडिबा

झाड़ना (स.क्रि.) फटकारना -- गालि देबा, भर्त्सना-करिबा

झाड़ी (स्त्री.) छोटा झाड़ या पौधा -- बुदा

झाड़ी (स्त्री.) कँटीले पौधों या झाड़ों का समूह -- कंटाबुदासमृह

झाडू (पुं.) लंबी सींकों अथवा ताड़ या खजूर के पत्तों आदि का वह मुट्ठा, जिससे कूड़ा करकट, धूवल आदि साफ की जाती है -- झाड़ु, छान्चुणि

झिझक (स्त्री.) किसी काम को करने में होने वाला संकोच, हिचक -- थंग थंग-हेबा, संकोच बा-द्विधा करिबा

झिड़कना (स.क्रि.) अवज्ञा या तिरस्कारपूर्वक बिगड़ कर कोई बात कहना -- सोघिबा, तिरस्कार-करिबा, भर्त्सना-करिबा

झील (स्त्री.) लंबा-चौड़ा प्राकृतिक जलाशय -- हृद

झुँझलाना (अ.क्रि.) झल्लाना, खिझलाना, चिड़चिड़ाना -- चिड़चिड़हेबा, बिरक्तहेबा

झुँझलाहट (स्त्री.) झल्लाहट -- चिड़चिड़ापण, बिरक्ति भाब, राग, क्रोध

झुंड (पुं.) समूह -- दल, समूह, मेल

झुंड (पुं.) व्यक्तियों या जीवों का समूह -- गुंपुं, मंद

झुकना (अ.क्रि.) टेढ़ा होना, मुड़ना -- मोडिबा, तेढ़ा-करिबा

झुकना (अ.क्रि.) नमित होना -- नइंबा

झुग्गी (स्त्री.) झोंपड़ी या कुटी -- कुटीर, कुड़िआ

झुठलाना (स.क्रि.) किसी को झूठा ठहराना -- काहाकुमिछुआ वा मिथ्यावादी करिबा

झुर्री (स्त्री.) त्वचा पर पड़ने वाली शिकन -- क्षुटि

झूठ (पुं.वि.) असत्य, मिथ्या -- असत्य, मिथ्या

झूमना (अ.क्रि.) हलकी गति में झोंके खाना -- टलिबा, झुलिबा, दोलायितहेबा

झूमना (अ.क्रि.) नशे, नींद, प्रसन्नता या मस्ती में शरीर को धीरे-धीरे हिलाना -- हलाइबा

झूलना (अ.क्रि.) किसी लटकी हुई चीज का बार-बार आगे पीछे होना -- झुलिबा

झूलना (अ.क्रि.) झूले पर बैठ कर पेंग लेना -- दोलि-उपरेवसि झुलिबा

झूला (पुं.) किसी ऊँचे स्थान से बाधँकर लटकाई गई जंजीरों या रस्सियों पर लगा तख्ता आदि (झूलने का साधन) -- झुला, दोलि

झेंप (स्त्री.) लज्जा का अहसास, संकोच, शर्म -- लज्जा, संकोच, शरम

झेंपना (अ.क्रि.) लज्जित होना, शर्माना -- लज्जितहेबा, संकोचकरिबा

झेलना (स.क्रि.) अपने ऊपर लेना, सहना -- सहिबा, सहनबा सज्यकरिबा

झोंकना (स.क्रि.) किसी वस्तु को आग में फेंकना -- निंआरे-फिंगिबा

झोंकना (स.क्रि.) वेग से किसी चीज को डालना या फेंकना -- निक्षेप-करिबा, पकाइबा

झोंका (पुं.) वायु-लहरी -- सहसा, सबेगबायु लहरी, पबनरझुंक

झोंका (पुं.) थोड़े समय के लिए सहसा आने वाली नींद -- सहसा-आसिथिबानिद, निद-झांकिबा

झोंपड़ी (स्त्री.) घास-फूस की कुटी, झुग्गी -- कुड़िआ, कुटिर, कच्चाघर

झोला (पुं.) चीज़ें रखने के लिए कपड़े का थैला -- झुला, मुणि, थलि

टंकार (स्त्री.) धनुष की प्रत्यंचा तान कर सहसा छोड़ने पर होने वाली ध्वनि -- टंकार

टंकार (स्त्री.) धातु खंड, तार पर आघात लगने से होने वाली टन-टन ध्वनि -- झंकार

टंकी (स्त्री.) पानी भरने का एक पात्र, हौज, कुंड -- टांकी, कुण्ड

टकराना (अ.क्रि.) जोर से भिड़ना -- धक्का

टकराना (अ.क्रि.) मार्ग में बाधक होना, मुकाबला या सामना करना, संघर्ष होना -- मुहाँमुहिँ-हेबा, मुकाबिला-करिबा, सम्मुखिन हेबा

टकसाल (स्त्री.) वह स्थान जहाँ सिक्के ढाले जाते हैं -- टंका-शाला, मुद्रा-शाला

टंक्कर (स्त्री.) वेग के साथ आपस में भिड़ जाना -- धक्का

टंक्कर (स्त्री.) संघर्ष, मुकाबला -- संघर्ष, सम्मुखिन

टटोलना (स.क्रि.) उंगलियों से छूकर वस्तु का अनुमान करना -- अंडालिबा, एरुन्डिबा

टपकना (अ.क्रि.) बूँद-बूँद करके रिसना या फलों आदि का गिरना -- टप् टप्-पाणि-पड़िबा

टहनी (स्त्री.) वृक्ष की शाखा, डाल, डाली -- डाल, शाखा

टहलाना (अ.क्रि.) स्वास्थ्य के लिए चलना-फिरना, घूमना -- टहलिबा

टाँकना (स.क्रि.) सूई, डोरे आदि से कोई चीज कपड़ों पर लगाना -- टांकिबा, सिलाइ-करिबा

टाँका (पुं.) धागे आदि से दो टुकड़ों को आपस में जोड़ना -- टांक, सिलाइ

टाँका (पुं.) धातुओं को ज़ोड़ने या सटाने के लिए लगाया गया जोड़ -- जोड़, संजोग

टाँगना (स.क्रि.) लटकाना -- टांगिबा, लटकाइबा

टाट (पुं.) सन या पटसन का मोटा कपड़ा -- चटाइ, आसन

टापू (पुं.) चारों ओर से जल से घिरा स्थान, द्वीप -- टापु, बालिचर, द्वीप

टालना (स.क्रि.) स्थगित करना -- टालिबा, स्थगित-करिबा, बंद करिबा

टालना (स.क्रि.) बहाना करके पीछा छुड़ाना, टरकाना -- स्थगित, आल बा बाहानाकरिबा

टालना (स.क्रि.) निवारण करना, घटित न होने देना -- निबारणकरिबा, बाधादेबा

टिकना (अ.क्रि.) किसी आधार पर स्थित होना -- भरादेइठिआ हेबा, आउजिबा, निर्भर-करिबा

टिकना (अ.क्रि.) यात्रा के समय विश्राम के लिए कहीं ठहरना -- बिश्राम करिबा, क्लांति-मेंटाइबा

टिकाऊ (वि.) मज़बूत -- मज़भूत, स्थायी, दीर्घायु

टिकिया (स्त्री.) गोल और चपटा छोटा टुकड़ा -- खण्ड, टुकुड़ा

टीका (पुं.) तिर, बिंदी -- टीका, तिलक

टीका (स्त्री.) किसी ग्रंथ, पद आदि का अर्थ स्पष्ट करने वाला कथन, व्याख्या -- व्याख्या, टीका

टीका-टिप्पणी (स्त्री.) किसी प्रसंग के गुण दोषों आदि के संबंध में प्रकट किए जाने वाले विचार -- टीका-टिप्पणी, आलोचना, समीक्षा

टीला (पुं.) छोटी पहाड़ी की तरह का ऊँचा भूखंड, ढूह -- छोट-मुड़िंआ, ड़िह, ढिप

टुकड़ा (पुं.) अंश, खंड, भाग -- खंड

टेक (पुं.) सहारा, आधार -- ठेक, ठेस, प्रतित्रा, जिद

टेक (पुं.) हठ, आग्रह, संकल्प -- आग्रह, संकल्प

टेक (पुं.) गाने की प्रथम पंक्ति, जो बार-बार दोहराई जाती है, मुखड़ा -- घोषा

टेकना (स.क्रि.) अपने शरीर को अथवा किसी वस्तु को किसी दूसरी चीज के सहारे खड़ा करना या बैठाना, टिकाना -- टेकिबा

टेढ़ा (वि.) जो बीच में इधर-उधर मुड़ा हो, वक्र -- टेढ़ा, बक्र, बंका

टेढ़ा (वि.) कुटिल, धूर्त -- कुटिल, धूर्त

टेढ़ा (वि.) मुश्किल, कठिन, उलझनपूर्ण -- मुस्किल, कठिन, कष्टकर, प्रतिरोध-करिबा

टोकना (स.क्रि.) रोकना, बाधा डालना -- बाधा-देबा, बंद करिबा

टोकरी (स्त्री.) बाँस की खमचियों या तीलियों अथवा बेंत, सरकंडे आदि का बना हुआ खुले तथा चौड़े मुँह वाला बड़ा आधान -- टोकेइ, झुड़ि

टोली (स्त्री.) छोटा समूह, मंडली या दल -- मंडली, गोष्ठी, दल, समूह

टोह (स्त्री.) खोज, जाँच, तलाशी -- खोज, तलाशी, जांच, अनुसंधान, परीक्षा

टोह (स्त्री.) किसी अज्ञात बात का शोधः, पता लगाने की क्रिया अथवा उससे प्राप्त होने वाली जानकारी -- अज्ञातवस्तु संबंधीयज्ञान, अनुसंधान, खोजिबा, सूचना

ठंडक (स्त्री.) शीत, सर्दी, जाड़ा -- हालुक, सुखद, अल्पशीत, अल्प थंडा

ठंडक (स्त्री.) जलन की कमी, चैन -- आराम, शांति

ठंडा (वि.) उष्णता या ताप से रहित -- थंडा

ठग (पुं.) वह जो धोखा देकर दूसरे का धन या सामान हड़प ले, कपटी, धूर्त -- ठक, धूर्त

ठगना (स.क्रि.) धोखा देना, छलना -- ठकिबा, धोका-देबा

ठप्पा (पुं.) धातु, लकड़ी आदि की छाप या मुहर -- छापा, मोहर

ठप्पा (पुं.) ठप्पे का छापा या चिह्न -- छापा, मोहर

ठहरना (अ.क्रि.) रुकना -- रोकिबा, बंद-करिबा

ठहरना (अ.क्रि.) किसी स्थान पर थोड़े समय के लिए रहने के लिए रुकना -- किछि-समय-पाई-रहिबा, बंद हेबा

ठहाका (पुं.) जोर से हँसने का शब्द, कहकहा, अट्टहास -- अट्टहास्य, जोररे-हासिबा

ठाट-बाट (पुं.) आडंबर, तड़क-भड़क, शान शौकत -- आडंबर

ठिकाना (पुं.) रहने या ठहरने का स्थान -- ठिकणा

ठीक (वि.क्रि.वि.) उपयुक्त -- ठिक, उपजुक्त

ठीक (पु.) शुद्ध, सत्य -- शुद्ध, सत, सत्य

ठुकराना (स.क्रि.) पैर से ठोकर लगाना -- गोइठा-मारिबा, पदाघात-करिबा

ठुकराना (स.क्रि.) उपेक्षा या तिरस्कारपूर्वक अस्वीकार करना -- उपेख्या-करिबा, अबहेला-करिबा, अबज्ञा-करिबा

ठूँठ (पुं.) वह पेड़ जिसकी डालें, पत्तियाँ आदि न रह गई हों, सूखा पेड़ -- थुंटा, शुष्क-बृख्यरृ-गंडि

ठूँसना (स.क्रि.) कोई चीज किसी में जबरदस्ती डालना या भरना -- खुंदिभरति करिबा, ठेसि-पुराइबा बा भर्तिकरिबा

ठेकेदार (पुं.) वह व्यक्ति, जो ठेके पर दूसरों के काम करता या करवाता है -- ठिकादार

ठोंकना (स.क्रि.) किसी चीज को धँसाने के लिए उसके सिरे पर जोर से आघात करना -- ठुंकिबा, भल-करि पिटिबा

ठोंकना (स.क्रि.) अच्छी तरह पीटना -- गड़ाइबा

ठोकर (स्त्री.) आघात, जो चलने में कंकड़, पत्थर आदि के धक्के से पैर में लगे -- ठोकर, धक्का, आघात

ठोकर (स्त्री.) पदाघात -- पदाघात, नातमारिबा

ठोस (वि.) जिसकी रचना में अंदर कहीं खोखलापन न हो, भरपूर -- निंदा, परिपूर्ण, भरपुर

ठोस (वि.) तथ्यपूर्ण, दृढ़, प्रामाणिक -- तथ्यपूर्ण, दृढ़, प्रामाणिक

डंक (पुं.) बिच्छू, मधुमक्खी आदि में पीछे का जहरीला काँटा -- नाहुड, कष्टा, शंकु, आंशु

डंडा (पुं.) लकड़ी का मोटा सीधा टुकड़ा -- बाड़ी, दंड, लाठि

डकार (स्त्री.) भोजन करने के पश्चात् पेट में भरी वायु का कंठ से शब्द के साथ निकल पड़ने का शारीरिक व्यापार -- एउडि, ढ़कार

डकैती (स्त्री.) डाका, लूट-मार -- ड़कायति, लुटमार

डग (पुं.) कदम -- पदक्षेप

डगमगाना (अ.क्रि.) लड़खड़ाना, डिगना, विचलित होना या करना -- टलमल-हेबा, बिचलित-हेबा, अस्तब्यस्त-हेबा, इतस्तत हेबा

डरना (अ.क्रि.) भयभीत होना -- डरिबा, भयभीत-हेबा

डरपोक (वि.) कायर, भीरु -- भीरु, डरुआ, भयातुर, कापुरुष

डराना (स.क्रि.) किसी के मन में डर उत्पन्न करना, धमकाना -- डराइबा, भय-देखाइबा, धमक

डरावना (वि.) भयानक -- भयानक, भयंकर, भयाबह

डसना (स.क्रि.) जहरीले कीड़े का काटना -- कामुड़िबा, दंशिबा

डाँट (स्त्री.) किसी को सचेत करने के लिए कड़ी बात करना -- धमक-देबा, चेतेइ-देबा

डाँवाडोल (वि.) जो सहसा किसी आघात से हिलने-डुलने लगे -- चेतेइ-देबा, टलमल, दोलायित, दोदुल्यमान

डाँवाडोल (वि.) अनिश्चित (व्यक्ति अथवा स्थिति) -- अस्थिर, अनिश्चित, संशयापन्न

डाक (स्त्री.) पत्रों, बंडलों आदि को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाने की सरकारी व्यवस्था -- डाक

डाक (स्त्री.) उक्त व्यवस्था द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाया जाने वाला पत्र या सामग्री -- डाकद्वारा-प्रेरित सामग्री (चिठि पत्र)

डाकघर (पुं.) डाकखाना -- डाकघर

डाका (पुं.) डकैती, लूट-मार -- डकैति, चोरि, लुटमार

डाकू (पुं.) डाका डालने वाला -- डाकु, ड़कायन

डांल (स्त्री.) पेड़-पौधे आदि की टहनी या शाखा -- शाखा, डाल

डालना (स.क्रि.) किसी आधार या पात्र में कोई चीज कुछ ऊँचाई से गिराना, छोड़ना या रखना -- छाडिबा, पकाइबा, तलकु-पकाइबा

डाह (स्त्री.) ईर्ष्या, जलन, कुढ़न -- ज्वलन, ईर्षा, हिंसा, परश्री-कातरता

डिबिया (स्त्री.) किसी वस्तु को रखने का ढक्कनदार बहुत छोटा आधान, बहुत छोटा डिब्बा -- छोट-ड़िबा

डिब्बा (पुं.) सामान रखने का बड़ा ढक्कनदार आधान, जो धातु, लकड़ी आदि का बना होता है -- डबा

डिब्बा (पुं.) यात्रियों एवं माल आदि के लिए रेलगाड़ी का कक्ष -- रेलगाड़िर ड़बा

डींग (स्त्री.) अपने बल, योग्यता या साहस के बारे में बढ़ा-चढ़ा कर बात करना, शेखी -- बाहापिआ-कथा, जालिआति, मिछकथा

डुबाना (स.क्रि.) ऐसा काम करना, जिससे कोई चीज डूब जाए -- डुबाइबा, बुड़ाइ देबा

डेढ़ (वि.) मान, मात्रा, संख्या आदि की किसी एक इकाई और उसकी आधी इकाई के योग का सूचक विशेषण -- देढ़

डेरा (पुं.) पैदल यात्रा आदि के समय अस्थायी रुप से बीच में ठहरने का स्थान, पड़ाव -- डेरा, शिबिर, बिक्षाम-स्थान, बिश्रामागार

डोंगी (स्त्री.) एक प्रकार की छोटी खुली नाव -- डंगा, डिंगि, नाआ

डोर (स्त्री.) सूत आदि का बटा हुआ पतला मजबूत धागा -- ड़ोर, सुता

डोर (स्त्री.) पतंग आदि उड़ाने के लिए वह धागा जिस पर मांझा लगा होता है -- ड़ोर, सुता

डोल (पुं.) कुएँ से पानी खींचने का बरतन -- बालटि

डोली (स्त्री.) पालकी की तरह की एक प्रसिद्ध सवारी, जिसे दो कहार कंधे पर उठाकर चलते हैं -- सबारि

डोली (स्त्री.) विवाह के समय मायके से विदा होते हुए वधू पहले पहल ससुराल जाती है -- NA

ड्योढ़ी (स्त्री.) किसी भवन या मकान के मुख्य प्रवेश द्वार के आस-पास की भूमि या स्थान -- दांड

ड्योढ़ी (स्त्री.) घर के मुख्य द्वार के अंदर का वह भाग, जिसमें से होकर घर के कमरों, आँगन आदि में जाया जाता है -- प्रबेश-द्वार

ढंग (पुं.) कोई काम करने की रीति -- ढंग, रीति, नियम

ढकना (स.क्रि.) किसी पर आवरण डालना ताकि वह दिखाई न पड़े -- ढांकिबा, धोडेइबा

ढकना (पुं.) वह चीज या रचना, जिससे कोई चीज ढकी रहती है, ढक्कन -- ढांकुणी, धोङणी

ढकेलना (स.क्रि.) धक्का देकर आगे बढ़ना -- धक्का-देबा, पेलिदेबा, ठेलिदेबा

ढकोसला (पुं.) स्वार्थ-सिद्धि के लिए अपनाया हुआ झूठा रूप, दिखावा -- देखाइ हेबा, भंडेइबा

ढक्कन (पुं.) ढाँकने की वस्तु -- घोडणी, ढांकणा

ढलाई (स्त्री.) ढालने की क्रिया या भाव -- ढलाइ

ढलाई (स्त्री.) पिघली हुई धातु को साँचे में ढालकर बरतन, मूर्तियाँ आदि बनाने की क्रिया भाव और मजदूरी -- छांच, मूल, पारिश्रमिक, मजूरी

ढलान (स्त्री.) कोई ऐसा भूखंड, जो चपटा और समतल न हो, बल्कि तिरछा हो जिसमें नीचे की ओरj ढाल हो -- ढालु, गड़ाणिआं

ढाँचा (पुं.) कोई वस्तु या रचना बनाते समय उसके विभिन्न मुख्य अंगों को जोड़ या बाँध कर खड़ा किया हुआ आरंभिक रूप -- आकार, आकृति

ढाँचा (पुं.) ठठरी या पंजर -- ढ़ाचा, साज, आकृति

ढाई (वि.) दो और आधा का मान -- अढ़ाइ (2 1/2)

ढाढ़स (पुं.) तसल्ली, सांत्वना, धीरज -- आस्वाशना, सांत्वना, भरसा

ढाबा (पुं.) वह स्थान, जहाँ रोटी, दाल आदि बिकते हैं, एक प्रकार का कच्चा और अस्थायी भोजनालय -- ढाबा, भोजनालय

ढाल (स्त्री.) चमड़े धातु आदि का बना हुआ वह गोलाकार उपकरण जिसे युद्ध क्षेत्र में सैनिक लोग तलवार, भाले आदि का वार रोकने के लिए अपने बाएँ हाथ में रखते थे -- ढाल

ढाल (स्त्री.) किसी भूखंड का ऐसा तल, जो क्षितिज के समतल न हो, बल्कि तिरछा या नीचे की ओर झुका हो, ढलान -- ढालु, गड़ाणिआं

ढिंढोरा (ढँढोरा) (पुं.) वह डुग्गी या ढोल, जिसे बजा कर किसी बात की सार्वजनिक घोषणा की जाती है -- डेंगुरा

ढिंढोरा (ढँढोरा) (पुं.) उक्त प्रकार से की हुई घोषणा -- डेंगुरा

ढीठ (वि.) जो जल्दी किसी से डरता न हो और जो भय या संकट के समय भी अपने हठ पर अड़ा रहता हो, धृष्ट -- जिदिआ, तेढ़ा अबाद्य, धृष्ट

ढीठ (वि.) जो प्रायः ऐसे अवसरों पर भी संकोच न करता हो, जहाँ बड़ों की मान मर्यादा का ध्यान रखना आवश्यक हो -- धृष्ट, उद्धत, गर्बी

ढीला (वि.) शिथिल -- ढ़िला, शिथिल

ढीला (वि.) जिसमें उचित कसाव खिंचाव या तनाव का अभाव हो -- ढिला, अलगा, भिन्न

ढीला (वि.) जो नाप में आवश्यकता से अधिक गहरा, लंबा या चौड़ा हो -- ढिला

ढुलाई (स्त्री.) ढोने की क्रिया, भाव या मजदूरी -- मेहेनत, परिश्रम, मूल, मजुरि

ढूँढ़ना (स.क्रि.) कोई छिपी या इधर-उधर पड़ी हुई वस्तु या आँख से ओझल व्यक्ति का पता लगाना, खोजना -- खोजिबा

ढेर (पुं.) एक स्थान पर विशेषतः एक दूसरे पर रखी हुई बहुत सी वस्तुओं का ऊँचा समूह -- गदा, राशि

ढेला (पुं.) मिट्टी या पत्थर का कड़ा टुकड़ा -- ढेला, पथर

ढोंगी (वि.) झूठा आडंबर खड़ा करने वाला धोखेबाज, पाखंडी -- धोखाबाज, पाखंडी, भंड, कपटि

ढोना (स.क्रि.) पीठ या सिर पर रखकर कोई भारी चीज एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना -- बोहिबा

तंग (वि.) संकरा, संकीर्ण -- संकीर्ण, अप्रशश्त

तंग (वि.) आवश्यकता से अधिक कसा हुआ और कुछ छोटा, चुस्त -- आण्ट, कसा

तंग (वि.) परेशान, हैरान,, कमी -- हइराण, असुबिधा

तंतु (पुं.) ऊन, रेशम, सूत आदि का बटा हुआ डोरा, तागा -- तंतु, सुता

तंदूर (पुं.) एक तरह का चूल्हा, जिसकी ऊंची गोलाकार दीवार के भीतरी भाग में रोटियाँ चिपका कर बनाई जाती है -- एक प्रकार चूलि

तंद्रा (स्त्री.) हलकी नींद, ऊँघ -- तंद्रा, हाल्का-निद, चाइ निद

तंबाकू (पुं.) एक प्रसिद्ध पौधा और उसके पत्ते जो नशे के लिए अनेक रूपों में काम में लाए जाते हैं -- तमाखु, दोकता, धुआंपत्र

तंबू (पुं.) शामियाना, खोमा -- तंबू, शामिआना

तंबोली (तमोली) (पुं.) पान लगाकर बेचने अथवा पान का व्यवसाय करने वाला -- पानरा, पान-बिक्रेता (बिकाली)

तकनीक (स्त्री.) शिल्प, पद्धति -- पद्धति, प्रणाली

तकला (पुं.) सूत कातने और लपेटने के काम आने वाली चरखे से लगी लोहे की सलाई टेकुआ -- तकली

तकलीफ़ (स्त्री.) कष्ट, दुख, पीड़ा -- कष्ट, पीड़ा, दुःख, जंत्रणा (यंत्रणा)

तकलीफ़ (स्त्री.) विपत्ति, संकट -- बिपत्ति, बिपद, संकट, असुबिधा

तख्त (पुं.) राजसिंहासन -- सिंहासन, राज-सिंहासन

तख्त (पुं.) लकड़ी की बनी बड़ी चौकी -- पटा, तक्ता

तख्ता (पुं.) लकड़ी या आयताकार बड़ा तथा समतल टुकड़ा -- तक्ता, पटा

तट (पुं.) कूल, किनारा तीर -- कूल, तट, धार

तटस्थ (वि.) विरोध, विवाद आदि के प्रसंगों में दोनों दलों से अलग और निर्लिप्त रहने वाला, निरपेक्ष -- निरपेक्ष

तड़पना (अ.क्रि.) अत्यंत दुखी होना, छटपटाना, तिलमिलाना -- अस्थिर हेबा, ब्याकुर हेबा, छटपट हेबा, ब्यति-ब्यस्त हेबा

तड़पना (अ.क्रि.) किसी वस्तु के लिए बेचैन होना -- कोणसिबस्तु पाइंव्यस्त हेबा, अधिर, आतुर बाब्यग्र हेबा

तत्परता (स्त्री.) उद्यत होने की अवस्था, गुण या भाव, सन्नद्धता -- तत्परता, उद्यम, शीघ्रता

तत्परता (स्त्री.) मनोयोगपूर्वक काम करने का भाव, तल्लीनता -- मनजोग, तत्परता

तथा (अव्य.) दो चीज़ों, बातों आदि में योग या संगति स्थापित करने वाला एक योजक अव्यय, और -- तथा, एवं, ओ

तथा (अव्य.) किसी के अनुरूप या तथा अनुसार, वैसा ही -- सेहिपरि, तथा

तथ्य (पुं.) सत्यता यथार्थता -- तथ्य, सत्यता, जथार्थता, प्रजुज्यता

तन (पुं.) शरीर, देह, जिस्म -- तन (तनु), शरीर, देह

तनखाह (तनख़ाह) (स्त्री.) वेतन -- बेतन, दरमा

तना (पुं.) पेड़-पौधों का जमीन से ऊपर निकला हुआ वह मोटा भाग, जिसके ऊपरी सिरे पर डालियाँ निकली होती हैं, धड़ -- गंडी (बृख्यर)

तन्मयता (स्त्री.) मग्न अथवा दत्तचित होने की अवस्था, गुण या भाव -- एकाग्रता, तन्मयता, मग्न, मज्निबा

तपस्या (स्त्री.) मन की शुद्धि, मोक्ष की प्राप्ति, पाप के प्रायश्चित आदि के लिए स्वेच्छा से किया जाने वाला कठोर आचरण और नियम-पालन, तप -- तपस्या

तपस्या (स्त्री.) कष्ट-सहन -- कष्ट-साहिबा, सहनशीलता

तब (क्रि.वि.) उस समय -- तेबे, सेतेबेले, सेहि-समयरे

तब (क्रि.वि.) बाद में -- मागीर, एक प्रकार पक्षी

तब (क्रि.वि.) उस कारणः -- सेहि, से कारणरु

तबीयत (स्त्री.) स्वास्थ्य की दृष्टि से किसी की शारीरिक या मानसिक स्थिति, मिजाज -- शारीरिक/मानसिक स्थिति-बा अबस्था

तबीयत (स्त्री.) मन का रुझान, प्रवृत्ति -- मानसिक-प्रबृत्ति, रुचि, स्वभाब

तमगा (पुं.) पदक -- पदक, पुरस्कार

तमाचा (पुं.) थप्पड, झापड़, चाँटा -- चापुड़ा

तमाशा (पुं.) मनोरंजक दृश्य -- तामसा, हास्यपूर्ण मनोरंजक-दृश्य

तमाशा (पुं.) अद्भुत बात -- अद्भूत कथा, आश्चर्ज्य कथा

तय करना (NA) फैसला या निर्णय अथवा निश्चित करना -- निर्णय-करिबा, निश्चय बा निश्चित करिबा, समाधान-करिबा

तय करना (NA) (रास्ता आदि) पूरा या समाप्त करना -- पूरा-करिबा, शेष-करिबा, संपूर्ण-करिबा

तरंग (स्त्री.) पानी की लहर, हिलोर -- तरंग, ढेउ, लहरि

तरंग (स्त्री.) उमंग -- उत्साह, आबेग, उद्विग्ना

तरंग (स्त्री.) स्वरलहरी -- स्वर-लहरी, स्वरर लय, ताल, सावलील भंगि

तरकीब (स्त्री.) उपाय, युक्ति -- उपाय, पथ, रास्ता

तरक्की (स्त्री.) प्रगति, बढ़ोतरी, उन्नति -- प्रगति, उन्नति, अग्रगति

तरक्की (स्त्री.) पदवृद्धि, पदोन्नति -- पदवृद्धि, पदोन्नति

तरह (स्त्री.) ढंग, प्रकार, तरीका, किस्म -- प्रकार, रीति, बिभिन्नता, ढंग

तरीका (पुं.) रीति, ढंग -- उपाय, प्रणाली, रीति, प्रथा

तरीका (पुं.) उपाय, युक्ति -- उपाय, रीति, जुक्ति

तरुण (वि.) जवान -- तरुण, जुआन

तर्क (पुं.) युक्ति, दलील -- तर्क, जुक्ति

तल (पुं.) निचला भाग, पेंदा, तला -- तल, निम्न-भाग

तल (पुं.) ऊपरी सतह -- उपर-स्तर

तलवा (पुं.) पैर के नीचे का भाग,पदतल -- पादर तल-अंश, पाद-तल

तलवार (स्त्री.) लोहे का एक लंबा धारदार हथियार, खङ्ग -- खण्डा, तरबारि, कृपाण

तला (पुं.) पेंदा -- तल

तला (पुं.) जूते के नीचे का चमड़ा -- जोता-तलर चमड़ा

तलाक (पुं.) वैधानिक रीति से विवाह संबंध का विच्छेद -- छाड़-पत्र

तसल्ली (स्त्री.) ढ़ाढ़स, दिलासा, सांत्वना -- भरसा, आश्वासना/सांत्वना

तसल्ली (स्त्री.) संतोष -- संतुष्ट, संतोष

तसवीर (स्त्री.) चित्र -- चित्र, छबि

तस्कर (पुं.) देय शुल्क चुकाए बिना अवैधानिक रूप से एक देश का माल दूसरे देश में पहुँचने वाला -- चोरा-बजारी, कला बजारी, असाधु-ब्यबसाय

तह (स्त्री.) परत -- भांग, स्तर

ताकना (स.क्रि.) देखना -- देखिबा, नजर रखिबा

तागा (पुं.) डोरा -- सूता, डोर

ताज (पुं.) राजमुकुट -- राजमुकुट, मुकुट

ताजा (वि.) जो अधिक दिनों का या बासी न हो -- तटका, ताजा

ताजा (वि.) प्रफुल्लित और स्वस्थ -- नूतन, नूआ, सतेज

ताड़ी (स्त्री.) ताड़ के वृक्ष से निकला हुआ सफेद मादक रस -- NA

ताना-बाना (पुं.) बुनाई के समय क्रमशः लंबाई तथा चौड़ाई के बल फैलाए या बुने जाने वाले सूत -- तानाबाना, ताणमाण

ताप (पुं.) उष्णता, गरमी -- ताप, गरम, उष्मता

ताप (पुं.) ज्वर, बुखार -- जर, ज्वर

ताप (पुं.) उष्मा -- ताप, उष्म, गरम

तापमान (पुं.) थर्मामीटर आदि द्ववारा मापी गई ताप की मात्रा -- ताप, ताप-मात्रा

ताम्रपत्र (पुं.) ताँबे की पत्तर -- ताम्रपत्र

ताम्रपत्र (पुं.) ताँबे का वह पत्तर, जिस पर महत्वपूर्ण बात स्थाई रूप से लिखी गई हो -- ताम्रपत्र, ताम्र-फलक

तार (पुं.) धातु का तागा-रूप -- तार

तार (पुं.) तार द्वारा समाचार या वह कागज जिस पर उक्त समाचार पहुँचाया जाता है -- तार, टेलिग्राम

तारकोल (पुं.) अलकतरा, काले रंग का एक गाढ़ा द्रव, जो लक़ड़ी आदि रँगने के काम आता है -- पिचु, आलकातरा

तारतम्य (पुं.) क्रम, क्रमबद्धता -- संतुलन, भारसाम्य, तारतम्य-क्रम, क्रमान्वय

तारा (पुं.) नक्षत्र, सितारा -- तारा, तारका, नक्षत्र

तारा (पुं.) आँख की पुतली -- आखि-पुतला तारा बा-मणि

तारीख (स्त्री.) दिनांक, तिथि -- तारिख, दिन, दिबस, तिथि

तालमेल (पुं.) समन्वय, संगति -- समन्वय, मेला

ताला (पुं.) दरवाजा, संदूक आदि बंद करने का उपकरण -- ताला, कोलप

तालाबंदि (स्त्री.) कारखाने आदि का उसके मालिक द्ववारा अनिश्चित काल के लिए बंद किया जाना -- तालाबंदी, बंद

तालाब (पुं.) पोखर, सरोवर -- पुष्करिणी, पोखरी, सरोबर

तालिका (स्त्री.) सूची -- तालिका, सूची पत्र

तावीज (पुं.) चाँदी, सोने आदि का वह छोटा संपुट, जो रक्षा कवच के रूप में गले या बाँह पर पहना जाता है -- ताबिज, डेउंरिआ

ताश (पुं.) गत्ते या दफ्ती के 52 पत्ते, जिसमें विभिन्न खेल खेले जाते हैं -- ताश

तिजोरी (स्त्री.) लोहे की वह मजबूत छोटी अलमारी या पेटी, जिसमें कीमती वस्तुएँ रखी जाती हैं -- लुहा-सिंदुक

तिथि (स्त्री.) चंद्रमास के किसी पक्ष का कोई दिन अथवा उसे सूचित करने वाली कोई संख्या -- तिथि

तिनका (पुं.) तृण, घासफूस -- घास, तृण

तिपाई (स्त्री.) बैठने या सामान रखने की तीन पायों वाली ऊँची चौकी -- त्रिपादी

तिमाही (वि.) हर तीसरे महीने का, त्रैमासिक -- त्रैमासिक

तिरंगा (वि.) तीन रंगों वाला -- त्रिरंगी, तिनिरंगर

तिरपाल (पुं.) राल या रोगन चढ़ाया हुआ एक प्रकार का मोटा कपड़ा -- केरपाल

तिलक (पुं.) केसर, चंदन आदि से ललाट पर लगाई जाने वाली गोल बिंदी या लंबी रेखा, टीका -- तिलक, टिका

तिलमिलाना (अ.क्रि.) बेचैन या विकल होना -- ब्याकुल-हेबा, बिकल-हेबा, इतस्तत हेबा

तिलमिलाना (अ.क्रि.) बौखलाना -- क्रोध बारागरे-निरब रहिबा

तिलांजलि (स्त्री.) सदा के लिए किसी से संबंध विच्छेद -- जलांजलि, बिच्छेद

तीक्ष्ण (वि.) तेज नोंक या धार वाला, तीखा, तेज -- तीक्ष्ण, धारुआ

तीक्ष्ण (वि.) उग्र, कटु -- उग्र, कटु, कड़ा

तीखा (वि.) कटु, अप्रिय -- पिता, कटु

तीखा (वि.) चरपरे स्वाद वाला -- तिक्त

तीखा (वि.) तेज नोंक या धार वाला -- मुनिआँ, धारुआ, शाणित

तीर (पुं.) नदी का किनारा, तट -- तीर, पार, कूल

तीर (पुं.) बाण -- बाण, तीर, शर

तीर्थ (पुं.) धार्मिक दृष्टि से पवित्र स्थल, पुण्य क्षेत्र -- तीर्थ, धर्म-स्थान

तीली (स्त्री.) माचिस की सलाई -- दिआसिली-काठि

तुकबंदी (स्त्री.) साधारण पद्य रचना -- साधारण कबिता-रचना

तुतलाना (अ.क्रि.) शब्दों का अस्पष्ट उच्चारण, हकलाना -- अस्पस्ट-भाबरे-कहिबा

तुम (सर्व.) मध्यम, पुरुष सर्वनाम, जिसका प्रयोग बराबर के व्यक्ति के लिए किया जाता है -- तुमे

तुम्हारा (सर्व.) तुम का षष्टी विभक्ति लगने पर बनने वाला रूप -- तुमर

तुरंत (क्रि.वि.) शीघ्र, झटपट -- अबिलंबे, तुरंत, शीघ्र, एबे

तुरपना (स.क्रि.) सूई-धागे से टाँके लगाना या सीना -- सिलाइ करिबा, टांक-मारिबा

तुला (स्त्री.) तराजू काँटा -- तुला, तराजु, कण्टा, निकिति

तुलादान (पुं.) किसी व्यक्ति के शरीर के भाग के बराबर तोल कर दिया जाने वाला अन्न, द्रव्य आदि का दान -- तुलादान

तुषारपात (पुं.) बर्फ का गिरना, हिमपात -- हिमपात, तुषारपात, बरफपात

तू (सर्व.) एक सर्वनाम जिसका प्रयोग मध्यम पुरुष एकवचन में अपने से छोटे व्यक्ति के लिए किया जाता है -- तु

तूफान (पुं.) समुद्र तल से उठने वाली आँधी, जिसके साथ बादल गरजते हैं और वर्षा होती है -- तोफान, झड, पबन, हावा

तूलिका (स्त्री.) चित्र अंकित करने की कूँची -- तूलिका, तुलि

तृण (पुं.) तिनका, घास -- तृण, घास

तृप्ति (स्त्री.) आवश्यकता अथवा इच्छा पूरी हो जाने पर मिलने वाली मानसिक शांति या आनंद -- तृप्ति, संतोष

तेज (पुं.) दीप्ति -- तेज, दीप्ति, प्रकाश, आलोक

तेज (पुं.) प्रताप -- प्रताप, शक्ति, शक्तिर-प्रभाव

तेज (वि.) तीक्ष्ण, पैनी धार वाला -- मुनिआँ, तीक्खण, धारुआ

तेज (वि.) प्रखर, प्रचंड -- प्रखर, प्रंचड, खुब-जोररे

तेरा (सर्व.) तू का संबंध कारक रूप -- तोर

तेल (पुं.) तिल के बीजों या विशिष्ट वनस्पतियों को पेर कर निकाला जाने वाला स्निग्ध तरल पदार्थ -- तेल, तैल

तेली (पुं.) तेल पेरने और बेचने का पेशा करने वाली एक जाति -- तेलि

तैयार (वि.) कुछ करने के लिए उद्यत -- प्रस्तुत, तत्पर, तिआर, जाग्रत

तैयार (वि.) जो पक कर खाने योग्य बन गया हो -- प्रस्तुत, जोग्य, परिपक्व

तैयार (वि.) जो बन कर बिल्कुल ठीक और हर प्रकार से दुरुस्त हो गया हो -- प्रस्तुत

तैरना (अ.क्रि.) किसी का हाथ पैर आदि चलाते हुए पानी में इस प्रकार आगे बढ़ना कि वह डूबे नहीं -- पहंरिबा, संतरणकरिबा

तैराक (पुं.) वह व्यक्ति जो अच्छी तरह तैरना जानता हो -- पहंराली, संतरणकारी

तोड़ना (स.क्रि.) किसी वस्तु को खंडित या नष्ट करना -- नष्ट, करिबा, भागिबा, भग्न करिबा

तोड़ना (स.क्रि.) किसी नियम, कानून आदि का उल्लंघन करना -- नियम लंघन-करिबा

तोड़ना (स.क्रि.) फूल, फल आदि को डाली से पृथक् करना -- NA

तोड़फोड़ (स्त्री.) क्षति पहुँचाने के उद्देश्य से किसी भवन या रचना को खंडित करना -- नष्ट-भ्रष्ट, ध्वंस-करिबा

तोरण (पुं.) शोभा यां सजावट के लिए बनाया जाने वाला अस्थायी स्वागत द्वार -- तोरण प्रबेश द्वार, सिंहद्वार

त्याग (पुं.) किसी चीज पर अपना अधिकार या स्वत्व हटा लेने अथवा उसे छोड़ने की क्रिया -- उत्सर्ग, त्याग, बलिदान, आहुति

त्योहार (पुं.) प्रतिवर्ष निश्चित तिथि को मनाया जाने वाला कोई धार्मिक, सांस्कृतिक या जातीय पर्व -- पर्ब, परब, उत्सब, पर्ब-पर्बाणी

त्रस्त (वि.) भयभीत -- त्रस्त भीत, भित-त्रस्त, भयभीत

त्रस्त (वि.) पीड़ित -- पीड़ित, दुःखी, दरिद्र, निश्व

त्रिशूल (पुं.) लोहे का तीन फालों वाला एक प्रसिद्ध अस्त्र, जो शिवाजी का प्रधान अस्त्र है -- त्रिशूल

थकना (अ.क्रि.) श्रम के कारण शिथिल होना, श्रांत होना -- थकिबा, क्लांत-होइजिबा

थकना (अ.क्रि.) उत्साह न रह जाना, हार जाना -- क्लांत, निरुत्साहित

थन (पुं.) गाय, बकरी आदि चौपायों का वह अंग, जिसमें दूध भरा रहता है, स्तन -- स्तन, थन

थपथपाना (स.क्रि.) लाड़-प्यार से आवेश शांत करने के लिए या शाबाशी देने के लिए किसी की पीठ को स्नेह से सहलाना, थपथपाना -- थापुड़ाइबा

थप्पड़ (पुं.) चाँटा, तमाचा -- चापुड़ा

थलचर (पुं.) पृथ्वी पर रहने वाले जीव -- स्थलचर, भू भागरेबास-करिथिबा-जिबजंतु

थलसेना (स्त्री.) वायुसेना और नौसेना से भिन्न वह सेना, जिसका कार्य क्षेत्र मुख्यतः स्थल तक सीमित हो -- स्थलसेना, भू-सेना

थाती (स्त्री.) धरोहर, अमानत -- संचित धन, अमानत

थाती (स्त्री.) जमापूँजी, संचित धन -- अमानत, संचित धन, पुंजि

थान (पु.) एक निश्चित लंबाई का कपड़े का टुकड़ा -- थान, कपड़ा

थाना (पुं.) पुलिस कार्यालय पुलिस चौकी -- थाना

थापी (स्त्री.) राज या मजदूर द्वारा छत पीटने के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली लकड़ी की चौरस हत्थेदार पट्टी -- पिटणा, मुगुर

थिरकना (अ.क्रि.) नाचने में अंगों को हाव-भाव के साथ संचालित करना -- शैली, भाब-भंगि

थूकना (अ.क्रि.) मुँह से थूक बाहर निकाल फेंकना -- छेपा-पकाइबा-धक्का-पकाइबा

थूथन (पुं.) कुछ विशिष्ट प्रकार के पशुओं का लंबोतरा और कुछ आगे की ओर निकला हुआ मुँह -- थण्ट

थैला (पुं.) झोला -- झुला, थलि, मुणि, कोथलि, अखा

थोक (पुं.) एक ही तरह की बहुत सी चीजों का ढेर या राशि -- थली, अमार

थोका (पुं.) चीजें खरीदने बेचने का वह प्रकार, जिसमें बहुत सी चीजें एक साथ खरीदी बेची जाती हैं, खुदरा या फुटकर का विपर्याय -- मोटा-बिक्री बा बेपार, बहु परिमाणु, पाइकारी, ब्यापक

थोड़ा (वि.) अल्प मात्रा -- अल्प, स्वल्प, कम

थोड़ा (क्रि.वि.) अल्प मात्रा में, कुछ, जरा -- अल्प-मात्रा-बा परिमाणरे

दंगल (पुं.) पहलवानों की कुश्ती प्रतियोगिता -- मल्लजुद्ध, कुस्ति प्रतिजोगिता

दंगा (पुं.) उपद्रव, फसाद -- दंगा, गंड़गोल, उपद्रब

दंड (पुं.) सज़ा, जुर्माना -- दंड, शास्ति, सजा

दंड (पुं.) बाँस या लकड़ी का डंडा -- बाड़ी

दंडनीय (वि.) दंड दिए जाने योग्य -- दंडनीय

दंपत्ती (पुं.) पति-पत्नी -- दंपति, पति-पत्नी

दंभ (पुं.) अहंकार -- दंभ, अहंकार

दक्षिणा (स्त्री.) यज्ञ-पूजा आदि के अंत में ब्राह्मणों और पुरोहितों को दिया जाने वाला द्रव्य -- दक्खिणा, बिदाकि

दत्तक (पुं.) गोद लिया हुआ -- पालित, पोष्य

दत्तचित्त (वि.) जो किसी कार्य में मनोयोग से लगा हुआ हो, तल्लीन -- मनजोग-पूर्वक, निबिष्ट, मनजोगी

दफनाना (स.क्रि.) मुदें को जमीन में गाड़ना -- पोतिबा

दबंग (वि.) जो किसी से दबता न हो, साहसी -- निर्भिक, साहसिक, साहसी, प्रभाबशाली, प्रति-पत्तिशाली

दबदबा (पुं.) रोब, आतंक -- आतंक, उपद्रब, प्रतिपत्ति, दंगा, गंड़गोल

दबाना (स.क्रि.) भार या दाब के नीचे लाना -- दबाइबा, चापिबा, आयत्त-करिबा, बाधादेबा

दबाना (स.क्रि.) किसी बात या मामले को आगे न बढ़ने देना -- NA

दबाना (स.क्रि.) दमन करना -- दमन-करिबा, आयत्त करिबा बंद करिबा

दबाव (पुं.) दबाने की क्रिया या भाव, दाब -- दाबिबा, चापिबा

दबोचना (स.क्रि.) झपट कर दबा लेना -- करगत-करिबा, अधिन बा अक्तिआर-करिबा

दम (पुं.) ताकत, जोर -- दम्, जोर, शक्ति, बल

दम (पुं.) हुक्के आदि का कश -- कश, दम

दम (पुं.) साँस, श्वास, प्राण -- श्वास, श्वास-प्रश्वास, प्राण, जीबन

दमक (स्त्री.) चमक, प्रभा -- चमक, प्रभा

दमकल (स्त्री.) आग बुझाने का यंत्र, जिससे कोई तरल पदार्थ हवा के दबाव से वेगपूर्वक फेंका जाता है -- दमकल, निआँलिभेइबा जंत्र

दयनीय (वि.) दया के योग्य -- दयनीय, शोचनीय, दरिद्र

दया (स्त्री.) रहम, अनुकंपा, तरस -- दया, अनुकंपा

दयादृष्टि (स्त्री.) दया या करुणापूर्ण दृष्टि या भावना -- दयादृष्टि, भबिष्यत दृष्टि

दर (पुं.स्त्री.) द्‍वार, दरवाजा -- दुआर, कबाट, द्‍वार

दर (पुं.स्त्री.) भाव (रेट) -- दर, दाम

दरखास्त (दरख्वास्त) (स्त्री.) आवेदन, प्रार्थनापत्र, अर्जी -- दरखास्त, आबेदन-पत्र, प्रार्थना पत्र

दरबान (पुं.) फाटक/प्रवेश द्वार पर तैनात चौकीदार -- जगुआली, चौकिदार

दरवाज़ा (पुं.) द्‍वार, कपाट, किवाड़ -- दरजा, कबाट, दुआर

दरार (स्त्री.) रेखा की तरह का लंबा छिद्र -- फाट, फांक

दरिद्र (वि.पुं.) निर्धन, कंगाल, गरीब -- दरिद्र, गरिब, निर्धन, दीन

दरी (स्त्री.) मोटे सूत का एक बिछावन -- दरी, शतरंजि

दर्जन (पुं.) बारह वस्तुओं की इकाई -- डजन, बार

दर्जी (पुं.) कपड़े सीने का काम करने वाला -- दरजि, दर्जी, दर्जी पोशाक-निआरि करिबा जाहार-ब्यबसाय

दर्पण (पुं.) मुँह देखने का शीशा, आईना -- दर्पण, आइना

दर्शक (पुं.) देखने वाला -- दर्शक, पर्ज्यबेक्षक, देखणाहारी

दल (पुं.) गुट, टोला, समूह -- दल, संस्था, समूह

दल (पुं.) फूल की पंखड़ी -- दल, मेखला

दलना (स.क्रि.) चक्की में डालकर दो या अधिक टुकड़े करना -- दलिबा, पेषीबा

दलाल (पुं.) सौदा आदि करवाने में मध्यस्थता करने वाला, बिचौलिया -- दलाल, मध्यस्थ

दवा (स्त्री.) औषधि -- रोग नाशक औषध

दवा (स्त्री.) इलाज, उपचार -- चिकित्सा भेषज

दशक (पुं.) दस वर्षों की अवधि -- दशक, दशंधि

दस्तकारी (स्त्री.) हाथ से किया गया कारीगरी का काम, हस्तशिल्प -- हस्तशिल्प, कारिगरि

दहकना (अ.क्रि.) इस प्रकार जलना कि लपटें निकलने लगे, धधकना -- लेलिहानहोइजलिबा, प्रज्वलित

दहाड़ (स्त्री.) शेर की गरज -- सिंहर गर्जन सिंहनाद

दहाड़ (स्त्री.) जोर की चिल्लाहट -- चित्कार, चिल्लाइबा, पाटि करिबा, हल्ला-करिबा

दहाड़ना (अ.क्रि.) शेर का गरजना -- गर्जन-करिबा सिंह गर्जन-करिबा

दहाड़ना (अ.क्रि.) जोर सो चिल्लाना -- जोररे चिल्लाइबा-बा-पाटि करिबा

दहेज (पुं.) विवाह के अवसर पर कन्या पक्ष की ओर से दिया जाने वाला धन और सामान -- जौतुक

दाई (स्त्री.) उपमाता, धाय -- धाई, सेबिका

दाई (स्त्री.) प्रसूति के समय मदद करने वाली स्त्री -- धाई, सेबिका

दातुन (स्त्री.) नीम, बबूल आदि की नरम टहनी का टुकड़ा, जो दाँत साफ करने के काम आता है -- दांत-काठी

दान (पुं.) देने की क्रिया -- दान

दान (पुं.) धर्म आदि की दृष्टि से किसी को कोई वस्तु देने की क्रिया, खैरात -- दान, अर्पण

दानव (पुं.) राक्षस, असुर -- दानब, असुर, राक्षस, रक्ष

दानवीर (पुं.) उदारतापूर्वक दान करने वाला -- दानबीर, दानी

दाना (पुं.) अन्न या फल का कण या बीज -- दाना, अन्न

दाना (पुं.) माला आदि का मनका, मूंगा -- गोठि

दाना (पुं.) छोटी गोल फुंसी -- छोट बथ, ब्रण

दाना-पानी (पुं.) अन्न-जल, खाना-पीना, जीविका -- दानापाणि, जीबिका

दानेदार (वि.) जिसमें दाने या रवे हों -- दानादार

दाम (पुं.) कीमत, मूल्य -- दाम, मूल्य

दायाँ (वि.) दाहिना -- ड़ाहाण, दक्षिण

दारोगा (दरोगा) (पुं.) निगरानी, देख-भाल करने वाला अधिकारी -- अधिकारी, दारोगा

दारोगा (दरोगा) (पुं.) पुलिस का एक अधिकारी -- दारोगा

दावत (स्त्री.) भोज -- भोजि

दावत (स्त्री.) निमंत्रण -- निमंत्रण, आमंत्रण

दावा (पुं.) अधिकार, स्वत्व, हक -- अधिकार, हक, दाबि

दावा (पुं.) स्वत्व की रक्षा या अन्याय के प्रतिकार के लिए न्यायालय में दिया हुआ प्रार्थना-पत्र नालिश -- नालिश, दाबि, मकदमा

दावा (पुं.) किसी बात की यथार्थता के विषय में अत्यधिक आत्मविश्वास, गर्वोक्ति -- दृढ़ता, दंभ, दृढ़ बिश्वास

दिखावटी (वि.) जो केवल दिखाने के लिए किया गया हो -- देखा-सुंदर, बाह्य सुंदरता

दिन (पुं.) वह समय, जिसका आरंभ सूर्योदय तथा अंत सूर्योस्त से होता है, दिवस -- दिन दिबस

दिन (पुं.) चौबीस घंटे की अवधि -- दिन, दिबस

दिनकर (पुं.) सूर्य -- दिनकर

दिमाग (पुं.) सिर के भीतर का गूदा -- मस्तिष्क (मगज)

दिमाग (पुं.) सोचने-समझने की शक्ति -- मस्तिष्क, धी, बुद्धि

दियासलाई (स्त्री.) एक सिरे पर गंधक आदि मसाला लगाकर बनाई हुई छोटी तीली, जो रगड़ने पर जल उठती है -- दिआसिलि

दिल (पुं.) हृदय -- हृदय

दिलासा (पुं.) क्षुब्ध या दुखित हृदय को दिया जाने वाला आश्वासन, तसल्ली, ढाँढस -- भरसा, आश्वासना, सांत्वना, प्रबोधना

दिवंगत (वि.) जो मर गया हो, परलोकवासी -- स्वर्गत, मृत, दिबंगत

दिवाला (पुं.) धनहीनता की वह स्थिति, जिसमें कोई व्यक्ति अथवा संस्था अपना ऋण न चुका सके, सर्वथा अभाव की स्थिति -- देबालिया

दिवालिया (वि.) जिसका दिवाला निकल गया हो, जो सर्वथा अभाव की स्थिति में हो -- देबालिया, सर्बस्वांत, सर्बहरा

दिशा (स्त्री.) क्षितिज मंडल के चार मार्गों पूर्व, पश्चिम, दक्षिण, उत्तर में से एक -- दिग

दिशा (स्त्री.) ओर, तरफ -- अन्य-दिग, अन्य-पाख

दीक्षा (स्त्री.) किसी मंत्र की वह शिक्षा, जो आचार्य या गुरु से विधिपूर्वक शिष्य बनने अथवा किसी संप्रदाय में सम्मिलित होने के समय ली जाती है, गुरुमंत्र -- दीख्या, दीख्यित-हेबा

दीपक (पुं.) दीया, चिराग -- दीप, दीपक

दीया (दिया) (पुं.) दीपक, चिराग -- दीप, दीपक

दीर्घा (स्त्री.) आने जाने के लिए कोई लंबा और ऊपर से छाया हुआ मार्ग -- अलिंद

दीवार (स्त्री.) मिट्टी, ईंटों, पत्थरों आदि की प्रायः लंबी, सीधी और ऊँची रचना, जो कोई स्थान घेरने के लिए खड़ी की जाती है, भीत -- कांथ, देबाल

दुख (पुं.) कष्ट, क्लेश, तकलीफ -- दुःख, कष्ट, जंत्रणा, क्लेश

दुकान (दूकान) (स्त्री.) सौदा खरीदने और बेचने की जगह -- दोकान

दुकानदार (दूकानदार) (पुं.) दुकान का स्वामी, दुकानवाला -- दोकानी

दुतकारना (स.क्रि.) उपेक्षा या तिरस्कारपूर्वक हटाना, तिरस्कृत करना -- धिकार-करिबा, गालि देबा, तिरस्कार-करिबा

दुबला (वि.) दुर्बल, कमजोर, पतले बदन वाला -- दुर्बल, असमर्थ, अक्षम, क्षीण, अशक्त

दुभाषिया (पु.) वह मध्यस्थ व्यक्ति, जो अलग भाषाओं के बोलने वाले दो व्यक्तियों की वार्ता के समय एक को दूसरे का अभिप्राय समझाए -- दोभाषी-अनुबादक, भाषांतरकारी

दुरुपयोग (पुं.) किसी चीज़ या बात का अनुचित उपयोग -- दुरुपजोग, अपचय, अपब्यबहार

दुर्गंध (स्त्री.) बुरी गंध, बदबू -- दुर्गंध (दुर्गन्ध)

दुर्ग (पुं.) किला, गढ़, कोट -- दुर्ग, गड़, किल्ला

दुर्घटना (स्त्री.) अचानक होने वाली दुखद घटना -- दुर्घटना, बिपत्ति

दुर्दशा (स्त्री.) बुरी हालत, दुर्गति -- दुर्दशा, दुर्गति, दुर्बिपाक, दुर्घटणा

दुर्भिक्ष (पुं.) अकाल -- दुर्भिक्ष, अकाल, बिपत्ति

दुर्लभ (वि.) जो कठिनाई से अथवा कम मात्रा में प्राप्त होता हो, -- दुर्लभ, दुष्प्राप्य, दामि, मूल्यबान

दुलहन (दुलहिन) (स्त्री.) नई बहू, नव विवाहिता -- बोहू, वधू

दुलार (पुं.) लाड्-प्यार -- गेल, आदर, स्नेह, प्रेम

दुविधा (स्त्री.) ऐसी मनःस्थिति जिसमें दो या कई बातों में से किसी एक बात का निश्चय न हो रहा हो -- द्विधा, संशय, संदिग्ध, संदेह, जनक, अस्पष्ट

दुश्मन (पुं.) शत्रु, बैरी -- शत्रु, प्रतिद्वंदी

दुष्ट (वि.) दूषित मनोवृत्ति वाला, दूसरों को परेशान करने वाला -- दुष्ट, बदमास, खल-व्यक्ति

दुहना (स.क्रि.) मादा जीवों के स्तनों से दूध निकालना/प्राप्त करना -- दुंहिबा, मुहेंइबा

दूत (पुं.) पत्र या संदेशवाहक, हरकारा -- दूत, पत्र बा बार्ता-बाहक

दूत (पुं.) किसी राजा या राष्ट्र का वह प्रतिनिधि, जो राजनीतिक कार्य से अन्य राष्ट्र में भेजा गया हो या स्थायी रूप से वहाँ रहता हो -- राष्ट्रदूत

दूतावास (पुं.) राजदूत के रहने का स्थान और उसका कार्यालय -- दूताबास

दूभर (वि.) कठिन, मुश्किल -- कठिन, असह्य, दुष्प्रभ, टाण

दूर (क्रि.वि.) देश-काल, स्थान आदि की दृष्टि से अधिक अंतर पर, फासले पर अलग, पृथक -- दूर, अलगा, पृथक

दूरदर्शन (पुं.) टेलीविजन -- दूरदर्शन

दूरबीन (स्त्री.) एक यंत्र, जिसके द्वारा दूर की वस्तुएँ समीपस्थ दिखाई देती हैं -- दूरबीक्षण-जंत्र

दूरभाष (पुं.) एक यंत्र, जिसकी सहायता से दूर बैठे लोग आपस में बातचीत करते हैं, टेलीफोन -- टेलीफोन, दूर-कथन-श्रबण-जंत्र, दूरभाष

दुल्हा (पुं.) वह व्यक्ति, जिसका विवाह होने को हो या कुछ ही दिनों पहले हुआ हो, वर, नवविवाहित -- बर, बरपात्र

दूसरा (वि.) जो गणना में दो के स्थान पर हो, पहले के बाद का -- द्वितीय अंक, दुइ

दूसरा (वि.) प्रस्तुत से भिन्न, अन्य -- अन्य, अलगा

दृढ़ (वि.) अविचलित -- दृढ़, अटल, अबिचलित

दृढ़ (वि.) कड़ा, मजबूत -- दृढ़, शक्त, कठिन

दृढ़ (वि.) जिसमें कोई हेर-फेर न हो सके, पक्का, निश्चित -- दृढ़, शक्त, निश्चित

दृश्य (पुं.) जो देखने में आ सके या दिखाई दे सके, जिसे देख सकते हों -- दृश्य

दृश्य (पुं.) नजारा -- NA

देखना (स.क्रि.) नेत्रों द्वारा किसी के होने का ज्ञान प्राप्त करना -- देखिबा, नजर रखिबा

देखना (स.क्रि.) निगरानी करना या रखना -- नजर रखिबा, तदारख

देख-रेख (स्त्री.) निगरानी -- तदारख, देखा, तत्वाबधान, परिदर्शन

देनदार (वि.) कर्जदार, ऋणी -- देणादार, ऋणी, महाजन, साहुकार

देना (स.क्रि.) प्रदान करना -- देबा

देर (स्त्री.) विलंब -- डेरि, बिलंब

देवता (पुं.) दिव्य शक्ति संपन्न सत्ता -- देबता, देबादेबी

देवता (पुं.) देव प्रतिमा -- देव-विग्रह

देवी (स्त्री.) दिव्य गुण वाली शक्ति जैसी दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती, पार्वती आदि -- देबी, देबती

देवी (स्त्री.) स्त्रियों के लिए एक आदरसूचक संबोधन -- देबी, देबपत्नी

देश (पुं.) राजनैतिक दृष्टि से एक विशिष्ट भू-भाग -- देश, राज्य, प्रदेश, अंचल

देश (पुं.) कोई विशिष्ट भू-भाग या खंड -- राष्ट्र, देश

देशद्रोही (पुं.) षड्यंत्र रचकर अपने देश को हानि पहुँचाने वाला, देश से विश्वासघात करने वाला -- देशद्रोही

देशवासी (पु.) देश में रहने-बसने वाला -- देशबासी

देहांत (पुं.) मृत्यु, मौत -- देहात, मृत्यु, मरण, परलोक इहलीला-संबरण

देहात (पुं.) गाँव, ग्राम -- ग्राम, गाँ

दैनंदिनी (स्त्री.) डायरी, रोजनामचा -- डायरी, दिन पंजिका, दैनंदिन लिपि, रोजनामा

दैनिकी (स्त्री.) जेब में रखी जाने वाली वह छोटी पुस्तिका, जिसमें रोज के किए जाने वाले कामों का उल्लेख होता है, दैनंदिनी, डायरी -- दैनिक-डाइरी

दोपहर (पुं.) दिन के बारह बजे और उसके आस-पास का समय, मध्याह्न -- उपर बेला, दुइपहर, अपरान्ह

दोहराना (स.क्रि.) कोई काम या बात फिर से उसी प्रकार करना या कहना, पुनरावृत्ति -- पुनराबृत्ति-करिबा

दोहराना (स.क्रि.) किए हुए काम को फिर से आदि से अंत तक इस दृष्टि से देखना कि उसमें कहीं कोई भूल तो नहीं रह गई, पुनरीक्षण -- पुनराबृत्ति करिबा, पुनः निरिक्षण करिबा

दौड़-धूप (स्त्री.) वह प्रयत्न जिसमें अनेक स्थानों पर इधर-उधर बार-बार आना-जाना पड़े -- धां दौड़, एपट-सेपट हेबा

दौड़ना (अ.क्रि.) इतनी तेजी से चलना कि पाँव पृथ्वी पर पूरा न पड़े, भागना -- दौड़िबा, धाबमान-हेबा

दौलत (स्त्री.) अधिकृत धन, संपत्ति -- धन-दौलत, धन-संपत्ति

द्योतक (वि.) किसी चीज को प्रकट करने वाला, परिचायक -- द्योतक-प्रकाशकारी, उन्मोचनकारी

द्रोही (वि.) किसी के विरुद्ध षड्यंत्र रचने वाला, विश्वासघाती -- द्रोही, बिश्वासघातक

द्‍वंद्‍व (पुं.) जोड़ा युगल -- जोड़ि, जुगल

द्‍वंद्‍व (पुं.) दो व्यक्तियों का परस्पर युद्ध -- द्‍वंद-जुद्ध

द्वार (पुं.) दरवाजा -- द्वार, दुआर

द्वीप (पुं.) चारों ओर समुद्र से घिरा हुआ भू-भाग, टापू -- द्वीप, टापु

द्वेष (पुं.) चित्त का वह भाव, जो अप्रिय वस्तु या व्यक्ति का नाश करने की प्रेरणा देता है, शत्रुता, वैर -- द्वेष, शत्रुता

धंधा (पुं.) वह उद्योग या कार्य, जो जीविका निर्वाह के लिए किया जाए -- छंदा, जीबिका, काम, कार्ज्य

धकेलना (स.क्रि.) धक्का देना, ढकेलना -- ठेलिबा, धक्का-मारिबा

धड़ (पुं.) शरीर का वह बीच वाला भाग, जिसमें छाती, पीठ और पेट हैं -- गंडि, कबंध

धड़ (पुं.) तना -- कांड, गंडि, गाड़

धड़कन (स्त्री.) हृदय का स्पष्ट स्पंदन -- छाति-धड़धड़-हेबा बा कंपन हेबा

धधकना (अ.क्रि.) आग का दहकना, भड़कना -- निंआ-ड़हकिबा, प्रज्वलित-गति

धन (पुं.) संपत्ति, दौलत -- धन, संपत्ति

धन (पुं.) पूँजी -- पुंजि, धन

धनवान (वि.) जिसके पास बहुत धन हो, धनी, दौलतमंद -- बित्तशाली, बिभवशाली, धनबान्, धनी, संपत्तिबान

धनाढ्य (वि.) बहुत बड़ा धनी -- धनाढ्य, धनी, धनबान

धनुष (पुं.) कमान -- धनुष, धनु, कार्मुक

धन्यवाद (पुं.) किसी उपकार या अनुग्रह के बदले में कहा जाने वाला कृतज्ञतासूचक शब्द शुक्रिया -- धन्यबाद, कृतज्ञता

धरती (स्त्री.) पृथ्वी, जमीन, भूमि -- धरित्री, पृथिबी

धरना (स.क्रि.) किसी स्थान पर किसी चीज को रखना -- रखिबा

धरना (पुं.) कोई काम कराने के लिए अड़कर बैठ जाना और जब तक काम न हो जाए, वहाँ से न हटना -- धरिबा

धर्म (पुं.) किसी वस्तु या व्यक्ति की वह नित्यवृत्ति, गुण या लक्षण, जो उससे कभी अलग न हो, सहजगुण -- कर्त्तब्य, नीति

धर्म (पुं.) मजहब -- धर्म, ईश्वर बिश्वास ओ उपासना पद्धति

धर्मशाला (स्त्री.) परोपकार की दृष्टि से बनाया गया वह भवन, जिसमें यात्री बिना कोई शुल्क दिए कुछ समय तक रह सकते हैं -- धर्मशाला

धर्मात्मा (वि.पुं.) धार्मिक आचरण करने वाला -- धर्मात्मा, साधु धार्मिकब्यक्ति

धर्मात्मा (वि.पुं.) साधु-संत -- साधु, धार्मिक-ब्यक्ति

धवल (वि.) उजला, सफेद -- धबल, धला, साधा

धवल (वि.) निर्मल -- निर्मल, परिस्कार, सफा

धाँधली (स्त्री.) अव्यवस्था, दुर्व्यवस्था, गड़बड़ -- अव्यवस्था, गड़बड़, बिश्रृंखला

धाँधली (स्त्री.) निरंकुशता, स्वेच्छाचारिता -- स्वेच्छा-चारिता, निरंकुश, एकबागिआ

धागा (पुं.) बटा हुआ महीन सूत जो प्रायः सीने-पिरोने के काम आता है, डोरा -- सूता, डोर

धातु (स्त्री.) कुछ विशिष्ट प्रकार के खनिज पदार्थ -- धातु, खणिज-पदार्थ

धातु (स्त्री.) (संस्कृत व्याकरण में) क्रिया का मूल रूप -- धातु-रूप

धार (स्त्री.) पानी आदि के गिरने या बहने की धारा, प्रवाह -- धार, धारा, स्रोत

धार (स्त्री.) किसी हथियार का वह तेज सिरा या किनारा, जिससे कोई चीज काटते हैं। -- दाढ़, धार

धारणा (स्त्री.) व्यक्तिगत विचार या विश्वास -- धारणा, मत, बिश्वास

धारणा (स्त्री.) किसी नियम, नियमावली, विधान आदि का वह स्वतंत्र अंश, जिसमें किसी एक विषय से संबंध रखने वाली सब बातों का एक अनुच्छेद में उल्लेख होता है, दफा -- धारा, दफा

धारणा (स्त्री.) निरंतर चलने वाला क्रम -- क्रम, धारा, प्रबाह

धारावाहिक (वि.) अविछिन्न क्रम या गतिवाला -- धाराबाहिक, क्रमशः अबिच्छिन्नता

धारावाहिक (वि.) जो क्रमशः खंडों के रूप में बराबर कई अंशों अथवा अंकों में प्रकाशित होता रहे -- धारावाहिक

धिक्कार (पुं.) भर्त्सना, लानत -- धिक्कार

धीमा (पुं.) कम वेगवाला, मंद -- कमबेग-बा गति, मंथर, मंद मंद

धीर (वि.) जो शांत स्वभाव वाला हो, अविचल -- धीर, धीर-स्थिर, अबिचलित, धैर्ज्यबान

धीर (वि.) दृढ़, अटल, दृढ़-प्रतिज्ञ -- दृढ़, अटल, दृढ़ प्रतिज्ञा

धीरे (क्रि.वि.) धीमी या मंद गति से, आहिस्ता -- धीरे, आस्ते

धीरे (क्रि.वि.) नीचे या हल्के स्वर में -- धीरे-धीरे, निम्नस्वररे

धुँधला (वि.) धुंध से भरा हुआ -- अस्पष्ट, कुहुडिया

धुँधला (वि.) धुएँ की तरह का कुछ-कुछ काला -- जालुजालुजा, धुआँलिआ

धुँधला (वि.) मंद, फीका -- फिका, निस्तेज, शेता

धुआँ (पुं.) जलती हुई चीजों से निकलने वाला वायवीय पदार्थ, जो कुछ कालापन लिए होता है -- धूंआ, धूम्र

धुन (स्त्री.) मन की लगन, तरंग -- प्रबल-इच्छा, आकांक्षा

धुन (स्त्री.) सनक, झक -- प्रबृत्ति, झुंक, खिआल

धुन (स्त्री.) गाने या बजाने का विशिष्ट ढंग -- स्वर, ध्वनि

धुनना (स.क्रि.) धुनकी से रूई साफ करना, ताकि उससे बिनौले अलग हो जाएँ -- भिणिबा, सुआँरिबा

धुनना (स.क्रि.) खूब मारना-पीटना -- बिबाद-करिबा, मारपिट-करिबा

धुरंधर (वि.) किसी विषय में बहुत बढ़ा-चढ़ा, प्रवीण -- दक्ष, धुरंधर, प्रवीण, निपुण, पटु, कोशली

धुरी (स्त्री.) लकड़ी या लोहे की वह छड़ या डंडा, जो पहियों के केंद्र में रहता है और जिसके सहारे पहिया घूमता है, अक्ष -- अख, अक्ष, अक्षदण्ड

धुरी (स्त्री.) मूल आधार -- मुलदुआ, मूल-आधार, भित्ति

धूम-धाम (स्त्री.) उल्लास से युक्त आयोजन, जिसमें खूब चहल-पहल और ठाठ-बाट हो -- धूमधाम, जाक-जमक समारोह, उत्सब

धूम्र-पान (पुं.) तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट आदि पीना -- धूमपान

धृष्टता (स्त्री.) ढिठाई, दुस्साहस -- धृष्टता, दुःसाहस

धैर्य (पुं.) धीरज, सब्र -- सहनशीलता, धैर्ज्य, सहिष्नुता, अध्यबसाय

धोखा (पुं.) छल, कपट -- छल, धोका, कपट, शठता, प्रतारणा

धोखा (पुं.) भ्रम, भ्रांति -- भ्रांति, भ्रम, धोका

धोना (स.क्रि.) जल या किसी तरल पदार्थ के प्रयोग से गंदगी को साफ करना -- धोइबा, सफाकरिबा

धोना (स.क्रि.) दूर करना, मिटाना -- दूर-करिबा, निश्चिन्ह करिबा

धौंकना (स.क्रि.) आग दहकाने के लिए पंखे आदि की सहायता से जोर की हवा करना -- बिंचिबा, पंखा-करिबा

ध्यान (पुं.) चित्त या मन को पूरी तरह एकाग्र और स्थिर करने की क्रिया या भाव -- एकाग्रता, एकाग्रचित्त, ध्यान, निमग्न

ध्यान (पुं.) सोच-विचार, मनन -- मनन, चिंतन, बिचार

ध्येय (पुं.) उद्देश्य, लक्ष्य -- उद्देश्य, लक्ष, अभिप्राय

ध्रुव (वि.) अचल, अटल -- ध्रुब, अटल, अयल, स्थिर, दृढ़

ध्रुव (वि.) स्थायी, नित्य, शाश्वत -- स्थायी, नित्य, शाश्वत, चिरंतन

ध्रुव (पुं.) पृथ्वी के उत्तरृ-दक्षिण सिरे -- मेरु, अक्ष

ध्रुव (पुं.) वह तारा, जो पृथ्वी की अक्ष के सिरे की सीध में उत्तर की ओर दिखाई देता है। -- ध्रुब-तारा

ध्वज (पुं.) झंडा, पताका -- ध्वज, पताका

ध्वजारोहण (पुं.) झंडा फहराने की क्रिया -- ध्वजा-उत्तोलन, पताका-उत्तोलन

ध्वनि (स्त्री.) आवाज, शब्द -- ध्वनि, शब्द

ध्वनि (स्त्री.) (काव्य में) व्यंग्य, व्यंग्यार्थ -- काव्यरे-ब्यांगार्थर-शब्द बाध्वनि

नंगा (वि.) जो कोई कपड़ा न पहने हो, दिगंबर -- लंगला, उलग्न

नंगा (वि.) जिस पर कोई आवरण या आलंकारिक वस्तु न हो -- मामुलि, साधासिधा

नंगा (वि.) निर्लज्ज, बेशर्म, दुष्ट, पाजी -- निर्लज, पाजि, बदमास, दुष्ट

नकद (पुं.) लेन-देन में व्यवहार में आने वाला धन जो तुरंत दिया या चुकाया जाता है -- नगद, क्रय संगे-संगे-टंका देबा

नकद (वि.) जिसका मूल्य रुपए पैसे के रूप में तुरंत चुकाया जाए -- नगद, क्रय संगे-संगे-टंका देबा

नकद (क्रि.वि.) तुरंत भुगतान रुपए के रूप में -- नगद

नकदी (स्त्री.) रूपया पैसा जो तैयार या नोटों, सिक्कों आदि के रूप में सामने हो, खड़ा धन -- नगद अर्थ, धन बा पुंजि

नकल (स्त्री.) किसी को कोई काम करते हुए देखकर उसी के अनुसार करने की क्रिया या भाव -- नकल, अनुकरण

नकल (स्त्री.) किसी कृति, चित्र, लेख आदि की ज्यों की त्यों तैयार की हुई प्रतिलिपि, अनुलिपि -- प्रतिलिपी, नकल

नक्काशी (स्त्री.) धातु, पत्थर आदि पर खोद कर बेल-बूटे बनाने का काम या कला -- चारूकला, शिल्पकला

नक्काशी (स्त्री.) उक्त प्रकार से बनाए गए बेल-बूटे आदि -- कारुकार्ज्य

नक्शा (पुं.) रेखाओं आदि द्वारा किसी वस्तु की अंकित की हुई वह आकृति, जो उस वस्तु का सामान्य परिचय कराती है, मानचित्र -- नक्शा, मानचित्र

नक्शा (पुं.) रूपरेखा, खाका -- आकृति, चेहेरा, रूपरेखा

नक्षत्र (पुं.) तारा -- नक्षत्र, तारा

नक्षत्र (पुं.) चंद्रमा के पथ में पड़ने वाला 27 तारों का समूह -- नक्षत्र

नख-शिख (पुं.) पैरों के नाखून से लेकर सिर के बालों तक के सब अंग, शरीर के अंग-प्रत्यंग -- आपाद-मस्तक

नग (पं.) नगीना, मणि -- सापर-मणि, रत्न

नग (पं.) अदद या संख्यासूचक एक शब्द -- अंक, संक्षा

नगर (पुं.) वह बस्ती जो गाँवों, कस्बों आदि से बड़ी हो, शहर -- नगर, सहर

नगरपालिका (स्त्री.) वह संस्था, जो नगर के स्वास्थ्य, जल, निकास, रोशनी आदि का प्रबंध करती है -- नगरपालिका, पौरसभा

नगाड़ा (पुं.) डुगडुगी की तरह का चमड़ा मढ़ा हुआ एक प्रकार का बड़ा वाद्य यंत्र, नक्कारा -- नागरा, नागारा

नगीना (पुं.) रत्न, मणि, नग -- मणि, रत्न

नग्न (वि.) नंगा -- नग्न, लंगला

नग्न (वि.) आवरण रहित, उघड़ा -- आवरणरहित, निराबरण

नजरबंद (वि.) वह बंदी, जिसकी चेष्टाओं पर नजर रखी जा सके और जो निश्चित स्थान और सीमा के बाहर आ-जा न सके -- नजरबंदी

नट (पुं.) नाटक करने वाला, अभिनेता -- नट, अभिनेता, कलाकार

नट (पुं.) तरह-तरह के शारीरिक करतब दिखाने वाली एक जाति -- केला, नट

नटखट (वि.) चंचल, ऊधमी, शरारती -- दुष्ट, चंचल, चपल, चल-चंचल

नमस्कार (वि.) झुककर आदरपूर्वक किया गया अभिवादन -- नमस्कार, अभिनंदन

नमस्कार (वि.) अभिवादन सूचक शब्द -- नमस्कार, प्रणाम

नमूना (पुं.) इकाई जो उस वस्तु का स्वरूप बतलाने के लिए दिखाई जाती है -- नमुना

नमूना (पुं.) वह जिसे देखकर उसके अनुसार वैसा ही कुछ और बनाया जाए, प्रतिमान -- नमुना, आदर्श, मानदण्ड, मापकाठि

नम्रता (स्त्री.) विनीय होने का भाव -- बिनय, विनीत, नम्रता, अभिमान, शून्य, अकपट

नया (वि.) जो अभी हाल में निकला या बना हो, नवीन -- नूआ, नूतन, नबीन

नर (पुं.) पुरुष, आदमी, मर्द (मादा का विपर्यय) -- नर, पुरुष

नरम (वि.) कोमल, मृदु, मुलायम -- नरम, कोमल, मृदु, मनोरम

नरमी (नर्मी) (स्त्री.) नरम या नर्म होने की अवस्था, गुण या भाव, मृदुता, कोमलता -- नरमी, कोमलता, नम्रता

नरेश (पुं.) राजा -- नरेश, राजा

नर्तकी (स्त्री.) नाचने में प्रवीण स्त्री -- नर्तकी

नल (पुं.) गोल लंबा खंड या रचना, जिसका भीतरी भाग खोखला या पोला हो -- नल, पाइप

नलकूप (पुं.) मशीन-चालित यंत्र, जिसके द्वारा जमीन के अंदर से पानी खींचा जाता है -- नलकूप

नव (वि.) नया, नवीन, आधुनिक -- नुआ, नबीन, नब, नूतन

नवनीत (पुं.) ताज़ा मक्खन -- नबनीत, लहुणी

नवयुवक (पुं.) जो अभी हाल में जवान हुआ हो, नौजवान, तरुण -- नबजुबक, तरुण, जुबक (युबक)

नवीन (वि.) नया, नूतन -- नबीन, नूतन, नूआ

नवीन (वि.) जो पहले-पहल या मूल रूप में बना हो, मौलिक -- मौलिक, मूल रूप

नशाबंदी (स्त्री.) राज्य या समाज द्वारा मादक पदार्थों के बेचने-खरीदने और पान करने पर पाबंदी लगाना -- निशा-निबारण, मादक-द्रब्य निषेध

नष्ट-भ्रष्ट (वि.) सब तरह से खराब और बरबाद -- नष्ट-भ्रष्ट, बिनाश, ध्वंस

नष्ट-भ्रष्ट (वि.) व्यर्थ, बेकार -- ब्यर्थ, बेकार, निरर्थक

नस (स्त्री.) रक्तवाहिनी नली -- स्नायु, तंत्री

नसबंदी (स्त्री.) शल्य-क्रिया द्वारा पुरुष की जननेंद्रिय के वीर्य-प्रवाह के मार्ग को अवरुद्ध कर देने की क्रिया, ताकि वह प्रजनन कार्य में अक्षम हो जाए -- नसबंदी पुरुष बंद्याकरण

नसल (नस्ल) (स्त्री.) वंश -- बंश

नलस (नस्ल) (स्त्री.) संतति -- संतान, संतति

नहाना (अ.क्रि.) स्नान करना -- गाधोइबा, स्नान करिबा

नाग (पुं.) सर्प, साँप -- साप

नाग (पुं.) काले रंग का बड़ा और फन वाला साँप -- गोखर

नागरिक (वि.) नगर में रहने वाला, नगर से संबंधित -- सहर बा-नगरबासी

नागरिक (वि.) असैनिक -- असैनिक, बेसामरिक, सामाजिक

नागरिक (पुं.) किसी राज्य में जन्म लेने वाला वह व्यक्ति जिसे उस राज्य में रहने, नौकरी करने, संपत्ति रखने आदि के अधिकार प्राप्त होते हैं -- नागरिक

नागिन (स्त्री.) नाग (सर्प) की मादा -- नागुणी

नाचना (अ.क्रि.) नृत्य करना -- नाचिबा, नृत्य करिबा

नाचना (अ.क्रि.) संगीत के स्वर में ताल स्वर के अनुसार हाव-भावपूर्ण चेष्टाएँ करना -- नाचिबा

नाटक (पुं.) दृश्य काव्य -- नाटक

नाटक (पुं.) दिखावटी कार्य -- अभिनय

नाता (पुं.) संबंध, रिश्ता -- संबंध, संपर्क

नाथ (पुं.) प्रभु, स्वामी -- नाथ, अधिपति

नाथा (पुं.) पति को संबोधित करने वाला शब्द (नाटक अादि में) -- पति, स्वामी

नाथा (पुं.) एक संप्रदाय -- NA

नाथा (स्त्री.) ऊँटों, बैलों आदि को वश में रखने के लिए नथनों में डाली जाने वाली रस्सी -- नोथ

नादान (वि.) भोला, अनुभवहीन, अकुशल या अनाड़ी -- अनाड़ी,बुद्धिहीन, बोका, मूर्ख, निर्बोध

नाप-तोल (स्त्री.) नाप-जोख -- माप

नाप-तोल (स्त्री.) माप और वजन -- ओजनिआ, भारी, भार

नापना (स.क्रि.) लंबाई, चौड़ाई, गहराई-ऊँचाई, परिमाण, मात्रा आदि का ठीक ज्ञान प्राप्त करना, मापना -- मापिबा

नाम (पुं.) वस्तु, व्यक्ति आदि का बोधक शब्द संज्ञा -- नाम, संज्ञा

नाम (पुं.) ख्याति, यश, प्रतिष्ठा -- ख्याति, कीर्ति, यश, नाम, सुनाम

नामकरण (पुं.) नाम रखने की क्रिया या भाव -- नामकरण

नामकरण (पुं.) बच्चे का नाम रखने के लिए एक संस्कार -- नामकरण उत्सव

नामे (पुं.) लेखा आदि वह खाता, स्तंभ या मद जिसमें किसी पक्ष को दी गई रकम लिखी जाती है, जमा का विपर्याय -- डेबिट, ब्यय, खर्च, हिसाब-बहिरे-खर्च्च-पाख

नायक (पुं.) नेता, मार्गदर्शक -- नायक, नेता, पथ-प्रदर्शक

नायक (पुं.) काव्य, नाटक, उपन्यास आदि का प्रधान पात्र -- नायक

नायिका (स्त्री.) महिला नेता, वीरांगना, अभिनेत्री -- नायिका, हीरोइन, अभिनेत्री

नायिका (स्त्री.) काव्य, नाटक, कहानी, उपन्यास आदि का मुख्य स्त्री पात्र -- नायिका, हीरोइन, अभिनेत्री

नारा (पुं.) किसी दल, समुदाय आदि के द्वारा जुलूस आदि के साथ उच्च स्वर में बोला जाने वाला वाक्य -- श्लोगान, ध्वनि, निनाद, स्वर

नाराज (वि.) अप्रसन्न, रुष्ट -- नाराज, रुष्ट, अप्रसन्न

नारी (स्त्री.) स्त्री, औरत -- नारी, स्त्री

नाला (पुं.) गंदे पानी का निकास मार्ग, जलमार्ग -- नाल, नर्दमा

नाव (स्त्री.) नौका, किश्ती -- नाब, नौका

नाविका (पुं.) वह, जो नौका खेता हो, माँझी, मल्लाह -- नाबिक, नाअरी, नाउरीआ

नाश (पुं.) वस्तु आदि की टूट-फूट कर ध्वस्त होने की क्रिया या भाव, ध्वंस, विध्वंस -- ध्वंस, नष्ट-करिबा, लोप-करिबा, व्यर्थ-करिबा, नाकच-करिबा

नाश (पुं.) अपव्यय, बरबादी -- अपब्यय, अमितव्यय, बदखर्च

नास्तिक (पुं.) ईश्वर, परलोक, मत-मतांतरों आदि को न मानने वाला -- नास्तिक

निंदा (स्त्री.) किसी के दोषों, बुराइयों आदि का उल्लेख -- निंदा, बदनाम, अपबाद

निःशुल्क (वि.) जिस पर कोई शुल्क या कर न लगता हो -- निःशुल्क, माहालिआ, मागणा, बिना-अर्थ

निःसंतान (वि.) संतान-रहित -- निःसंतान, संतानहीन

निकट (क्रि.वि.) समय या स्थान की दृष्टि से पास ही में, समीप -- निकट, समीप, पाखरे

निकम्मा (वि.) जो कोई काम न करता हो, बेकार -- निकमा, अपदार्थ, अकर्मण्य

निकम्मा (वि.) जो किसी काम में आने योग्य न हो -- अकर्मण्य, पंगु

निकलना (अ.क्रि.) भीतर से बाहर आना, प्रकट होना -- बाहारिबा

निकलना (अ.क्रि.) उदित होना -- उदय-हेबा, उईंबा

निकासी (स्त्री.) निकलने या निकालने की क्रिया -- निस्कासन, निकास, बहिष्कार

निकासी (स्त्री.) दुकान में रखे हुए अथवा कारखानों आदि में तैयार होने वाले माल का बिकना -- बिक्री, बिक्रय, बिकिबा

निकृष्ट (वि.) नीच, गिरा हुआ, निम्न, घटिया -- निकृष्ट, अधम, निच्च, निम्न, खराप

निखट्टू (वि.) (व्यक्ति) जो कुछ भी न कमाता हो -- निकमा, बेकार, निष्कर्मा, उपार्जनहीन

निखट्टू (वि.) आलसी, बेकार -- बेकार, अलसुआ

निगलना (स.क्रि.) कोई चीज बिना चबाए ही गले के नीचे उतार लेना -- गिलीबा

निग्रह (पुं.) अवरोध, रोक -- निग्रह, दमन, अबरोध

निग्रह (पुं.) आचरण को मर्यादित करना -- NA

निचोड़ (पुं.) सार, सत्व -- चिपुड़ा-रस, सारांश, सार तब्त बा पदार्थ

निचोड़ना (स.क्रि.) गीली या रसदार वस्तु से उसका रस निकालना -- चिपुड़िबा

निडर (वि.) निर्भय, निर्भीक -- निर्भय, साहस

निडर (वि.) साहसी -- साहसिक, साहसी

नितांत (क्रि.वि.) बहुत अधिक -- नितांत

नितांत (क्रि.वि.) बिल्कुल -- संपूर्ण, पूर्ण, पुरा, समाप्त, संपन्न

निथारना (स.क्रि.) पानी आदि से मैल को अलग करना -- निगड़िबा

निदान (पुं.) मूल कारण -- मूल-कारण, उत्पत्ति-कारण

निदान (पुं.) चिकित्सा शास्त्र में रोग की पहचान एवं समाधान -- लक्षण-देखि रोग-निर्णय बारोगर निदान

निदान (पुं.) समाधान -- NA

निद्रा (स्त्री.) नींद -- निद्रा, निद

निधन (पुं.) मृत्यु, देहावसान -- मृत्युवु

निधि (पुं.) विशेष कार्य के लिए जमा किया हुआ धन -- मूलधन, पुंजि, जमा, संगृहित-अर्थ, भंडार, गछित धन

निपटना (अ.क्रि.) पूरा होना, संपन्न होना -- संपन्न-हेबा, पूर्ण हेबा, पुरा हेबा

निपटना (अ.क्रि.) निवृत्त होना -- पूरा-हेबा, संपन्न हेबा

निपटना (अ.क्रि.) लेन-देन, झगड़े विवाद आदि का निपटना होना -- NA

निपटाना (स.क्रि.) कार्य आदि पूर्ण या संपादित करना -- शेष करिबा, संपादन-करिबा

निपटाना (स.क्रि.) विवाद या झगड़े को समाप्त करना -- मीमांसा-करिबा, संपूर्ण-करिबा, निष्पादन

निपुण (वि.) दक्ष, प्रवीण, कुशल -- निपुण, दक्ष, कुशल

निबंध (पुं.) वह विचारपूर्ण विवरणात्मक विस्तृत लेख, जिसमें सब अंगों का विवेचन किया गया हो -- प्रबंध-रचना

निबाहना (स.क्रि.) निर्वाह करना, निभाना -- निबाहिबा, निर्बाह-करिबा

निबाहना (स.क्रि.) (दायित्व, कार्य वचन आदि का) पालन करना, पूरा करना -- पालन करिबा, पूरा करिबा

निभाना (स.क्रि.) उत्तरदायित्व, कार्य, वचन आदि को पूरा करना -- निर्भाइबा, वचन-पूरा करिबा

निभाना (स.क्रि.) व्यक्ति अथवा स्थिति के -- कथा-रखिबा, दायित्व-पूरा करिबा, खाप-खुआइबा, अभ्यस्तिकरण-करिबा

निमंत्रण (पुं.) किसी अवसर विशेष पर आदरपूर्वक बुलाने की क्रिया या भाव -- निमंत्रण, आमंत्रण

नियंत्रण (पुं.) मनमानी रोकने के लिए बंधन लगाना, नियम आदि द्वारा रोकना -- नियंत्रण

नियंत्रण (पुं.) व्यापारिक क्षेत्र में शासन द्वारा किसी वस्तु के मूल्य और वितरण को नियमित और सुनिश्चित करना -- नियंत्रण, कर्तृत्व, प्रभाव, दमन, निरोध

नियम (पुं.) मनमानी रोकने के लिए बनाए गए आदेश/निर्देश -- नियम, आइन

निरंकुश (वि.) जिस पर किसी प्रकार का नियंंत्रण न हो -- निरंकुश

निरंकुश (वि.) स्वेच्छाचारी -- स्वेच्छाचारी, एकछत्रबादी, मनमुखी

निरंतर (वि.) लगातार -- निरंतर, लगातार, सर्बदा, नियमित, जथाबिधि

निरस्त्रीकरण (पुं.) परस्पर युद्ध की संभावना कम करने के लिए देशों का सैनिक बल कम करना -- निरस्त्रीकरण

निरा (वि.) विशुद्ध -- बिशुद्ध, शुद्ध, खण्टि, निष्कलंक, निर्मल

निरा (वि.) केवल, सिर्फ, एकमात्र -- केबल, एक-मात्र

निराकरण (पुं.) दूर करना या हटाना -- निराकरण, प्रतिकार

निराकरण (पुं.) आपत्ति आदि का तर्कपूर्वक खंडन, निवारण करना -- खंडन, प्रत्याख्यान

निराकार (वि.) जिसका कोई आकार न हो, स्वरूप रहित -- निराकार, अनंत, सर्बब्याप्त

निराकार (पुं.) ब्रह्म -- ब्रह्म, परमात्मा

निराधार (वि.) जिसका कोई आधार न हो, आधारहीन -- निराधार, आधारहीन, भित्तिहीन, मिथ्या

निरामिष (वि.) जिसमें मांस न मिला हो -- निरामिष, शाकाहार

निरामिष (वि.) शाकाहारी -- निरामिषाहारी, शाकाहारी

निराश (वि.) जिसे आशा न रह गई हो, हताशा -- निराशस, हताश, ब्यर्थता, नैराश्य

निरीक्षक (पुं.) जाँच-पड़ताल, निरीक्षण आदि करने वाला -- निरीक्षक, परिदर्शक

निरूपण (पुं.) छान-बीन तथा सोच विचार कर किसी बात या विषय का विवेचन करना -- निरूपण, निर्धारण,क स्थिर-करिबा

निर्जीव (वि.) प्राणरहित, जड़, अचेतन -- निर्जीब, जड़, मृत, निश्चल, निस्तेज, अबश, अकामी निर्जीवमयिन

निर्णय (पुं.) निष्कर्ष, परिणाम, फैसला -- निर्णय, सिद्धांत

निर्दय (वि.) दया-हीन, कठोर, निष्ठुर -- निर्दय, कठोर, निष्ठुर, दयाहीन

निर्देशक (पुं.) दिशा बताने या निर्देशन करने वाला -- निर्देशक, परिचालक

निर्दोष (वि.) दोषरहित -- निर्दोष, निष्कलंक, दोषहीन

निर्दोष (वि.) जिसने कोई अपराध न किया हो, निरपराध -- निरपराध, निर्दोष

निर्धन (वि.) धन-रहित, गरीब -- निर्धन, गरिब, अभाबग्रस्त, नगण्य, बिचारा

निर्धारण (पुं.) तय या निश्चित करना, दृढ़ धारणा बनाना -- निर्धारण, निरुपण, निश्चित

निर्बल (वि.) (शारीरिक दृष्टि से बलहीन, कमजोर) -- निर्बल, दुर्बल, शक्तिहीन

निर्बल (वि.) जिसे यथेष्ट अधिकार या सत्ता प्राप्त न हो, शक्तिहीन -- शक्तिहीन, निर्बल

निर्भर (वि.) किसी दूसरे पर अवलंबित या आश्रित -- निर्भर

निर्मल (वि.) साफ, स्वच्छ -- निर्मल, स्वच्छ

निर्मल (वि.) निष्कपट, शुद्ध -- निष्कपट, शुद्ध

निर्माण (पुं.) कोई नई चीज तैयार करना या बनाना, रचना -- निर्माण, रचना

निर्यात (पुं.) माल बाहर भेजने की क्रिया या भाव -- रप्तानी

निर्यात (पुं.) बाहर या विदेशों में भेजा हुआ माल -- रप्तानि द्रव्य

निर्वाचन (पुं.) किसी एक या अधिक को चुनना, चयन -- निर्बाचन, भोट

निवारण (पुं.) दूर करना, हटाना -- निबारण, दूरिकरण, बंद-करिबा

निवेदन (पुं.) नम्रतापूर्ण अनुरोध, प्रार्थना -- निबेदन, प्रार्थना

निवेदन (पुं.) अर्पण, समर्पण -- समर्पण, अर्पण, उत्सर्ग

निवेश (पुं.) किसी व्यापार, उद्योग आदि में धन या पूँजी लगाने का कार्य तथा इस प्रकार से लगाया हुआ धन, पूँजी आदि -- लगाण-धन, धन नियोग-करिबा, पुण्जि-लगाइबा, धन-खटाइबा

निशा (स्त्री.) रात -- निशा, रात्रि, राति, जामिनी

निशान (पुं.) चिह्न या लक्षण -- चिन्ह, संकेत, निदर्शन, लक्षण

निशान (पुं.) दाग, धब्बा -- चिन्ह, दाग

निशान (पुं.) झंडा या पताका -- पताका-चिन्ह

निश्चय (पुं.) कोई कार्य करने का अंतिम निर्णय या संकल्प करना -- निश्चय, संकल्प, प्रतिज्ञा

निश्चल (वि.) अविचल, स्थिर -- निश्चल, अचल, स्थिर, जड़

निश्चल (वि.) अपरिवर्तनशील -- अपरिबर्तनशील

निश्चित (वि.) (बात या प्रस्ताव) जिसके संबंध में निश्चय हो चुका हो -- निश्चित

निश्चित (वि.) जो अटल या स्थिर हो -- अटल, स्थिर

निश्छल (वि.) (व्यक्ति) छल कपट से रहित -- निश्छल, निष्कपट, सरल

निष्कर्ष (पुं.) विचार विमर्श आदि के उपरांत निकलने वाला परिणाम -- सारांश, सार, मंतब्य

निष्कर्ष (पुं.) सारांश, निचोड़ -- सार, सारांश

निष्काम (वि.) (व्यक्ति) जिसके मन में कामनाएँ या वासनाएँ न हों -- निष्काम, निरासक्त

निष्काम (वि.) (कार्य) जो बिना किसी प्रकार की कामना के किया जाए -- निष्काम,कामना-बासना-हीन, निर्लोभ

निष्कासन (पुं.) किसी को किसी पद, क्षेत्र, स्थान, वर्ग, दल आदि से निकालना, बाहर करना या हटाना -- निष्कासन, बहिष्कार

निष्क्रिय (वि.) क्रियारहित, निश्चेष्ट -- निष्क्रिय, निश्चेष्ट, जड़, अकर्मण्य पंगु, अपारग

निष्क्रिय (वि.) अकर्मण्य, आलसी -- निष्क्रिय, निश्चेष्ट, जड़,अकर्मण्य, पंगु

निष्ठा (स्त्री.) दृढ़ निश्चय या विश्वास -- निष्ठा, प्रजत्न, बिश्वास

निष्ठा (स्त्री.) आस्था, श्रद्धा, भक्ति -- निष्ठा, श्रद्धा, भक्ति

निष्ठा (स्त्री.) ईमानदारी, वफादारी -- बिश्वास जोग्य, बिश्वस्त

निष्पक्ष (वि.) (व्यक्ति) जो किसी पक्ष या दल में सम्मिलित न हो, तटस्थ -- निष्पक्ष, निरपेक्ष, निर्दलीय

निष्पक्ष (वि.) पक्षपात-रहित -- पख्यपात-शून्य, निरपेक्ष

निष्पादन (पुं.) आज्ञा, आदेश, नियम, निश्चय आदि के अनुसार कोई काम ठीक तरह से पूरा करना -- तालिम

निस्पंद (वि.) जिसमें किसी प्रकार की हलचल न हो -- निस्पंद, निरब, गतिहीन, निष्प्रभ, स्थिर

निस्संदेह (वि.) जिसमें संदेह न हो, असंदिग्ध, बेशक -- निसंदेह, असंदिग्ध

निस्संदेह (क्रि.वि.) निश्चित रूप से अवश्य -- निश्चित, निसंदेह

नींद (स्त्री.) निद्रा -- निद

नींव (स्त्री.) जमीन के अंदर का हिस्सा, बुनियाद -- निअँ, भित्ति, मूलदुआ

नीचा (वि.) अधिकार, पद, मर्यादा आदि की दृष्टि से जो औरों से घटकर हो, छोटा -- नीच, छोट, तल

नीचा (वि.) जो किसी सम धरातल या स्तर से निम्न स्तर पर स्थित हो, निम्न -- छोट, निम्न

नीचे (क्रि.वि.) किसी की तुलना में निम्न धरातल पर -- नीचरे, अधीनिरे, तले

नीचे (क्रि.वि.) किसी की अधीनता या वश में -- अधीनिरे तले

नीति (स्त्री.) सदाचार, सद्व्यवहार आदि के नियम, ढंग या रीतियाँ -- नीति, नियम

नीति (स्त्री.) राज्य या शासन की रक्षा और व्यवस्था के लिए स्थिर किए हुए सिद्धांत -- नीति, सिद्धात, नियम

नीति (स्त्री.) युक्ति, तरकीब -- जुक्ति, उपाय

नीलामी (स्त्री.) वस्तुओं की वह सार्वजनिक बिक्री, जिसमें सबसे अधिक या बढ़कर दाम लगाने वाले के हाथ वस्तुएँ बेची जाती हैं -- निलाम

नीहारिका (स्त्री.) रात के समय आकाश में दिखाई पड़ने वाले घने कोहरे की तरह के प्रकाश पुंज -- नीहारिका, छायापथ

नुकसान (पुं.) हानि, घाटा -- लोकसान

नुकसान (पुं.) किसी प्रकार होने वाली खराबी या विकार -- हानि, ख्याति

नेता (पुं.) नायक -- नेता, नायक

नेता (पुं.) राजनैतिक या सामाजिक दल का अगुआ -- नेता

नेतृत्व (पुं.) नेता का पद तथा कार्य -- नेतृत्व

नैतिक (वि.) नीति-संबंधी -- नैतिक, नितीगत, सदाचार

नैतिक (वि.) नीति-सम्मत -- नीति-सम्मत, न्याय-सम्मत

नौकर (पुं.) सेवक -- नौकर, चाकर, सेबक

नौकर (पुं.) कर्मचारी -- कर्मचारी चाकर

नौकरी (स्त्री.) नौकर बनकर सेवा अथवा कार्य करते रहने की अवस्था या भाव -- NA

नौकरी (स्त्री.) वह पद या काम जिसके लिए वेतन मिलता हो, रोजगार -- रोजगार, चाकिरि

नौका (स्त्री.) नाव, किश्ती -- नौका, डंगा, नाआ

पंकज (वि.पुं.) कीचड़ से उत्पन्न, कमल -- पंकज, पद्म, कमल

पंक्ति (स्त्री.) कतार -- पंक्ति, धाड़ी

पंक्ति (स्त्री.) छपे हुए अक्षरों की एक सीध में पढ़ने के क्रम से लगी हुई श्रृंखला -- धाड़ि

पंख (पुं.) पक्षियों तथा कुछ जंतुओं का वह अंग, जिससे वे उड़ते है, पर -- पंख, डेणा

पंखा (पुं.) गर्मी से बचाव के लिए ताड़ धातु आदि की बनी वस्तु जिससे हवा का वेग बढ़ाया जाता हो -- पंखा, बिंचणा

पंचांग (पुं.) वह पंजी या पुस्तिका, जिसमें तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण का उल्लेख होता हो, जंत्री, पत्रा -- पांजि

पंचायत (स्त्री.) गाँव या बिरादरी के चुने हुए सदस्यों की सभा, जो लोगों के झगड़ों का विचार और निर्णय तथा विकास कार्य करती है -- पंचायत

पंछी (पुं.) पक्षी, परिंदा -- पक्षौ, चढ़ेइ. बिहंग

पंडित (नि.) कुशल, निपुण -- कुशली, निपुण, दक्ष, पारदर्शी

पंडित (पुं.) शास्त्रों आदि का ज्ञाता, ब्राह्मण -- ब्राह्मण, पंड़ित

पंथ (पुं.) मार्ग, रास्ता -- पथ, बाट, रास्ता

पंथ (पुं.) धार्मिक मत या संप्रदाय -- मत, पंथा (धार्मिक सांप्रदायिक)

पकड़ना (स.क्रि.) थामना -- धरिबा, गिरफ-करिबा, अटक-करिबा, बंदि करिबा

पकड़ना (स.क्रि.) बंदी बनाना -- बंदी करिबा

पकाना (स.क्रि.) अन्न, फल आदि को इस प्रकार आँच, गर्मी आदि देना कि वे मुलायम होकर खाने योग्य ह जाएँ -- रांधिबा

पक्का (वि.) दृढ़, निश्चित, स्थिर -- पक्का, दृढ़, स्थिर

पक्का (वि.) अच्छी तरह से पका या पकाया हुआ -- रंधा-होइथिबा (भोजन-द्रव्य आदि)

पक्ष (पुं.) पक्षियों का डैन या पंख -- ड़ेणा, पंख

पक्ष (पुं.) किसी विचार, सिद्धांत या तथ्य आदि का एक पहलू -- पख्य

पक्ष (पुं.) चांद्रमास के दो बराबर भागों में से प्रत्येक भाग, जो प्रायः 15 दिन का होता है, पखवाड़ा -- पक्ष

पक्षपात (पुं.) अनुचित रूप से किसी का पक्ष लेना -- तोषरपात

पक्षी (पुं.) परों वाला, पंछी, परिंदा -- पक्खी (पक्षी), चढ़ेइ

पखवाड़ा (पुं.) पंद्रह दिनों का समय, पक्ष -- पख्य

पगडंडी (स्त्री.) आने-जाने के कारण जंगल, खेत या मैदान में बना हुआ सँकरा मार्ग -- चला बाट

पचाना (स.क्रि.) खाई हुई वस्तु को पक्वाशय की अग्नि से रस में परिणत करना -- हजमकरिबा

पछताना (अ.क्रि.) पश्चाताप करना -- पश्ताइबा, अनुताप-करिबा, पश्चाताप-करिबा

पछाड़ना (स.क्रि.) कुश्ती अथवा प्रतियोगिता आदि में किसी को परास्त करना -- पराजित-करिबा, हराइबा

पटकना (स.क्रि.) किसी व्यक्ति या वस्तु आदि को उठाकर झटके के साथ पृथ्वी पर गिराना -- कचाड़िबा

पटरी (पटड़ी) (स्त्री.) सड़क के दोनों ओर का उठा हुआ पैदल-पथ -- पादचलाबाट (फुट-पाथ)

पटरी (पटड़ी) (स्त्री.) लोहे के लंबे छड़, जिन पर रेलगाड़ी चलती है -- रेलपटरी, रेललाइन

पटरी (पटड़ी) (स्त्री.) काठ का छोटा पतला और लंबोतरा टुकड़ा, छोटा पटरा -- पटा, पीढ़ा

पटसन (पुं.) सन नामक प्रसिद्ध पौधा, जिसके डंठलों के रेंशों से रस्सी, बोरे, गलीचे आदि बनाए जाते हैं -- काउंरिआ गछ

पटसन (पुं.) सन के रेशे, जूट -- झोट

पटाखा (पटाका) (पुं.) एक प्रकार की आतिशबाजी, जिससे जोर से पट या पटाक की ध्वनि होती है -- ताल-फोटका, बाण

पड़ना (अ.क्रि.) गिरना, पड़े रहना -- पड़िबा

पड़ना (अ.क्रि.) लेटना, बीमार होना -- शोइबा, बेमार बा-असुस्थ-हेबा

पड़ाव (पुं.) मार्ग में पड़ने वाला वह स्थान जहाँ सेना, काफिले, यात्री आदि कुछ समय के लिए विश्राम करने को ठहरते हैं -- शिबिर, सैन्य-छाउणि

पतंग (स्त्री.) बाँस की कमानियों के ढाँचे पर कागज़ मढ़कर बनाई हुई वस्तु, जिसे तागे से बाँधकर हवा में उड़ाते हैं -- गुड़ि

पतंग (पुं.) पतंगा, शलभ -- पतंग

पतन (पुं.) अधोगति, गिरावट -- पतन

पतन (पुं.) निंदनीय आचरण में प्रवृत्त होना -- अधपतन, अधोगति, अबनति

पतला (वि.) जो गाढ़ा न हो, जिसमें तरल अंश अधिक हो -- पतला, सरु, कृश

पतला (वि.) कृश, दुबला -- अशक्त, दुर्बल, निर्बल

पतला (वि.) सँकरा, बारीक -- बारिक

पता (पुं.) किसी वस्तु स्थान या व्यक्ति का ठिकाना -- ठिकणा

पता (पुं.) किसी व्यक्ति, विषय आदि के संबंध में जानकारी -- परिचय

पताका (स्त्री.) झंडा, ध्वजा -- पताका, ध्वज

पताका (स्त्री.) साहित्य में (नाटक में) आधिकारिक कथा की सहायतार्थ दूर तक चलने वाली प्रासंगिक कथा -- प्रसंग, परिप्रेक्षी

पत्तन (पुं.) वायुयानों अथवा जलयानों के ठहरने का स्थान -- बायुजाल बा उड़ाजाहाज, पाणि जाहाजर पोताश्रय, बंदर

पत्ता (पुं.) पेड़-पौधों की शाखाओं में लगने वाले प्रायः हरे रंग के चपटे लचीले अवयव -- पत्र

पत्ता (पुं.) ताश (प्लेइंगकार्ड) -- तास

पत्थर (पुं.) धातु से भिन्न कड़ा ठोस और भारी भूद्रव्य -- पथर, प्रस्तर

पत्रकार (पुं.) वह व्यक्ति, जो समाचार पत्रों को नित्य नए समाचारों की सूचना देता, उन पर टीका टिप्पणी करता अथवा उनको संपादित करता हो (जर्नलिस्ट) -- सांबादिक, पत्रकार

पत्राचार (पुं.) परस्पर एक दूसरे को पत्र लिखना, पत्र-व्यवहार -- पत्रालाप, पत्रब्यहबार, चिठि-आदान-प्रदान

पथ (पुं.) मार्ग, रास्ता, राह -- पथ, बाट, रास्ता

पथ (पुं.) कार्य या व्यवहार की पद्धति -- कार्य-पद्धति, प्रणाली

पथ-प्रदर्शक (पुं.) किसी कार्य या व्यवहार की पद्धति बताने वाला, मार्गदर्शक -- पथ-प्रदर्शक, मार्गदर्शक

पथ-प्रदर्शक (पुं.) न्याय मार्ग अथवा आचरण से विमुख -- NA

पथिक (पुं.) बटोही, राही -- पथिक, जात्री

पथ्य (वि.) गुणकारी, लाभदायक -- अनुकुल

पथ्य (पुं.) वह हल्का भोजन, जो रोगी व्यक्त को दिया जाए -- पथि, पथ्य

पद (पुं.) कदम, पाँव, पैर -- पाद, गोड़र-तल अंश

पद (पुं.) वाक्य का अंश या खंड -- वाक्यांश, पद

पद (पुं.) ओहदा, उपाधि -- उपाधि

पद (पुं.) छंद, श्लोक आदि का चतुर्थांश -- छंद बाश्लोक-आदिर चतुर्थांश

पदचाप (स्त्री.) चलते समय पैरों से होने वाली ध्वनि -- पदध्वनि, पादशब्द

पद-चिह्न (पुं.) पैरों की छाप -- पद-चिन्ह, पाद-चिन्ह

पद-चिह्न (पुं.) बड़ों द्वारा बतलाए हुए आदर्श अथवा कार्य करने का ढंग -- आदर्श, परंपरा

पद्धति (स्त्री.) कार्य करने का तरीका, कार्य प्रणाली -- पद्धति, प्रणाली, कार्यबिधि, कार्यरीति क्रियानुष्ठान

पद्धति (स्त्री.) रीति, पथ मार्ग -- रीति, प्रणाली, पद्धति, पथ, मार्ग, बाट, रास्ता

पनघट (पुं.) वह घाट या स्थान, जहाँ से लोग पानी भरकर लाते हैं -- पाणितुठ, पाणिघाट

पनडुब्बी (स्त्री.) पानी के अंदर डूबकर चलने वाली नाव (सबमरीन) -- बुड़ा-जाहाज

परंतु (अव्य.) इतना होने पर भी, लेकिन, पर -- परंतु, किंतु

परंपरा (स्त्री.) सिलसिला, क्रम -- परंपरा, क्रम

परंपरा (स्त्री.) रीति, रिवाज, प्रथा -- रीति, नीति, प्रथा

परखना (स.क्रि.) अच्छे-बुरे की पहचान करना -- परखिबा, चिन्हिबा

परदा (पुं.) आड़ या बचाव करने के लिए बीच में टाँगा जाने वाला कपड़ा आदि -- परदा, पर्दा

परदा (पुं.) घूँघट -- ओढ़णा

परदा (पुं.) टी.वी., सिनेमा आदि में प्रयुक्त पटल -- NA

परदेसी (वि.) जो अपना देश छोड़कर किसी दूसरे देश में गया हो -- बिदेशी, परदेशी

परम (वि.) मुख्य, प्रधान -- मुख्य, प्रधान, अग्रगण्य

परम (वि.) अत्यधिक -- परम, अत्यधिक, अधिक, अतिशय, अतिरिक्त

परमाणु (पुं.) किसी तत्व का एक अविभाज्य टुकड़ा -- परमाणु, आणबिक

परमात्मा (पुं.) ईश्वर, परब्रह्म -- परमात्मा, इश्वर, भगबान, परब्रह्म, परमेश्वर

परमार्थ (पुं.) मोक्ष -- परमार्थ, मोक्ष, मुक्ति

परमार्थ (पुं.) परोपकार -- परोपकार

परलोक (पुं.) इह लोक से भिन्न दूसरा लोक -- परलोक, मृत्यु, देहांत

परसों (अव्य.) बीते हुए दिन से ठीक पहले वाला दिन -- अपरि दिन, पहरि दिन

परस्पर (क्रि.वि.) आपस में -- परस्पर, मध्यरे, निज निज भितरे

पराकाष्ठा (स्त्री.) चरम सीमा, हद -- पराकाष्ठा, चूड़ांत

पराक्रम (पुं.) शौर्य, सामर्थ्य, बल -- पराक्रम, शौर्ज्य, बीरता, शक्ति

पराग (पुं.) फूल के लंबे केसरों पर जमे रहने वाले रज कण -- पराग, फूल-रेणु, मकरंद

पराजय (स्त्री.) हार, विजय का उल्टा -- पराजय, हारिबा

पराधीनता (स्त्री.) दूसरे के अधीन अर्थात् पराधीन होने की अवस्था -- पराधीनता

परामर्श (पुं.) सलाह, सम्मति -- परामर्श, उपदेश, सम्मति

परामर्श (पुं.) विवेचन, विचार -- बिचार, बिबेचना

पराया (वि./पुं.) जिसका संबंध दूसरे से हो, अपने से भिन्न, आत्मीय या स्वजन से भिन्न -- पर, अन्यलोक, अन्य-मानंकर

परिक्रमा (स्त्री.) चारों ओर चक्कर लगाना या घूमना -- परिक्रमा, चारिपटे-धुरिबा

परिक्रमा (स्त्री.) धार्मिक एवं खगोलीय संदर्भ में किसी तीर्थ, देवता या मंदिर के चारों ओर भक्ति और श्रद्धा से तथा पुण्य की भावना से चक्कर लगाने की क्रिया -- परिक्रमा, प्रदक्षिण

परिचय (पुं.) ऐसी स्थिति जिसमें दो व्यक्ति एक दूसरे को प्रायः प्रत्यक्ष भेंट के आधार पर जानते और पहचानते हों, जान-पहचान -- परिचय, चिन्हा (चिन्हा-चिन्हि), जणा-शुणा

परिचय (पुं.) किसी व्यक्ति के नाम धाम या गुण-कर्म आदि से संबंध रखने वाली बातें जो किसी को बतलाई जाएँ -- परिचय, परिचित, बिदित, ज्ञात, जणाशुणा

परिचर्या (स्त्री.) किसी के द्वारा दी जाने वाली अनेक प्रकार की सेवाएँ, सेवा सुश्रुषा -- परिचर्य्या, सेबा, साहाज्य

परिचर्या (स्त्री.) रोगी की सुश्रुषा -- सेबा, शुश्रुषा

परिचारिका (स्त्री.) सेवा करने वाली स्त्री, सेविका (नर्स) -- परिचारिका, सेबिका, धाइ, नर्स

परिच्छेद (पुं.) अध्याय, प्रकरण -- प्ररिच्छेद,अध्याय, प्रकरण

परिजन (पुं.) चारों ओर के लोग विशेषतः परिवार के सदस्य -- परिजन, स्वजन, आत्मीय, निजलोक, कुटुंब

परिजन (पुं.) अनुगामी और अनुचर वर्गः संबंधी -- अनुचर, चाकर, भृत्य

परिणाम (पुं.) किसी काम या बात का तर्क संगत रूप में अंत होने पर उससे प्राप्त हाने वाला फल (रिजल्ट) -- फल, परिणाम, परिणति

परिणाम (पुं.) किसी कार्य के उपरांत क्रियात्मक रूप से पड़ने वाला प्रभाव (कांसीक्वेंस) -- फल, परिणाम, परिणति

परित्याग (पुं.) अधिकार, स्वामित्व, संबंध तथा निजी संपत्ति आदि का सदा के लिए किया जाने वाला त्याग, पूरी तरह से छोड़ देना -- परित्याग, छाड

परिधि (स्त्री.) वृत्त की रेखा -- परिधि, मंडल, बेष्टनिरेखा

परिधि (स्त्री.) किसी गोलाकार वस्तु के चारों ओर खिंची हुई वृत्ताकार रेखा -- परिधि, मंडल

परिधि (स्त्री.) वह गोलाकार मार्ग, जिस पर कोई चीज चलती, घूमती या चक्कर लगाती हो -- चतुर्दिगरे भ्रमण, अतिक्रमकरिबा पथ

परिपक्व (वि.) जो विकास आदि की दृष्टि से पूर्णता तक पहुँच चुका हो -- परिपक्व, पाचिला

परिपक्व (वि.) अच्छी तरह से पका हुआ -- परिपक्व, पाचिला

परिभाषा (स्त्री.) ऐसा कथन या वाक्य, जो किसी पद या शब्द का अर्थ या आशय स्पष्ट रूप से बतलाता या व्यक्त करता हो (डेफिनिशन) -- परिभाषा, संज्ञा, स्पष्टिकरण

परिमाण (पुं.) गिनने, तोलने, मापने आदि पर प्राप्त होने वाला फल -- परिमाण, फल

परिमाण (पुं.) नाप-जोख, तोल आदि की दृष्टि से किसी वस्तु की लंबाई-चौड़ाई, भार, घनत्व, विस्तार आदि, मान (क्वान्टिटी) -- परिमाण, आकार, ओजन, आयतन

परिमार्जनन (पुं.) साफ करने के लिए अच्छी तरह धोना -- परिमार्जन, प्रक्षालन, स्वच्छ

परिमार्जनन (पुं.) अच्छी तरह साफ करना -- परिष्कार

परिमार्जनन (पुं.) भूलें आदि सुधारना -- संशोधन, मार्जित, परिमार्जित, ठिक

परिवर्धन (पुं.) आकार-प्रकार, विषय-वस्तु आदि में की जाने वाली वृद्धि -- बढ़ति, बृद्धि

परिवर्तन (पुं.) बढ़ाया हुआ अंश -- बद्धिंत अंश

परिवहन (पुं.) माल, यात्रियों आदि को एक स्थान से ढोकर दूसरे स्थान पर ले जाने का कार्य (ट्रांसपोर्ट) -- परिबहन, एक-स्थानरु-बोहिनेबा बास्थानांतरित-करिबा

परिवार (पुं.) एक परिवार में और विशेषतः एक कर्ता के अधीन या संरक्षण में रहने वाले लोग, कुटुंब (फैमिली) -- परिबार, कुटुंब

परिवार (पुं.) समान गुणधर्म वाला वर्ग -- कुटुंब

परिवार नियोजन (पुं.) जनसंख्या नियंत्रण का तरीका (फैमिली प्लानिंग) -- परिबार-नियंत्रण-जोजना

परिवेश (पुं.) परिधि, घेरा, चारों तरफ का माहौल -- परिबेश, परिवेष्टनि, परिधि

परिशिष्ट (वि.) छूटा या बाकी बचा हुआ, अवशिष्ट -- अबशिष्ट, बलका

परिशिष्ट (पुं.) पुस्तकों आदि के अंत में दी जाने वाली वे बातें, जो मूल में आने से रह गईं हों अथवा जो मूल में आई हुई बातों के स्पष्टीकरण के लिए हों -- परिशिष्ट, बिबरणि

परिश्रम (पुं.) मानसिक या शारीरिक श्रम, मेहनत -- परिश्रम, होलबा

परिषद् (स्त्री.) किसी संस्था के निर्वाचित या मनोनीत सदस्यों का समूह कौंसिल -- परिषद, मंडल, सभा

परिषद् (स्त्री.) सभा -- सभा, सम्मिलनी

परिष्कार (पुं.) अच्छी तरह ठीक और साफ करने की क्रिया या भाव -- परिष्कारकरिबा

परिष्कार (पुं.) त्रुटियाँ, दोष आदि दूर करके सुंदर, सुरुचिपूर्ण और स्वच्छ बनाना -- परिच्छन्नता, परिष्कार

परिष्कार (पुं.) निर्मलता, स्वच्छता -- निर्मलता, स्वच्छता

परिस्थिति (स्त्री.) चारों ओर की स्थिति, हालत (सर्कमस्टांसिल) -- परिस्थिति, घटणा, प्रसंग, बिबरणि, बृतांत, अबस्था, विषय

परीक्षण (पुं.) परीक्षा करने या लेने की क्रिया -- परीख्यण, परीक्षा, परखिबा

परीक्षण (पुं.) जाँच, परख -- जांच, परीक्षा

परीक्षा (स्त्री.) किसी के गुण, धैर्य, योग्यता, सामर्थ्य आदि की ठीक ठाक स्थिति जानने या पता लगाने की क्रिया या भाव -- परीख्य़ा, कसटिबा

परीक्षा (स्त्री.) जाँच-पड़ताल या देख-भाल -- निरिक्षण, परिक्षण, परिक्षा

परोक्ष (वि.) आंखों से ओझल -- परोक्ष, पछरे

परोक्ष (वि.) जो सामने न हो, अनुपस्थित -- दृष्टि-आढुआलरे

परोक्ष (वि.) छिपा हुआ, गुप्त -- गुप्त

परोक्ष (पुं.) आँखों के सामने न होने की अवस्था, अनुपस्थिति -- अनुपस्थिति, परोक्ष

परोक्ष (पुं.) व्याकरण में पूर्ण भूतकाल -- अतीतकाल, पूर्बसमय

परोपकार (पुं.) दूसरों की भलाई का काम -- परोपकार

पर्यटक (पुं.) देश-विदेश में घूमनेफिरने वाला -- पर्ज्यटक, जात्री

पर्यटन (पुं.) अनेक महत्वपूर्ण स्थल देखने तथा मन-बहलाव के लिए किया जाने वाला भ्रमण -- पर्ज्यटन, भ्रमण-स्थान बास्थल

पर्याप्त (वि.) जितना आवश्यक हो उतना सब, यथेष्ट, काफी -- पर्ज्याप्त, जथेष्ट, प्रचुर, अपर्ज्याप्त, अनेक

पर्याय (पुं.) समानार्थक शब्द -- पर्याय, समानार्थक शब्द

पर्व (पुं.) ग्रंथ आदि का अंश, खंड, भाग -- ग्रंथर-बिभाग, अंश, अध्याय

पर्व (पुं.) उत्सव और त्योहार -- उत्सब, पर्व

पर्वतारोहण (पुं.) पहाड़ पर चढ़ने की क्रिया -- पर्बतारोहण

पलायन (पुं.) निकल भागने या बच निकलने की क्रिया या भाव -- पलायन

पवन (पुं.) वायु, हवा -- पबन, वायु, हावा

पवित्र (वि.) शुद्ध, पाक -- पबित्र, शुद्ध पदार्थ

पवित्र (वि.) पूज्य व्यक्ति -- धार्मिक पूज्य-व्यक्ति

पवित्र (वि.) साफ, स्वच्छ, निर्मल -- स्वच्छ, निर्मल, सफा, बिशुद्ध

पशु (पुं.) जानवर, डंगर, चौपाया -- पशु, जंतु

पश्चाताप (पुं.) पछतावा, किसी कर्म के बाद उसके अनौचित्य का भान होने पर मन में होने वाला दुःख -- पश्चात्ताप, अनुताप

पसारना (स.क्रि.) अधिक विस्तृत करना -- बिस्तारिबा, प्रसारिबा, ब्यपिबा, बिस्तृतहेबा

पसारना (स.क्रि.) फैलाना -- खेलिबा, बिस्तृत हेबा

पसीना (पुं.) ताप, परिश्रम आदि के कारण शरीर या अंगों में से निकलने वाले जलकण, स्वेद -- झाल, स्वेद

पहचान (पहिचान) (स्त्री.) पहचानने की क्रिया, भाव या शक्ति -- चिन्हा, परिचय

पहचान (पहिचान) (स्त्री.) कोई ऐसा चिह्न या लक्षण जिससे पता चले कि वह अमुक व्यक्ति या वस्तु है -- परिचय, चिह्त, चिन्हिबा

पहचान (पहिचान) (स्त्री.) परिचय -- परिचय-जाणिबा

पहचानना (स.क्रि.) चित्रों, लक्षणों, रूप-रंग के आधार पर व्यक्ति या वस्तु को जानना या समझ लोना कि यह अमुक व्यक्ति या वस्तु है जिसे मैं पहले से जानता हूँ -- चिन्हिबा

पहचानना (स.क्रि.) किसी वस्तु या व्यक्ति के गुण दोषों, योग्यताओं आदि से भली भाँति परिचित होना -- गुण दोष सहित परिचित हेबा बा जाणिबा

पहनना (स.क्रि.) कपड़े, गहने आदि धारण करना -- पिंधिबा, परिधान-करिबा

पहनावा (पुं.) पहनने के कपड़े, पोशाक -- पिंधिबा बस्त्र, पोषाक-पत्र, बेशभुषा

पहनावा (पुं.) किसी जाति, देश आदि के लोगों द्वारा सामान्यतः पहने जाने वाले कपड़े -- पहरण, परिधान, पोषाक

पहरेदार (पुं.) चौकीदार, संतरी -- पहराबाल्ला, पाहारी, प्रहरी, चौकिदार

पहलवान (पुं.) कुश्ती लड़ने वाला मजबूत और कसरती व्यक्ति -- पहिल्बान्, पहिलमान

पहला (वि.) समय के विचार से जो आदि में हुआ हो -- पहिला, प्रथम, आरंभ, आदि

पहला (वि.) प्रथम -- आगरे, आरंभकालीन

पहला (वि.) वर्तमान से पूर्व का, विगत -- बिगत, गत, अतीत, पूर्बरु बा प्रथमे

पहले (क्रि.वि.) आदि, आरंभ या शुरू में, सर्वप्रथम -- आरंभरे

पहले (क्रि.वि.) काल, घटना, स्थिति आदि के क्रम के विचार से आगे या पूर्व -- पूर्बरे, पूर्बें

पहले (क्रि.वि.) बीते हुए समय में, पूर्वकाल में, पुराने जमाने में -- बिगत, पुरातन, पूर्वक

पहाड़ (पुं.) पर्वत, चट्टानों का वह प्राकृतिक पुंज जो जमीन की सतह से बहुत ऊँचा होता है -- पाहाड़, पर्बत

पहाड़ा (पुं.) किसी अंक की गुणन सारणी -- गुणन, पणकिआ

पहिया (पुं.) गाड़ी, यान आदि का वह गोलाकार हिस्सा, जिसकी धुरी पर घूमने से गाड़ी या यान आगे बढ़ता है -- चक बा चका

पहिया (पुं.) यंत्र का चक्र, यंत्रों आदि में लगा हुआ उक्त प्रकार का गोलाकार, जिसके घूमने से उस यंत्र की कोई क्रिया संपन्न होती है -- गोलाकार चक बा चकी

पहुँचना (अ.क्रि.) (वस्तु अथवा व्यक्ति का) एक स्थान से चलकर दूसरे स्थान पर उपस्थित या प्रस्तुत होना -- पहंचिबा, उपस्थित हेबा

पहुँचना (अ.क्रि.) किसी स्थान या पद आदि को प्राप्त होना -- लाभ करिबा, प्राप्त करिबा

पांडुलिपि (स्त्री.) पुस्तक, लेख आदि की हस्तलिखित या मुद्रण योग्य प्रति -- पांडुलिपि, मुद्राक्षर, लिपि, हातलेखा

पाक्षिक (वि.) चांद्र मास के पक्ष से संबंध रखने वाला -- पक्ष, अधामास

पाक्षिक (वि.) जो एक पक्ष (15 दिन) में एक बार होता है -- पक्ष, अध-मास

पाखंड (पुं.) दिखावटी आचरण, उपासना या भक्ति -- पाषांड, भंड़, ठक, कपटिआ

पाखंड (पुं.) पूजा-पाठ आदि का आडंबर, ढकोसला ढोंग -- आडंबर

पागल (वि.) जो किसी तीव्र मनोविकार के कारण ज्ञान या विवेक खो बैठा हो, विक्षिप्त, सनकी -- पागल, बातुल, बाया, बिकृत मस्तिस्क, क्षिप्त, अस्थिर, उन्मत्त

पाचक (वि.) पचाने वाला -- पाचक, हजमकारी

पाचक (पुं.) वह दवा जो खाई हुई चीज को पचाती या पाचन शक्ति बढ़ाती हो -- पाचक, हजमकारी

पाठक (पुं.) पढ़ने वाला -- शिक्षार्थी, विद्यार्थी, अध्यायी

पाठशाला (स्त्री.) वह स्थान, जहाँ विद्यार्थियों को पढ़ना लिखना सिखाया जाता है, विद्यालय -- पाठशाला, बिद्यालय

पाताल (पुं.) पृथ्वी के नीचे के सात लोकों में से सबसे नीचे का लोक, नाग-लोक -- पाताल, नागलोक

पाताल (पुं.) बहुत अधिक गहरा और नीचा स्थान -- गहीर, गभोर, पाताल

पात्र (पुं.) वह आधान, जिसमें कुछ रखा जा सके, बरतन, भाजन -- पात्र, बासन

पात्र (पुं.) ऐसा व्यक्ति, जो किसी काम या बात के लिए सब प्रकार से उपयुक्त या योग्य समझा जाता हो -- उपजुक्त-पात्र

पात्र (पुं.) उपन्यास, कहानी, काव्य, नाटक आदि में वे व्यक्ति, जो कथा-वस्तु की घटनाओं के घटक होते हैं और जिनके क्रिया कलाप या चरित्र से कथा वस्तु की सृष्टि और परिपाक होता है -- पात्र, चरित्र

पाना (स.क्रि.) प्राप्त करना -- पाइबा, प्राप्त करिबा

पाप (पुं.) धर्म और नीति के विरुद्ध किया जाने वाला ऐसा निंदनीय आचरण या काम, जो बुरा हो और जिसके फलस्वरूप मनुष्य को नरक भोगना पड़ता हो -- पापमु

पारंगत (वि.) जिसने किसी विद्या या शास्त्र का बहुत अधिक ज्ञान प्राप्त कर लिया हो -- पारंगम, पारंगत, पंडित, बिद्वान

पार (पुं.) झील, नदी, समुद्र आदि का दूसरी ओर का किनारा -- पार, तीर, धार, किनार, पाख

पार (पुं.) किसी काम या बात का अंतिम पार, छोर या सिरा, विस्तार या व्यक्ति की चरम सीमा या हद -- प्रांत, शेष सीमा

पारदर्शी (वि.) जिसके आर-पार देखा जा सके -- बिशेषज्ञ, प्रवीण, निपुण, पारदर्शी बिचक्षण पारग, पटु, धुरंधर

पारदर्शी (वि.) दूरदर्शी, पारदर्शक -- दूरदर्शी

पारस (पुं.) एक कल्पित पत्थर जिसके स्पर्श मात्र से लोहा सोना हो जाता है -- परश, परश-पथर

पारावार (पुं.) समुद्र -- समुद्र, सागर, पाराबार, दरिआ

पारिभाषिक (वि.) परिभाषा-संबंधी -- पारिभाषिक

पारिभाषिक (वि.) (शब्द) जो किसी शास्त्र या विषय में अपना साधारण से भिन्न कोई विशिष्ट अर्थ रखता हो (टेक्नीकल) -- शिल्प-संबंधीय, कारिगरि-संक्रांत, उद्योग-संपर्कीय, बिज्ञान बाहस्त शिल्पगत

पारिश्रमिक (पुं.) किए हुए श्रम या कार्य के बदले में मिलने वाला धन, करने की मजूरी (रिम्यूनरेशन) -- पारिश्रमिक, मजुरि, मूल

पालकी (स्त्री.) बैठने का एक प्रसिद्ध साधन, जिसे कहार या मजदूर कंधे पर उठाकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाते हैं -- पालिंकी, शिबिका

पालतू (वि.) (पशु-पक्षियों के संबंध में) जो घर में रखा तथा पाला गया हो (जंगली से भिन्न) -- गृह-पालित, पोष

पालन (पुं.) भरण-पोषण, परवरिश -- पालन, भरण-पोषण

पालन (पुं.) आज्ञा, आदेश, कर्तव्य, वचन आदि का यथावत निर्वाह -- पालन, भरणपोषण

पालना (स.क्रि.) भरण-पोषण करना, परवरिश करना -- पालन-करिबा, मानिबा, मान्य करिबा

पालना (स.क्रि.) पशु-पक्षियों को अपने पास रख कर खिलाना-पिलाना, पोसना -- पालिबा, पोषिबा, संरक्षण-करिबा

पालना (स.क्रि.) आज्ञा, आदेश, प्रतिज्ञा, वचन आदि के अनुसार आचरण या व्यवहार करना -- पालिबा

पालना (पुं.) शिशुओं का झूला -- NA

पावन (वि.) पवित्र -- पबित्र, शुद्ध, शुचि

पावन (वि.) (समस्त पदों के अंत में) पवित्र करने या बनाने वाला -- पुरोहित, ब्राह्मण

पाश (पुं.) वह चीज, जिससे किसी को बांधा जाए, बंधन, फंदा -- फंदा, फाश, बंधन, चक्रांत, षड़जंत्र

पास (क्रि.वि.) जो अवकाश, काल आदि के विचार से अधिक दूरी पर न हो, निकट, समीप -- पाश, समीप, पाख, निकट

पास (क्रि.वि.) अधिकार में, हाथ में -- आयत्त, हातरे, अधीन, अधिकरे

पास (क्रि.वि.) जो जाँच, परीक्षा आदि में उपयुक्त या ठीक ठहरा हो -- उत्तीर्ण, कृतकार्ज्य

पिंजरा (पुं.) धातु, बाँस आदि की तीलियों का बना हुआ बक्से की तरह का वह आधान, जिसमें पक्षी, पशु आदि बंद करके रखे जाते हैं -- पिंजरा

पिंड (पुं.) घनी या ठोस चीज का छोटा और प्रायः गोलाकार खंड -- पिंड

पिंड (पुं.) जौ के आटे, भात आदि का बनाया हुआ वह गोलाकार खंड, जो श्राद्ध में पितरों के उद्देश्य से वेदी आदि पर रखा जाता है -- पिंड

पिंडदान (पुं.) कर्मकांड के अनुसार पितरों को पिंड देने का कर्म जो श्राद्ध में किया जाता है -- पिंडदान

पिचकारी (स्त्री.) नली के आकार का धातु का बना हुआ एक उपकरण, जिसके मुँह पर एक या अनेक ऐसे छोटे छोटे छेद होते हैं, जिनसे नली में भरा हुआ तरल पदार्थ दबाव से धार या फुहार के रूप में दूसरों पर या दूर तक छिड़का या फेंका जाता है -- पिचकारी

पिछला (वि.) जो पीछे की ओर हो -- बिगत, गत, पूर्ब, आगे

पिछला (वि.) काल, घटना, स्थिति के क्रम के विचार से किसी के पूर्व में या पहले पड़ने या होने वाला -- आगे, पूर्बे, बिगत, पूर्बबर्ती

पिछला (वि.) बीता हुआ -- पुरुणा, गत, विगत, पूर्बबत

पिपासा (स्त्री.) पानी या और कोई तरल पदार्थ पीने की इच्छा, तृष्णा, तृषा, प्यास -- पिपासा, तृष्ना, शोष

पिशाच (पुं.) भूत या प्रेत योनि वाला वर्ग जिसकी गणना हीन देव योनियों में होती है तथा जो वीभत्स कर्म करने वाला माना जाता है -- पिशाच, प्रेत, अभिशप्त, शापग्रस्त

पीछे (क्रि.वि.) पीठ की ओर -- पछरे

पीछे (क्रि.वि.) कालक्रम, देश आदि के विचार से किसी के पश्चात् या उपरांत, घटना या स्थिति के विचार से किसी के अनंतर, उपरांत, पश्चात् -- उपरांत, पश्चात, परे

पीछे (क्रि.वि.) किसी के कारण या खातिर, निमित्त, के लिए वास्ते -- कारणरु, पछरे

पीटना (स.क्रि.) हाथ, डंडे आदि से प्रहार करना, चोट पहुँचाना -- पीटिबा, मारिबा, बाडेइबा

पीटना (स.क्रि.) चौसर, शतरंज आदि के खेलों में विपक्षी की गोट या मोहरा मारना -- पिटिबा, मारिबा

पीठिका (स्त्री.) छोटा पीढ़ा, पीढ़ी -- पिढ़ा

पीठिका (स्त्री.) वह आधार, जिस पर कोई चीज विशेषतः देवमूर्ति रखी, लगाई या स्थापित की गई हो -- पिढ़ा, आसन

पीड़ा (स्त्री.) शारीरिक या मानसिक कष्ट, दर्द -- पीड़ा, कष्ट, ब्यथा, दुख, बेदना, जंत्रणा

पीढ़ी (स्त्री.) किसी कुल या वंश की परंपरा में क्रम से आगे बढ़ने वाली संतान की प्रत्येक कड़ी या स्थिति -- बंश, कुल, परंपरा

पीढ़ी (स्त्री.) किसी विशिष्ट समय का वह सारा जन समुदाय जिसकी वय में अधिक छोटाई बढ़ाई न हो, लगभग समान वय वर्ग वाला -- सम-सामयिक-ब्यक्ति-बर्ग, समकालीन ब्यक्तिबुंद

पीढ़ी (स्त्री.) छोटा पीढ़ा -- छोट-पीढ़ा

पीना (स.क्रि.) किसी तरल पदार्थ को घूँट-घूँट करके पेट में उतारना -- पीइबा, बान-करिबा

पीना (स.क्रि.) धूम्रपान करना या शराब आदि से नशा करना -- पिइबा, पान-करिबा

पीला (वि.) जो केसर, सोने या हल्दी के रंग का हो -- हलदिआल, पित्त

पीला (वि.) आभा-रहित, निष्प्रभ -- आभाहीन, निष्प्रभ, निष्क्रिय, दिप्तिहीन

पीसना (स.क्रि.) रगड़ कर किसी वस्तु को चूरे के रूप में बदलना -- पेपिबा, बाटिबा, चुरिबा

पुंज (पुं.) ढेर, राशि -- समग्र, पुंज, समूह, पुंजि, धन, राशि

पुकार (स्त्री.) जोर से नाम लेकर संबोधित करने की क्रिया या भाव -- डाक, संबोधन

पुकार (स्त्री.) आत्मरक्षा, सहायता आदि के लिए दूसरों को बुलाने की क्रिया या भाव -- आर्तनाद, चित्कार, चिल्लाइबा

पुकारना (स.क्रि.) किसी को बुलाने, संबोधित करने या उसका ध्यान आकृष्ट करने के लिए जोर से उसका नाम लेना -- ड़ाकिबा, संबोधन-करिबा

पुकारना (स.क्रि.) रक्षा, सहायता आदि के लिए किसी का आह्वान करना, आवाज लगाना या चिल्लाना -- आर्तनाद-करिबा, चित्कार-करिबा, पाटिकरि ड़किबा

पुचकारना (स.क्रि.) प्यार जताते हुए मुँह से पुच पुच शब्द करना -- गेल करिबा, स्नेह-करिबा, प्रेम-करिबा

पुजारी (पुं.) किसी देवी देवता की मूर्ति या प्रतिमा की पूजा करने वाला व्यक्ति -- पूजारी पुरोहित, ब्राह्मण

पुण्य (वि.) धर्म-विहित और उत्तम फल-दायक -- धर्म, पुण्य

पुण्य (पुं.) अच्छे और शुभ कर्मों का संचित रूप, जिसका आगे चलकर उत्तम फल मिलता हो -- पुण्य, शुभ, सुकृति

पुण्य (पुं.) धार्मिक दृष्टि से कुछ विशिष्ट अवसरों पर कुछ विशिष्ट कर्म करने से प्राप्त होने वाला शुभ फल -- शुभफल, पुण्य

पुनरावृत्ति (स्त्री.) किए हुए काम या बात को फिर से करने या दोहराने की क्रिया या भाव -- पुनराबृत्ति, पुनर्बार बा-पुणिथरे

पुनरीक्षण (पुं.) किसी किए हुए काम को जाँचने के लिए फिर से देखना -- पुनरीक्षण, पुनश्चदेखिबा

पुनर्जन्म (पुं.) मरने के बाद फिर से उत्पन्न होना, दुबारा शरीर धारण करना -- पुनर्जन्म, नबजन्म, नुआजन्म

पुनीत (वि.) पवित्र -- पबित्र, शुद्ध

पुरस्कार (पुं.) किसी प्रशस्त और कठिन कार्य को सफलतापूर्वक करने पर आदर या सत्कार के रूप में दिया जाने वाला धन या वस्तु -- पुरस्कार, पारितोषिक

पुरुषार्थ (पुं.) वह मुख्य अर्थ, उद्देश्य या प्रयोजन, जिसकी प्राप्ति या सिद्धि के लिए मनुष्य का प्रयत्न करना आवश्यक और कर्तव्य हो (पुरुषार्थ चार हैं-धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष) -- पुरुषार्थ

पुरुषार्थ (पुं.) उद्योग, उद्यम -- उद्योग, परिश्रम, उद्योग, चेष्टो

पुरोहित (पुं.) कर्मकांड आदि जानने वाला ब्राह्मण, जो धार्मिक कार्य, संस्कारादि संपन्न कराता है (हिंदू प्रीष्ट) -- पुरोहित, ब्राह्मण

पुल (पुं.) खाइयों, नदी-नालों, रेल लाइनों आदि के ऊपर आर-पार पाट कर बनाई हुई वह वास्तु रचना, जिस पर से होकर गाड़ियाँ और व्यक्ति इधर से उधर आते-जाते हैं, सेतु (ब्रिज) -- पोल, सेतु

पुष्प (पुं.) फूल, कुसुम -- पुष्प, फुल, कुसुम

पुष्पांजलि (स्त्री.) फूलों से भरी हुई अंजलि, जो किसी देवता या महापुरुष को अर्पित की जाती है -- पुष्पांजलि

पुस्तकालय (पुं.) वह स्थान, जिसमें विभिन्न प्रकार की पुस्तकें सुव्यवस्थित ढंग से रखी जाती हैं -- पुस्तकालय, ग्रंथागार

पूँजी (स्त्री.) जोड़ा या जमा किया हुआ धन -- पुंजि, संचित-धन

पूँजी (स्त्री.) ऐसा धन, जो अधिक कमाने के उद्येश्य से व्यापार आदि में लगाया गया हो अथवा ऋण आदि पर उधार दिया गया हो -- मूलधन, पुंजि

पूछताछ (स्त्री.) किसी बात की जानकारी के लिए उसके संबंध में एक या अनेक व्यक्तियों से बार-बार पूछना -- पचरा-पचरि, अनुसंधान, अन्वेषण, प्रश्न-करिबा, जिज्ञाशा-करिबा

पूछना (स.क्रि.) किसी बात के बारे में जिज्ञासावश कोई प्रश्न करना -- प्रश्न-पचारिबा, जिज्ञासा-करिबा

पूछना (स.क्रि.) जाँच, परीक्षा आदि के प्रसंग में किसी के सामने कुछ प्रश्न रखना कि वह उसका उत्तर दे -- प्रश्न पचारिबा, जिज्ञासा-करिबा

पूछना (स.क्रि.) किसी का हाल-चाल या खोजखबर लेना -- दुख-सुख पचारिबा, भल मंद-पचारिबा

पूजना (स.क्रि.) देवी-देवता को प्रसन्न या संतुष्ट करने के लिए यथाविधि श्रद्धाभाव से जल, फूल, नैवेद्य आदि चढ़ाना -- पूजिबा, पुजाकरिबा, पुजा अर्चना करिबा

पूजना (स.क्रि.) किसी को परम श्रद्धा, भक्ति से देखना और आदरपूर्वक उसकी सेवा तथा सत्कार करना -- श्रद्धा करिबा, भक्ति करिबा, आदर करिबा, सेबा करिबा

पूजनीय (वि.) पूजा करने योग्य, अर्चनीय या आदरणीय -- पूजनीय, पुज्य, पुजाष्पद

पूजा (स्त्री.) किसी देवी देवता पर विनय, श्रद्धा और समर्पण के भाव के साथ जल, फूल, फल, अक्षत आदि चढ़ाने का धार्मिक कृत्य, अर्चन, पूजन -- पूजा, उपासना, आराधना

पूजा (स्त्री.) बहुत अधिक आदर-सत्कार -- आप्यायन, आदर-सत्कार, सत्कार

पूरा (वि.) पूरी तरह से भरा हुआ, परिपूर्ण -- पूरा, संपूर्ण-भाबरे, पूर्णमात्रारे, परिपूर्ण

पूरा (वि.) समग्र, समूचा, सारा, कुल -- सकल, समग्र, संपुर्ण, पूरा

पूर्ण (वि.) जो पूरी तरह से भरा हुआ हो -- पूर्ण, पुरा

पूर्ण (वि.) सब प्रकार की यथेष्टता के कारण जिसमें कुछ भी अपेक्षा, अभाव या आवश्यकता न रह गई हो, सबका सब, पूरा, सारा, समस्त -- सारा, समस्त, संपुर्ण, भरपुर

पूर्ण (वि.) हर तरह से ठीक और पूरा -- संपूर्ण, पूर्ण, पूरा

पूर्णमासी (स्त्री.) चाँद्र मास के शुक्ल पक्ष की अंतिम तिथि, जिसमें चंद्रमा अपने पूरे मंडल से उदय होता है, पूर्णमासी -- पूर्णिमा

पूर्णिमा (स्त्री.) दे. पूर्णमासी -- पूर्णिमा-तिथि

पूर्वज (पुं.) बाप, दादा, परदादा आदि पूर्व पुरुष, पुरखा -- पूर्बज, पुर्बपुरुष, पितृपुरुष

पूर्वानुमान (पुं.) किसी भावी काम या बात के स्वरूप आदि के संबंध में पहले से किया जाने वाला अनुमान -- पूर्बानुमान, आगरु-अनुमान-करिबा

पूर्वाभास (पुं.) किसी बात या बात के संबंध में पहले से ही हो जाने वाला अनुमान -- आभास, पूर्बाभास, सुचना

पूर्वाह्न (पुं.) दिन का पहला भाग, सवेरे से दोपहर तक का समय -- पूर्बाह्न

पृथ्वी (स्त्री.) सौर जगत का पाँचवाँ सबसे बड़ा ग्रह, जिस पर जीवन तथा वनस्पति है -- पृथिबी, धरा, धरित्रि

पृथ्वी (स्त्री.) आकाश तथा जल से भिन्न वह अंश, जिस पर मनुष्य तथा पशु विचरण करते तथा पेड़-पौधे उगते हैं, जमीन, मिट्टी -- भू-खंड़, भू-भाग, माटि

पृष्ठभूमि (स्त्री.) पिछला भाग -- पृष्ठदेश, पृष्ठभूमि

पृष्ठभूमि (स्त्री.) पहले की वे सब बातें और परिस्थितियाँ, जिसके आगे या सामने कोई नई विशेष बात या घटना हो और जिनके साथ मिलान करने पर उस बात या घटना का रूप स्पष्ट होता है, भूमिका (बैकग्राउंड) -- पटभूमि, भूमिका

पेचीदा (वि.) जिसमें बहुत से पेंच हो, घुमाव-फिराव वाला -- पेंचुआ, बंका, बक्र

पेचीदा (वि.) (काम या बात) जिसमें बहुत-सी उलझनें, कठिनाइयाँ या झंझट हों -- जटिल, कठिन

पेटी (स्त्री.) कमर में लपेट कर बाँधने का तसमा, कमरबंद -- अंटा-पटि, कमर-बंध

पेटी (स्त्री.) छोटा संदूक, संदूकची, छोटी डिबिया -- छोट सिंदुक

पेड़ (पुं.) वृक्ष -- गछ, बृख्य

पेशगी (स्त्री.) अग्रिम धन -- अग्रिम, बहिना (बइना)

पेशा (पुं.) व्यवसाय, धंधा -- पेशा

पैदावार (स्त्री.) फसल, अन्न आदि जो खेत में बोने से पैदा होता है, उत्पादन -- फसल

पोंछना (स.क्रि.) किसी सूखे कपड़े को इस प्रकार किसी अंग, वस्तु या स्थान पर फेरना कि वह उस स्थान की नमी को सोख ले -- पोछिबा

पोत (पुं.) जहाज, जलयान -- पोत, जाहाज

पोशाक (स्त्री.) पहनावा, लिबास -- पोषाक, पहरण

पोषण (पुं.) पुष्ट करना, लालन-पालन -- पोषण

पौधा (पुं.) छोटा पेड़, नया पेड़ -- छोट-गछ

पौना (पौन) (वि.) तीन चौथाई -- तिनि चतुर्थांस, तिनि चौठ

पौरुष (पुं.) पुरुषार्थ, पराक्रम, उद्यम -- पौरुष

पौष्टिक (वि.) पुष्ट करने वाला, शक्तिवर्धक -- पौष्टिक, शक्तिबर्धक

प्याऊ (पुं.) वह स्थान, जहां राह चलते लोगों को मुफ्त पानी पिलाया जाता है -- जल-छत्र, जलदान

प्यार (पुं.) स्नेह, प्रेम, अनुराग -- स्नेह, प्रेम, अनुराग

प्यारा (वि.) जो देखने में अच्छा और भला लगे -- सुंदर, मनरम, स्नेहर-पात्र

प्यारा (वि.) स्नेह या प्रेम का पात्र -- स्नेह-भाजन, प्रेम-पात्र

प्याला (पुं.) एक प्रकार की कटोरी (कप) -- पिआला, गिना, ताटिआ

प्यास (स्त्री.) वह स्थिति,जिसमें जल या कोई तरल पदार्थ पीने की उत्कट इच्छा होती है, तृष्णा,पिपासा -- शोष तृषा, पिपासा

प्रकट (वि.) ज़ाहिर, स्पष्ट, उद्भूत -- प्रकट, प्रत्यक्ष, स्पष्ट

प्रकांड (वि.) उत्तम, सर्वश्रेष्ठ -- प्रकांड, उत्तम, श्रेष्ठ

प्रकृति (स्त्री.) विश्व में रचना या सृष्टि करने वाली मूल नियामक तथा संचालन शक्ति, कुदरत (नेचर) -- प्रकृति, धर्म

प्रकृति (स्त्री.) सहज स्वाभाविक गुण, स्वभाव -- प्रकृति, स्वभाब, ब्यवहार, सहजात-गुण

प्रकोप (पुं.) अत्यधिक क्रोध -- प्रकोप, प्रबलता

प्रकोप (पुं.) किसी बीमारी का जोर -- प्रकोप, प्रबलता

प्रखर (वि.) तीक्ष्ण, उग्र, तेज -- प्रखर, प्रचंड, उग्र

प्रगतिशील (वि.) जो आगे बढ़ रहा हो या उन्नति कर रहा हो -- प्रगतिशील, बिकाशशील, उन्नतिदिगरे अग्रसर हेबा

प्रचंड (वि.) अति तीव्र, भयंकर -- प्रचंड, भयंकर

प्रचलित (वि.) जो उपयोग या व्यवहार में आ रहा हो -- प्रचलित

प्रचार (पुं.) वह प्रयास, जो किसी बात या सिद्धांत को फैलाने के लिए किया जाता है -- प्रचार

प्रचुर (वि.) बहुत अधिक, प्रभूत -- प्रचूर, प्रभूत, ढेर, बहुत-मात्रारे

प्रजनन (पुं.) जन्म देना, संतान उत्पन्न करना -- प्रजनन, जन्म, प्रसब

प्रजनन (पुं.) पशुओं आदि को पाल पोस कर उनकी उन्नति और वृद्धि करना -- पशुपालन

प्रजा (स्त्री.) किसी राज्य या राष्ट्र की जनता -- प्रजा, जनता

प्रजातंत्र (पुं.) प्रजा के प्रतिनिधियों द्वारा शासन व्यवस्था (डिमोक्रेसी) -- प्रजातंत्र, गणतंत्र

प्रण (पुं.) दृढ़, निश्चय, प्रतिज्ञा -- प्रतिज्ञा, प्राण-संकल्प, टेक

प्रणव (पुं.) प्रेम, प्रीति -- प्रणय, प्रेम

प्रणाम (पुं.) नमस्कार, अभिवादन -- प्रणाम, नमस्कार, अभिबादन

प्रणाली (स्त्री.) पद्धति, रीति, ढंग -- प्रणाली, पद्धति

प्रताप (पुं.) तेज, प्रभाव, पौरुष, वीरता -- प्रताप, पराक्रम, पौरुष, बीरत्व, तेज

प्रतिकार (पुं.) बदला चुकाने के लिए किया गया कार्य, बदला, प्रतिशोध (रिवेंज) -- प्रतिकार, प्रतिशोध

प्रतिकार (पुं.) किसी बात को रोकने दबाने के लिए किया जाने वाला उपाय, रोकथाम -- प्रतिकार, उपाय

प्रतिकूल (वि.) जो अनुकूल न हो, विपरीत -- प्रतिकूल, ओलटा, बिपरीत

प्रतिक्रिया (स्त्री.) किसी कार्य या घटना के परिणामस्वरूप होने वाला कार्य -- प्रतिक्रिया, प्रतिघात, प्रभाव

प्रतिज्ञा (स्त्री.) शपथ, सौगंध, प्रण -- वाशक्

प्रतिद्वंद्वी (पुं.) वह व्यक्ति या वस्तु, जो किसी दूसरे व्यक्ति या वस्तु के मुकाबले हो या जिससे उसका मुकाबला हो (राइवल) -- प्रतिद्वंद्वी, बिपक्ष, प्रतिजोगी

प्रतिद्वंद्वी (पुं.) एक व्यक्ति की दृष्टि में वह दूसरा व्यक्ति, जो एक ही वस्तु या पद को पाने के लिए उसी की तरह उम्मीदवार हो, प्रतियोगी (कॅनटेस्टन्ट) -- प्रतिजोगी, प्रतिद्वंद्वी

प्रतिध्वनि (स्त्री.) गूँज, प्रतिशब्द -- प्रितध्वनि

प्रतिनिधि (पुं.) वह व्यक्ति , जो दूसरों की ओर से कहीं भेजा जाए अथवा उनकी ओर से कार्य करे (रिप्रेजेंटेटिव) -- प्रतिनिधि

प्रतिपादन (पुं.) किसी विषय का सप्रमाण कथन, निरूपण, विषय का स्थापन -- प्रतिपादन

प्रतिबंध (पुं.) बंधन या रोक, मनाही -- निषेध

प्रतिबंध (पुं.) किसी काम में लगाई गई शर्ते -- प्रतिबंध

प्रतिबिंब (पुं.) परछाई, प्रतिच्छाया -- प्रतिबिंब

प्रतिभा (स्त्री.) असाधारण बुद्धिबल, विलक्षण बौद्धिक शक्ति -- प्रतिभा, लक्षण, गुण

प्रतिमा (स्त्री.) मूर्ति, अनुकृति -- प्रतिमा, मूर्ति

प्रतियोगिता (स्त्री.) होड़, मुकाबला -- प्रतिजोगिता, मुकाबिला-हेबा

प्रतिलिपि (स्त्री.) किसी लिखी हुई चीज की नकल (कापी) -- प्रतिलिपि, नकल

प्रतिशत (क्रि.वि.) हर सौ पर, फीसदी -- शतकड़ा

प्रतिशोध (पुं.) बदला, प्रतिकार -- पग, प्रतिहिंसा

प्रतिष्ठा (स्त्री.) स्थापन -- प्रतिष्ठा, जश, मान-स्थापन सम्मान, मान, मर्ज्यादा

प्रतिष्ठा (स्त्री.) मान, मर्यादा, इज्जत -- क्षति, जश, नाम, प्रतिष्ठा

प्रतिष्ठा (स्त्री.) ख्याति, प्रसिद्धि -- प्रतिष्ठा, स्थापना, संस्थापन

प्रतिस्पर्धा (स्त्री.) होड़, प्रतियोगिता -- प्रतिस्पर्धा, प्रतिजोगीता

प्रतीक (वि.) वह गोचर या दृश्य वस्तु, जो किसी अगोचर या अदृश्य वस्तु के बहुत कुछ अनुरूप होने के कारण उसके गुण रूप का परिचय कराने के लिए उसका प्रतिनिधित्व करती हो -- प्रतीक, चिन्ह

प्रतीक्षा (स्त्री.) इंतजार -- प्रतीक्षा, अपेक्षा

प्रतीक्षालय (पुं.) वह स्थान, जहाँ थोड़े समय के लिए बैठकर इंतजार किया जाता है -- प्रतीक्षालय

प्रत्यक्ष (वि.) जो आँखों के सामने स्पष्ट दिखाई दे रहा हो -- प्रत्यख्य, सलख, स्पष्ट, सरल, अकपट

प्रत्यय (पुं.) विश्वास, धारण -- विश्वास, भरसा

प्रत्यय (पुं.) व्याकरण में वह अक्षर या अक्षरों का समूह जो धातुओं अथवा विकारी शब्दों के अंत में लगकर उनके अर्थों में विशेषता उत्पन्न करते हैं (सफिक्स) -- प्रत्यय विभक्ति

प्रत्याशी (पुं.) उम्मीदवार -- प्रार्थी, प्रत्याशी

प्रत्येक (वि.) हरएक -- प्रत्येक

प्रथम (वि.) जो पहले स्थान पर हो -- प्रथम

प्रथा (स्त्री.) रीति, परिपाटी -- प्रथ, नियम, रीति

प्रदक्षिणा (स्त्री.) किसी पवित्र स्थान या देव मूर्ति के चारों ओर इस प्रकार घूमना कि वह पवित्र स्थान या मूर्ति बराबर दाहिनी ओर रहे, परिक्रमा -- प्रदक्षिण, परिक्रमा

प्रदर्शनी (स्त्री.) वह स्थान, जहाँ तरह तरह की वस्तुएँ दिखाने के लिए रखी हों -- प्रदर्शनी

प्रदेश (पुं.) भू-भाग का कोई खंड विशेष -- प्रदेश, अंचल, भू-भाग

प्रदेश (पुं.) किसी संघ या राज्य-की कोई इकाई -- प्रदेश, राज्य

प्रधान (वि.) सबसे बड़ा, मुख्य, मुखिया -- प्रधान, मुख्य

प्रबंध (पुं.) व्यवस्था, इंतज़ाम, बंदोबस्त -- ब्यबस्था, प्रबंध

प्रबंध (पुं.) सुव्यवस्थित रचना -- रचना, प्रबंध, निबंध

प्रबल (वि.) जिसमें बहुत अधिक बल हो -- प्रबल, बलशाली

प्रबल (वि.) तेज, प्रचंड, घोर -- प्रचंड, प्रबल, घोर

प्रभा (स्त्री.) आभा, चमक, प्रकाश -- प्रभा, दीप्ति

प्रभात (पुं.) सूर्य निकलने से कुछ पहले का समय, प्रातःकाल -- प्रभात, प्रात, सकाल

प्रभाव (पुं.) किसी के बुद्धिबल, उच्चपद आदि के फलस्वरूप दूसरों पर पड़ने वाला दबाव (इंफ्लूएंस) -- प्रभाव, शक्ति, प्रतिपत्ति, कत्तृत्व

प्रभाव (पुं.) फल, परिणाम, असर -- फल, परिणाम

प्रभु (पुं.) ईश्वर, परब्रह्म -- प्रभु, ईश्वर

प्रभु (पुं.) स्वामी, शासक -- प्रभु, शासक, मालिक

प्रमाण (पुं.) सबूत -- प्रमाण, जथार्थता

प्रमाण (पुं.) जिसका वचन या निर्णय यथार्थ या सत्य माना जाए -- प्रमाण, सिद्धबचन

प्रमुख (वि.) प्रथम, मुख्य -- प्रमुख, प्रधान, मूख्य

प्रमुख (वि.) श्रेष्ठ, सम्मान्य, प्रतिष्ठित -- श्रेष्ठ, प्रतिष्ठित

प्रयत्न (पुं.) कोशिश, प्रयास -- प्रयत्न (प्रजत्न), चेष्टा

प्रयास (पु.) प्रयत्न, कोशिश -- प्रयास, चेष्टा, परिश्रम

प्रयोग (पुं.) इस्तेमाल -- प्रयोग, ब्यबहार

प्रयोग (पुं.) अस्त्र-शस्त्र चलाना या छोड़ना -- प्रयोग, अस्त्रशस्त्र बा-आयुधर-ब्यबहार

प्रयोग (पुं.) वैज्ञानिक प्रयोगशाला में की जाने वाली कोई परीक्षणात्मक किया (एक्सपेरिमेंट) -- प्रयोग, परीक्षा, परिक्षण

प्रयोगशाला (स्त्री.) वह स्थान, जहाँ विभिन्न तकनीकी विषयों से संबंधित प्रयोग किए जाते हैं (लेबोरेटरी) -- गबेषणागार, प्रयोगशाला

प्रयोजन (पुं.) उद्देश्य, हेतु -- प्रयोजन, उद्देश्य, कारण

प्रयोजन (पुं.) अभिप्राय, मतलब -- अभिप्राय, उद्देश्य, इछा

प्रलय (पुं.) संसार का अपने मूल कारण प्रकृति में सर्वथा लीन हो जाना, सृष्टि का सर्वनाश -- प्रलय, लोप, बिलोप, बिलय

प्रलय (पुं.) भयंकर नाश या बरबादी -- बिनाश, ध्वंस

प्रलेख (पुं.) दस्तावेज -- दलिल

प्रलोभन (पुं.) लालच -- प्रलोभन, लोभ, लालसा

प्रवचन (पुं.) धार्मिक नैतिक आदि गंभीर विषयों में परोपकार की दृष्टि से कही जाने वाली अच्छी तथा विचारपूर्ण बातें -- धर्म-संबीधीय-बक्तृता, नीति-उपदेश

प्रवचन (पुं.) उपदेशपूर्ण भाषण -- प्रबचन, उपदेशपूर्ण-भाषण

प्रवास (पुं.) परदेश में रहना, विदेशवास -- प्रबास, परदेश

प्रवासी (वि.) परदेस में रहने वाला, जो प्रवास में हो -- प्रबासी, परदेशी

प्रवाह (पुं.) बहने की क्रिया या भाव, बहाव -- प्रबाह, धारा, स्रोत

प्रवाह (पुं.) किसी वस्तु का अट्टू क्रम -- निरंतर गति, अबिराम गति बा धारा

प्रविष्टि (स्त्री.) प्रवेश -- प्रबिष्टि, प्रबेश

प्रविष्टि (स्त्री.) इंदराज, बही-खाते आदि में लेखे, विवरण आदि लिखना -- प्रबिष्ट, लिपिबद्धकरण

प्रवीण (वि.) निपुण, कुशल -- प्रबीण, निपुण, दक्ष

प्रवृत्ति (स्त्री.) मन का किसी विषय की ओर झुकाव -- प्रबृत्ति, मनोभाव

प्रवीण (स्त्री.) मनुष्य का साधारण आचरण या व्यवहार -- आचार, ब्यबहार, स्वभाब

प्रवेश (पुं.) अंदर जाने की क्रिया या भाव -- प्रबेश, भर्ति

प्रवेश (पुं.) किसी विशिष्ट संस्था आदि में भर्ती होना, दाखिला -- प्रबेश, भर्ति

प्रशंसा (स्त्री.) गुणों का बखान, तारीफ -- गुणगान, प्रशंसा, स्तुति

प्रशासन (पुं.) सार्वजनिक व्यवस्था की दृष्टि से किया जाने वाला कार्य, शासन (एडमिनिस्ट्रेशन) -- प्रशासन, शासन

प्रशिक्षण (पुं.) किसी व्यावहारिक या प्रायोगिक शिक्षा पद्धति से दी जाने वाली विशेष शिक्षा, सिखलाई (ट्रैनिंग) -- प्रशिक्षण, तालिम

प्रसंग (पुं.) विषय का तारतम्य, प्रकरण, संबंध -- प्रसंग, प्रकरण, घटणा

प्रसन्न (वि.) खुश, संतुष्ट, प्रफुल्लित -- प्रसन्न, प्रफुल्लित, खुसि

प्रसारण (पुं.) फैलाना -- प्रचार, प्रसारण

प्रसारण (पुं.) आकाशवाणी आदि सूचना माध्यमों द्वारा कार्यक्रमों और सूचनाओं को दूर-दूर तक लोगों को सुनाना, लोगों को सुनाने के लिए सूचना माध्यमों से प्रसारित करना -- प्रसारण, प्रचार

प्रसिद्ध (वि.) विख्यात, मशहूर -- प्रसिद्ध, बिक्षात

प्रसूति (स्त्री.) प्रसव, उत्पत्ति -- प्रसूति, प्रसब, उत्पत्ति

प्रसूति (स्त्री.) संतति, संतान -- उत्पत्ति

प्रस्ताव (पुं.) किसी के सामने विचारार्थ रखी गई बात या सुझाव -- आबेदन, प्रस्ताब, परामर्श

प्रस्ताव (पुं.) उक्त का वह रूप, जो किसी सभा या संस्था के सदस्यों के समक्ष विचारार्थ रखा जाए (मोशन) -- आबेदन, प्रस्ताब

प्रस्तावना (स्त्री.) किसी ग्रंथ का वह आरंभिक वक्तव्य, जिसमें उससे संबंधित कुछ मुख्य बातों का विवेचन किया जाता है (प्रीफेस) -- भूमिका, प्रस्ताब

प्रस्तुत (वि.) मौजूद, उपस्थित, वर्तमान -- उपस्थित, बर्तमान

प्रस्तुत (वि.) प्रकरण प्राप्त, प्रासंगिक -- प्रकरण, प्रासंगिक

प्रस्तुत (वि.) उद्यत, तैयार -- प्रस्तुत, उद्यम

प्रहरी (पुं.) पहरेदार -- प्रहरी, चौकिदार

प्राण (पुं.) शरीर के भीतर की जीवनाधार वायु, श्वास -- प्राण, जीवन

प्राणदंड (पुं.) मौत की सजा, मृत्यु दंड -- प्राणदंड, मृत्युदंड

प्राथमिकता (स्त्री.) किसी कार्य, बात या व्यक्ति को औरों से पहले दिया जाने या मिलने वाला अवसर, स्थान या अग्रता (प्राइऑरिटी) -- प्राथमिकता, प्रथमता, अग्राधिकार

प्राथमिकता (स्त्री.) प्रथम स्थान में होने या रखे जाने की अवस्था या भाव -- प्राधान्यता, प्राथमिकता, अग्राधिकार

प्रादेशिक (वि.) प्रदेश-संबंधी, प्रदेश का -- प्रादेशिक, राज्य-संबंधीय

प्राप्त (वि.) जो मिला हो, लब्धा -- प्राप्त, लब्ध, पाइबा

प्रामाणिक (वि.) जो प्रमाण के रूप में माना जाता हो या माना जा सकता हो -- प्रामाणिक प्रमाण

प्रामाणिक (वि.) जो शास्त्रों आदि से प्रमाणित या सिद्ध हो -- शास्त्र-सम्मत

प्रायः (क्रि.वि.) लगभग, करीब-करीब -- प्राय, अधिकांश, साधारण-भाबरे

प्रामाणिक (क्रि.वि.) अक्सर, अधिकतर -- प्राय, साधारणतः

प्रायद्वीप (पुं.) स्थल का वह भाग जो तीन ओर से पानी से घिरा हो और एक ओर स्थल से लगा हो (पिनिन्रयुला) -- अंतरीप, उपद्वीप

प्रायश्चित (पुं.) गलत अनुचित कार्य हो जाने पर अफसोस करना, पछतावा -- अनुताप, प्रायश्चित, अनुशोचना

प्रायश्चित (पुं.) पाप का मार्जन करने के लिए किया जाने वाला शास्त्रविहित कर्म -- प्रायश्चित

प्रार्थना (स्त्री.) निवेदन, याचना -- प्रार्थना, निबेदन, जाचना

प्रार्थना (स्त्री.) अपने या किसी और के लिए भक्ति और श्रद्धा पूर्वक ईश्वर से कल्याण की कामना -- प्रार्थना, स्तुति, निबेदन

प्रिय (वि.) जिसके प्रति बहुत अधिक स्नेह या प्रेम हो, मन को अच्छा लगने वाला, प्यारा, मनभावन -- प्रिय

प्रीतिभोज (पुं.) किसी मांगलिक या सुखद अवसर पर बंधु-बांधवों और इष्ट मित्रों को कराया जाने वाला भोजन, दावत -- प्रीतिभोजन, भोजा

प्रेम (पुं.) प्रीति, प्यार, स्नेह, अनुराग -- प्रेम, स्नेह, अनुराग

प्रेरक (वि.) प्रेरित करने वाला, प्रेरणा देने वाला -- प्रेरक, पठाइबालोक

प्रेरणा (स्त्री.) किसी को किसी कार्य में प्रवृत्त करने की प्रक्रिया या भाव -- प्रेरण, उत्साह

प्रेषण (पुं.) भेजना, रवाना करना -- पठाइबा, प्रेरित-करिबा

प्रोत्साहन (पुं.) हिम्मत बढ़ाना -- प्रोत्साहन, साहस, प्रेरणा

प्रोत्साहन (पुं.) प्रोत्साहित करने के लिए कही जाने वाली बात -- उत्साहित कथा, प्रेरणा

प्रौढ़ (वि.) अच्छी या पूरी तरह से बढ़ा हुआ -- प्रौढ़, वयस्क

प्रौढ़ (वि.) मध्य अवस्था में पहुँचा हुआ व्यक्ति (एडल्ट) -- प्रौढ़, व्यस्क

प्रौढ़ (वि.) पुष्ट, परिपक्व (मैच्योर) -- परिपूर्ण, परिपक्व, पूर्ण, संपूर्ण

फकीर (पुं.) संत, साधु -- भिकारी, संसार-त्यागी, सन्यासी, साधु-संथ

फकीर (पुं.) भिखमंगा, भिखारी -- फकीर

फटकना (स.क्रि.) सूप आदि के द्वारा अन्न साफ करना -- झाड़िबा

फटकना (स.क्रि.) कपड़े को इस प्रकार झाड़ना कि उसमें से लगी हुई धूल या सिलवटें निकल जाएँ -- झाड़िया

फड़कना (अ.क्रि.) शरीर के किसी अंग में स्फुरण होना -- फड़किबा, डेइँबा, नाचिबा

फड़कना (अ.क्रि.) कोई बहुत बढ़िया या विलक्षण चीज़ देखकर मन में उक्त प्रकार का स्फुरण होना, जो उस चीज़ के विशेष प्रशंसक होने का सूचक देता हैं। -- फड़किबा, डेइँबा, नाचिबा स्फुरण, स्फुरित हेबा

फड़कना (अ.क्रि.) पक्षियों के पर हिलना, फड़फड़ाना -- पक्षी बाडेणा झाड़िबा

फबना (अ.क्रि.) किसी वस्तु का किसी पर सुंदर लगना या जँचना, -- भललागिबा

फबना (अ.क्रि.) बात आदि का ठीक मौके पर उपयुक्त लगना -- उपजुक्त-प्रयोग

फर्क (पुं.) दो वस्तुओं व्यक्तियों आदि में दिखाई पड़ने वाली विषमता, भिन्नता -- पार्थक्य, प्रभेद, तफात

फर्क (पुं.) भेद-भाव, दुराव -- भेदभाब, ब्यबधान

फर्क (पुं.) हिसाब-किताब आदि में भूल-त्रुटि आदि के कारण पड़ने वाला अंतर -- तफात, फरक, अंतर

फल (पुं.) पेड़ का फल -- फल, परिणाम

फल (पुं.) किसी प्रकार की क्रिया, घटना, प्रयत्न आदि के परिणाम के रूप में होने वाली बात, क्रिया, घटना, प्रयत्न आदि का परिणाम -- फलाफल, परिणाम, फल

फलना (अ.क्रि.) वृक्ष का फलों से युक्त होना -- फलिबा

फलना (अ.क्रि.) किसी काम या बात का शुभ परिणाम प्रकट होना -- फलप्रदहेबा, सफल, लाभजनक

फलना (अ.क्रि.) सुख-सुमृद्धि का कारण बनना -- लाभजनक, फलप्रद

फसल (स्त्री.) खेत में बोए हुए अनाजों आदि की पैदावार -- फसल, शस्य, खेति

फव्वारा (पुं.) एक विशिष्ट प्रकार का उपकरण, जिसमें पानी दबाव के कारण धारा या बूंदों में नीचे गिरता है, फुहारा (फाउंटेन) -- निर्झर, झर, प्रस्रबण, झरण

फहराना (स.क्रि.) कोई चीज इस प्रकार खुली छोड़ देना जिससे वह हवा में लहराती रहे -- उडिबा

फाँसना (स.क्रि.) फंदे में किसी पशु पक्षी को फँसाना -- फास

फाँसना (स.क्रि.) छल, ठगी, युक्ति आदि से किसी व्यक्ति को अपने लाभ के लिए फँसाना -- बश-करिबा, आयत्त-करिबा

फाँसी (स्त्री.) प्राणदंड -- फाशी, मृत्यु दंड

फाँसी (स्त्री.) रस्सी का वह फंदा जिसे लोग गले में फँसाकर आत्महत्या के लिए झूल या लटक जाते हैं -- फासि, रसि वा दउडि देइ मरिबा

फाटक (पुं.) मुख्य द्वार पर लगा हुआ बड़ा दरवाजा (मेनगेट) -- फाटक

फाड़ना (स.क्रि.) कागज, कपड़े आदि को बलपूर्वक खींचकर टुकड़े-टुकड़े कर देना -- फाडिबा, चिरिबा

फाड़ना (स.क्रि.) किसी गाढ़े द्रव पदार्थ आप के संबंध में ऐसी क्रिया करना कि उसका जलीय अंश तथा ठोस अंश अलग हो जाए -- अलगा बा-भिन्न-करिबा

फाड़ना (स.क्रि.) किसी वस्तु का मुँह साधारण से अधिक और दूर तक फैलाना या बढ़ाना -- NA

फालतू (वि.) आवश्यकता से अधिक, अनावश्यक -- अतिरिक्त, बेकार, फालतु, अनाबश्यक

फालतू (वि.) बेकार -- अनुपजोगी, बेकार, निरर्थक

फिर (क्रि.वि.) दोबारा या पुनः -- फेर, पुणि, पुनश्च, पुणिथरे

फिर (क्रि.वि.) पीछे, अनंतर, उपरांत, बाद -- पछरे, परे, उपरांतरे

फिर (क्रि.वि.) तब -- पुणि, तेणु, से कारणरु

फीका (वि.) स्वादहीन (पदार्थ) -- फिका, स्वादहीन

फीका (वि.) जो यथेष्ट चमकीला या तेज न हो (रंग) -- शेता, फिका, हाल्का, निस्तेज

फीका (वि.) जिसमें आनंद की प्राप्ति न हुई हो नीरस (खेल) तमाश आदि -- निष्प्राण, नीरस तमसाछन्न

फीता (पुं.) सूत आदि की बनी हुई कम चौड़ी और लंबी पट्टी (लेस) -- फिता, डोर

फीता (पुं.) लंबाई, चौड़ाई मापने वाली पट्टी -- फिता

फीस (स्त्री.) विशिष्ट कार्यों के बदले दिया गय धन -- मूल, मजुरि, पारिश्रमिक

फीस (स्त्री.) वह धन, जो विद्यार्थी की शिक्षा के लिए मासिक रूप में देना पड़ता है, शुल्क -- बेतन, पारिश्रमिक

फुंकार (स्त्री.) वह ज़ोर की ध्वनि, जो सर्प आदि द्वारा क्रोध में वेगपूर्वक साँस बाहर निकालते समय होती है, फूत्कार, फुफकार -- फूत्कार

फुटकर (वि.) भिन्न या अनेक प्रकार का, अलग-अलग छोटे हिस्से में -- बिभिन्न-प्रकारर, बिभिन्न धरणर, बहुबिध

फुटकर (वि.) जो इकट्ठा या एक साथ नहीं, बल्कि अलग अलग खंडों में आता या रहता हो, खुदरा, थोक या विपर्याय (रिटेल) -- खुचुरा

फुदकना (अ.क्रि.) पक्षियों, जंतुओं आदि द्वारा उछलते हुए चलना -- ड़ेइँबा, कुदिबा

फुदकना (अ.क्रि.) उमंग में आकर अथवा प्रसन्नता पूर्वक उछलते हुए इधर-उधर आना जाना -- आनंदरे-ड़ेइंबा

फुलझड़ी (स्त्री.) छोटी, पतली डंडी वाली आतिशबाजी, जिसमें से फूल की सी चिनगारियाँ निकलती हैं -- फुलझड़ी

फुलवारी (स्त्री.) फूलों से भरा छोटा उद्यान या बगीचा -- बगिचा, बाटिका, उद्यान

फुसफुसाना (अ.क्रि.) बहुत ही धीमे या दबे स्वर में बोलना -- फुस-फुसकरि-कहिबा, चापा-कंठरे-कहिबा

फुहार (स्त्री.) ऊपर से गिरने वाली पानी की या किसी तरल पदार्थ की छोटी छोटी बूँदें -- झरिबा, बुंदा-बुंदा-पडिबा

फुहारा (पुं.) जमीन से फूट पड़ने वाली पानी की या तेल, पेट्रोल की तेज धार -- झरणा

फुहारा (पुं.) एक विशिष्ट प्रकार का उपकरण, जिसमें पानी या किसी तरल पदार्थ की बूँदें निरंतर गिरती हैं, फव्वारा (फाउंटेन) -- उत्स, प्रस्रबण

फूँकना (स.क्रि.) मुँह का विवर समेटकर वेग के साथ हवा छोड़ना, मुँह से हवा भरकर किसी नली आदि से वेगपूर्वक हवा छोड़ना -- फुंकिबा

फूँकना (स.क्रि.) आग लगाना, जलाना या सुलगाना -- फुंकिबा

फूँकना (स.क्रि.) बुरी तरह से नष्ट या बरबाद करना -- ध्वंस-करिबा, नष्ट-करिबा, निशेष-करिबा

फूट (स्त्री.) आपसी अनबन या बिगाड़ -- कजिआ, झगडा, मनोमालिन्य, विरोध, कलह, भिन्न मत

फूट (स्त्री.) एक प्रकार की बड़ी ककड़ी जो पकने पर प्रायः खेतों में ही फट जाती है -- फुटि-काकुड़ि

फूल (पुं.) पुष्प, कुसुम -- फुल, पुष्प, कुसुम

फूल (पुं.) शव के जल जाने के बाद बची हुई हड्डियाँ -- अस्थिहाड़

फूलदान (पुं.) फूल सजाने के लिए मिट्टी, धातु, शीशे आदि का बना पात्र, गुलदान -- फुलदानी

फूलना (अ.क्रि.) पेड़-पौधों में फूल आना -- उतफुल्लता, प्रफुल्लता, उल्लसित, फुलिबा

फूलना (अ.क्रि.) बहुत अधिक उभर जाना या ऊँचा होना, सूजना -- फुलिबा, आनंद-बिभोर हेबा

फूलना (अ.क्रि.) उमंग से भर जाना, बहुत प्रसन्न होना -- आनंदित-हेबा, फुलि उठिबा

फेंकना (स.क्रि.) किसी वस्तु को वेग से दूर हटाना -- फिंगिबा, फोपाडिबा

फेन (पुं.) बुलबुलों का समूह, झाग -- फेण

फेरा (पुं.) परिक्रमा, किसी चीज़ के चारों ओर घूमने की क्रिया या भाव -- परिक्रमा-करिबा, चारिपटे-बुलिबा, चक्कर-मारिबा

फोरा (पुं.) बार-बार कहीं आने जाने की क्रिया या भाव, चक्कर -- घाँ-दौड़, जिबा-आसिबा

फोरा (पुं.) विवाह के समय वर-वधू द्वारा की जाने वाली अग्नि की परिक्रमा -- परिक्रमा-करिबा

फैलना (अ.क्रि.) किसी चीज का विस्तार होना -- विस्तरित हेबा, ब्यापिबा, बढ़िबा, बृद्धि-पाइबा

फैलना (अ.क्रि.) किसी बात आदि का व्यापक क्षेत्र में चर्चा का विषय बनना -- ब्यापिबा, बिस्तार-हेबा

फोड़ना (स.क्रि.) शीशा, चीनी या मिट्टी आदि की कोई वस्तु खंड-खंड करना या तोड़ना, किसी खोखली या वायु भरी वस्तु को आघात या दबाव द्वारा तोड़ना -- भांगिबा, फाटिबा

फोड़ना (स.क्रि.) किसी दल या पक्ष के व्यक्ति को प्रलोभन देकर अपनी ओर मिलाना -- भांगिबा, अलगा करिबा

बंगला (पुं.स्त्री.) चारों तरफ से खुला हुआ एक मंजिला मकान -- बड़ घर, प्रासाद

बंगला (पुं.स्त्री.) बंगाल की भाषा -- बंगला-भाषा

बंजर (वि.स्त्री.) भूमि जिस पर कुछ पैदा न हो -- बंजर-भूमि, पतित बा पड़िआ-भूमि

बंद (वि.) बँधा हुआ, कसा हुआ -- बंद

बंद (वि.) चारों ओर की दीवारों आदि से घिरा (स्थान) -- अबरोध, अबरूद्ध, बंद

बंद (वि.) बाधायुक्त -- बाधा, गतिरोध, ब्याघात, बिघ्न

बंदनवार (पुं.) आम, अशोक आदि की पत्तियों को रस्सी में टाँक कर बनी श्रृंखला, जो शुभ अवसरों पर दरवाजों आदि पर लटकाई जाती है -- तोरण

बंदरगाह (पुं.) समुद्र के किनारे का वह स्थान, जहाँ जहाज ठहरते हैं (सी पोर्ट, हार्बर) -- NA

बंदी (पुं.) कैदी (प्रिजनर) -- बंदी, गिरफ

बंदूक (स्त्री.) ऐसा अस्त्र, जिसमें कारतूस, गोली आदि भरकर इस प्रकार छोड़ी जाती है कि लक्ष्य पर लगे (गन, राइफल, मस्केट) -- बंधुक

बंधक (पुं.) गिरवी या रेहन -- बंधक

बकना (स.क्रि.) ऊटपटांग या व्यर्थ की बातें करना -- अजौक्तिक, असंगत, उदभट, अजथा-कथा-कहिबा

बकाया (वि.) बाकी बचा हुआ -- बाकी

बकाया (पुं.) किसी काम, बात या राशि का वह अंश, जिसकी अभी पूर्ति होनी शेष हो -- बाकी-अंश

बगीचा (पुं.) छोटा बाग या फुलवारी -- बगिचा, उद्यान

बचत (स्त्री.) व्यय से बची रहने वाली राशि -- संचय, जमा

बचत (स्त्री.) लागत आदि निकालने के बाद बचा हुआ धन, मुनाफा, लाभ -- लाभ, बलका

बचना (अ.क्रि.) उपयोग, व्यय आदि के बाद जो कुछ शेष रहे -- बंचिबा, बलका, शेष

बचना (अ.क्रि.) बंधन, विपद, संकट आदि से किसी प्रकार सुरक्षित रहना -- निरपद बा-सुरक्षित रहिबा

बचना (अ.क्रि.) किसी कार्य, व्यक्ति से संकोच करना -- संकोच

बचपन (पुं.) बाल्यावस्था -- बाल्याबस्था, शैशबास्था, पिलाबल

बच्चा (पुं.) नवजात शिशु -- पिला, शिशु

बच्चा (पुं.) बालक -- बालक, पिला

बजना (अ.क्रि.) किसी चीजॉ पर आघात किए जाने पर निकली ध्वनि -- बाजिबा, शब्द-हेबा

बजना (अ.क्रि.) संगीत अथवा वाद्य यंत्र से ध्वनि निकालना -- ध्वनि

बजे (अ.) समय-मान, जैसे दस बजे ( क्लॉक) -- बेले, समयपरे

बटुआ (पुं.) कपड़े चमड़े आदि का खानों वाला तथा ढक्कन-दार आधान, जिसमें रुपए-पैसे रखे जाते हैं (पर्स) -- बटुआ, थाल

बड़ा (वि.) किसी वस्तु का वह गुण, जो आकार, आयतन या माप में दूसरी वस्तु से अधिक होता है -- बिशाल, श्रेष्ठ, प्रधान, सर्बोच्च, उत्कर्ष

बड़ा (वि.) पद, गरिमा, गुण आदि की दृष्टि से श्रेष्ठ -- श्रेष्ठ, महान, उत्कृष्ट, श्रेष्ठ

बड़ा (वि.) उरद की दाल का एक प्रकार का नमकीन पकवान -- बरा

बड़ाई (स्त्री.) बड़े होने की अवस्था या भाव -- बड़ेइ, गरिमा, श्रेष्ठत्व

बड़ाई (स्त्री.) प्रशंसा, तारीफ -- प्रशंसा, गुणगान

बढ़ना (अ.क्रि.) आकार, क्षेत्र, परिमाण, विस्तार, सीमा आदि में वृद्धि होना -- बड़ेइ, गरिमा, श्रेष्ठत्व

बढ़ना (अ.क्रि.) आगे की ओर चलना -- बढ़िबा, अग्रसर हेबा

बढ़ना (अ.क्रि.) किसी प्रकार की उन्नति होना -- उन्नति, बिकशित, बिकाश

बढ़ाना (स.क्रि.) किसी को बढ़ने में प्रवृत्त करना -- प्रोत्साहन, उत्साहित करिबा

बढ़ाना (स.क्रि.) परिमाण, मात्रा, संख्या आदि में वृद्धि करना -- बुद्धि-करिबा, बढ़ेइबा

बढ़ाना (स.क्रि.) किसी प्रकार की व्याप्ति में विस्तार करना -- विस्तारिबा, व्याप्त करिबा, बढाइबा, वृद्धि करिबा

बढ़िया (वि.) जो गुण, रचना, रूप-रंग आदि की दृष्टि से उच्च कोटि का हो, उत्तम, उम्दा -- बढ़िआ, उच्च-कोटिर, उत्तम, भल, सुंदर

बताना (स.क्रि.) किसी को कोई जानकारी देना -- बताइबा, परिचय-कराइबा

बताना (स.क्रि.) किसी प्रकार का निर्देश या संकेत करना -- संकेत बा इंगित करिबा

बत्तीसी (स्त्री.) मनुष्य के 32 दातों का समूह -- बतिश दांत

बदनाम (वि) जिसकी निंदा हो रही हो, कुख्यात -- बदनाम, कुख्यात

बदलना (अ.क्रि.) परिवर्तन होना -- बदलिबा, परिबर्तन हेबा

बदला (पुं.) प्रतिकार, पलटा -- प्रतिशोध, प्रतिहिंसा

बदसूरत (वि.) भद्दी सूरत वाला, कुरूप -- असुंदर, कुत्सित, कदाकार

बधाई (स्त्री.) मुबारकबाद -- अभिनंदन, धन्यबाद

बधाई (स्त्री.) मंगल अवसर का गाना-बजाना -- अभिनंदन, धन्यबाद

बधिर (वि.) बहरा -- बधीर, काला

बनजारा (पुं.) वह व्यक्ति जो बैलों आदि पर सामान लादकर बेचने के लिए एक देश से दूसरे देश को जाता है, एक खानाबदोश जाति -- जाजावर (यायाबह, बारबुला)

बनाना (स.क्रि.) किसी वस्तु को तैयार करना -- निर्माण बा तिआरि करिबा

बनाना (स.क्रि.) किसी की प्रशंसा करते हुए उसे उपहासास्पद या मूर्ख बनाना -- बोका बनाइबा, प्रतारित करिबा

बनावटी (वि.) वास्तविकता से परे, ऊपरी या बाहरी -- कृत्रिम, नकलि

बनावटी (वि.) वास्तविकता के अनुकरण पर बनाया हुआ, कृत्रिम, नकली -- कृत्रिम, नकलि

बनिया (पुं.) व्यापार करने वाला व्यक्ति, वैश्य -- बेपारी, बणिक, बणिआ, बेश्य

बनिया (पुं.) आटा, दाल, नमक, मिर्च आदि बेचने वाला दुकानदार -- दोकानी

बरसना (अ.क्रि.) वर्षा होना -- वर्षिबा, बर्षा बा-बृष्टि हेबा

बरसना (अ.क्रि.) किसी चीज का बहुत आधिक मात्रा, मान, संख्या में लगातार गिरना -- कमिबा, ह्रास पाइबा

बरसात (स्त्री.) बारिश, वर्षा-ऋतु -- बर्षा, वर्षास्तु

बरसी (स्त्री.) किसी के मरने के बाद हर वर्ष पड़ने वाली तिथि -- बर्षिकिआ, बार्षिकी

बरसी (स्त्री.) मृत का वार्षिक श्राद्ध -- श्राद्ध

बराती (पुं.) किसी की बारात में सम्मिलित होने वाला व्यक्ति -- बरजात्री

बराबर (वि.) जो तुलना के विचार से एक-सा हो, समान -- समान, समकक्ष

बराबर (वि.) (तल) जो ऊँचा-नीचा या खुरदरा न हो, सम -- समान, तुल्य, अनुरुप, समकक्ष

बराबर (क्रि.वि.) लगातार, निरंतर -- लगातार, निरंतर, अबिराम, सर्बदा

बर्फ (स्त्री.) हिम (स्नो) -- बरफ, तुषार

बर्फ (स्त्री.) बहुत अधिक ठंडक के कारण जमा हुआ पानी जो ठोस हो जाता है और आघात लगने पर टुकड़े टुकड़े हो जाता है (आइस) -- बरफ, तुषार

बर्बर (वि.) जंगली, असभ्य -- बर्बर, असभ्य

बल (पुं.) जोर, शक्ति, ताकत -- बल, जोर, शक्ति

बल (पुं.) कपड़ों आदि पर पड़ने वाली सिलवट, शिकन -- तालि

बलवान (वि.) शक्तिशाली, ताकतवर -- बलवान, शक्तिशाली

बलात्कार (पुं.) बलात् या बलपूर्वक कोई काम करना -- जबरदस्त, बलात्कार, बलपूर्वक

बलात्कार (पुं.) किसी लड़की अथवा स्त्री के साथ उसकी इच्छा के विरुद्ध बलपूर्वक किया जाने वाला चौनाचार -- घर्षण

बलिदान (पुं.) किसी उद्देश्य या बात के लिए अपने प्राण दे देना, कुर्बानी -- आत्मोत्सर्ग, आत्मबलि

बलिदान (पुं.) देवताओं को प्रसन्न करने के उद्देश्य से किसी पशु का किया जाने वाला वध, बलि -- बलिदान बलि, उत्सर्ग

बल्कि (अव्य.) ऐसा नहीं का आशय सूचित करने वाला अव्यय प्रत्युत, वरन -- वरं, किंतु

बवंडर (पुं.) आँधी, तूफान -- तोफान, झड़, झंझा, बात्पा

चहकाना (स.क्रि.) चकमा या भुलावा देना -- भुलाइबा, ठकाइबा, छलना करिबा

बहना (अ.क्रि.) द्रव पदार्थ का धारा के रूप में किसी नीचे तल की ओर प्रवाहित होना -- बहिबा, प्रबाहित-हेबा, गडिजिबा

बहरा (वि.पुं) जिसे सुनाई न पड़ता हो, बधिर -- वधिर, काल

बहलाना (स.क्रि.) किसी को प्रसन्न या शांत करना -- प्रसन्न बा खुसि करिबा

बहस (स्त्री.) तर्क, युक्ति आदि के द्वारा होने वाला खंडन-मंडन, विवाद -- तर्क, जुक्ति, बाद-बिबाद

बहादुर (वि.) वीर, शूर-वीर, सूरमा -- बाहादुर, बीर, साहसी, शूर

बहाना (पुं.) तथ्य को छिपाने के लिए चालाकी की बात -- बाहाना, छलना

बहार (स्त्री.) फूलों के खिलने का मौसम, वसंत-ऋतु -- वसंत-ऋतु, बसंत काल

बहार (स्त्री.) सौंदर्य आदि के फलस्वरूप होने वाली रमणीयता या शोभा -- रमणीयता, सुषमा, मनोमुग्धकर, मंत्रमुग्ध

बहिर्मुख (वि.) जिसका मुँह बाहर की ओर हो -- बहिर्मुख

बहिर्मुख (वि.) जो बाहर की ओर उन्मुख या प्रवृत हो -- बहिर्मुख, खोला

बहिष्कार (पुं.) जाति समुदाय आदि से बाहर निकालना -- बहिष्कार, निष्कासन

बहिष्कार (पुं.) देश विदेश के माल का सामूहिक व्यवहार त्याग (बायकाट) -- वहिष्कार, बर्जन, त्याग, अश्वीकार

बही-खाता (पुं.) हिसाब-किताब लिखने की पुस्तक -- खतिआन, बहि

बहुत (वि.) परिमाण, मात्रा, आदि में अधिक -- बहुत, अधिक, जथेष्ट

बहुत (क्रि.वि.) अधिक परिमाण या मात्रा में, ज्यादा -- अधिक, जथेष्ट

बहुभाषी (पुं.) बहुत भाषाएँ जानने-बोलने वाला -- बहुभाषी

बहुभाषी (पुं.) बहुत बोलने वाला, बकवादी -- बाचाल, कुहालिया

बहुमूल्य (वि.) जिसका मूल्य बहुत हो, महार्घ -- दुर्मूल्य, मूल्यबान, दामी

बहुमूल्य (वि.) जो गुण, महत्व की दृष्टि से अति उपयोगी हो -- गुणी, अभिजात्य

बहुरूपिया (पुं.) अनेक प्रकार के रूप धारण करने वाला -- बहुरूपी

बहू (स्त्री.) पुत्रवधू, नव विवाहिता स्त्री -- बोहु, बधू

बहू (स्त्री.) पत्नी -- पत्नी, स्त्री

बाँग (स्त्री.) भोर के समय में मुरगे के बोलने का स्वर -- कुकुड़ा डाक

बाँग (स्त्री.) मसजिद में नमाज पढ़ने के लिए मुल्ला द्वारा की जाने वाली उच्च स्वर में पुकार -- सकालु-कुकुड़ा डाक, नमाजपाइं ड़ाक

बाँझ (वि.स्त्री.) वह स्त्री जो संतान उत्पन्न न कर सके -- बांझ, बंध्या

बाँटना (स.क्रि.) किसी चीज को कई भागों में विभक्त करना, वितरण -- बांटिबा

बाँध (पुं.) वह वास्तु-रचना, जो किसी नदी की धारा को रोकने अथवा किसी ओर प्रवृत्त करने के लिए बनाई गई हो (डैम) -- बंध

बाँधना (स.क्रि.) डोरी, रस्सी आदि कसकर किसी चीज के चारों ओर लपेटना -- बांधिबा

बाँधना (स.क्रि.) कागज, कपड़े आदि से किसी चीज को इस प्रकार लपेटना कि वह बाहर न निकले (पैक) -- अठा देइ लगाइबा, जोडिबा

बाँसुरी (स्त्री.) मुरली या वंशी -- बंशी, बइंशी

बाकी (वि.) जो व्यय या क्षय होने के बाद बच रहा हो -- बाकी, अबशेष

बाकी (स्त्री.) गणित में बड़ी संख्या में से छोटी संख्या घटाने पर निकलने वाला फल -- वियोग-फल, बाकी अबशिष्ट

बागडोर (स्त्री.) लगाम -- लगाम, घोड़ार बाग

बाजार (पुं.) वह स्थान, जहाँ अनेक चीजों की बिक्री व खरीद के लिए दुकानें होती हैं -- बजार, पेण्ठ, हाट

बाजीगार (पुं.) जादू के खेल दिखाने वाला, नट, जादूगर -- जादुकर, ऐंद्र-जालिक, कुहुक बिषारद

बाट (स्त्री.) राह, रास्ता, मार्ग -- बाट, पथ, रास्ता

बाट (पुं.) पत्थर, लोहे आदि का वह टुकड़ा जो चीजें तौलने के काम आता है (वेट्स) -- बटकरा

बाढ़ (स्त्री.) नदी नाले में जलस्तर का सीमा से अत्यधिक बढ़ जाना -- नईबढ़ि, बढ़िपाणि, बन्या

बाण (पुं.) एक प्रकार का नुकीला अस्त्र, जो कमान या धनुष पर चढ़ाकर चलाया जाता है, तीर -- बाण, तीर, शर

बातचीत (स्त्री.) वार्तालाप -- कथाबार्ता, कथोपकथन, आलाप

बाद (अव्य.) पश्चात्, अनंतर, पीछे -- परे, उपरांत, पछरे

बादल (पुं.) मेघ -- बादल, मेघ

बादशाह (पुं.) सम्राट, शासक -- बादशाह, सम्राट

बाधक (वि.) विघ्न या अड़चन डालने वाला -- बिघ्न, बाधा

बाधक (पुं.) बाधा के रूप में होने वाला -- प्रतिरोध, व्याहत

बाधा (स्त्री.) रोक, रुकावट, अड़चन -- बाधा, अबरोध, बंध

बाप (पुं.) पिता, जनक -- बाप, बापा, पिता

बायाँ (वि.) दायाँ का उल्टा, वाम (लैफ्ट) -- बांआ, बाम

बारूद (स्त्री.) गंधक, शोरे, कोयले आदि का वह मिश्रण, जो विस्फोटक होता है और तोपें, बंदूकें आदि चलाने के काम आता है -- बारुद

बारे में (अव्य.) किसी के प्रसंग, विषय या संबंध में -- प्रसंगरे, संदर्भरे विषयरे, परिप्रेक्षीरे

बाल (पुं.) बालक, बच्चा -- बाल (बालक), शिशु, पिला

बाल (पुं.) जीव-जंतुओं के शरीर में त्वचा से ऊपर निकले हुए तंतु जो रोयों से मोटे होते हैं, केश, सिर के बाल -- बाल, लोभ

बाली (स्त्री.) कानों में पहनने का एक वृत्ताकार आभूषण -- नोली, कुण्ड़ल, कानफुल

बाली (स्त्री.) अनाज की हरी नन्हीं बाल, सिट्टा -- केड़ा

बालू (पुं. /स्त्री.) पत्थरों का चूर्ण, जो रेगिस्तानों में या नदियों के तटों पर पड़ा रहता है, रेत -- बालि, बालुका, रेत

बावला (वि. /पुं.) विक्षिप्त, पागल, दीवाना -- पागल, बाउला, बाबला

बासी (वि.) जो एक या अधिक दिन पहले बना या पका हो ताजा का विपर्यय -- बासी

बाहर (क्रि.वि.) किसी क्षेत्र, घेरे, विस्तार आदि की सीमा से परे, अंदर और भीतर का विपर्यय -- बाहार, बाह्य

बिंदी (स्त्री.) गोलाकार टीका, जो स्त्रियाँ माथे पर लगाती हैं -- टोपा

बिंदी (स्त्री.) शून्य सूचक चिह्न, सिफर -- टोपा

बिंब (पुं.) किसी आकृति की वह झलक, जो किसी पारदर्शक पदार्थ में दिखाई पड़ती है, परछाई -- बिंब, प्रतिबिंब, प्रतिफलन, परछाइ

बिंब (पुं.) प्रतिमूर्ति -- प्रतिमूर्त्ति, प्रतिलिपि, अबिकल नकल

बिखरना (अ.क्रि.) किसी वस्तु के घटकों का अधिक क्षेत्र में फैल जाना -- विंचि हेबा

बिखरना (अ.क्रि.) अलग अलग या दूर दूर होना -- बिन्या हेबा

बिखेरना (स.क्रि.) वस्तुओं को बिना किसी सिलसिले के फैलाना या डालना -- अनियमित, एणेतेणे

बिगाड़ना (स.क्रि.) ऐसी क्रिया, जिससे किसी काम, चीज या बात में खराबी आ जाए, खराब करना -- बिगाड़िबा, खराप-करिबा, नष्ट-करिबा, हानि-करिबा, विकृत-करिबा

बिछाना (स.क्रि.) दूर तक फैलाना या बिखेरना, फैलाना -- बिछेइबा, बिक्षिप्त, ऐणेतेणे

बिछुड़ना (अ.क्रि.) अलग होना -- अलगा हेबा, पृथक हेबा

बिछौना (पुं.) बिछावन, बिस्तर -- बिछणा, शज्या

बिजली (स्त्री.) बादलों की रगड़ के कारण उत्पन्न होने वाला प्रकाश (लाइटनिंग) -- बिजुलि, विद्युत, तड़ित

बिजली (स्त्री.) घर्षण, ताप और रासायनिक क्रियाओं से उत्पन्न होने वाली एक शक्ति, जिससे ताप और प्रकाश उत्पन्न होता है (इलेक्ट्रिसिटि) -- बिद्युत, शक्ति, बिजुलि

बिजलीघर (पुं.) वह स्थान, जहाँ रासायनिक प्रक्रियाओं, जल-प्रपातों आदि से बिजली उत्पन्न व वितरित की जाती है (पावर हाउस) -- बिजुलि घर

बिना (अव्य.) बगैर -- बिना, छड़ा, ब्यतीत

बिना (अव्य.) अतिरिक्त, सिवा -- अतिरिक्त, अधिक

बिनौला (पुं.) कपास का बीज -- कपा-मंजि

बिरादरी (स्त्री.) किसी एक ही जाति या वर्ग के लोग जो सामाजिक उत्सवों पर एक दूसरे के यहाँ आते-जाते हैं (समाज) -- बंधु बांधब, संपर्कीय, ज्ञाति-कुटुंब

बिरादगी (स्त्री.) भाईचारा, बंधुत्व -- बंधुत्व, आत्मीयता

बिल (पुं.) जमीन के अंदर खोद कर बनाया हुआ जीव–जंतुओं के रहने का स्थान -- बिल, गात

बिल (पुं.) हिसाब चुकता करने के लिए दिया जाने वाला वह कागज, जिसमें प्राप्य मूल्य का ब्यौरा रहता है, भुगतान अनुरोध -- बिल्, रसिद

बिलकुल (क्रि.वि.) पूरा-पूरा, कूल, सब, जितना हो, उतना सब -- संपूर्ण, बिलकुल, पूरा, समस्त

बिलकुल (क्रि.वि.) निरा, निपट -- नितांत, संपूर्णभाबे

बिलखना (अ.क्रि.) रोना, कलपना, विलाप करना -- कांदिबा, बिलाप-करिबा

बिलोना (स.क्रि.) किसी तरल पदार्थ को मथानी आदि से अच्छी तरह हिलाना, मथना -- मंथिबा, घण्टिबा, मंथन-करिबा, मेलाइबा

बिस्तर (पुं.) बिछावन या बिछौना -- बिछणा, शज्या

बीच (पुं.) किसी वस्तु का वह केंद्रीय अंश या भाग, जहाँ से उसके सभी छोर समान दूरी पर पड़ते हैं, मध्य -- मध्य, केन्द्र, मझि

बीच (अव्य.) दरमियान, अंदर, में -- भितरे, अभ्यंतररे

बीज (पुं.) अन्न आदि का वह कण, जो खेत में बोने के काम आता है (सीड) -- मंजि, बीज, बिहन

बीजक (पुं.) सूची, फेहरिस्त -- सूची, तालिका

बीजक (पुं.) वह सूची, जिसमें किसी को भेजे जाने वाले माल का ब्यौरा, दर, मूल्य आदि लिखा रहता है (इन्वायस) -- तालिका, चालाण

बीजगणित (पुं.) गणित की वह शाखा, जिसमें अक्षरों को अज्ञात संख्याएं मानकर वास्तविक मान या संख्याएँ जानी जाती हैं (अलजेबरा) -- बीजगणित

बीनना (स.क्रि.) छोटी-छोटी चीजों को उठाना या चुनना, छाँटना -- खुंटिबा, बाछिबा

बीमा (पुं.) किसी प्रकार की विशेषतः आर्थिक हानि पूरी करने की जिम्मेदारी जो कुछ निश्चित धन लेकर उसके बदले में की जाती है (इंश्योरेन्स) -- बीमा

बीमार (वि.) वह व्यक्ति, जो किसी रोग से पीड़ित हो, रोगी -- बेमार, रोगी, असुस्थ

बुझाना (स.क्रि.) ऐसी क्रिया करना जिससे आग जलना बंद हो जाए -- लिभाइबा, निर्बापित करिबा

बुझाना (स.क्रि.) शांत करना -- NA

बुढ़ापा (पुं.) बूढ़ा होने की अवस्था या भाव, वृद्धावस्था -- वार्धक्य, वृद्धावस्था

बुद्धि (स्त्री.) विचार या निश्चय करने की शक्ति, अकल, समझ -- बुद्धि, ज्ञान, अबगति

बुनकर (पुं.) कपड़ा बुनने वाला कारीगर, जुलाहा -- बुणाकार, तंति

बुनना (स.क्रि.) करघे पर वस्त्र बनाना -- बुणिबा, बयन-करिबा

बुनना (स.क्रि.) ऊन, तार आदि से स्वेटर, चटाई आदि बनाना -- बुणिबा, बयन-करिबा

बुरा (वि.) खराब, दोषयुक्त -- खराप, नीच, अधम, हीन, अश्लील, दुन्नीति

बुरादा (पुं.) लकड़ी चीरने या धातु रेतने पर उसमें से निकलने वाला महीन अंश, चूरा -- करत गुंड़

बुलाना (स.क्रि.) किसी को अपनी ओर आने के लिएआवाज या संकेत देना -- ड़ाकिबा

बूटी (स्त्री.) ऐसी जंगली वनस्पति, जिसका उपयोग औषध आदि के रूप में होता है -- जडी-बुटी

बूटी (स्त्री.) छोटे पौधों या फूलों के आकार का कोई अंकन या चित्रण -- सुशोभित- बा मंडित-करिबा

बूढ़ा (वि.पुं.) बड़ी आयु का प्राणी, वृद्ध -- बुढ़ा, बृद्ध

बेईमान (वि.) जिसकी नीयत ठीक न हो -- कृतघ्न, बेइमान, अबिश्वासी

बेईमान (वि.) अविश्वसनीय -- कृतघ्न, बेइमान, अबिश्वासी

बेगार (स्त्री.) ऐसा काम, जो जबरदस्ती और बिना पारिश्रमिक दिए करवाया जाए -- बेगारी, बेठि

बेगार (स्त्री.) बेमन का काम, अनिच्छा से किया गया काम -- जबरदस्त बा बलपुर्बक कार्य कराइबा

बेचना (स.क्रि.) कोई चीज या संपत्ति मूल्य लेकर देना -- बिकिबा, बिक्रय

बेचारा (वि.) निःसहाय, दीन, गरीब -- बिचरा, असहाय, दीन, दरिद्र, गरिब

बेल (पुं.) एक प्रसिद्ध फल, जो पेट के रोग के लिए गुणकारी होता है -- बेले, समयपरे

बेल (पुं.) लता -- लता, लटा

बेल (पुं.) कपड़े आदि पर टाँका जाने वाला फीता -- फिता, पटि

बेलबूटा (पुं.) किसी चीज पर लताओं, पेड़ पौधों आदि का अंकन या चित्र -- चित्रांकन, नक्सा

बैठक (स्त्री.) बैठने का स्थान -- बैठकखाना

बैठक (स्त्री.) सभासदों का एकत्र होना -- बैठक, सभा

बैठना (अ.क्रि.) आसीन होना अथवा स्थान ग्रहण करना -- बसिबा, आसन-ग्रहण-करिबा, उपबेसन-करिबा

बैर (पुं.) शत्रुता या बदला लेने की भावना, दुश्मनी -- बैर, शत्रुता, बिपक्ष, प्रतिद्वंदिता

बैरा (पुं.) होटलों आदि में खाना खिलाने वाला सेवक -- बेहेरा भृत्य

बैल (पुं.) गाय का नर, जो गाड़ी और हल आदि में जोता जाता है -- बलद

बैलगाड़ी (स्त्री.) बैल द्वारा खींची जाने वाली गाड़ी -- बलदगाड़ी, शगड़

बोझ (पुं.) वजन, भार -- बोझ, भार, माल

बोतल (स्त्री.) शीशी -- बोतल, शीशी

बोना (स.क्रि.) पेड़-पौधे उगाने के लिए जमीन में बीज डालना -- बुणिबा, बपन करिबा

बोलचाल (स्त्री.) वार्तालाप -- कथाबार्ता, आलाप, कथोप-कथन

बोलना (अ.क्रि.) शब्द, ध्वनि आदि को स्वर मे उच्चारित करना -- कहिबा

बोलना (अ.क्रि.) शब्दों द्वारा कहकर विचार प्रकट करना -- कहिबा

बौखलाना (अ.क्रि.) आवेश या क्रोध में आकर अंड-बंड बकना -- गर्जन तर्जन करिवा

बौखलाना (अ.क्रि.) मानसिक संतुलन खो बैठना -- उद्बिघ्न हेबा

बौछार (स्त्री.) बूंदों की झड़ी जो हवा के झोंके से तिरछी गिरती हो -- असरा, झड़ी

बौछार (स्त्री.) बहुत अधिक संख्या में लगातार किसी वस्तु का बरसना -- असरा, फड़

बौद्धिक (वि.) बुद्धि संबंधी, बुद्धि द्वारा ग्रहण किए जाने के योग्य -- बौद्धिक

ब्यौरा (पुं.) वृत्तांत, किसी घटना के अंतर्गत एक बात का उल्लेख या कथन -- बिशद बिबरण, पूरा बृतांत, संपूर्ण बृतांत

भंडार (भांडार) (पुं.) कोष, खजाना -- कोष, खजण-भंड़ार

भंडार (भांडार) (पुं.) अन्नादि रखने का स्थान -- कोष, खजणा, भंडार

भँवर (पुं.) जलावर्त -- भंउरी, जलाबर्त्ता, घुर्णन

भक्ति (स्त्री.) निष्ठा, विश्वास या श्रद्धा -- भक्ति, श्रद्धा, प्रेम, आदर

भगवान (पुं.) परमेश्वर -- भगबान, प्रभु, इश्वर, परमेश्वर

भगवान (पुं.) पूज्य/ आदरणीय और महिमाशाली -- पूज्य, पुजाष्पद, आदरणीय

भड़काना (स.क्रि.) आग को तेज करना, उत्तेजित या क्रुद्ध करना -- निंआकु-तेजकरिबा, उद्धिप्त-करिबा, रगेइबा, क्रुद्ध करिबा, उत्तेजित करिबा

भड़कीला (वि.) जिसमें खूब चमक-दमक हो -- चमक-जुक्त, मुग्ध, जाक-जमक

भद्र (वि.) शिष्ट, सभ्य, सुशिक्षित -- भद्र, शिष्ट, सभ्य

भरती (भर्ती) (स्त्री.) प्रवेश, दाखिला -- भरति, भतिं

भरती (भर्ती) (स्त्री.) नियुक्ति -- प्रबेश

भरना (स.क्रि.) खाली बरतन आदि में कोई चीज डालना, उड़ेलना, रखना -- भरिबा, ढालिबा, रखिबा

भरना (स.क्रि.) रिक्तता अथवा हानि की पूर्ति करना -- पूरा-करिबा, क्षति बा-स्थान-पुरण करिबा, समतुल करिबा

भला (वि.) अच्छा, नेक -- भल, सत, उत्तम, जथोचित, जोग्य

भला (पुं.) हित, लाभ -- हित, लाभ

भवन (पुं.) प्रासाद, महल, घर, मकान, इमारत -- भबन, प्रासाद, अट्टालिका, महल, घर, गृह, आवास, आलय

भविष्य (पुं.) आने वाला समय, भविष्यत् काल -- भबिष्य, भबिष्यत, भाबी, आगमी

भव्य (वि.) सुंदर और प्रभावशाली, शानदार -- प्रभाबशाली, सुंदर, प्रतिपत्तिशाली

भाँपना (स.क्रि.) रंग-ढंग से जान लेना, ताड़ लेना -- अनुमान-करिबा, बिबेचना-करिबा, अंदाज-करिबा

भागना (अ.क्रि.) दौड़ना -- दौड़िबा, धाबन

भागना (अ.क्रि.) जान बचाना, पीछा छुड़ाना -- दौड़ि पलाइबा

भाग्य (पुं.) किस्मत, तकदीर, नसीब -- निर्यात, भाग्य बिधि, कपाल-लिखन, दैब निद्दिष्ट

भाना (अ.क्रि.) रुचना, अच्छा लगना, पसंद आना -- भल-लगिबा, रुचिबा, रिचिसंपन्न

भारतीय (वि.) भारत में उत्पन्न अथवा उससे संबंधित -- भारतीय

भारतीय (पुं.) भारतवासी -- भारतबासी

भारी (वि.) अधिक भार वाला, वजनी -- भारी, ओजन भार, बोझ

भारी (वि.) दुःखी, उदास (मन आदि) -- उदास, दुखी, शोकाबह, शोकाकुल

भावना (स्त्री.) चिंतन, ध्यान -- भाबना, चिंता, कल्पना, बिचार

भावना (स्त्री.) विचार, ख्याल, इच्छा -- इच्छा, कामना, अभिलाष, चाहिँबा

भाषण (पुं.) व्याख्यान -- भाषण, बक्तृता

भाषा (स्त्री.) बोलकर, लिखकर अथवा ध्वनि-संकेतों द्वारा भावों को प्रकट करने का साधन, बोली, जबान -- भाषा, कथा, बाणी, मणिषर-भाषा बा बोलि

भिक्षु (पुं.) भिखारी -- भिक्खु, भिकारी

भिक्षु (पुं.) संन्यासी, विशेषतः बौद्ध संन्यासी -- बौद्ध-सन्यासी, भिक्षु

भिखारी (पुं.) भीख माँगने वाला, कंगाल, अकिंचन -- भिकारी, कांगल, अकिन्वन, दरिद्र गरिब

भिगोना (स.क्रि.) पानी से गीला या तर करना, पानी में डालना -- ओदा हेबा, भिजिबा, भेजिबा

भिन्न (वि.) अलग, पृथक -- भिन्न, पृथक्, अलगा

भिन्न (पुं.) गणित में किसी पूरा इकाई का छोटा अंश या टुकड़ा -- भग्नांश

भीड़ (स्त्री.) जन समूह -- भिड़, जनगहली, लोक-समागम, जनपुर्ण, गहली

भीरु (पुं.) कायर, डरपोक -- भीरू, कापुरुष

भीषण (वि.) भयानक, डरावना -- भीषण, भयंकर, भयानक

भीषण (वि.) दुष्परिणाम के रूप में होने वाला, विकट -- बिरादपुर्ण, संकटम, बिकट, भीषण, भयाबह

भुगतान (पुं.) मूल्य आदि चुकाने की क्रिया या भाव, अदायगी -- परिशोध-करिबा, आदाय-करिबा

भुनाना (स.क्रि.) किसी खाद्य पदार्थ को अंगारों पर सेंककर या गरम बालू में पकाने अर्थात् भूनने का काम किसी दूसरे से कराना -- सेकिबा, भाजिबा

भुनाना (स.क्रि.) नोट, रुपए आदि को छोटे सिक्कों में बदलवाना -- भंगाइबा

भुरभुरा (वि.) हलके दबाव से जिसके कण या रवे अलग-अलग हो जाएँ -- हालुका-रगड़िबा

भूकंप (पुं.) भूगर्भ में होने वाली उथल-पुथल से धरती के हिलने की अवस्था, भूचाल -- भूकंप, भूमिकंप

भूख (स्त्री.) भोजन की इच्छा, क्षुधा -- भोक, क्षुधा, कामना, इछा

भूख (स्त्री.) कोई चीज़ प्राप्त करने की उत्कट इच्छा -- उदबिघ्न

भूख-हड़ताल (स्त्री.) किसी नीति या कार्य आदि के प्रति विरोध प्रकट करते हुए अपने उद्देश्य की प्राप्ति के लिए भोजन, अन्न-जल आदि ग्रहण न करना (हंगर-स्ट्राइक) -- अनशन, धर्मघट, हरताल

भूचाल (पुं.) (दे.) भूकंप -- भूमिकंप, भुकंप

भूत (वि.) बीता हुआ, अतीत, भूतकाल -- भूत, अतीत, पुर्बरु बा पुर्बे

भूत (पुं.) प्रेत, पिशाच -- भुत, प्रेत, पिशाच

भूतपूर्व (वि.) पूर्ववर्ती, पहला -- भूतपूर्ब, पूर्बबर्त्ती, आगरु

भूमि (स्त्री.) जमीन, धरती -- भूमि, पृथिबी, भू

भूमि (स्त्री.) पृथ्वी जो सौर जगत के एक ग्रह के रूप में है -- जमि, भूमि, माटि

भूमिका (स्त्री.) ग्रंथ आदि की प्रस्तावना -- भूमि

भूमिका (स्त्री.) किरदार -- अभिनय, भुमिका

भूमिका (स्त्री.) किसी क्षेत्र विशेष में किसी व्यक्ति द्वारा किया गया कार्य -- कार्य (कार्ज्य), भूमिका

भूरा (वि.) मटमैला, खाकी -- खाकि, भाटिआ रंग

भूरा (पुं.) खाकी रंग -- NA

भूल-चूक (स्त्री.) लेखे या हिसाब में दृष्टि–दोष आदि के कारण होन वाली गलती, अशुद्धि -- भुलभ्रांति, भुलमटका, दोषत्रुटि

भूलना (अ.क्रि.) याद न रहना, विस्तृत होना -- भुलिबा,बिस्मित हेबा, बिस्मिरण हेबा

भूलना (अ.क्रि.) गलती या त्रुटि करना -- भुल करिबा

भेजना (स.क्रि.) रवाना करना, प्रेषण करना -- पठाइबा

भेद (पुं.) अंतर, फरक -- पार्थक्य-भेद, अंतर, फरक

भेद (पुं.) रहस्य, मर्म -- रहस्य, मर्म, गुढ़

भेद (पुं.) प्रकार, तरह -- प्रकार, रकम भलि

भोला (वि.) छल-कपट, रहित सीधा सादा, सहज-विश्वासी -- सरल, सहज

भोला (वि.) बुद्धू -- मूर्ख, बोका

भौतिक (वि.) लौकिक, सांसारिक -- भौतिक, सांसारिक

भौतिक (वि.) पंचभूतों से संबंध रखने वाला -- भौतिक, स्थूल

भ्रम (पुं.) मिथ्या ज्ञान, कुछ का कुछ समझना, धोखा -- भ्रम, भ्रांति, धोका, संदेह

भ्रमण (पुं.) घूमना-फिरना, विचरण -- बिचरण, बुलिबा

भ्रभर (पुं.) भौंरा, मधुप, भँवर -- भ्रमर, भअँर

भ्रष्ट (वि.) बुरे आचार-विचार वाला -- भ्रष्ट, पतित, पापी, असत, निंदनीय

भ्रष्ट (वि.) (मार्ग से) च्युत, विचलित -- स्खलित, पतित, पथ बा-मार्गच्युत

मंगल (वि.) कल्याणकारी, शुभ -- मंगल, शुभ, कल्याणकारी

मंगल (पुं.) कल्याण, भलाई , हित -- कल्याण, मंगल, हित, भल

मंगल (पुं.) सौर मंडल का एक ग्रह -- मंगलग्रह

मंगल (पुं.) मंगलवार -- मंगलबार

मंगल-सूत्र (पुं.) सधवा स्त्रियों द्वारा गले में पहना जाने वाला पवित्र सूत्र -- मंगलसूत्र

मंगलाचरण (पुं.) शुभकार्य के आरंभ में पढ़ा जाने वाला मांगलिक मंत्र, श्लोक, पद्यमय रचना आदि -- मंगलाचरण

मंगलाचरण (पुं.) ग्रंथ के आरंभ में मंगल की कामना तथा उसकी निर्विघ्न समाप्ति के लिए लिखा जाने वाला पद्य -- मंगलाचरण

मंच (पुं.) सभा-समितियों में ऊँचा बना हुआ मंडप, जिस पर बैठकर सर्वसाधारण के सामने किसी प्रकार का कार्य किया जाए रंगमंच (स्टेज) -- मंच, रंगमंच

मंच (पुं.) कुछ विशिष्ट प्रकार के कार्य कलापों के लिए उपयुक्त क्षेत्र (फोरम) -- मंच, क्षेत्र

मंजिल (स्त्री.) गंतव्य (डेस्टिनेशन) -- गंतब्य, लख्य स्थान, उदेश्य बा लख्यस्थल

मंजिल (स्त्री.) पड़ाव, मुकाम -- लख्य, उद्देश्य

मंत्र (पुं.) देवताओं को प्रसन्न करने अथवा सिद्धि आदि प्राप्त करने वाला शब्द समूह -- मंत्र, श्लोक

मंत्र (पुं.) कार्य-सिद्धि का ढंग, गुर -- मंत्र, उपाय

मंत्री (पुं.) मंत्रणा अथवा परामर्श देने वाला -- परामर्शदाता, मंत्रणादाता, उपदेष्टा

मंत्री (पुं.) अमात्य -- मंत्री, अमात्य

मंत्री (पुं.) सचिव -- सचिव

मंदा (वि.) जिसकी माँग कम हो (सौदा), जिसमें तेजी न हो (व्यापार) -- मांदा, मंथर, चाहिदा-नथिबा

मंदिर (पुं.) देवालय -- मंदिर देबालय

मक्कार (वि.) कपटी, छली -- कपटी, धुर्त, प्रतारक, धपाबाज, छलिया

मखमल (स्त्री.) एक तरह का चिकना तथा रोएँदार कपड़ा -- मखमल्, मसूण

मगर (पुं.) घड़ियाल -- मगर, घड़ियाल, कुंभीर

मगर (अव्य.) लेकिन, परंतु -- परंतु, किंतु

मग्न (मगन) (वि.) किसी काम या बात में तन्मय, लीन -- मग्न, लीन, तन्मय, बिभोर

मच्छरदानी (स्त्री.) जालीदार कपड़े का बना हुआ आवरण, जिसका उपयोग मच्छरों से बचाव के लिए किया जाता है, मसहरी -- मशारी

मजदूर (पुं.) शारीरिक श्रम द्वारा जीविका कमाने वाला व्यक्ति -- मज़दुर, श्रमिक, कुलि, मुलिआ

मजदूरी (स्त्री.) मजदूर का काम -- मजदुरि, मजुरि, पारिश्रमिक

मजदूरी (स्त्री.) भाड़े या वेतन के रूप में मजदूर को दिया जाने वाला धन -- मूल

मजबूत (वि.) दृढ़, पक्का, टिकाऊ -- मजभूत, दृढ़, शक्त

मजबूत (वि.) हृष्ट-पुष्ट तगड़ा, शक्तिशाली (देह) -- हृष्ट-पुष्ट, बलिष्ठ

मजाक (पुं.) परिहास, हँसी, दिल्लगी -- परिहास, थट्टा, उपहास, बिद्रुप

मझधार (स्त्री.) नदी आदि के बीच की धारा -- मझिधार

मझधार (स्त्री.) किसी काम या बात के मध्य की स्थिति -- मझिरे मझा

मठ (पुं.) साधु-संन्यासियों के रहने का स्थान -- मठ, आश्रम

मतदान (पुं.) चुनाव में मत देने की क्रिया -- मतदान, भोट

मताधिकार (पुं.) किसी चुनाव या विषय में मत देने का अधिकार -- मताधिकार

मथना (स.क्रि.) दूध, दही को मथानी आदि से बिलोना -- मंथिबा, मुहिँबा

मथानी (स्त्री.) दही मथने का काठ का बना हुआ एक उपकरण -- खुआ, मंथनदंड

मद (पुं.) नशा, मस्ती -- मद, निशा

मद (पुं.) अहंकार या गर्व -- अहंकार, गर्ब, दंभ

मद (पुं.) मतवाले हाथी का कनपटी से बहने वाला गंधयुक्त द्रव्य -- मद

मदारी (पुं.) बाजीगर -- कुहुक-बिषारद, जादुकर, ऐंद्र-जालिक

मदारी (पुं.) बंदर भालू आदि नचाकर जीविका चलाने वाला -- NA

मदिरा (स्त्री.) शराब, मद्य -- मदिरा, मद, सुरा

मद्ययप (पुं.) जो मदिरापान करता हो, शराबी -- मद्यप, मदुआ

मधु (पुं.) शहद -- मधु, महु

मधु (पुं.) शराब -- मद, सुरा

मधु (पुं.) बसंत ऋतु -- बसंतकाल, बसंतरुतु

मधुर (वि.) मीठा, जिसका स्वाद मधु के समान हो -- मधुर, मिठा, मिष्ट प्रतिपद

मध्यस्थ (पुं.) आपस में मेल या समझौता कराने वाला, बिचौलिया -- मध्यस्थ

मन (पुं.) मनुष्य के अंतःकरण का वह अंश, जिससे वह अनुभव, इच्छा, बोध और संकल्पविकल्प करता है -- मन, इच्छा

मन (पुं.) वजन में चालीस सेर -- महण

मनचाहा (वि.) जिसे मन चाहता हो, इच्छानुसार -- मनलाखी, मनपसंद, बांछित

मनोरंजन (पुं.) दिल बहलाव, मन की प्रसन्नता -- मनोरंजन, प्रसन्नता, खुसि, मजा

मनोरथ (पुं.) अभिलाषा, वांछा, इच्छा -- इच्छा, मनोरथ, मनोवान्छा, आकांख्या

मनोरम (वि.) जिसमें मन रमने, लगे, सुंदर या आकर्षक -- मनोरम, रमणीय, सुंदर मनोहर

ममता (स्त्री.) अपनत्व का भाव, ममत्व -- ममता, स्नेह, आत्मीयता

ममता (स्त्री.) मन में होने वाला मोह या लोभ का भाव -- ममता, मोह, आसक्ति

मरना (अ.क्रि.) मृत्यु को प्राप्त होना, प्राणांत होना -- मरिबा, मृत्यु, परलोक

मरना (अ.क्रि.) खेलों में खिलाड़ियों का हार जाना -- हारिजिबा, पराजय

मरहम (मलहम) (पुं.) घाव आदि पर उपचार के लिए लगाया जाने वाला औषधियों का लेप -- मलम

मरोड़ना (स.क्रि.) किसी चीज में घुमाव, बल आदि डालने के उद्देश्य से उसे कुछ जोर से घुमाना, ऐंठना -- मोड़िबा, जोररे बुलाइबा

मर्म (पुं.) किसी बात के अंदर छिपा हुआ तत्व, भेद, रहस्य -- मर्म, रहस्य, भेद

मर्यादा (स्त्री.) सीमा, हद -- मर्ज्यादा, सीमा

मर्यादा (स्त्री.) लोकप्रचलित व्यवहार नियम आदि, लोकाचार -- आचार, ब्यबहार, चालिचलन, आचरण

मलना (स.क्रि.) किसी पदार्थ को कहीं लगाने के उद्देश्य से रगड़ना -- मलिबा, घषिदेबा, घषिबा, माजिबा

मलना (स.क्रि.) लेप करना -- लेप-करिबा, लगाइबा, प्रलेप-करिबा

मलबा (पुं.) कूड़ा-करकट, टूटी या गिराई हुई इमारत का ईंट-पत्थर, चूना आदि -- मइला, आबर्जना, ध्वंसाबशेष

मलिन (वि.) मैला-कुचैला, गंदा -- अपरिष्कृत, आबर्जना, मलिन, मइला

मलिन (वि.) उदास, म्लान -- म्लान, बिबश, बिषर्ण्ण, उदास

मल्लाह (पुं.) नदी में नाव खेकर अपनी जीविका अर्जित करने वाला व्यक्ति, केवट, माँझी -- केउट, माझी, नाउरिआ

महँगा (वि.) जिसका दाम अधिक हो -- महंगा, दामी, महर्ग

महँगाई (स्त्री.) उचित से अधिक मूल्य पर वस्तुओं की बिक्रि -- महर्ग, मूल्य-बृध्धि, उच्च बाचढ़ा दर

महत्ता (स्त्री.) बड़प्पन, महिमा, महत्व -- महत, महिमा, महत्व, गारिमा

महत्व (पुं.) बड़प्पन, महिमा -- महत्व, गौरब, बड़पणिआ

महत्वाकांक्षा (स्त्री.) महत्व प्राप्त करने की आकांक्षा, उच्चाकांक्षा -- महत्वाकांख्या, उच्च-आकाख्या, बड़ आशा

महल (पुं.) भवन, प्रासाद -- महल, प्रासाद, अट्टालिका, नबर

महान (वि.) बहुत बड़ा, विशाल -- महान्, बिशाल, बृहत

महान (वि.) उच्च कोटि का -- महान, श्रेष्ठ, उत्तम, उत्कर्ष

महापुरुष (पुं.) महिमाशाली पुरुष, श्रेष्ठ जन -- असामान्य, महापुरुष, श्रेष्ठब्यक्ति, साधुपुरुष, प्रधान

महा विद्यालय (पुं.) उच्च शिक्षा देने वाला विद्यालय, कॉलेज -- महाविद्यालय, कलेज

महिला (स्त्री.) स्त्री, औरत -- महिला, स्त्री, नारी

माँग (स्त्री.) माँगने की क्रिया या भाव, याचना -- मगा-जचा, भिख्या, मागिबा

माँग (स्त्री.) किसी निश्चित मूल्य पर किसी चीज की खरीद या चाही जाने वाली मात्रा -- दाबि, चाहिदा

माँग (स्त्री.) सिर के बालों को विभक्त करने से बनने वाली रेखा, सीमंत -- सीमंत

माँगना (स.क्रि.) किसी से यह कहना कि आप अमुक वस्तु या धन दें, याचना करना -- मागिबा, जाचना-करिबा

माँजना (स.क्रि.) पात्र को अच्छी तरह से साफ करने के लिए राख, साबुन आदि से अच्छी तरह मलना या रगड़ना -- माजिबा, घाषिबा, रगड़िबा

माँजना (स.क्रि.) किसी काम या चीज का अभ्यास करना ताकि कार्य में महारथ हासिल हो या पूर्ण सफलता मिले -- अभ्यास-करिबा, पुनः पुनः ब्यबहार, प्रयोग

मांस (पुं.) शरीर में हड्डियों तथा चमड़े के बीच का मुलायम तथा लचीला पदार्थ -- मांस

माड़ना (स.क्रि.) गूँधना, सानना -- दलिबा, मकचिबा

माड़ना (स.क्रि.) अन्न की बालों में से दाने झाड़ना -- झाड़िबा, उपुडिबा

मातृभाषा (स्त्री.) अपने जन्म स्थान या घर में बोली जाने वाली भाषा -- मातृभाषा

मातृभूमि (स्त्री.) जन्मभूमि, स्वदेश -- मातृभूमि, जन्मभूमि

मादक (वि.) नशा उत्पन्न करने वाला नशीला -- मादक, निशाकारी

माधुर्य (पुं.) मधुरता, मिठास -- माधुर्ज्य, मधुरता, मिठा

माधुर्य (पुं.) काव्य का एक गुण -- मिठा, मधुर, अमृत

माध्यम (पुं.) साधन, जरिया -- साधनोपाय, माध्यम, जरिआ

मानक (पुं.) वस्तुओं के आकार-प्रकार महत्व आदि जाँचने का कोई आदर्श मानदंड या रूप -- मानक, मान-दण्ड, माप-काठि

मानकीकरण (पुं.) एक ही वर्ग की बहुत सी वस्तुओं के गुण, महत्व आदि का एक मानक रूप स्थिर करने की क्रिया या भाव (स्टैंडर्डाइजेशन) -- मानककरण, मान-निर्धारण

मानना (स.क्रि.) स्वीकार करना, सहमत होना -- राजि हेबा, मानिबा, मान्यता, स्वीकार-करिबा

मानना (स.क्रि.) (किसी के प्रति) श्रद्धा रखना, गुण योग्यता आदि का कायल होना -- NA

मानव (पुं.) मनुष्य, आदमी -- जनता, मानब, मनुष्य, मणिष, लोक

मानवता (स्त्री.) मानव होने की अवस्था या भाव -- मानबता मनुष्यता

मानवता (स्त्री.) मनुष्य के आदर्श तथा स्वाभाविक गुणों, भावनाओं आदि का प्रतीक या समूह -- मानबत्व, मनुष्यता

मानसिक (वि.) मन-संबंधी -- आत्मिक, मानसिक,कत मनोगत

मान्य (वि.) मानने योग्य -- मान्य, मानिबा, मान्यता

मान्य (वि.) आदरणीय, सम्मान का अधिकारी -- माननीय, सम्माननीय, आदरणीय

माप (स्त्री.) मापने की क्रिया या भाव -- परिमाण, मात्रा

माप (स्त्री.) मापने पर ज्ञात होने वाला नाप, परिमाण, मात्रा या मान -- परिमाण, मात्रा

मापन (स.क्रि.) वस्तु का विस्तार, घनत्व या वजन मालूम करना -- मापिबा

माफ (वि.) क्षमा किया हुआ -- ख्यमा (क्षमा), त्रुटि-मार्जना-करिबा, दोष मुक्ति

मायका (मैका) (पुं.) विवाहित स्त्री की दृष्टि से उसके माता-पिता का घर और परिवार, नैहर, पीहर -- बापघर

मारना (स.क्रि.) जान लेना, हत्या करना -- मारिबा, हत्पा-करिबा, बध-करिबा

मारना (स.क्रि.) पीटना, प्रहार करना, चोट पहुँचाना -- पिटिबा, प्रहार-करिबा, आघात-करिबा

मारना (स.क्रि.) मानसिक या शारीरिक आवेग दबाना या रोकना -- दमन करिबा, दबाइबा, प्रशमित -करिबा

मार्ग (पुं.) रास्ता, पथ, राह -- मार्ग, पथ, बाट, रास्ता

मार्ग (पुं.) माध्यम, साधन -- मार्ग, माध्यम, साधन, संपन्न, कृत्य

मार्मिक (वि.) मर्म स्थान पर प्रभाव डालने वाला, मर्मस्पर्शी -- मर्मस्पर्शी, मर्मभेदी, कष्टदायक

माल (पुं.) प्रत्येक ऐसी मूल्यवान वस्तु, जिसका कुछ उपयोग होता है -- माल, द्रब्य, बस्तु

माल (पुं.) धन-संपत्ति, रुपया-पैसा, दौलत -- धन-संपत्ति, टंका-पइसा

मालूम (वि.) जाना हुआ, ज्ञात, विदित -- ज्ञात, जणा, बिदित, अबगत

मिटाना (स.क्रि.) दाग, निशान आदि दूर करना -- कमेइबा ह्रास करिबा, उपशम-करिबा, प्रशमित-करिबा

मिटाना (स.क्रि.) नष्ट करना, बरबाद करना -- नष्ट-करिबा, बिनाश, क्षति, बिलोप, ध्वंश-करिबा

मिट्टी (स्त्री.) धरती की ऊपरी सतह का वह भुरभुरा मुलायम तत्व, जिसमें प्रायः पेड़ पौधे उगते हैं -- माटि, मृत्तिका

मिठाई (स्त्री.) विशिष्ट प्रकार की बनाई हुई खाने की मीठी चीजें -- मिठाइ, मिष्ठान्न, मिठा, द्रव्य

मितभाषी (वि.) कम तथा आवश्यकतानुसार बोलने वाला व्यक्ति -- मितभाषी, अल्पभाषी, अलप बा कम कहुथिबा लोक

मित्र (पुं.) दोस्त, सखा -- मित्र, सखा, बंधु

मिथ्या (वि.) असत्य, झूठा -- मिथ्या, मिछ, असत्य

मिथ्या (वि.) कृत्रिम, बनावटी -- कृत्रिम, नकलि

मिलनसार (वि.) जिसकी प्रवृत्ति सबसे मिल जुल कर रहने की हो -- सदृश्य, समानता, सामंजस्य, तुल्यता

मिलान (पुं.) तुलनात्मक दृष्टि अथवा ठीक होने की जाँच करने के लिए दो या अधिक चीजों या बातों का आपस में साथ रखकर मिलाया और देखा जाना -- मिलाइबा, परताल, तुलना, उपमा

मिलान (पुं.) गुण, दोष, विभिन्नता या समानता जानने के लिए दो चीजों या बातों के संबंध में किया जाने वाला विवेचन, तुलना -- तुलना, उपमेयता

मिलाना (स.क्रि.) मिश्रित करना, एक करना, मिलावट करना -- मिलाइबा, परताल, तुलना उपमा

मिलाना (स.क्रि.) जोड़ना, सटाना -- जोड़िबा, लगाइबा, मिलाइबा, देखा बा साक्षात-करिबा

मिलाना (स.क्रि.) एक व्यक्ति का दूसरे व्यक्ति से मेल मिलाप कराना, भेंट कराना -- साक्षात-करिबा

मिलाना (स.क्रि.) तुलना करना, जाँच करना -- सम्मुखिन-हेबा

मिलाना (स.क्रि.) किसी को अपने पक्ष में लाना -- तुलना बा परताल-करिबा, निज पक्षकु-आणिबा

मिलावट (स्त्री.) किसी बढ़िया वस्तु में घटिया वस्तु का मेल -- अपमिश्रण, भेजाल

मिश्रण (पुं.) दो या अधिक चीजों को एक में मिलाना, मिलावट करना या मिलाना, मिलावट -- मिश्रण, मिशाइबा, भेजाल

मिश्रण (पुं.) उक्त प्रकार से मिलाने से तैयार होने वाला पदार्थ या रूप -- मिश्रण, मिश्र

मीठा (वि.) जिसमें मिठास हो, मधुर रस वाला -- मिठा, मधुर

मीठा (वि.) धीमा, मंदा -- मांदा, धीर, मंथर, धीरे धीरे

मिनाकीरी (स्त्री.) सोने-चाँदी पर होने वाला मीने का रंगीन काम -- कारूकार्य, तारकसि-काम

मुँडेर (स्त्री.) छत के चारों ओर मेंड़-जैसी दीवार -- पाचेरी, पारापेट

मुकदमा (पुं.) वह विवादास्पद विषय, जो न्यायालय के सामने विचार और निर्णय के लिए प्रस्तुत किया जाए -- मोकदमा, मामला

मुकुट (पुं.) एक प्रसिद्ध शिरोभूषण, जिसे राजा लोग पहनते हैं और जो प्रायः देवी-देवताओं की मूतियों के सिर पर पहनाया जाता है -- मुकुट

मुक्त (वि.) जो किसी प्रकार के बंधन से छूट गया हो -- मुक्त, स्वाधीन

मुक्त (वि.) मोक्ष-प्राप्त, भव बंधन से मुक्त -- मोख्य, निर्बाण (मुक्ति)

मुक्त (वि.) छूटा हुआ, फेंका हुआ -- छाड़ि-दबा, मुक्त

मुक्ति (स्त्री.) किसी प्रकार के बंधन आदि से छुटकारा -- मुक्ति, स्वाधीन

मुक्ति (स्त्री.) धार्मिक क्षेत्र में वह स्थिति, जिसमें जीव जन्म-मरण के बंधन से छूट जाता है, मोक्ष -- मोख्य, निर्बाण (मुक्ति)

मुख (पुं.) मुँह -- मुख, मुंह, उपरभाग

मुख (पुं.) किसी वस्तु का अगला या ऊपरी खुला भाग -- उपरभाग (मुख)

मुखपृष्ठ (पुं.) किसी ग्रंथ या पुस्तक का सबसे ऊपर वाला वह पृष्ठ, जिसमें उस पुस्तक तथा उसके लेखक का नाम छपा होता है -- मलाट, मुख्य-पृष्ठा

मुख्य (वि.) प्रधान, खास -- मुख्य, प्रधान

मुख्य (वि.) महत्वपूर्ण या सारभूत -- श्रेष्ठ, प्रधान, महत्वपूर्ण, सार

मुख्यालय (पुं.) किसी संस्था का केंद्रीय तथा प्रधान कार्यालय -- मुख्य-कार्यालय

मुग्ध (वि.) मोहित, मूढ़ -- मुग्ध, मोहित, मंत्र-मुग्ध-करिबा

मुट्ठी (स्त्री.) हथेली की वह स्थिति, जिसमें उँगलियाँ अंदर की ओर मोड़कर बंद कर ली जाती हैं -- मुठि, मुठा, मुष्टि

मुट्ठी (स्त्री.) उतनी वस्तु जितनी मुट्ठी में आ सके -- मुठि, मुठा

मुट्ठी (स्त्री.) मुट्ठी की चौड़ाई का माप -- मुठा

मुद्रण (पुं.) छापने की क्रिया या भाव -- मुद्रण, प्रकाशन, छापिबा

मुद्रण (पुं.) मुद्रा से अंकित करना, मोहर लगाना -- मुद्रण, प्रकाशन, छापिबा

मुद्रणालय (पुं.) जहाँ छापने का काम होता है, छापाखाना -- मुद्रणालय, छपाखाना, प्रेस

मुद्रा (स्त्री.) आँख-मुँह, हाथ आदि की ऐसी क्रिया, जिससे मन की कोई विशिष्ट प्रवृत्ति या भाव प्रकट हो -- मुद्रा, भाब-भंगी

मुद्रा (स्त्री.) चिह्न, नाम आदि अंकित करने की मुहर , सील -- मुद्रा, मोहर

मुद्रा (स्त्री.) क्रय विक्रय का आधिकारिक माध्यम, सिक्का -- मुद्रा, मोहर, टंका

मुद्रा (स्त्री.) ऐसी अंगूठी जिस पर किसी का नाम या कोई वैयक्तिक चिह्न अंकित हो -- नामांकित मुद्रिका

मुनाफा (पुं.) क्रय-विक्रय में आर्थिक दृष्टि से होने वाला लाभ, नफा -- लाभ, मुनाफा, मूलधन उपरे अधिक आय

मुरझाना (अ.क्रि.) फूल-पत्तों आदि का सूखने लगना, कुम्हलाना -- झांउलि-जिबा

मुरझाना (अ.क्रि.) उदास या सुस्त होना, कांति, श्री आदि से रहित होना -- झांउलिबा, म्लान, उदास हेबा, मउलिबा

मुर्दनी (स्त्री.) चेहरे से प्रकट होने वाला मुर्दे जैसा भाव -- उदासीनता, मलिनता

मुश्किल (वि.) कठिन, दुष्कर, दुस्साध्य -- टाण, कठिन, मुश्किल, दुर्बोध्य, दुःसाध्य

मुश्किल (स्त्री.) कठिनाई, परेशानी -- संकट, बाधा, दुःसाध्य, प्रतिबंध, हइराण, असुविधा

मुस्कान (स्त्री.) मंद-मंद हँसी, स्मित -- मुचुकि हसिबा, स्मितहास्य, धीरे हसिबा

मुहावरा (पुं.) वह वाक्यांश, जो अपने अभिधार्य से भिन्न किसी और अर्थ में रूढ़ हो गया हो -- रुढ़ि-प्रयोग, ढग, पुरुणा कथा, प्रबाद बा-प्रचलित कथा, प्रबचन अभ्यास, प्रयोग

मुहूर्त (पुं.) काल का एक मान, जो दिन-रात के तीसवें भाग के बराबर होता है -- मुहूर्त्त, घड़ि

मुहूर्त (पुं.) ज्योतिष के अनुसार शुभा शुभ समय -- मुहूर्त्त, लग्न, शुभ घड़ि

मुहूर्त (पुं.) श्रीगणेश, आरंभ -- शुभारंभ, श्री गणेश

मूक (वि.पु.) गूँगा -- मूक, बोका, कथा न-कहिपारु थिबा, निरब

मूलभूत (वि.) आधार-रूप, बुनियादी -- मूल, बुनिआदि-आधार

मूल्यांकन (पुं.) मूल्य अथवा उपयोगिता निर्धारित या निश्चित करने की क्रिया या भाव -- मूल्यांकन, मूल्य निर्धारण

मृत्यु (स्त्री.) मरण, मौत -- मृत्यु मरण, परलोक, इहलिला-संबरण

मेहँदी (स्त्री.) एक प्रकार की झाड़ी, जिसकी पत्तियाँ हाथ-पैर रंगने सजाने के काम आती हैं -- मेहंदी, हलदी

मेखला (स्त्री.) करधनी, कमरबंद, पेटी -- मेखला, कमर वंध बा पेटि

मेधावी (वि.) असाधारण बुद्धि वाला, बुद्धिमान -- मेधाबी, पंडित, बुद्धिमान, प्रतिभाबान, असाधारण-ज्ञानी

मेरा (सर्व.वि.) मै का संबंध कारक -- मोर, मोहर

मेरु-दंड (पुं.) मनुष्यों और बहुत से जीवों में पीठ के बीचों-बीच गरदन से लेकर कमर तक जाने वाली एवं माला की तरह गुँथी हुई हड्डी -- मेरुदंड

मेहतर (पुं.) सफाई कर्मचारी -- जमादार, मेहेंतर

मैं (सर्व) सर्वनाम उत्तम-पुरुष में कर्ता का रूप, स्वयं, खुद -- मुँ

मैदान (पुं.) विस्तृत क्षेत्र या भूखंड, दूर तक फैली हुई सपाट जमीन -- गोचर, पड़िआ, मैदान, प्रांतर

मैदान (पुं.) पर्वतीय क्षेत्र से भिन्न समतल भू-भाग -- पड़िआ, (समतल-भूमि)

मैदान (पुं.) खेल आदि का स्थान -- पड़िआ (समतल-भूमि)

मैदान (पुं.) युद्ध-क्षेत्र, रण-भूमि -- जुद्धभूमि रणक्षेत्र, संग्राम-भूमि, रण भूमि

मैल (स्त्री.) शरीर, कपड़े आदि की गंदगी, गर्द, धूल आदि -- मइला, मनोमालिन्य

मैल (स्त्री.) किसी के प्रति मन में संचित दुर्भाव -- खराप-धारणा, कपटता

मैलखोरा (वि.) धूल, गर्द आदि पड़ने पर भी जो मैला न दिखाई दे, जो मैल को छिपा सके -- घृण्य, दुषित-व्यक्ति

मैला (वि.) जिस्म पर मैल जमी हो, गर्द, धूल आदि पड़ी हो, गंदा, अस्बच्छ -- मइला, आवर्जना

मैला (पुं.) विष्ठा -- बिष्ठा, मल, गुह

मोटा (वि.) जिसकी देह में मांस मेद अधिक हो, स्थूलकाय -- मोटा, स्थूल

मोटा (वि.) जो पतला या बारीक न हो (कपड़ा आदि) -- मौटा

मोदक (पुं.) आनंद देने वाला -- संतोषाकारी, आनंद-दायी, सुखदायी, परितृप्त-कारी

मोदक (पुं.) लड्डू -- लडू

मोल (पुं.) कीमत, मूल्य, दाम -- मूल्य, दाम

मोह (पुं.) स्नेह, लगाव -- मोह, आसक्ति, स्नेह

मोहक (वि.) मोह उत्पन्न करने वाला -- प्रलोभनकारी, लोभनीय

मोहक (वि.) मन को आकृष्ट करने वाला, लुभावना -- मनोहर, चित्ताकर्षक, मंत्रमुग्ध-करिबा, सम्मोहनकारी

मौत (स्त्री.) मरण, मृत्यु -- मरण, मृत्यु

मौन (पुं.) न बोलने की क्रिया या भाव, चुप्पी -- मौन, निरबता, चुप रहिबा

मौन (वि.) जो न बोले, चुप -- निरब, मौन

मौलिक (वि.) मूल-संबंधी, मूलगत -- मौलिक, प्राथमिक, मूल

मौलिक (वि.) जो किसी की छाया, अनुवाद, अनुकृति आदि न हो -- मौलिक, प्राथमिक, अबिश्लेषणीय, प्रारंभिक

मौसम विज्ञान (पुं.) मौसम की जानकारी से संबंध रखने वाला विज्ञान -- मौसम बिज्ञान, जलवायु-बिज्ञान

म्यान (पुं.) तलवार, कटार आदि रखने का कोष या गिलाफ -- कोष तरबारिर खोल

यंत्र (पुं.) औज़ार, उपकरण -- उपकरण, सरंजाम

यथार्थ (वि.) जैसा है वैसा, वास्तविक जो अपने अर्थ (आशय, उद्देश्य, भाव आदि) के ठीक अनुरूप हो, वास्तविक -- बास्तबिक, जथार्थ, ठिकरे, प्रकृतरे, निश्चय, प्रकृत पक्षरे

यथार्थ (पुं.) वास्तविकता -- NA

यद्यपि (अव्य.) यद्यपि, अगर ऐसा है -- जद्यपि, जदि, जदिओ, जदिच

यशस्वी (वि.) जिसका यश चारों ओर फैला हो -- लब्ध-प्रतिष्ठित, जशस्वी, प्रसिद्ध, बिक्षात, सुनामधन्य

यह (सर्व) एक सर्वनाम, जिसका प्रयोग वक्ता और श्रोता को छोड़कर निकट के और सब मनुष्यों तथा पदार्थों के लिए होता है -- एहि, इए

या (अव्य.) विकल्पसूचक शब्द, अथवा -- बा, अथबा, नचेत, नहिले

याचक (वि.पुं.) माँगने वाला, भिक्षुक -- भिकारि, भिख्युक, भिख्याकारी

यातना (स्त्री.) घोर कष्ट -- जातना, कष्ट, पीड़ा, दुख

यातायात (पुं.) एक स्थान से दूसरे स्थान पर आते-जाते रहने की क्रिया या भाव, आना-जाना -- जातायत, आबागमन,, जिबा-आसिबा

याद (स्त्री.) स्मरण रखने की क्रिया या भाव -- स्मरण-रखिबा, मने रखिबा

यान (पुं.) वह उपकरण या साधन, जिस पर सवार होकर यात्रा की जाती है अथवा माल ढोया जाता है -- जान-बाहन, गाड़ि

युक्त (वि) किसी के साथ जुड़ा, मिला या लगा हुआ -- जुक्त, संयुक्त

युक्त (वि) सम्मिलित -- सम्मिलित, मिलित, मिशि

युग (पुं.) काल, समय -- जुग, काल, समय

युग (पुं.) काल-गणन के विचार से कल्प के चार उप विभाग (सत, त्रेता, द्वापर और कलि में से प्रत्येक) -- जुग, काल, समय

युगल (वि.पुं.) युग्म, जोड़ा -- जुगल, जुग्म, जोड़ा

युगम (पुं.) दो चीज़ें, जो प्रायः या सदा साथ आती या रहती हों, जोड़ा -- जुग्म, जुगल, जोड़ा

युद्ध (पुं.) अस्त्र-शस्त्रों की सहायता से दो पक्षों में होने वाली लड़ाई, रण, संग्राम -- रण, जुद्ध, संग्राम समर, लढेइ

युवक (पुं.) जवान आदमी -- जुबक, तरुण

योगदान (पुं.) किसी को सहायता देने, हाथ बँटाने की क्रिया या भाव -- जोगदान, सहजोग

योगी (पुं.) वह, जो योग की साधना करता हो -- जोगी, साधक, तपस्वी

योग्य (वि.) योग्यता रखने वाला, काबिल, लायक, उपयुक्त, उचित -- जोग्य, उपजुक्त, समर्थ

योग्यता (स्त्री.) योग्य होने की अवस्था या भाव, काबिलियत, गुण -- गुण, प्रकृति

योजना (स्त्री.) किसी कार्य को निष्पादित करने का प्रस्तावित कार्यक्रम (प्लान) -- जोजना, व्यबस्था, परिकलपना

यौवन (पुं.) युवा या युवती होने की अवस्था या भाव -- जौबन, जुबा कैशोर

रंग (पुं.) वर्ण (कलर) -- रंग, बर्ण

रँगना (स.क्रि.) रंग में डुबा कर किसी चीज को रंगीन करना -- रंग-करिबा, रंगित-करिबा, रंग देबा

रंगमंच (पुं.) वह ऊँचा उठा हुआ स्थान जहाँ पर पात्र अभिनय करते हैं -- रंगमंच, मंच

रँभाना (अ.क्रि.) गाय का मुँह से आवाज करना -- हंबारड़िकरिबा, बोबालिबा

रक्तपात (पुं.) लहू का गिरना या बहना, खून-खराबा -- रक्तपात, हत्या

रक्षा (स्त्री.) ऐसा काम, जो आक्रमण, आपद, नाश से बचने या बचाने के लिए किया जाता है, बचाव -- रख्या (रक्षा) , त्राण-करिबा

रखना (स.क्रि.) किसी स्थान पर स्थित करना -- रखिबा, थोइबा

रगड़ (स्त्री.) रगड़ने की क्रिया या भाव -- रगड़, घर्षण

रगड़ (स्त्री.) वह चिह्न, जो किसी चीज से रगड़े जाने पर दिखाई देता है, खरोंच -- रगड़, राँछुड़ा-दाग

रचना (स्त्री.) रचने की क्रिया या भाव, बना कर तैयार की हुई चीज, कृति, साहित्यिक कृति -- रचना, सृष्टि

रजनी (स्त्री.) रात, रात्रि -- रजनी, राति, रात्रि, निशि, जामिनि

रटना (स.क्रि.) कंठस्थ करना -- कण्थस्थ-करिबा, मुखस्त-करिबा, मने रखिबा

रण (पुं.) लड़ाइ, युद्ध -- रण, जुद्ध, संग्राम, समर

रति (स्त्री.) काम क्रीड़ा -- रति, मैथुन, काम क्रीड़ा, प्रणाय

रति (स्त्री.) साहित्य में श्रृंगार रस का स्थायी भाव -- रस, श्रृंगार

रत्न (पुं.) बहुमूल्य पत्थर, जो आभूषण आदि में जड़े जाते हैं -- रत्न

रफ्तार (स्त्री.) चाल, गति -- गति, बेग

रमणी (स्त्री.) सुंदर नारी, युवती -- रमणी, नारी, तरुणी

रमणीक (वि.) सुंदर, मनोहर -- रमणीय, रम्य, मनोहर, सुंदर

रवि (पुं.) सूर्य -- रबि, सूर्ज्य

रश्मि (स्त्री.) किरण -- रश्मि, किरण

रस (पुं.) शोरबा -- रस

रस (पुं.) मन में उत्पन्न होने वाला वह भाव, जो काव्य आदि पढ़ने या नाटक आदि देखने से होता है, काव्यानंद -- रस

रसायन (पुं.) द्रव का अशोधित रूप, पौष्टिक औषधि -- रासायनिक

रसीला (वि.) रस से भरा हुआ, रसदार, स्वादिष्ट -- रसाल, स्वादिष्ट

रस्सा (पुं.) मोटी डोरी -- मोटा-डोर, मोटा-दउड़ी

रहट (पुं.) खेतों में सिंचाई के लिए कुएँ से पानी निकालने का चक्राकार यंत्र (पर्शिंयन व्हील) -- पुलि

रहस्य (पुं.) मर्म या भेद की बात, गुप्त बात -- रहस्य, गोपन, गुप्त, गुढ़

रहित (वि.) (से) बिना, (से) खाली, विहीन -- रहित, व्यतित, बिहीन, बिना, छडा

राक्षस (पुं.) निशाचर, दैत्य -- राक्षस, दैत्य

राग (पुं.) अनुराग, प्रेम -- राग, प्रेम, अनुराग, प्रीति, श्रद्धा

राग (पुं.) शास्त्रीय संगीत का विशिष्ट गान-प्रकार -- राग

राज (पुं.) राज्य, राजकीय शासन -- राज्य, राज्य-शासन

राज (पुं.) मकान बनाने वाला कारीगर (मेसन) -- राज-मिस्त्री

राजकुमार (पुं.) राजा का पुत्र -- राजपुत्र, राजकुमार

राजचिह्न (पुं.) राजकाज के संबंध में उपयोग किया जाने वाला कोई भी चिह्न या साधन जो शासक के प्राधिकार का द्योतक हो -- राजचिह्न, राज-लक्षण

राजदूत (पुं.) किसी राजा या राज्य का दूत -- राजदूत

राजद्रोही (पुं.) वह व्यक्ति जिसने सत्ता के विरुद्ध विद्रोह किया हो, बागी -- राजद्रोही, देशद्रोही

राजधानी (स्त्री.) किसी राज्य का वह नगर, जो उसका शासन केंद्र हो -- राजधानि

राजनीति (स्त्री.) वह नीति या पद्धति, जिसके द्वारा किसी राज्य का प्रशासन सुचारु रूप से चलाया जाता है (स्टेटमैन शिप) -- राजनीति, शासन-पद्धति

राजनीति (स्त्री.) गुटों, वर्गों आदि की पारस्परिक स्पर्धा वाली स्वार्थपूर्ण नीति (पॉलिटिक्स) -- राजनीति, शासन पद्धति

राजभाषा (स्त्री.) किसी देश की वह भाषा, जो राजकाज तथा न्यायालयों आदि में प्रयोग में आती हो -- राजभाषा, प्रधान-भाषा, मूख्य-भाषा

राजमार्ग (पुं.) मुख्य मार्ग, राजपथ -- राजमार्ग, राजपथ, राजरास्ता

राजस्व (पुं.) वह धन, जो राजा या राज्य को आधिकारिक रूप से मिलता हो -- राज्य शुल्क

राजा (पुं.) वह व्यक्ति , जो किसी राज्य या भूखंड का मालिक हो, नृपति, भूपति -- राजा, नरपति, नरेश, नृपति, भूपति

रात्रि (स्त्री.) रात, निशा -- रात्री, निशा, जामिनी, राति

राशि (स्त्री.) किसी पदार्थ का समूह -- राशि, समूह, समष्टि

राशि (स्त्री.) गणित में कोई ऐसी संख्या जिसके संबंध में जोड़, गुणा, भाग आदि क्रियाएँ की जाती हैं -- अंकर-राशि, संख्या

राशि (स्त्री.) ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत क्रांति वृत्त में पड़ने वाले 12 तारा समूहों में से कोई एक -- ज्योतिषर-राशि

राष्ट्र (पुं.) राज्य, देश किसी निश्चित और विशिष्ट क्षेत्र में रहने वाले लोग, जिनकी भाषा और रीति-रिवाज एक से होते हैं -- राष्ट्र, देश

राष्ट्रगान (पुं.) किसी राष्ट्र या देश का मान्यता प्राप्त विशिष्ट गान, जो राष्ट्रीय उत्सवों आदि पर गाया जाता हो -- राष्ट्रीय गीत, जातिय-संगीत

राष्ट्रध्वज (पुं.) किसी भी राष्ट्र या देश का मान्यता प्राप्त झंडा -- राष्ट्रीय पताका, राष्ट्रीय ध्वज, जातीय पताका

राष्ट्रभाषा (स्त्री.) राष्ट्र की ऐसी भाषा, जिसका प्रयोग उसके निवासी सार्वजनिक कामों के लिए करते हों -- राष्ट्र-भाषा

राष्ट्रमंडल (पुं.) ब्रिटेन तथा स्वतंत्र राष्ट्रों का मंडल, जो कभी ब्रिटेन के अधीन थे (कामनवेल्थ) -- राष्ट्र-मंडल, जेउँ-देशमाने ब्रिटेन अधिनरे थिले

राष्ट्रवादी (वि.) राष्ट्रवाद से संबंधित -- राष्ट्रबादी, जातियबादी, देश भक्त

राष्ट्रवादी (पुं.) राष्ट्र के प्रति निष्ठा रखने वाला -- NA

राष्ट्रीयकरण (पुं.) सरकारी अधिकार क्षेत्र में लेने की क्रिया या भाव -- राष्ट्रीयकरण

रास्ता (पुं.) मार्ग, पथ -- रास्ता, पथ, मार्ग

रिमझिम (स्त्री.) वर्षा की फुहार, छोटी छोटी बूँदों की वर्षा -- कुंडा-झडिबा

रिवाज (पुं.) प्रथा, चलन -- प्रथा, चलणी, रीति, नियम

रिश्वतखोरी (स्त्री.) घूस लेने की क्रिया -- उत्कोच, लान्च नेबा, घुष नेबा

रीझना (अ.क्रि.) मोहित होना, किसी पर प्रसन्न होना -- मोहित हेबा, प्रसन्न हेबा, संतोष, संतुष्ट हेबा, परितृप्त-करिबा

रीति (स्त्री.) प्रथा, रिवाज -- रीति, प्रथा, दस्तुर

रीति (स्त्री.) काम करने का विशिष्ट ढंग या तरीका, कायदा -- काइदा, पद्धति

रुकना (अ.क्रि.) ठहरना, थमना -- रोकिबा, बंद-करिबा

रुकावट (स्त्री.) विघ्न, बाधा, अटकाव -- बिघ्न, बाधा, अंतराय-सृष्टि-करिबा

रुचना (अ.क्रि.) रुचि के अनुकूल प्रतीत होना, अच्छा लगना, भाना -- रुचिबा, भल-लागिबा

रुचि (स्त्री.) अच्छा लगने की वृत्ति -- रुचि, इच्छा

रुचि (स्त्री.) दिलचस्पी -- आग्रह, रुचि

रुपया (पुं.) सौ पैसे के मूल्य का भारतीय सिक्का या नोट -- टंका

रुष्ट (वि.) रोष से भरा हुआ, क्रुद्ध -- रुष्ट, क्रुद्ध, असंतुष्ट, राग

रुष्ट (वि.) रूठा हुआ, अप्रसन्न -- असंतुष्ट

रूखा (वि.) जिसमें चिकनाहट का अभाव हो, शुष्क, नीरस -- रुक्ष, नुखुरा, शुष्क, निरस, अप्रसन्न, निरानंद, निष्प्रभ

रूठना (अ.क्रि.) रुष्ट या अप्रसन्न होना -- रागिबा, रुष्ठ हेबा, क्रुद्ध हेबा

रूढ़ि (स्त्री.) परंपरा से चली आई कोई ऐसी प्रथा, जिसे साधारणतया सभी लोग मानते हों -- परंपरा, प्रचलन, रीति

रूपक (पुं.) ऐसी साहित्यिक रचना, जिसका अभिनय हो सके, नाटक -- रूपक, नाटक, एकांकिका

रूपक (पुं.) साहित्य में एक प्रकार का अर्थालंकार (मेटाफर) -- रूपक, अर्थ अलंकार

रूपरेखा (स्त्री.) रेखाओं द्वारा ऐसा अंकन, जिससे किसी के रूप का स्थूल ज्ञान होता हो (स्केच) -- रूपरेखा, चिन्ह, आकार, बाह्यरेखा

रूपरेखा (स्त्री.) किसी कार्य या बात के संक्षिप्त रूप (आउट-लाइन), योजना आदि का खाका -- रुपरेख, संक्षिप्त-रूप आकार

रूपांतर (पुं.) रूप-परिवर्तन -- रूपांतर, परिवर्तन, अबस्था बदलिबा

रेंगना (अ.क्रि.) पेट के बल सरकना (क्रीप) -- गुरुंडिबा, हामुडेइ-चालिबा

रेखागणित (पुं.) ज्यामिति (जिओमिट्री) -- ज्यामिति, रेखागणित

रेखाचित्र (पुं.) केवल रेखाओं से बनाया गया कोई चित्र या आकृति (स्केच) -- रेखाचित्र

रेजगारी (स्त्री.) छोटे सिक्के, छुट्टा -- खुचुरा, भंगा-पइसा

रेत (स्त्री.) बालू -- बालि, बालुका

रेलगाड़ी (स्त्री.) भाप, डीजल, बिजली आदि से लोहे की पटरियों पर चलने वाली गाड़ी -- रेलगाड़ी, ट्रेन

रोक (स्त्री.) प्रतिबंध -- बाधा, प्रतिबंध, ब्याघात, बिघ्न

रोक (स्त्री.) रोकने (बाधा डालने या निषेध करने) की क्रिया या भाव -- बाधा, निषेध, प्रतिरोध

रोकथाम (स्‍त्री.) किसी प्रवृत्‍ति, रोग आदि के उन्मूलन तथा प्रसार आदि को रोकने के उपाय -- प्रतिरोध, बंद

रोग (पुं.) बीमारी -- रोग, व्याधि, बेमारि

रोचक (वि.) अच्छा लगने वाला, मनोरंजक -- रोचक, रूचिकर, मनोमुग्धकर, मनोरंजन-कारी

रोजगार (पुं.) धंधा, पेशा, आजीविका का साधन -- रोजगार, बृत्‍ति, जिबिका, उपार्जन

रोना (अ.क्रि.) आँसू बहाना, रुदन करना -- कांदिबा, रोदन-करिबा

रोम (पुं.) शरीर पर के बाल, रोआँ -- लोम, रूम

रोली (स्‍त्री.) हल्दी और चूने के योग से बना एक प्रकार का चूर्ण, जिससे तिलक लगाया जाता है -- तिलक

रोशनदान (पुं.) रोशनी, हवा आदि आने का छोटा रास्ता, गवाक्ष, वातायन -- झरका, गबाक्ष, बातायन

रोष (पुं.) क्रोध, गुस्सा, कोप -- रोष, क्रोध, कोप, राग

रौंदना (स.क्रि.) किसी चीज़ को पैरों तले पीसना, कुचलना -- दलिबा, मर्दन-करिबा बा-मलिबा, पेशिबा

रौनक (स्‍त्री.) चमक-दमक, शोभा -- शोभा, चकमक

रौनक (स्‍त्री.) चहल-पहल, जमघट -- धुमधाम, भिड़, आड़ंबर

लँगड़ाना (अ.क्रि.) लँगड़ा कर चलना -- छोटेइबा

लंगर (पुं.) लोहे का बहुत भारी काँटा, जिसे नदी, समुद्र आदि में गिरा कर जहाज आदि को रोक कर स्थिर किया जाता है -- नंगर, लंगर, जाहाज-रोकिबा, गरीब लोकंकु खाईबाकु देबा

लंगर (पुं.) वह स्थान, जहाँ पका हुआ भोजन पंगत में बैठे भक्‍तों और गरीबों को खिलाया जाता है तथा इस प्रकार बाँटा जाने वाला भोजन -- अन्‍न-छत्र, छतर-बांटिबा, दु:खी-दरिद्र-मानंकु-खाद्‍य दान-करिबा

लंपट (वि.) कामी, विषयी -- लंपट, कामुक, व्यभिचारी

लंबा (वि.) जो अधिक ऊँचा हो -- लंबा, डेंगा, उच्‍चा

लंबा (वि.) अधिक विस्तार वाला, दीर्घकायिक -- बिस्तृत, बिशाल, दीर्घ, व्याप्‍त

लकड़ी (स्‍त्री.) कटे पेड़ का कोई भी सूखा भाग, शाख, टहनी आदि -- काठ, काष्‍ठ

लकीर (स्‍त्री.) रेखा (लाइन) -- रेखा, सरल-रेखा

लक्षण (पुं.) किसी वस्तु या व्यक्‍ति में होने वाला कोई ऐसा गुण या विशेषता जो सहसा औरों में दिखाई न देती हो (फीचर, करेक्टरिस-टिक्स) -- लक्षण, बिशिष्‍ट-गुण

लक्षण (पुं.) शरीर में दिखाई पड़ने वाले वे चिहन आदि, जो किसी रोग के सूचक हों या सामुद्रिक के अनुसार शुभाशुभ के सूचक हों -- लक्षण, चिन्ह, सुचना, संकेत

लक्षणा (स्‍त्री.) वह शब्द शक्‍ति, जो सामान्य अर्थ से अन्य अर्थ प्रकट करती हो -- लक्षण, चिन्ह, अर्थ, माने

लक्ष्मण रेखा (स्‍त्री.) ऐसी सीमा, जिसका अतिक्रमण नहीं किया या सके -- लक्ष्मण-रेखा, बिपदरेखा

लक्ष्मी (स्‍त्री.) धन-संप्पत्‍ति की देवी, श्री, धन संप्पति -- लख्मी, धन-संपत्‍ति श्री, धन संपत्‍ति

लक्ष्य (पुं.) निशाना -- लख्य, उद्‍देश्य

लक्ष्य (पुं.) अभीष्‍ट वस्तु, उद्‍देश्य -- उद्‍देश्य, अभिष्‍ट, अभिलाष

लखपती (पुं.) लाखों रुपए का मालिक, बहुत अमीर व्यक्‍ति -- लक्षपति, धनी

लगन (स्‍त्री.) मन का किसी ओर लगना, धुन, लौ -- लग्‍न, लगन, ध्यान, तन्मयता

लगन (पुं.) विवाह या अन्य शुभ कार्य का मुहूर्त्‍त -- लग्‍न, शुभ क्षण, शुभ-समय


लगान (पुं.) सरकार को मिलने वाला भूमि कर, भूकर -- भूमिकर, खजणा, राजस्व

लगाना (अ.क्रि.) जोड़ना, संलग्‍न करना -- लगाइबा, जोड़िबा, संजोग-करिबा

लगाना (अ.क्रि.) रोपना -- लगाइबा, रोपण-करिबा

लगाम (स्‍त्री.) बाग, रास -- लगाम, घोड़ार-बाग

लगाव (पुं.) जुड़ने का भाव, स्‍नेह -- स्‍नेह, आसक्‍ति, अनुराग

लगाव (पुं.) दिलचस्पी -- आकर्षणीय, रुचिकर, मनलोभा, मनोमुग्धकर

लघुतम (वि.) सबसे छोटा -- लघुतम, क्षुद्रतम, सान

लचकना (अ.क्रि.) दबाव आदि पड़ने के कारण किसी लंबी चीज का मध्य भाग पर से कुछ झुकना या मुड़ना -- बांकिबा, नइंबा, नइं नइं-चालिबा

लज्‍जा (स्‍त्री.) लाज, शर्म, हया -- लज्‍जा, लाज, सरम, अपदस्त बा-अपमानित

लटकना (अ.क्रि.) ऊँची जगह से नीचे की ओर लंबित होना -- लटकिबा, नचकिबा

लटकना (अ.क्रि.) काम पूरा न होना, देर होना -- लटकिबा, असंपूर्ण हेबा, ड़ेरि हेबा

लट्टू (पुं.) लकड़ी का एक खिलौना, जिसके मध्य में कील जड़ी होती है और जो चलाए जाने पर उक्‍त कील पर घूमने या चक्‍कर लगाने लगता है (स्पिनिंग टॉप) -- लटु, नटु

लड़कपन (पुं.) बाल्यावस्था, बचपन -- पिलाबेल, बाल्याबस्था, शैशब

लड़कपन (पुं.) बचकाना आचरण -- शैशव, पिलालिआ

लड़का (पुं.) बालक, जो अभी युवक न हुआ हो -- बालक, पिला, छोट पिला

लड़का (पुं.) पुत्र -- पुत्र, पुअ

लड़खड़ाना (अ.क्रि.) चलते समय सीधे न रह सकने के कारण इधर-उधर झुकना, डगमगाना -- टल-मल-हेबा, थरि-थरि-चालिबा, दोलायित बा-कंपित भाबरे चालिबा

लड़ना (अ.क्रि.) लड़ाई करना, भिड़ना, झगड़ना -- लढ़ाई करिबा, कलिकजिआ-करिबा, कलि-करिबा, झगड़ा करिबा

लता (स्‍त्री.) जमीन पर या किसी आधार पर फैलने वाला पौधा, बेल -- लता, बल्लभि

लदना (अ.क्रि.) बोझ या भार से युक्‍त होना -- लदिबा, बोझ-लदिबा

लपकना (अ.क्रि.) सहसा तेजी से या फुर्ती से आगे बढ़ना -- द्रुत-चालिबा, शीघ्र-चालिबा, फुर्तिरे चालिबा

लपकना (अ.क्रि.) फेंकी गई किसी वस्तु को जमीन पर गिरने से पूर्व पकड़ लेना -- तोलि नेबा, धरि नेबा

लपट (स्‍त्री.) आग की लौ, ज्वाला -- ज्वाला, ज्वलन निआँर-तेज

लपेटना (स.क्रि.) सूत, कपड़े आदि को किसी चीज के चारों ओर फेरा देकर बाँधना -- बांधि-रखिबा

लय (पुं.) एक वस्तु का दूसरी वस्तु में विलीन होना, समा जाना -- बिलय, विलीन, निश्‍चिहन

लय (स्‍त्री.) स्वर के आरोह-अवरोह का ढंग -- लय, लीन, तन्मय, हजिजिबा, बिस्मृत हेबा

ललकार (स्‍त्री.) लड़ने के लिए प्रतिपक्षी को दी गई चुनौती -- आहवान-करिबा

ललकारना (स.क्रि.) विपक्षी को लड़ने की चुनौती देना -- आहवान-देबा

ललचाना (स.क्रि.) कोई चीज देखकर किसी के मन में लोभ का भाव जगना -- लोभ-करिबा, लालायित-हेबा, प्रलुब्ध-हेबा

ललाट (पुं.) माथा -- ललाट, कपाल, मथा, मुंड

ललाट (पुं.) भाग्य -- भाग्य, भवितव्यता, विधि

ललित (वि.) मनोहर, सुंदर -- सुललित, (ललित) मनोहर, सुंदर

लहर (स्‍त्री.) हिलोर, मौज, तरंग (वेव) -- लहड़ी, तरंग, ढ़ेउ

लहराना (अ.क्रि.) हवा के झोंकों से हिलना-डुलना -- आंदोलित-हेबा, दोलायित-हेबा

लहलहाना (अ.क्रि.) हरा भरा होना, पनपना -- सबुज-हेबा, सागुआ हेबा, पल्लबित-हेबा

लहू-लुहान (वि.) खून से तर-बतर -- लहु-लुहाण, रक्‍ताक्‍त, रक्‍त-रंजित

लाँघना (स.क्रि.) डग भर कर या छलाँग लगाकर पार करना, फाँदना -- फांदिबा, पर-करिबा

लांछन (पुं.) चरित्र पर धब्बा, कलंक -- लांछना, कलंक-दाग

लाख (पुं.) सौ हजार की अंकों में सूचक संख्या-1,00,000 -- लक्ष्य, एकशह-हजार

लाख (वि.) जो संख्या में सौ हजार हो -- NA

लागत (स्‍त्री.) किसी पदार्थ के निर्माण में होने वाला खर्च -- खर्च, अर्थ-बिनिजोग, पुंजि

लाचारी (स्‍त्री.) मजबूरी, असमर्थता, विवशता -- नाचार, असमर्थता, असहाय, बिबशता

लाड़-प्यार (पुं.) प्रेमपूर्ण व्यवहार, दुलार -- गेल, प्रेमपूर्ण-व्यबहार, सादर, प्रीति, मैत्रिपूर्ण-ब्यबहार

लाभ (पुं.) प्राप्‍ति, लब्धि -- लाभ, प्राप्‍ति, मुनाफा

लाभ (पुं.) फायदा, नफा -- लाभ, फाइदा

लाभदायक (वि.) जो लाभ कराता हो, लाभ देने वाला -- लाभदायक, लाभजनक

लाभांश (पुं.) लाभ का वह अंश, जो हिस्सेदारों को लगाई गई पूँजी के अनुपात में मिलता हो (डिविडेन्ड) -- लाभांश

लाल (पुं.) छोटा और प्रिय बालक, प्यारा बच्‍चा, पुत्र, बेटा -- दुलाल, पुत्र

लाल (पुं.) माणिक नामक रत्‍न -- माणिक

लाल (वि.) रक्‍तवर्ण का, सुर्ख -- लाल, रक्‍त-बर्ण, जबा

लालच (पुं.) कोई वस्तु पाने की बहुत बड़ी इच्छा, लोभ -- लालसा, लोभ

लालटेन (स्‍त्री.) हाथ में लटकाने योग्य चिमनीदार लैंप, कंडील -- लंठन, ल्यांप

लाश (स्‍त्री.) किसी प्राणी का मृत शरीर, शव -- लाश्, शब

लिपि (स्‍त्री.) वर्णमाला के अक्षर लिखने की एक प्रणाली, अक्षरों-वर्णों के चिहन -- लिपि, हात लेखा, पाण्डुलिपि

लीन (वि.) जो किसी में समा गया हो -- लीन, बिलिन, मिलित

लीन (वि.) जो किसी काम में इस प्रकार लगा हुआ हो कि उसे और बातों का ध्यान न रहे, तन्मय -- तन्मय, मग्‍न, लीन, बिभोर, बिलिन

लीपना (स.क्रि.) किसी वस्तु पर गाढ़े या पतले तरल पदार्थ का लेप करना -- लिपिबा, लेपिबा

लुटेरा (पुं.) लूटने वाला, डाकू -- लुट-करिबा-बाला, ड़ाकु, ड़कायत

लुभाना (अ.क्रि.) आकृष्‍ट, मोहित या राग-युग्त होना, लालच में पड़ना -- शुमहत्पा पुक्‍निङ् हेबा, मुग्ध हेबा

लू (स्‍त्री.) ग्रीष्म ऋतु में चलने वाली बहुत गर्म हवा -- लू, गरम-पबन, झांजि

लू (स्‍त्री.) ग्रीष्म ऋतु में गर्म हवा लग जाने से होने वाली एक बीमारी -- झाइंमरा

लूट (स्‍त्री.) जबरदस्ती छीनने की क्रिया -- लूट, लुटा-धन

लेकिन (अव्य.) परंतु, किंतु, मगर -- किंतु, परंतु, अथच

लेखक (पुं.) पत्र-पत्रिका आदि के लिए लेख लिखने वाला या साहित्यिक ग्रंथ लिखने वाला व्यक्‍ति -- लेखक

लेखा-जोखा (पुं.) हिसाब-किताब -- लेखा-जोखा, हिसाब-किताब

लेटना (अ.क्रि.) विश्राम करने के लिए लंबाई के बल पड़े रहना -- शोइबा, गड़ि-पड़िबा, लंभा-सोइ-विश्राम-करिबा, आराम-करिबा, शयन-करिबा

लेन-देन (पुं.) किसी को कुछ देने और उससे कुछ लेने का व्यवहार -- आदान-प्रदान, देबा-नेबा

लेन-देन (पुं.) उधार लेने-देने का व्यवहार -- देणलेण (देणनेण)

लेना (स.क्रि.) थामना, पकड़ना -- नेबा, धरिबा

लेना (स.क्रि.) खरीदकर या उधार के रूप में प्राप्‍त करना -- किणिबा

लेप (पुं.) गीली या घोली हुई चीज, जो किसी दूसरी चीज पर पोती जाए -- लेप, प्रलेप

लेप (पुं.) शरीर पर लगाया जाने वाला उबटन आदि -- प्रेलप, लेप

लोक कथा (स्‍त्री.) लोक विशेषत: ग्राम्य लोगों में प्रचलित कोई प्राचीन गाथा (फोक टेल) -- लोककथा, किंबदंती

लोककला (स्‍त्री.) अंचल विशेष में परंपरागत प्रचलित नृत्य, गीत आदि कलाएँ -- लोक-कला, लोक-संस्कृति

लोकगीत (पुं.) जनसाधारण में गीत -- लोकगीत

लोकप्रिय (वि.) ज़ो जनसाधारण को प्रिय हो -- लौकिक, जनप्रिय, लोक-प्रिय, सार्बजनीन

लोक संगीत (पुं.) परंपरा से चला आया वह संगीत, जो लोक में प्रचलित हो -- लोक-संगीत

लोकापवाद (पुं.) लोक निंदा, बदनामी -- लोकापबाद, लोकनिंदा

लोकोक्‍ति (स्‍त्री.) लोकोक्‍ति -- प्रबचन

लोभ (पुं.) दूसरे की वस्तु पाने की प्रबल कामना, लालच -- लाभ, लालसा

लोरी (स्‍त्री.) छोटे बच्‍चों के सुलाने के लिए गाए जाने वाले गीत -- नानाबाया-गीत

लोहा (पुं.) प्राय: काले रंग की एक प्रसिद्‍ध धातु -- लुहा

लौ (स्‍त्री.) आग की लपट, ज्वाला -- ज्वाला, तेज, शिखा

लौ (स्‍त्री.) लगन, धुन -- एकाग्रता, तन्मयता, ध्यान

लौकिक (वि.) सांसारिक -- लौकिक, सांसारिक

लौटना (अ.क्रि.) वापस आना या जाना -- लेउटिबा, फेरिबा

लौटना (अ.क्रि.) पीछे की ओर घूमना, मुड़ना -- पछकु-बुलिबा

वंश (पुं.) जीव या प्राणी की संतान, परंपरा, कुल -- बंश, कुल

वंशज (पुं.) वंश विशेष में उत्पन्‍न संतान -- बंशज, उत्‍तराधिकारी, संतान-संतति

वंशावली (स्‍त्री.) किसी वंश में उत्पन्‍न पुरुषों की पूर्वोत्‍तर क्रम सूची -- बंशाबली, पुरुष क्रमानुक्रम

वकालत (स्‍त्री.) वकील का काम या पेशा -- ओकिलाति

वकालत (स्‍त्री.) किसी के पक्ष का किया जाने वाला मंडन, पक्ष समर्थन -- पक्ष-समर्थन-करिबा

वचन-बद्‍ध (वि.) जिसने किसी को कोई काम करने या न करने का वचन दिया हो -- बचन-बद्‍ध

वध (पुं.) अस्‍त्र-शस्‍त्र से की जाने वाली हत्या -- बध, हत्या

वधू (स्‍त्री.) ऐसी कन्या, जिसका विवाह हो रहा हो, अथवा हाल में हुआ हो, दुलहन -- बधू, बोहू

वधू (स्‍त्री.) पत्‍नी -- स्‍त्री, बधु, पत्‍नी

वनवास (पुं.) वन का निवास, जंगल में रहना -- बनबास

वनस्पति (स्‍त्री.) जमीन से उगने वाले पेड़, पौधे, लताएँ आदि -- बनस्पति

वनिता (स्‍त्री.) औरत, स्‍त्री -- बनिता, स्‍त्री, महिला

वयस्क (वि.) पूर्ण शारीरिक विकास प्राप्‍त, प्रौढ़ -- बयस्क, प्रौढ़

वयस्क (वि.) विधिक दृष्‍टि से आयु विशेष का वह व्यक्‍ति, जिसे निर्वाचन में मत देने, अपनी संपत्‍ति की व्यवस्था करने, कानूनन विवाह करने आदि का अधिकार प्राप्‍त होता है, बालिग -- प्रौढ़, साबालक

वर (पुं.) कन्या के विवाह के लिए उपयुक्‍त पात्र -- बर-पात्र, बर

वर (पुं.) नव विवाहित स्‍त्री पति, दुल्हा -- बर, स्वामी

वर (पुं.) वरदान -- बरदान, कृपा, आशीर्बाद

वरदान (पुं.) देवता, महापुरुष आदि के द्‍वारा दिया हुआ वर -- बरदान, आशीर्बाद

वर्ग (पुं.) स्वजातीय या समान-धर्मियों का समूह, श्रेणी -- बर्ग, समूह, समाज

वर्ग (पुं.) कुछ विशिष्‍ट कार्यों के लिए बना लोगों का समूह, दल -- दल, संघ, समूह, बर्ग

वर्गीकरण (पुं.) गुण-धर्म, रंग-रूप, आकार-प्रकार आदि के आधार पर वस्तुओं आदि के भिन्‍न-भिन्‍न वर्ग बनाना -- बर्गीकरण, श्रेणी, बिभाग

वर्णन (पुं.) किसी विशिष्‍ट अनुभूति, घटना, दृश्य, वस्तु, व्यक्‍ति आदि के संबंध में विस्तारपूर्ण कथन -- बर्णन, बर्णना, बिबृत्‍ति

वर्णमाला (स्‍त्री.) किसी लिपि के वर्णों या अक्षरों की यथाक्रम सूची -- बर्णमाला

वर्तमान (वि.) जो इस समय अस्तित्व या सत्‍ता में हो अथवा लागू हो -- बर्त्‍तमान, एबेकार, आधुनिक

वर्तमान (वि.) उपस्थित, प्रस्तुत, विद्‍यमान -- हाजीर, बिद्‍यमान

वर्षगाँठ (स्‍त्री.) जन्म की तिथि के बाद प्रतिवर्ष पड़ने वाला दिवस, जन्मदिन, सालगिरह -- जन्मदिन, जन्म-दिबस

वसीयत (स्‍त्री.) वह लिखित आदेश, जिसमें मृत्यु के उपरांत उस व्यक्‍ति की संपत्‍ति के वारिस का वर्णन हो -- अधिकार-पत्र

वसीयत (स्‍त्री.) वसीयत-नामा, इच्छापत्र -- इच्छापत्र

वसुंधरा (स्‍त्री.) पृथ्वी -- बसुंधरा, धरा, भू, पृथिवी

वसूली (स्‍त्री.) वसूल करने की क्रिया या भाव, उगाही -- आदाय, प्राप्‍त-करिबा

वस्तु (स्‍त्री.) गोचर पदार्थ, चीज -- बस्तु, जिनिष

वस्‍त्र (पुं.) ऊन, रुई, रेशम आदि के कपड़े -- बस्‍त्र, लुगापटा

वह (सर्व.) बातचीत में दूर स्थित या परोक्ष व्यक्‍ति या पदार्थ को संकेत का शब्द -- से

वहाँ (अव्य.) उस स्थान में, -- सेठि, से-स्थानरे, से जागारे

वांछनीय (वि.) जिसकी वांछा या कामना की गई हो या की जाने वाली हो -- बांछनीय, बांछित

वांछित (वि.) चाहा हुआ, इच्छित -- बांछित, इछित, मनोनित

वाङ्‍मय (पुं.) लिपिबद्‍ध विचारों का समस्त संग्रह या समूह, साहित्य -- साहित्य

वाणिज्य (पुं.) बड़े पैमाने पर होने वाला व्यापार -- बाणिज्य, बेउसा, ब्यबसाय

वाणी (स्‍त्री.) मुँह से निकलने वाली सार्थक बात, वचन -- बाणी, कथा

वाणी (स्‍त्री.) जिहवा, जीभ -- जिभ, जिहवा, रसना

वाणी (स्‍त्री.) सरस्वती -- सरस्वती, (हिंदु धर्मर-ज्ञानर-अधिष्‍ठात्री-देबी)

वातानुकूलन (पुं.) तापमान नियंत्रक उपकरण -- बातानुकूलन, शीत-ताप-नियंत्रण

वातावरण (पुं.) वायु की वह राशि, जो पृथ्वी, ग्रह आदि पिंडों को चारों ओर से घेरे रहती है, वायुमंडल -- परिबेश, बाताबरण, बायुमंडल

वातावरण (पुं.) परिस्थिति, पर्यावरण -- परिस्थिति, परिबेश, बाताबरण

वात्सल्य (पुं.) माता-पिता का बच्‍चों के प्रति नैसर्गिक प्रेम -- बात्सल्य, संतान प्रेम, प्रीति

वाद-विवाद (पुं.) तर्क-वितर्क, खंडन-मंडन, वाद-विवाद -- बाद-बिबाद, तर्क-बितर्क

वादी (पुं.) वह, जो न्यायालय में किसी के विरुद्‍ध कोई अभियोग उपस्थित करे, फरियादी -- बादी, मुदाला

वायु (स्‍त्री.) हवा, पवन -- बायु, हाबा, पबन

वायुमार्ग (पुं.) हवाई मार्ग, विमान मार्ग -- आकाश-मार्ग, बिमानमार्ग

वायु सेना (स्‍त्री.) वायुमार्गों की रक्षा करने वाली सेना, हवाई सेना -- बायुसेना, बिमान-बाहिनी

वार्तालाप (पुं.) बातचीत, कथोपकथन, संवाद -- बार्तालाप

वार्षिक (वि.) प्रतिवर्ष होने वाला, एक वर्ष के बाद होने वाला -- वार्षिक, बर्षिकिआ, एकबर्षरै

वार्षिक (वि.) एक वर्ष तक चलता रहने वाला -- बर्षब्यापि

वाष्प (पुं.) भाप -- बाष्प, बांफ

वास्तविक (वि.) जो वास्तव में हो, यथार्थ, सत्य -- तशेङ्ना प्रकृतरे, जथार्थरे, सत्य बा सतरे

वाहन (पुं.) सवारी, यान -- बाहन, जान, जानबाहन

विकराल (वि.) भीषण आकृति वाला, डरावना -- बिकटाल, भयंकर, भीषण, भयानक

विकल (वि.) बेचैन, व्याकुल -- ब्याकुल, आतुर, बिकल, आकुल

विकास (पुं.) उन्‍नति, प्रसार, अभिवृद्‍धि -- बिकास, प्रसार, उन्‍नति, अग्रगति

विक्रम (पुं.) पौरुष, बल, वीरता, पराक्रम -- बिक्रम, पौरुष, बल, बीरता

विख्यात (वि.) प्रसिद्‍ध, मशहूर -- बिख्यात, प्रसिद्‍ध, ख्यात

विचार (पुं.) सोचने-समझने की क्रिया या भाव, मनन, चिंतन -- बिचार, चिंता, बिबेचना

विचार (पुं.) मत, राय, धारणा -- बिचार, मत, धारणा, अभिमत

विचार विमर्श (पुं.) विचारों का आदान-प्रदान, सलाह-मशवरा -- बिचार-बिमर्श, बिचार-आलोचना

विचित्र (वि.) साधारण से भिन्‍न, अद्‍भुत, अनोखा -- बिचित्र, अद्‍भुत, अजब

विजय (स्‍त्री.) शत्रु या प्रतिस्पर्धी को हराना, जीत -- बिजय, जय, जितिबा

विजय (स्‍त्री.) सफलता, कामयाबी -- सफलता, कृतकार्ज्य, बिजय

विजेता (पुं.) जीतने वाला, विजयी -- बिजेता, बिजयी

विज्ञान (पुं.) आविष्कृत सत्यों तथा प्राकृतिक नियमों पर आधारित क्रमबद्‍ध तथा व्यवस्थित ज्ञान -- बिज्ञान

विज्ञापन (पुं.) प्रचार तथा बिक्री आदि के उद्‍देश्य से वस्तु के गुण, कार्य-पद्‍धति बताते हुए पत्रिकाओं आदि में प्रकाशित कराई जाने वाली सूचना -- बिज्ञापन

विज्ञापन (पुं.) प्रचार आदि के उद्देश्य से बाँटी जाने वाली सामग्री, इश्तहार -- बिज्ञापन, इस्ताहार, बिज्ञप्‍ति

विडंबना (स्‍त्री.) क्रूर, परिहास -- ब्यतिक्रम, बिड़ंबना, परिहास

विडंबना (स्‍त्री.) असंगति -- असंगत, अजुक्‍तिकर

वितरण (पुं.) बाँटना, देना -- बितरण, बण्टन

विदूषक (पुं.) अपने विचित्र वेश, चेष्‍टा, बातचीत आदि से दूसरों की नकल उतार कर लोगों को हँसाने वाला, मसखरा, नाटकों में इस प्रकार का पात्र -- बिदूषक

विदेश (पुं.) दूसरा देश, परदेश -- बिदेश, परदेश

विद्‍या (स्‍त्री.) अध्ययन, शिक्षा आदि से अर्जित किया जाने वाला ज्ञान -- बिद्‍या, ज्ञान

विद्‍या (स्‍त्री.) किसी तथ्य या विषय का विशिष्‍ट और व्यवस्थित ज्ञान -- बिद्‍या, तथ्य

विद्‍यालय (पुं.) शिक्षण संस्थान, स्कूल, पाठशाला -- बिद्‍यालय, पाठशाला

विद्‍युत (स्‍त्री.) बिजली -- बिद्‍युत, बिजुलि

विद्रोह (पुं.) राज्य या शासन के विरुद्‍ध किया जाने वाला आचरण और व्यवहार, उपद्रव -- बिद्रोह, उपद्रब, बिप्लब

विधर्मी (पुं.) अपने धर्म के विपरीत आचरण करने वाला, धर्म-भ्रष्‍ट -- बिधर्मी, अधर्मी, धर्मभ्रष्‍ट, धर्मच्युत

विधर्मी (पुं.) दूसरे धर्म का अनुयायी -- बिधर्मी, अलगा-धर्मर-ब्यक्‍ति बिशेष

विनती (स्‍त्री.) विनीत भाव से की जाने वाली प्रार्थना, अनुनय-विनय -- बिनति, अनुरोध, प्रार्थना

विनय (स्‍त्री.) विनम्रता और सौजन्य -- बिनय, बिनम्रता, सौजन्य

विनय (स्‍त्री.) नम्रतापूर्वक की जाने वाली प्रार्थना या विनती -- मिनति, बिनति, अनुरोध

विनीत (वि.) जिसमें विनय हो, विनयी, नम्र, -- बिनीत, बिनम्र, नम्र, भद्र

विनोद (पुं.) मन-बहलाव, मनोरंजन -- बिनोद, मनोरंजन

विनोद (पुं.) हँसी-ठट्‍ठा -- हास-परिहास, थटा-परिहास

विपक्ष (पुं.) विरोधी पक्ष या दल -- बिपक्ष, बिरोधी

विपुल (वि.) संख्या या परिमाण में बहुत अधिक -- ब्याप्‍त, बिपुल, अनेक, अधिक

विमल (वि.) मल-रहित, निर्मल, साफ -- बिमल, निर्मल, स्वच्छ

विमोचन (पुं.) बंधन आदि खोलकर मुक्‍त करना, छुड़ाना या छोड़ना -- बिमोचन, मुक्‍ति, मोचन

विमोचन (पुं.) प्रकाशनोद्‍घाटन, लोकार्पण -- उन्मोचन, अनाबरण

वियोग (पुं.) प्रेमियों का एक-दूसरे से बिछुड़ना -- बिजोग, बियोग, बिच्छेद, अलगा-करिबा

वियोग (पुं.) उक्‍त अवस्था का कष्‍ट -- बिच्छेद, बिरह

विराट (वि.) बहुत बड़ा या व्यापक -- बिराट, बिशाल, ब्यापक

विराम (पुं.) क्रिया, गति, चाल आदि में होने वाला अटकाव, ठहराव -- बिराम, बिरति, बंद

विराम (पुं.) वाक्य की समाप्‍ति पर लगाया जाने वाला रुकने का चिहन, पूर्णविराम -- बिराम-चिन्ह, पुर्णच्छेद

विराम (पुं.) विश्राम, आराम -- बिश्राम, आराम

विरोध (पुं.) कार्य या प्रयत्‍न को रोकने की कोशिश -- ब्यतिक्रम, बिरोधता, बिपरित

विलंब (पुं.) औचित्य से अधिक समय, देरी -- बिलंब, डेरि

विलय (पुं.) एक पदार्थ का अथवा राज्य का किसी दूसरे पदार्थ या राज्य में घुलना-मिलना, विलीन होना -- बिलय, मिशिजिबा

विलय (पुं.) सृष्‍टि का नष्‍ट होकर मूल तत्वों में मिल जाना, प्रलय अथवा ध्वंस, नाश -- बिनाश, प्रलय, ब्धंस, नाश, नष्‍ट

विलास (पुं.) सुख-सुविधाओं का यथोचित मात्रा से अधिक उपभोग -- बिलास, भोग-बिलास, बिलास-ब्यसन

विलास (पुं.) विषय भोग -- बिलास, भोग-बिलास, सुखभोग, बिषयानंद

विलीन (वि.) जो अपनी स्वतंत्र सत्‍ता खोकर दूसरे में मिल गया हो -- बिलीन, लीन, अंतर्हित

विलीन (वि.) गायब, लुप्‍त, अदृश्य -- अदृश्य, लुप्‍त

विलोम (वि.) विपरीत क्रम से होने वाला -- प्रतिकूल, बिपरीत

विलोम (वि.) विपरीत अर्थ वाला -- बिपरीत, ओलटा, ब्यतिक्रम

विवश (वि.) मजबूर, बाध्य, लाचार -- बिबश, बाध्य, निरुपाय, नाचार

विवाद (पुं.) कहा-सुनी, तकरार -- बिबाद, झगड़ा, मतभेद, कलि

विवाद (पुं.) पारस्परिक मतभेद -- मनोमालिन्य, मतभेद

विवाह (पुं.) शादी, पाणिग्रहण -- बिबाह, परिणय

विवाह (पुं.) उक्‍त के अवसर पर होने वाला उत्सव या धार्मिक कृत्य -- बिबाह-कार्ज्य, धार्मिक-कार्ज्य

विवेक (पुं.) सत् और असत् के विवेचन निर्णय करने वाली बुद्‍धि, सुबुद्‍धि -- बिबेक, सुबुद्‍धि

विशाल (वि.) बड़ा, बृहद् -- बिपुल, बिशाल, बड़, बृहत, बिराट

विशाल (वि.) भव्य, शानदार -- भब्य, प्रकाण्ड, बिराट

विशिष्‍ट (वि.) (वस्तु) जिसमें औरों की अपेक्षा कोई बड़ी विशेषता हो -- विशिष्‍ट, प्रमुख, सुस्पष्‍ट

विशिष्‍ट (वि.) (व्यक्‍ति) जिसे अन्यों की अपेक्षा अधिक आदर, मान आदि प्राप्‍त हो -- बिशिष्‍ट, प्रमुख

विशेष (वि.) जिसमें औरों की अपेक्षा कोई नई बात अथवा कुछ अलग हो, विशेषतायुक्‍त -- विशेष, बिशिष्‍ट, प्रधान, प्रमुख

विशेष (वि.) विचित्र, विलक्षण -- बिचित्र, असाधारण, बिलक्षण

विश्राम (पुं.) आराम, चैन, सुख -- बिश्राम, आराम

विष (पुं.) जहर -- बिष, हलाहल

विषम (वि.) जो सम अर्थात् समान या बराबर न हों, असमान -- बिषम, असमान

विषम (वि.) जो (संख्या) दो से भाग देने पर पूरी न बँटे -- बिषम-संख्या, अजोडा-संख्या

विषम (वि.) (कार्य, स्थिति या विषय) जो कठिन या विकट हो -- विषम, कठिन, टाण, कष्‍ट

विषय-सूची (स्‍त्री.) विषयों की अनुक्रमणिका या सूची -- बिषयसूची, कार्ज्य-सूचि

विसंगति (स्‍त्री.) संगति का न होना, असंगति -- असंगति, बिरोध

विस्फोट (पुं.) एकत्र गैस, बारूद आदि का अग्‍नि या ताप के कारण जोर का शब्द करके बाहर निकल पड़ना -- बिस्फोट, बिस्फोरण

वे (सर्व.) वह’ का बहुवचन रूप -- सेमाने

वेग (पुं.) गति या चाल की तीव्रता या तेजी, शीघ्रता -- गति, शीघ्रता, बेग, द्रुतता, क्षिप्रता

वेतन (पुं.) तनख्वाह, पगार -- बेतन, दरमा

वेदवाक्य (पुं.) ऐसा वाक्य या कथन, जिसकी सत्यता असंदिग्ध हो -- बेदबाक्य, सतकथा

वेदी (स्‍त्री.) मांगलिक या शुभ कार्य के लिए तैयार किया हुआ चौकोर स्थान, वेदिका -- बेदी

वेशभूषा (स्‍त्री.) पहनने के कपड़े, पोशाक, पहनावा -- पोषाक, बेश-भूषा

वैज्ञानिक (पुं.) विज्ञान का ज्ञाता, विज्ञानवेत्‍ता -- बैज्ञानिक, बिज्ञानी

वैज्ञानिक (वि.) विज्ञान-संबंधी -- बैज्ञानिक, बिज्ञानी

वैर (पुं.) घोर शत्रुता -- बैरता, शत्रुता, बिरोध

वैश्य (पुं.) हिंदुओं में तीसरे वर्ण का व्यक्‍ति, जिसका मुख्य कर्म व्यापार कहा गया है -- बैश्य, ब्यबसायी, बेपारि, बाणिज्य-ब्यबसाय-करुथिबा-श्रेणीर लोक

व्यंग्य (पुं.) शब्द की व्यंजना शक्‍ति द्‍वारा निकलने वाला अर्थ, कटाक्ष, ताना -- ब्यंग, बिद्रुप, हास-परिहास-जुक्‍त

व्यंग्य (पुं.) विडंबना -- बिड़ंबना, ब्यंग

व्यंग्य-चित्र (पुं.) किसी घटना, बात, व्यक्‍ति आदि की हँसी उड़ाने के उद्‍देश्य से बनाया गया उपहासात्मक तथा सांकेतिक चित्र -- ब्यंग्य-चित्र

व्यंजना (स्‍त्री.) व्यंग्यार्थ-बोधक, शब्द की तीन प्रकार की शक्‍तियों में से एक -- ब्यंजना

व्यंजना (स्‍त्री.) व्यंग्यार्थ -- व्यंगार्थ, गुढ़अर्थ

व्यक्‍त (वि.) प्रकट, प्रत्यक्ष -- ब्यक्‍त, खोला, प्रकट

व्यक्‍ति (पुं.) मनुष्य, आदमी -- ब्यक्‍ति, लोक, मनुष्य

व्यक्‍तिगत (वि.) व्यक्‍ति विशेष से संबंधित -- ब्यक्‍तिगत, निजस्व

व्यथा (स्‍त्री.) उग्र शारीरिक या मानसिक पीड़ा -- ब्यथा, पीड़ा, जंत्रणा, कष्‍ट

व्यय (पुं.) खर्च -- ब्यय, खर्च

व्यय (पुं.) उपभोग आदि में आने के कारण किसी चीज का होने वाला क्षय, नाश या लोप -- क्षय, खर्च

व्यवसाय (पुं.) जीविका-निर्वाह का साधन, पेशा, व्यापार -- बृत्‍ति, ब्यबसाय, जीबिका

व्यवस्था (स्‍त्री.) प्रबंध, इंतजाम -- ब्यबस्था, प्रबंध, बंदोबस्त

व्यवस्था (स्‍त्री.) ठीक अवस्था, अच्छी हालत -- भल-परिस्थिति-बा अबस्था

व्यष्‍टि (स्‍त्री.) समष्‍टि का एक स्वतंत्र अंग, व्यक्‍ति -- ब्यष्‍टि, व्यक्‍ति

व्यस्त (वि.) कार्य आदि में लगा हुआ अथवा उलझा हुआ -- ब्यस्त, निमग्‍न, मज्‍जित

व्याकुल (वि.) बेचैन, व्यग्र, विकल -- ब्याकुल, आकुल, ब्यग्र

व्याकुल (वि.) उत्कंठित, उत्सुक -- उत्कंठित, उत्सुक, ब्यग्र

व्याख्या (स्‍त्री.) सविस्तार वर्णन, विवेचन -- ब्याख्या, टीका-बिबरण,बिबरणी,बिबृत्‍ति

व्याख्या (स्‍त्री.) अर्थ का स्पष्‍टीकरण, टीका -- ब्याख्या, टीका

व्याघ्र (पुं.) बाघ, शेर -- ब्याघ्र, बाघ

व्याधि (स्‍त्री.) शारीरिक कष्‍ट, बीमारी -- ब्याधि, बेमारि, रोग

व्यापक (वि.) चारों ओर फैला हुआ, विस्तृत -- ब्यापक, बहुल, बिस्तृत, अत्यधिक

व्यापक (वि.) वृहद् -- बृहद्-प्रकांड, बिशाल, बड़, बिराट

व्यापार (पुं.) रोजगार, तिजारत -- बेपार, ब्यापार, कारबार, जीबिका, बाणिज्य-ब्यबसाय

व्यायाम (पुं.) कसरत -- ब्यायाम, कसरत

व्युत्पत्ति (स्‍त्री.) मूल, उद्‍गम या उत्पत्‍ति का स्थान -- ब्युत्पति, उत्पति, उत्स

व्योम (पुं.) आकाश, अंतरिक्ष, आसमान -- ब्योम, आकाश, महाकाश, महाशुन्य

शंका (स्‍त्री.) संशय, संदेह, शक -- शंका, संदेह, संशय

शंका (स्‍त्री.) भय, अंदेशा, खटका -- भय, डर, शंका, आतंक, त्रास

शंख (पुं.) समुद्र में पैदा होने वाले एक जंतु का कड़ा और सफेद खोल -- शंख

शंख (पुं.) दस खरब अथवा एक लाख करोड़ की संख्या -- शंख

शकुन (पुं.) विशिष्‍ट पशु, पक्षी, व्यक्‍ति, वस्तु, व्यापार आदि के देखने-सुनने, होने आदि से मिलने वाली शुभ-अशुभ की पूर्व-सूचना -- शुभाशुभ-लक्षण

शक्‍कर (स्‍त्री.) चीनी -- चिनि, शर्करा

शक्‍कर (स्‍त्री.) कच्‍ची चीनी, खाँड -- गुड़

शक्‍ति (स्‍त्री.) पराक्रम, बल, सामर्थ्य -- शक्‍ति, पराक्रम, सामर्थ्य

शक्‍ति (स्‍त्री.) दुर्गा -- शक्‍ति, देबी, दुर्गा

शक्‍तिशाली (वि.) बलवान, शक्‍ति संपन्‍न -- शक्‍तिशाली, बलबान, बलशाली

शताब्दी (स्‍त्री.) सौ वर्षों की अवधि, शती, सदी -- शताब्दी, शत संख्या

शत्रु (पुं.) वैरी, दुश्मन -- शत्रु, बिरोधी, बैरी

शपथ (स्‍त्री.) सौगंध, कसम -- शपथ, प्रतिज्ञा

शब्दकोश (पुं.) वह ग्रंथ, जिसमें शब्दों के सम्यक् वर्ण-विन्यास, अर्थ-प्रयोग, पर्याय आदि हों -- शब्दकोश, अभिधान

शमन (पुं.) बढ़े हुए उपद्रव, कष्‍ट, दोष को दबाने की क्रिया, दमन -- दमन, निर्मुल, शेष, लोप, बिलोप

शमन (पुं.) शांति -- शांति, उपसम, आरोग्य

शरण (स्‍त्री.) पनाह, आश्रय, -- शरण, आश्रय

शरणार्थी (पुं.) शरण चाहने वाला, असहाय -- शरणार्थी, आश्रय-प्रार्थी

शरणार्थी (पुं.) किसी अन्य देश से भागकर शरण लेने के लिए आया हुआ, विस्थापित -- शरणागत, शरणार्थी

शरमाना (अ.क्रि.) झेंपना -- लाजेइबा, लज्या-करिबा, संकोच-करिबा

शरमाना (अ.क्रि.) लज्‍जित होना -- लज्‍जित-हेबा, संकोच-करिबा

शराब (स्‍त्री.) मद्‍य, मदिरा -- मद्‍य, मदिरा, मद

शरीर (पुं.) देह, तन -- शरीर, देह, तनु

शल्य-क्रिया (स्‍त्री.) शारीरिक विकार को दूर करने के लिए की जाने वाली चीर-फाड़ -- शल्यक्रिया, अस्‍त्रो-पचार

शव-परीक्षा (स्‍त्री.) मृत व्यक्‍ति के शव की मृत्यु के कारणों की जाँच के लिए की जाने वाली परीक्षा या जाँच (पोस्टमार्टम) -- शब-परीक्षा बा-ब्यबच्छेद

शस्‍त्र (पुं.) हाथ में रखकर प्रयोग किया जाने वाला हथियार -- मारणास्‍त्र, अस्‍त्र-शस्‍त्र, शस्‍त्र, आयुध

शहद (पुं.) मधु -- महु, मधु

शहीद (वि.) अपने धर्म, कर्तव्य-परायणता अथवा देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राण देने वाला (मार्टेअर) -- शहीद, आत्म-बलीदान

शांत (वि.) आवेग, चंचलता, वासना अथवा विकास से रहित -- शांत, धीर-स्थिर

शांत (वि.) नि:शब्द, नीरव, चुप, मौन -- निरब, मौन, चुप्

शांति (स्‍त्री.) नीरवता, सन्‍नाटा, स्तब्धता -- निस्तब्धता, शांति

शांति (स्‍त्री.) उत्पात, उपद्रव, कलह आदि से रहित अवस्था, अमन -- निस्तब्धता, शांति

शांति (स्‍त्री.) आराम, चैन -- आराम, शांन्ति

शाकाहारी (पुं/वि.) मांस न खाने वाला, निरामिष भोजी -- निरामिषाशी, शाकाहारी

शानदार (वि.) भड़कीला, तड़क-भड़क वाला -- जाक-जमक, चमक-जुक्‍त

शानदार (वि.) ऐश्‍वर्यपूर्ण, उच्‍च कोटि का -- ऐश्‍वर्ज्य-शाली, अति-उत्‍तम, सर्बोत्‍तम

शाप (पुं.) अनिष्‍ट कामना के उद्‍देश्य से कहा गया कथन, बद्‍दुआ -- अभिशाप, शाप

शायद (अव्य.) कदाचित, संभवत: -- केबे केबे, संभवत: कदाचित

शायिका (स्‍त्री.) शयनिका (स्लीपर) -- शज्या, शयन-शज्या

शालीन (वि.) लज्‍जाशील, शिष्‍ट -- मर्यादगल, सौजन्युमु-शुशील, शिष्‍ट

शाश्‍वत (वि.) सतत्, स्थायी, नित्य, सनातन -- शश्‍वत, नित्या, स्थायी, चिरंतन

शासक (पुं.) शासन करने वाला व्यक्‍ति, शासन-कर्ता -- शासक, शाशन-कर्त्‍ता

शासन (पुं.) सरकार, हुकूमत -- शासन, प्रशासन, सरकार

शासन (पुं.) सरकार या किसी अन्य द्‍वारा नियंत्रण, संचालन, व्यवस्था आदि -- शासन, शासन-कार्य

शास्‍त्र (पुं.) धर्म ग्रंथ -- शास्‍त्र, धर्मशास्‍त्र, धर्मग्रंथ

शास्‍त्र (पुं.) किसी कला, विद्‍या या विशिष्‍ट विषय का सांगोपांग ग्रंथ, विज्ञान -- बिद्‍या, तत्व, बिज्ञान

शिकायत (स्‍त्री.) किसी के दोष या अनुचित काम का किसी के समक्ष किया गया कथन -- अभिजोग, दोषारोप

शिकायत (स्‍त्री.) किसी के अनुचित काम के प्रति होने वाला असंतोष -- असंतोष, आपत्‍ति

शिकायत (स्‍त्री.) हल्का शारीरिक कष्‍ट या रोग -- लघुपीडा, कष्‍ट, रोग

शिकार (पुं.) आखेट, मृगया -- मृगया, शिकार

शिकार (पुं.) आखेट में मारा या पकड़ा गया पशु-पक्षी -- मृगया, शिकार

शिक्षा (स्‍त्री.) किसी प्रकार के ज्ञान के सीखने-सिखाने का क्रम, पढ़ाई या उक्‍त प्रकार से प्राप्‍त ज्ञान या विद्‍या -- शिख्या (शिक्षा)

शिक्षा (स्‍त्री.) उपदेश, सबक, नसीहत -- ज्ञान, उपदेश

शिखर (पुं.) किसी चीज का सबसे ऊपरी भाग, सिरा, चोटी, कलश, कंगूरा (मंदिर, मकान के संदर्भ में) -- शिखर, शीर्ष, चूड़ा, अग्रभाग

शिखर (पुं.) पर्वत की चोटी -- श्रृंग, शिखर, चूल

शिथिल (वि.) जो कसकर बँधा न हो, ढीला -- शिथिल, ढ़िला

शिथिल (वि.) आलसी, सुस्त -- अलसुआमी, आलस्य

शिथिल (वि.) जिसे कुछ छूट दी गई हो, जिसका पालन दृढ़तापूर्वक न हो -- शिथिल, मंथर, ढ़िला

शिरकत (स्‍त्री.) शरीक होने की अवस्था, क्रिया या भाव, शामिल होना -- जोगदान, अंशदान

शिरकत (स्‍त्री.) साझेदारी -- अंशीदारि, भागीदारि

शिरोमणि (पुं.) सिर या मस्तक पर धारण करने का रत्‍न, चूड़ामणि -- शिरोमणि, मथामणि, मुंड़र-भूषण

शिरोमणि (पुं.) श्रेष्‍ठ पुरुष -- नायक, श्रेष्‍ठ-पुरुष, प्रधान

शिरोमणि (वि.) सर्वश्रेष्‍ठ -- मुख्य, श्रेष्‍ठ, प्रधान

शिलान्यास (पुं.) नए भवन की नींव के रूप में पत्थर रखना -- शिलान्यास, शिला-रोपण बा स्थापना, भित्‍ति प्रतिष्‍ठा

शिलान्यास (पुं.) नींव रखने का कृत्य या समारोह -- शिलान्यास-उत्सब, भित्‍ति-प्रतिष्‍ठा-उत्सब

शिलालेख (पुं.) पत्थर पर खुदा हुआ लेख -- शिला-लेख, शिलालिपि

शिलालेख (पुं.) लेख आदि से गुदा हुआ पत्थर -- शिलालेख, शिलालिपि

शिल्प (पुं.) हस्तकला, दस्तकारी -- शिलप, हस्तकला, हस्त शिल्प

शिल्प (पुं.) रचना विधान, निर्माण -- निर्माण-कौशल

शिल्प (पुं.) स्थापत्य, वास्तुकला -- कारिगरि

शिल्पकार (पुं.) शिल्पी, कारीगर -- शिल्पकार

शिल्पी (पुं.) शिल्प संबंधी काम करने वाला, शिल्पकार -- शिल्पी

शिविर (पुं.) पड़ाव, छावनी -- शिबिर

शिविर (पुं.) खेमा, तंबू -- NA

शिशु (पुं.) बहुत ही छोटा बच्‍चा -- शिशु, छुआ

शिष्‍ट (वि.) सभ्य, सज्‍जन -- भद्रामि, शिष्‍टता, सौजन्य

शिष्‍टता (स्‍त्री.) शिष्‍ट होने की अवस्था, गुण या भाव, सौजन्य -- भद्रामि, शिष्‍टता, सौजन्य

शिष्‍टाचार (पुं.) शिष्‍टतापूर्ण आचरण और व्यवहार -- शिष्‍टाचार, भद्र बा-उत्‍तम-ब्यवहार

शिष्‍टाचार (पुं.) औपचारिक आचरण -- सदाचार, शिष्‍टाचार

शिष्य (पुं.) छात्र, विद्‍यार्थी -- शिष्य, बिद्‍यार्थी, छात्र

शिष्य (पुं.) अनुयायी, चेला -- अनुगत, अनुगामी

शीघ्र (कि. वि) जल्द, अविलंब, तुरंत, फौरन -- शीघ्र, तुरंत, सत्वर, जयाशीघ्र

शीघ्रता (स्‍त्री.) जल्दी -- शीघ्रता, क्षिप्रता, द्रुत

शीघ्रता (स्‍त्री.) तेजी, फुर्ती -- क्षिप्र, द्रुत

शीतल (वि.) ठंडा, सर्द -- शीतल, थंडा

शीतल (वि.) आवेशरहित, शांत, सौम्य -- शांत, धीर, सौम्य

शीर्ष (पुं.) किसी चीज का सबसे ऊपरी तथा उन्‍नत सिरा -- शीर्ष, सर्बोच्‍च

शीर्ष (पुं.) सिर -- मुंड, शिर

शीर्ष (पुं.) ज्यामिति में वह बिंदु, जिस पर दो ओर से दो तिरछी रेखाएँ आकर मिलती हों -- शीर्ष-बिंदु

शीर्षक (पुं.) किसी लेख अथवा ग्रंथ आदि के ऊपर दिया जाने वाला नाम, जिससे उनके विषय का कुछ परिचय मिलता है (टाइटल) -- शीर्षक, श्रेष्‍ठ

शीशा (पुं.) दर्पण, आईना -- दर्पण, आरसी, आइन

शुद्‍ध (वि.) पवित्र, निर्मल -- शुद्‍ध, पबित्र, निर्मल

शुद्‍ध (वि.) मिलावट रहित, असली -- शुद्‍ध, असलि, खाण्टि

शुद्‍ध (वि.) अशुद्‍धि, गलती या भूल से रहित, ठीक, सही -- ठिक, शुद्‍ध

शुभ-चिंतक (वि.) किसी की भलाई की सोचने वाला, शुभेच्छु -- शुभचिंतक, शुभाकांक्षी, शुभेच्छु

शुभागमन (पुं.) मंगलप्रद या सुखद आगमन -- शुभागमन

शुरु (पुं.) आरंभ, प्रारंभ -- आरंभ

शुल्क (पुं.) वह धन, जो वस्तुओं की उत्पत्‍ति, उपभोग, आयात, निर्यात आदि करने पर कानूनन कर के रूप में देय हो -- शुल्क, मासुल, भड़ा

शुल्क (पुं.) विशिष्‍ट सुविधा प्रदान करने पर किसी संस्था को दिया जाने वाला धन, फीस -- शुल्क, मासुल, भड़ा

शुल्क (पुं.) चंदा -- चांदा

शुष्क (वि.) सूखा -- शुष्क, नीरस

शुष्क (वि.) सहृदयता एवं कोमलता रहित -- कर्कश, रूक्ष, निर्दय

शून्य (वि.पुं.) रिक्‍त, खाली -- शून्य, खालि, रिक्‍त

शून्य (वि.पुं.) गणित में अभाव सूचक चिहन -- शुन, शुन्य

शूर (वि.पुं.) बहादुर, वीर, सूरमा -- शूर, बीर

श्रृंखला (स्‍त्री.) क्रम, तारतम्य, माला, पंक्‍ति, कतार -- श्रृंखला, क्रम

श्रृंखला (स्‍त्री.) जंजीर, सिकड़ी -- जंजीर

श्रृंगार (पुं.) सौंदर्य वृद्‍धि के लिए प्रसाधनों द्‍वारा बनाव-सजाव -- श्रृंगार, प्रसाधन

श्रृंगार (पुं.) साहित्य में एक रस, रसराज -- श्रृंगार-रस

शेष (वि.) बचा हुआ, बाकी -- शेष, अबशेष, अबशिष्‍ट बाकि

शैली (स्‍त्री.) ढंग, तरीका, पद्‍धति -- शैली, रीति, प्रणाली, पद्‍धति

शैली (स्‍त्री.) (साहित्य, कला) रचना अथवा अभिव्यक्‍ति का विशिष्‍ट ढंग -- शैली, भंगि

शैशव (पुं.) शिशु होने की अवस्था, गुण या भाव, बचपन -- शैशव, बाल्यकाल, पिला बेल

शोक (पुं.) इष्‍ट वस्तु या आत्मीयजन की मृत्यु के कारण होने वाली मानसिक व्यथा, घोर दुख -- शोक, दुख

शोध (पुं.) छिपी हुई तथा रहस्यपूर्ण बातों की खोज करना, अन्वेषण -- गबेषणा, बिचार, अन्बेषण

शोध (पुं.) जाँच, परीक्षण -- जांच, परीक्षण बा- परीक्षा, निरीक्षा, निरीक्षण

शोभा (स्‍त्री.) कांति, चमक -- शोभा, कांति, सुषमा, सुंदरता

शोषण (पुं.) परोक्ष उपायों से किसी की कमाई या धन धीरे-धीरे अपने हाथ में करना, दुखी करना (एक्सप्लायटेशन) -- शोषणा, निज-स्वार्थरे-लगाइबा

श्रद्‍धांजलि (स्‍त्री.) किसी पूज्य या बड़े व्यक्‍ति के संबंध में श्रद्‍धा और आदरपूर्वक कही जाने वाली बातें -- श्रद्‍धांजलि

श्रद्‍धा (स्‍त्री.) पूज्य और बड़े लोगों के प्रति आदरपूर्ण भावना, आस्था -- श्रद्‍धा, स्‍नेह, भक्‍ति

श्रम (पुं.) मेहनत, परिश्रम -- श्रम, परिश्रम

श्रम (पुं.) जीविका-निर्वाह या धन-उपार्जन के लिए किया जाने वाला कार्य -- श्रम, खटणि, परिश्रम, मेहनत,

श्रमदान (पुं.) किसी सामूहिक हित के लिए स्वेच्छा से नि:शुल्क श्रम करना -- श्रमदान

श्रमिक (पुं.) शारीरिक श्रम द्‍वारा जीविका चलाने वाला, मजदूर -- श्रमिक, मेहनत-कारी

श्राद्‍ध (पुं.) सनातनी हिंदुओं में पितरों या मृत व्यक्‍तियों को प्रसन्‍न कराने के उद्‍देश्य से किया जाने वाला पिंडदान, ब्राहमण-भोज आदि -- श्राद्‍ध

श्राद्‍ध (पुं.) आश्‍विन मास का कृष्ण पक्ष, जिसमें विशिष्‍ट रूप से उक्‍त प्रकार के कृत्य करने का विधान है, पितृपक्ष -- पितृपक्ष

श्रीमान (श्रीमती) (पुं.) श्री’, पुरुषों के नाम के पूर्व प्रयुक्‍त एक आदर-सूचक विशेषण (स्‍त्री के नाम के पूर्व श्रीमती) -- श्रीमान, श्रीमती

श्रुतलेख (पुं.) वह लेख, जो किसी के द्‍वारा बोले हुए वाक्यों को सुनकर लिखा जाए -- श्रुतलिखन

श्रेणी (स्‍त्री.) कतार, पंक्‍ति -- श्रेणी, पंक्‍ति

श्रेणी (स्‍त्री.) कार्य, योग्यता, आदि के विचार से पदार्थों, व्यक्‍तियों आदि का वर्ग, विभाग या दर्जा -- बर्ग, बिभाग

श्रेय (पुं.) अच्छाई, उत्‍तमता -- श्रेष्‍ठ, भल, श्रेय, उत्‍तम

श्रेय (पुं.) मंगल, कल्याण -- श्रेय, मंगल, कल्याण

श्रेय (पुं.) यश -- पुण्य, जश, किर्ति

श्रेष्‍ठ (वि.) गुण, मान आदि के विचार से बढ़कर, उत्‍तम, उत्कृष्‍ट -- श्रेष्‍ठ, उत्कृष्‍ट, उत्‍तम

श्रोता (पुं.) सुननेवाला (लिसनर) -- श्रोता, श्रबणकारी

श्रोता (पुं.) किसी सभा, नाटक-प्रदर्शन आदि के दर्शक, सुनने वाले या पाठक (बहुवचन में ऑडेयंस) -- श्रोता, उपस्थित-थिबा लोकमाने

श्‍लाघनीय (वि.) प्रशंसनीय -- प्रशंसनीय

श्‍लाघा (स्‍त्री.) प्रशंसा -- प्रशंसा, स्तुति, गुणगान

श्‍लाघा (स्‍त्री.) चापलूसी -- तोषामद

श्‍वास (पुं.) प्राणियों का नाक से वायु खींचकर अंदर फेफड़ों या हृदय तक पहुँचाना और फिर बाहर निकालना, साँस -- श्‍वास, निश्‍वास-प्रश्‍वास

श्‍वास (पुं.) दमा नामक रोग -- श्‍वास-रोग

श्‍वेत (वि.) धवल, उजला, सफेद, गोरा -- श्‍वेत, गोरा

श्‍वेत (वि.) निर्मल, स्वच्छ, साफ -- निर्मल, परिष्कार, श्‍वच्छ

षड्‍यंत्र (पुं.) साजिश, कुचक्र -- षड़जंन्त्र, चक्रांत

संकट (पुं.) विपत्‍ति, मुसीबत, आफत -- संकट, बिपद, बिपत्‍ति

संकलन (पुं.) एकत्र करने की क्रिया, संग्रह करना -- संकलन, एकत्रिकरण, संग्रह, ठुल

संकलन (पुं.) ऐसी साहित्यिक कृति, जिसमें अनेक ग्रंथों या स्थानों से बहुत-सी रचनाएँ इकट्‍ठी करके रखी गई हों -- संकलन, संग्रह

संकल्प (पुं.) दृढ़ निश्‍चय, इरादा -- संकल्प, दृढ़-निश्‍चय

संकल्प (पुं.) सभा-समिति में किसी विषय में विचारपूर्वक किया हुआ पक्‍का निश्‍चय (रिजोल्यूशन) -- निर्धारण, प्रस्ताब

संकीर्ण (वि.) तंग, संकुचित, अनुदार -- संकीर्ण, अप्रशस्त, अणचउड़ा, छोट

संकेत (पुं.) अभिप्राय सूचक अंगचेष्‍टा, इशारा -- संकेत, इंगित, ठार

संकेत (पुं.) चिहन, निशान -- चिन्ह, लक्षण

संकोच (पुं.) सिकुड़ने की क्रिया या भाव -- द्‍विधा, संकोच

संकोच (पुं.) झिझक, हिचक -- द्‍विधा, संकोच

संक्राति (स्‍त्री.) सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में जाना -- संक्रांति

संक्राति (स्‍त्री.) वह दिन, जिसमें सूर्य का उक्‍त प्रकार का संचार होता है -- संक्रांति-तिथि

संक्रामक (वि.) एक से दूसरे में संक्रमण करने वाला, छूत आदि से फैलने वाला (रोग) (कान्टेजियस) -- संक्रामक, संस्पर्श, संसर्ग (डिआँ रोग)

संक्षिप्‍त (वि.) छोटा किया हुआ लेख, पुस्तक आदि का रूप, सार, संक्षेप -- संक्षिप्‍त, संक्षेप, सार

संक्षेप (पुं.) लेख आदि का काट- छाँटकर छोट किया हुआ रूप, सार -- संक्षिप्‍त, सार, संक्षिप्‍त

संख्या (स्‍त्री.) गिनती, तादाद, गणना सार -- संख्या-गणना, हिसाब

संगठन (पुं.) कार्य विशेष की सिद्‍धि के लिए निर्मित कोई संस्था -- संगठन, संघ, संस्था, समिति

संगति (स्‍त्री.) मेल-मिलाप, संग, साथ, सोहबत -- संग, संपर्क

संगति (स्‍त्री.) सामंजस्य, उपयुक्‍तता -- सामंजस्य, सादृश्य, उपजुक्‍तता

संगीत (पुं.) ध्वनियों या स्वरों का कुछ विशिष्‍ट लय में होने वाला प्रस्फुटन (म्यूजिक) -- संगीत, गीत

संगोष्‍ठी (स्‍त्री.) किसी निर्धारित विषय पर आमंत्रित विद्‍वानों की चर्चा तथा उनका निबंध-पाठ -- पाठ-चक्र, आलोचना-चक्र

संग्रहालय (पुं.) वह स्थान, जहाँ विशेष महत्व की वस्तुओं का संग्रह किया गया हो (म्यूजियम) -- संग्रहालय, जादुघर

संग्राम (पुं.) युद्‍ध, लड़ाई, समर -- संग्राम, लढेइ, जुद्‍ध

संघटन (पुं.) कार्य विशेष की सिद्‍धि के लिए निर्मित कोई संस्था -- संगटन, संघ, संस्था

संघटन (पुं.) किसी चीज के विभिन्‍न अवयवों को जोड़कर उसे प्रतिष्‍ठित करना, रचना -- रचना, गठन

संघर्ष (पुं.) स्पर्धा, होड़ -- संघर्ष

संघर्ष (पुं.) कठिनाइयों या प्रबल विरोधी शक्‍तियों को दबाने के लिए प्राणपण से की जाने वाली चेष्‍टा -- NA

संचय (पुं.) चीजें इकट्‍ठी करने की क्रिया या भाव -- संचय

संचय (पुं.) इकट्‍ठी की हुई चीजों का ढेर या राशि -- NA

संचार (पुं.) गमन, चलना, चलाना -- संचार

संचार (पुं.) संदेश, समाचार तथा सामान आदि भेजने की क्रिया, प्रकार और साधन -- NA

संचालक (वि.) चलाने या गति देने वाला (कंडक्‍टर) -- संचालक

संचालक (पुं.) वह प्रधान अधिकारी, जो किसी कार्य, विभाग, संस्था आदि को चलाने की सारी व्यवस्था करता हो, निदेशक -- निर्देशक, परिचालक, संचालक

संतति (स्‍त्री.) संतान, बाल-बच्‍चे, औलाद -- संतति

संताप (पुं.) अग्‍नि, धूप आदि का बहुत तीव्र ताप -- संताप

संताप (पुं.) बहुत तीव्र मानसिक क्लेश या पीड़ा -- NA

संतुलन (पुं.) वह स्थिति, जिसमें सभी अंग बराबर के हों -- संतुलन, समता, भारसाम्य

संतुलन (पुं.) तोलते समय दोनों पलड़ों का बराबर होना -- संतुलन, समानता

संतुष्‍ट (वि.) जिसको संतोष हो गया हो, तृप्‍त -- संतुष्‍ट, तृप्‍त

संतुष्‍ट (वि.) जो समझाने-बुझाने से राजी हो गया हो -- संतुष्‍ट, तुप्‍त, सम्मत, राजि

संतुष्‍टि (स्‍त्री.) संतुष्‍ट होने की क्रिया या भाव, तृप्‍ति -- संतुष्‍टि, तृप्‍ति

संतुष्‍टि (स्‍त्री.) संतोष -- संतोष

संतोष (पुं) वह मानसिक अवस्था, जिसमें व्यक्‍ति प्राप्‍त होने वाली वस्तु को यथेष्‍ट समझता है और उससे अधिक की कामना नहीं करता -- संतोष, तृप्‍ति

संतोष (पुं) सब्र, धीरज, इतमीनान -- धैर्ज्य, सहिष्नुता, सहनशीलता

संतोषजनक (वि.) संतोष देने वाला, संतोषप्रद -- संतोषजनक, तृप्‍ति-जनक

संतोषजनक (वि.) पर्याप्‍त, यथेष्‍ट, काफी -- पर्ज्याप्‍त, प्रचुर, जथेष्‍ट, बहुत

संदर्भ (पुं.) पुस्तक, लेख आदि में वर्णित प्रसंग, विषय आदि, जिसका विचार या उल्लेख हो, प्रसंग -- संदर्भ, प्रसंग, परिप्रेक्षी

संदेश (पुं.) समाचार, पैगाम, खबर -- संदेश, समाचार, बार्ता, खबर

संन्यास (पुं.) पूरी तरह से छोड़ना, परित्याग करना -- संन्यास, बैराग्य, त्याग

संन्यास (पुं.) चतुर्थ आश्रम, (हिंदुओं का) जिसमें सब प्रकार के सांसारिक संबंध छोड़कर मनुष्य त्यागी और विरक्‍त हो जाता है -- सन्यास

संन्यासी (पुं.) जिसने संन्यास आश्रम ग्रहण किया हो -- संन्यासी, संसार-त्यागी

संन्यासी (पुं.) त्यागी और विरक्‍त -- त्यागी, बैरागी

संपन्‍न (वि.) पूरा किया हुआ, पूर्ण, मुकम्मल -- समाप्‍त, संपादन, संपन्‍न, शेष

संपन्‍न (वि.) किसी गुण या वस्तु से युक्‍त -- संपन्‍न, परिपुर्ण

संपन्‍न (वि.) खुशहाल, धनी, अमीर -- धनबान, बिभबशाली, संतत्‍तिबान, संपत्‍ति-संपन्‍न

संपर्क (पुं.) मेल, संयोग -- संपर्क, संजोग, सापेक्ष, आथ्मियता, संबंधजुक्‍त

संपर्क (पुं.) आपस में होने वाला किसी प्रकार का लगाव, वास्ता या संसर्ग -- संसर्ग, संपर्क, संबंध

संपर्क (पुं.) स्पर्श -- स्पर्श, संजोग

संपर्क भाषा (स्‍त्री.) वह भाषा, जिससे विभिन्‍न देशों अथवा प्रदेशों के लोग आपस में सूचना, विचारों आदि का आदान-प्रदान करते हैं -- संपर्क-भाषा, संजोगकारी-भाषा

संपादक (पुं.) वह, जो किसी पुस्तक, सामयिक पत्र आदि के सब लेख या विषय अच्छी तरह ठीक करके उन्हें प्रकाशन के योग्य बनाता है (एडिटर) -- संपादक

संपादकीय (वि.) संपादक संबंधी या संपादक का -- संपादकीय

संपादकीय (पुं.) संपादक द्‍वारा लिखी हुई टिप्पणी या अग्रलेख -- संपादकीय

संपादन (पुं.) पूरा करना, प्रस्तुत करना -- संपादन, संपन्‍न, पुरा करिबा, शेष करिबा

संपादन (पुं.) किसी पुस्तक का विषय आदि ठीक करके उन्हें प्रकाशन के योग्य बनाना (एडिटिंग) -- संपादन, संशोधन

संपूर्ण (वि.) आदि से अंत तक सब, सारा, कुल, समूचा -- सकल, समस्त-बा सबु, संपूर्ण, समग्र

संपूर्ण (वि.) पूरा या समाप्‍त किया हुआ -- समाप्‍त, संपूर्ण, संपादित

संप्रदाय (पुं.) एक ही तरह का मत या सिद्‍धांत रखने वाले लोगों का समूह या वर्ग -- संप्रदाय, दल, संघ, गोष्‍ठी

संप्रदाय (पुं.) परंपरा से चला आया ज्ञान या सिद्‍धांत, प्रथा, परिपाटी या रीति -- प्रथा, रीति, परंपरागत-आचार

संप्रदाय (पुं.) कोई विशिष्‍ट धार्मिक मत या सिद्‍धांत, धर्म -- संप्रदायमु

संबंध (पुं.) रिश्ता, नाता -- संबंध, संपर्क, मित्रता

संबंध (पुं.) आपस में होने वाली घनिष्‍ठता या मेल-जोल -- संबंध, घनिष्‍ठता, आत्मियता, संजोग

संभव (वि.) जो किया जा सकता हो, या हो सकता हो, मुमकिन -- संभब हेबा, संभाबना, संभबपरता

संभालना (सम्हालना) (स.क्रि) पालन करना, सहारा देना -- संभालिबा, पालन-पोषण, भरण पोषण, प्रतिपालन

संभालना (सम्हालना) (स.क्रि) प्रबंध करना, भार उठाना -- संभालिबा, परिचालित-करिबा, प्रबंध करिबा

संभालना (सम्हालना) (स.क्रि) गिरते हुए के बीच में रोकना -- संभालिबा, धरिनेबा, रक्षा करिबा

संयुक्‍त (वि.) किसी के साथ जुड़ा, मिला, लगा या सटा हुआ -- संजुक्‍त, जुक्‍त, जड़ित, संलग्‍न

संयुक्‍त (वि.) जिसके दो या अधिक संयुक्‍त भागीदार हों, साझा -- भागीदार, अंशीदार

संरक्षक (वि.) देखभाल, निरीक्षण करने वाला, आश्रयदाता, अभिभावक -- संरक्षक, रक्षक, अभिभाबक, पालनकारी, पालनकर्त्‍ता

संरक्षक (पुं.) संस्थाओं आदि में वह बड़ा और मान्य व्यक्‍ति जो उसके प्रधान पोषकों और समर्थकों में माना जाता है -- पृष्‍ठपोषक, संरक्षक, आश्रयदाता, तत्वाबधारक

संरक्षक (पुं.) वह, जिसके निरीक्षण या देख-रेख में किसी वर्ग के कुछ लोग रहते हों -- अभिभाबक, पालक, संरक्षक

संरक्षण (पुं.) अच्छी और पूरी तरह से रक्षा करने की क्रिया या भाव, पूरी देख-रेख और हिफांजत (कस्टडी) -- संरक्षण, रक्षण, मार्फत, तत्वाबधान, अभिभाबकत्व

संरक्षण (पुं.) अपने आश्रय में रखकर पालना-पोसना, आश्रय -- भरण-पोषण, प्रतिपालन, आश्रय

संरचना (स्‍त्री.) कोई वस्तु ऐसी बनाने की क्रिया या भाव जिसमें अनेक प्रकार के अंगो-उपांगों को प्रयोग करना पड़ता है। -- संगठन, रचना-बिधान

संरचना (स्‍त्री.) उक्‍त प्रकार से बनी हुई कोई चीज (स्ट्रक्‍चर) -- गठन-कौशल (शैली), निर्माण, गढ़न, रचना

संवाद (पुं.) बातचीत, वार्तालाप -- संबाद, कथाबार्ता, बार्त्‍तालाप, संलाप, कथोपकथन

संवाद (पुं.) खबर, समाचार -- संबाद, खबर, समाचार

संवाददाता (पुं.) संवाद या समाचार भेजने वाला -- सांबादिक, संबाददाता,, पत्रकार

संवाददाता (पुं.) आजकल वह व्यक्‍ति, जो समाचारपत्रों में छपने के लिए स्थानिक घटनाओं का विवरण लिखकर भेजता हो (रिपोर्टर) -- संबाद

सँवारना (स.क्रि) सुसज्‍जित करना, सजाना -- सजाइबा, सुसज्‍जित-करिबा, मंड़ित-करिबा, शोभित-करिबा

सँवारना (स.क्रि) सुधारना, मरम्मत करना -- सुधारिबा, संशोधन-करिबा, ठिक-करिबा, मरामति-करिबा

संवाहक (पुं.) एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने वाला, सुचालक, वहनक (करियर) -- बाहक, बोझिआ

संविधान (पुं.) राजनीति और शासनतंत्र में कानून के रूप में बने वे मौलिक नियम और सिद्‍धांत जिनके अनुसार किसी राष्‍ट्र, राज्य या संस्था का संघटन और संचालन होता है (कान्स्टियूशन) -- संबिधान, शाशनतंत्र, नियमतंत्र,

संवेग (पुं.) मन में होने वाली खलबली, उद्‍विग्‍नता, घबराहट, डर -- आबेग, उद्‍दीपना, उद्‍बिग्‍नता, अधीर, आग्रहान्वित, इछुक

संवेदना (स्‍त्री.) मन में होने वाला बोध या अनुभूति, अनुभव -- अनुभब, अनुभुति, संबेदना-बोध, ज्ञान, प्रतीत, बहुदर्शिता

संवेदना (स्‍त्री.) दुख या सहानुभूति प्रकट करने की क्रिया या भाव (कंडोलेंस) -- संबेदना, (सहानुभूति), प्रबोध, शोकप्रकाश-करिबा, दु:ख प्रकाश करिबा

संशय (पुं.) संदेह, शक, अनिश्‍चय -- संशय, संदेह, अनुमान-करिबा

संशय (पुं.) खतरे या संकट की आशंका या संभावना -- आशंका, भय, संभाबना

संशोधन (पुं.) त्रुटि, दोष आदि दूर करके ठीक और दुरुस्त करना, सुधार -- संशोधन, शुद्‍धि, भुल बा-भ्रंति-दूरीकरण संस्कार-करिबा

संशोधन (पुं.) शुद्‍ध करना या साफ करना -- शुधारिबा, संशोधन, शुद्‍ध, पबित्र

संस्करण (पुं.) पुस्तकों आदि की एक बार में एक ही तरह की होने वाली छपाई, आवृत्‍ति (एडीशन) -- संस्करण, प्रकरण, प्रकाशन

संस्कार (पुं.) किसी वस्तु को ठीक करके उचित रूप देने की क्रिया, परिष्कार -- संस्कार, शुद्‍धि, शुद्‍ध

संस्कार (पुं.) पूर्व जन्म के आचार व्यवहार, पाप-पुण्य आदि का आत्मा पर पड़ा वह प्रभाव, जो मनुष्य के परवर्ती जन्म में उसके कार्यों, प्रवृत्‍तियों आदि के रूप में प्रकट होता है -- सहजात-गुण, पूर्ब-जन्मर-प्रभाब, प्रबृत्‍ति बा-अनुभूति, पूर्ब जन्मर-फल

संस्कार (पुं.) हिंदुओं में जन्म से मरण तक होने वाले वे विशिष्‍ट धार्मिक कृत्य जो द्‍विजातियों के लिए विहित हैं -- हिंदु-धर्मर-दशबिध-शास्‍त्रीय-अनुष्‍ठान, संस्कार, क्रिया

संस्कृति (स्‍त्री.) आचरणगत परंपरा, सभ्यता (कल्चर) -- सामाजिक रीति-नीति, संस्कृति, सभ्यता, परंपरा

संस्तुति (स्‍त्री.) अच्छी या पूरी तरह से होने वाली तारीफ या स्तुति -- प्रशंशा, स्तुति, गुणगान, गुण-कीर्त्‍तन

संस्तुति (स्‍त्री.) अनुशंसा, सिफारिश -- सुपारिश, अनुमोदन, प्रशंशा

संस्था (स्‍त्री.) किसी उद्‍देश्य के लिए स्थापित संगठन -- संस्था, समिति, प्रतिष्‍ठान, मंडल, समुह

संस्थान (पुं.) साहित्य, कला, विज्ञान आदि की उन्‍नति के लिए स्थापित संस्था या संघटन -- संस्था, संगठन, प्रतिष्‍ठान

संस्थापक (पुं.) स्थापित करने वाला -- स्थापक, संस्थापक

संस्थापक (पुं.) नए काम या बात का प्रवर्तन करने वाला, प्रवर्तक -- प्रबर्त्‍तक, संस्थापक

संस्थापक (पुं.) किसी संस्था, सभा या समाज की पहले-पहल स्थापना करने वाला -- संस्थापक, प्रतिष्‍ठाता, संस्थापना-कारी

संस्मरण (पुं.) किसी व्यक्‍ति के जीवन की महत्वपूर्ण और मुख्य घटनाओं या बातों का उल्लेख या कथन -- स्मरण, स्मृति-उल्लेख, कथन

संस्मरण (पुं.) इष्‍ट देव आदि का बार-बार स्मरण करना या उनका नाम जपना -- स्मरण, नाम-जपिबा, स्तुति, गुणगान

संहार (पुं.) ध्वंस, नाश -- संहार, नाश, नष्‍ट, बिनाश, ध्वस्त-बिध्वस्त

संहार (पुं.) बहुत से व्यक्‍तियों की युद्‍ध आदि में एक साथ होने वाली हत्या -- संहार, हत्या, बध, हत्याकांड़, समुह हत्या

सकपकाना (अ.क्रि.) चौंकना, चकित होना -- चकित-हेबा, चमत्कृत, आश्‍चर्य, बिस्मित, बिस्मय

सकपकाना (अ.क्रि.) घबराना (लज्‍जा आदि के कारण) -- घाबरेइबा, लाज बा-संकोच-करिबा

सख्‍त (वि.) कठोर, कड़ा -- शक्‍त, कठोर, टाण, कड़ा, निष्‍ठुर

सख्‍त (वि.) कठिन, मुश्किल -- टाण, कठिन, कष्‍टसाध्य, दु:साध्य दुरुह

सघन (वि.) घना, अविरल, ठोस -- अंतरंग, संपर्कीय, सघन, घन, गाढ़, अबिरल, निकट

सचमुच (क्रि.वि.) यथार्थत:, वास्तव में -- जथार्थ, समुचित, बास्तबिक, निश्‍चित भाबरे

सचमुच (क्रि.वि.) निश्‍चित रूप से, अवश्य -- अबश्य, निश्‍चित-रूपरे

सच्‍चरित्र (वि.) जिसका चरित्र अच्छा हो, सदाचारी -- सच्‍चरित्र, सदाचारी, चरित्रबान

सच्‍चा (वि.) सच बोलने वाला, सत्यवादी -- सच्‍चा, साधु, सत्यवादी

सच्‍चा (वि.) ईमानदार -- बिश्‍वासी, बिश्‍वस्त, बिश्‍वास-जोग्य

सच्‍चा (वि.) जो नकली या बनावटी न हो, बल्कि असली और वास्तविक हो, जिसमें खोट न हो -- खांटि, शुद्‍ध, बास्तबिक, असल, बिशुद्‍ध, प्रकृत, अकृत्रिम, असलि

सजनी (स्‍त्री.) सखी, सहेली -- सजनी, सखी, सहचरी, बांधबी, संगिनि

सजनी (स्‍त्री.) प्रेमिका -- प्रेमिका,प्रिया, प्रेयसी

सजा (स्‍त्री.) अपराधी को दिया जाने वाला दंड -- सज़ा, दंड़, शास्ति

सजाना (स.क्रि) वस्तुओं को ऐसे क्रम से रखना कि वे आकर्षक और सुंदर जान पड़ें, सँवारना -- सजाइबा, शोभित-करिबा, मंड़ित करिबा

सजाना (स.क्रि) अलंकृत करना -- विभूषित-करिबा, अलंकृत-करिबा, सजाइबा, शोभित-करिबा

सजावट (स्‍त्री.) सजे हुए होने की अवस्था, क्रिया या भाव, शोभा -- साजसज्‍जा, सजहेबा, शोभा

सजीव (वि.) जीवयुक्‍त, जिसमें प्राण हो -- सजीब, जीबंन्त, जीबित

सजीव (वि.) तेज, फुरतीला -- सजिब, सक्रिय, कर्मतत्पर, जीबंत

सज्‍जन (वि./पुं.) भला आदमी, सत्पुरुष, शरीफ -- सज्‍जन, साधु, सतलोक

सज्‍जा (स्‍त्री.) साज-सामान -- साज-सरञ्‍जाम

सटीक (वि.) जिस में मूल के साथ टीका भी हो, व्याख्या सहित, टीका सहित -- सठिक, उपजुक्‍त, निर्भुल

सटीक (वि.) बिलकुल ठीक, उपयुक्‍त -- उपयुक्‍त, ठिक, निर्भूल, जथार्थ, जोग्य

सड़क (स्‍त्री.) मार्ग, रास्ता, पथ -- सड़क, पथ, बाट, मार्ग, रास्ता

सड़ना (अ.क्रि.) किसी वस्तु के संयोजक तत्वों का विकृत हो जाना -- पचिबा, नष्‍ट-होइजिबा

सतत (क्रि.वि.) निरंतर, बराबर, लगातार -- सतत, सर्बदा, निरंतर, सबु-समयरे, लगातार, क्रमागत-भाबरे

सतत (क्रि.वि.) सदा, हमेशा -- सर्बदा, निरंतर

सतर्क (वि.) सचेत, सावधान, सजग, होशियार -- सतर्क, साबधान, सजाग

सतर्कता (स्‍त्री.) सावधानी, होशियारी, सजगता -- सतर्कता, साबधानता, सजागता

सत्कार (पुं.) आदर-सम्मान -- सत्कार, सम्मान, आदर, स्वागत

सत्कार (पुं.) आवभगत, आतिथ्य, खातिर -- आतिथ्य, सेबा, अतिथि-सत्कार

सत्‍ता (स्‍त्री.) होने का भाव, अस्तित्व, हस्ती -- सत्‍ता, अस्तित्व

सत्‍ता (स्‍त्री.) अधिकार, शक्‍ति, सामर्थ्य -- अधिकार, हक, शक्‍ति, शौर्ज, सामर्थ्य

सत्‍तू (पुं.) भुने हुए जौ, चने आदि का आटा या चूर्ण -- छतुआ

सत्यनिष्‍ठा (स्‍त्री.) सत्य पर निष्‍ठा, सत्य में विश्‍वास, सच या वास्तविक से प्रेम -- सत्यनिष्‍ठा, सत्य-परायणता, सत्यानुराग

सत्याग्रह (पुं.) सत्य का पालन और रक्षा करने के लिए किया जाने वाला आग्रह या हठ -- सत्याग्रह, सत्यनिष्‍ठा

सत्याग्रह (पुं.) आधुनिक राजनीति में वह अहिंसात्मक कार्रवाई, जो किसी सत्‍ता या अधिकारी के व्यवहार आदि के प्रति असंतोष प्रकट करने के लिए की जाती है -- सत्याग्रह, धर्मघट

सत्यापन (पुं.) जाँच या मिलान करके देखना कि ज्यों-का-त्यों और ठीक है कि नहीं -- परीख्यण, परीख्या (परीक्षा)

सत्रावसान (पुं.) विधान मंडल या विश्‍वविद्‍यालय आदि में दीर्घकाल के लिए किया जाने वाला स्थगन -- अधिबेशन-समाप्‍ति बा शेष

सत्संग (पुं.) अच्छे आदमियों का साथ, अच्छी सोहबत, सज्‍जनों के साथ उठना बैठना -- सत्संग, साधु, सुजन-मानंक-सहित-बसाउठा-करिबा

सत्संग (पुं.) वह समाज या जन-समूह, जिसमें कथावार्ता या भगवत् पाठ होता है -- सत्संग, साधुबर्ग

सदन (पुं.) घर, मकान -- सदन, गृह, घर

सदन (पुं.) वह स्थान, जहाँ किसी देश या राज्य के विधान बनने के कार्य होते हों -- सभा, सदन, संसद

सदस्य (पुं.) उन व्यक्‍तियों में से हर एक, जिनके योग से कुटुंब, परिवार, समाज आदि बनते हैं -- सदस्य, सभ्य, सभासद

सदस्य (पुं.) वह व्यक्‍ति, जिसका संबंध किसी समुदाय से हो और जिसका वह नियमित रूप से चंदा आदि देता हो या उसके कार्यों में सम्मिलित होता हो -- सभ्य, सदस्य, सभासद

सदा (क्रि.वि.) नित्य, हमेशा, हर समय -- सदा-सर्बदा, नित्य, सबु-समयरे

सदा (क्रि.वि.) निरंतर, लगातार -- अनवरत, निरंतर, चिरकाल, लगातार, सतत

सदाचार (पुं.) अच्छा और शुभ आचरण, अच्छा चालचलन -- सदाचार-जुक्‍त चालि-चलन, साधु-आचरण बा-ब्यबहार

सदुपयोग (पुं.) अच्छा और उत्‍तम उपयोग -- सदुपयोग

सद्‍भाव (पुं.) शुभ भाव, हित का भाव, छल कपट, द्‍वेष आदि से रहित भाव -- सद्‍भाब

सद्‍भाव (पुं.) दो व्यक्‍तियों या पक्षों में होने वाली मैत्रीपूर्ण स्थिति -- प्रीति, मैत्री, बंधुभाब, सौहार्दपुर्ण, आदर, स्‍नेह

सद्‍व्यवहार (पुं.) अच्छा बरताव, अच्छा सलूक या व्यवहार -- उत्‍तम बा भद्र व्यबहार, सद्‍ब्यबहार, शिष्‍टाचार

सद्‍व्यवहार (पुं.) सद्‍वृत्‍ति, सदाचार -- सदाचार, सदबृत्‍ति

सन्‍नाटा (पुं.) निस्तब्धता, नीरवता -- चुपचाप, निस्तब्धता, नीरबता, शांति, मौन

सपना (स्वप्‍न) (पुं.) वह घटना या दृश्य, जो सोए होने पर अंतर्मन में काल्पनिक रूप में भासित होता है -- स्वप्‍न, सपन

सपरिवार (वि.) परिवार के सदस्यों के साथ -- परिबार-सहित, सपरिबार, सकुटुंब

सप्तक (पुं.) सात वस्तुओं का समूह -- सातटिर-समष्‍टि, सप्‍तक

सत्पक (पुं.) संगीत के सात स्वरों का समाहार -- सप्‍त-स्वर, संगीतर-सात स्वर

सफर (पुं.) यात्रा -- जात्रा, भ्रमण, पर्ज्यटन, गस्त

सफल (वि.) जिसका अच्छा परिणाम हो -- सार्थक, सफल, कृतकार्ज्य

सफलता (स्‍त्री.) सफल होने का भाव, कामयाबी, सिद्‍धि -- सफलता, सिद्‍धि

सबल (वि.) बलवान, ताकतवर, बलशाली -- सबल, बलबान, बलशाली

सभा (स्‍त्री.) बैठक, परिषद् -- सभा, परिषद, समिति

सभापति (पुं.) सभा का अध्यक्ष -- सभापति, सभाध्यख्य, अध्यक्ष

सभी (वि.) सार, संपूर्ण -- सकल, सभिएँ, समस्ते

सभ्य (वि.) जिसका आचार-व्यवहार उत्‍तम हो, शिष्‍ट, विनम्र -- चाओ-खत्लबा

सभ्यता (स्‍त्री.) सभ्य होने की अवस्था या भाव -- सभ्यता, भद्रता बा-भद्रामि

सभ्यता (स्‍त्री.) किसी जाति या देश की बाहय तथा भौतिक उन्‍नतियों का सामूहिक रूप -- सभ्यता, संस्कृति, जीवन-जापन पुणालीर उत्कर्ष

समकक्ष (वि.) जोड़ या बराबरी का, सब बातों में बराबरी करने वाला -- तुल्य, समकक्ष, समान, बराबर

समझना (अ.क्रि.) किसी बात को ठीक और पूर्ण रूप से मन में बैठाना -- बुझिबा, जाणिबा, अर्थ-करिबा, ज्ञान प्राप्‍त-करिबा

समझना (अ.क्रि.) विचारना -- बिबेचना-करिबा, बुझिबा, बिचार-करिबा

समझौता (पुं.) राजीनामा, मेल, सुलह -- बिचार-करिबा, राजिनामा, चुक्‍ति, सम्मति

समझौता (पुं.) आपस में होने वाला करार या निश्‍चय, संधि -- संधि, चुक्‍ति, राजिनामा

समता (स्‍त्री.) सादृश्य, बराबरी, संतुलन -- समता, समत्व, सदस्यता-बा सादृश्य

समदर्शी (वि.) सब को एक-सा देखने-समझने वाला -- समदर्शी, निरपेक्ष

समन्वय (पुं.) वह अवस्था, जिसमें कथनों या बातों का पारस्परिक विरोध न रहे -- समन्वय, सामंजस्य, संगति

समय (पुं.) दिन-रात के विचार से काल का कोई मान, वक्‍त -- समय, अबसर, बेला, काल

समय (पुं.) अवसर, मौका -- अबसर, मौका, फुरसत

समय-सारणी (स्‍त्री.) समय सूचित करने के लिए बनाई हुई सारिणी -- समय-निर्घण्ट, समय-सूचि

समय-सारणी (स्‍त्री.) वह पुस्तिका, जिसमें विभिन्‍न स्टेशनों से छूटने और पहुँचने के समय का उल्लेख सारिणियों में किया जाता है (टाइमटेबल) -- समय-सूची, समय-सारणि

समर (पुं.) युद्‍ध, संग्राम, लड़ाई -- समर, संग्राम, जुद्‍ध, लढेइ

समर्थ (वि.) जिसमें कोई काम करने की शक्‍ति हो, योग्य, उपयुक्‍त -- समर्थ, शक्‍तिमान, बलशाली, उपजुक्‍त, जोग्य, सशक्‍त

समष्‍टि (स्‍त्री.) अनेकों का समूह, संपूर्णता -- समष्‍टि, समूह, समग्र, सबु, समस्त, समुदाय

समांतर (समानांतर) (वि.) जो समान अंतर पर रहे -- समांतर, समान, समानांतर

समाचार (पुं.) खबर, वृत्‍तांत, संदेश -- समाचार, संबाद, बार्ता, खबर

समाचार-पत्र (पुं.) नियमित समय पर प्रकाशित होने वाला वह पत्र, जिसमें अनेक प्रदेशों, राष्‍ट्रों आदि से संबंधित समाचार रहते हों (न्यूजपेपर) -- संबाद-पत्र, खबर-कागज

समाज (पुं.) बहुत से लोगों का समूह -- संप्रदाय, समाज, सभ्यता

समाज (पुं.) किसी विशिष्‍ट उद्‍देश्य से स्थापित की हुई सभा -- समाज, संघ, सभा, मंडल

समाज (पुं.) किसी प्रदेश या भूखंड में रहने वाले लोग जिनमें सांस्कृतिक एकता होती है -- समाज, संम्प्रदाय, जाति, एक-प्रदेश बा-भूखण्डर-अधिबासी

समाज-विज्ञान (पुं.) मानव समाज का विकास, प्रकृति और नियम बताने वाला वैज्ञानिक अध्ययन, समाजशास्‍त्र (सोशिअलॉजी) -- समाज-बिज्ञान, सामाजिक-बिज्ञान, समाज-शास्‍त्र, मानब-समाजर-प्रकृति ओ-बिकाशर तत्ब

समाजी-करण (पुं.) किसी काम, बात, व्यवहार को ऐसा रूप देना कि उस पर समाज का अधिकार हो जाए और सब लोग समान रूप से उसका लाभ उठा सकें (सोशिअलाइजेशन) -- सामाजिकी करण (समाज-करण)

समाधान (पुं.) आपत्‍ति की निवृत्‍ति करना, संदेह निवारण करना -- समाधान, निष्पत्‍ति

समाधान (पुं.) समस्या का हल -- मिमांशा, समाधान, निराकरण

समापन (पुं.) समाप्‍त करने की क्रिया या भाव, समाप्‍ति -- समाप्‍ति, संपुर्ण, समापन

समाप्‍ति (स्‍त्री.) खत्म या पूरा करने की क्रिया या भाव, समापन -- समाप्‍ति, संपुर्ण, समापन

समायोजन (पुं.) अनुकूल बनाने की क्रिया या भाव -- अनुकूल, ठिक समय

समायोजन (पुं.) आँकड़ों का मेल बिठाना या ठीक-ठाक करने की क्रिया या भाव -- जमा-खर्च-हिसाब

समारोह (पुं.) कोई ऐसा शुभ आयोजन, जिसमें चहल-पहल हो -- समारोह, सरगरम, जाक-जमकरे अनुष्‍ठित-करिबा

समालोचक (पुं.) समीक्षक -- समालोचक, समीक्षक, दोषगुण बिचारक, दोषदर्शी

समास (पुं.) योग, मेल -- मिलन, जोग, एकाठि

समास (पुं.) दो या अधिक पदों के मेल से बनने वाला नया पद -- समास, एक-पदिकरण

समाहार (पुं.) बहुत-सी चीजों को एक जगह हकट्‍ठा करना, संग्रह -- मिलन, समाहार, समाबेश, एकाठि, एकत्र

समाहार (पुं.) ढेर, राशि -- समुह-राशि

समिति (स्‍त्री.) किसी विशिष्‍ट कार्य के लिए नियुक्‍त व्यक्‍तियों का समूह -- संगठन, सभा, समाज, संघ

समिति (स्‍त्री.) किसी विशेष कार्य के लिए गठित कुछ व्यक्‍तियों की सभा -- समिति, सभा, मंडल

समुदाय (पुं.) समाज, बिरादरी -- समुदाय, समाज, संप्रदाय, दल, गोष्‍ठि

समुदाय (पुं.) समूह, राशि -- समुह, राशि, समष्‍टि

समुद्र (पुं.) सागर -- समुद्र, सागर

समूह (पुं.) बहुत-सी चीजों का ढेर, राशि -- समूह, समुदाय, राशि

समूह (पुं.) झुँड, समुदाय -- दल, गोष्‍ठि, समाज, समूह, समुदाय

समृद्‍ध (स्‍त्री.) संपन्‍न, धनवान -- समृद्‍ध, संपन्‍न, धनबान, धनी

समृद्‍धि (स्‍त्री.) बहुत अधिक संपन्‍नता, अमीरी, ऐश्‍वर्य -- समृद्‍धि, ऐश्‍बर्य बैभबशाली

सम्मान (पुं.) इज्‍जत, आदर, प्रतिष्‍ठा -- आदर, प्रतिष्‍ठा, सम्मान, मर्ज्यादा, मान

सम्मेलन (पुं.) मनुष्यों का किसी विशेष उद्‍देश्य से अथवा किसी विषय पर विचार करने के लिए एकत्र होने वाला समाज -- सम्मेलन, सभा, जनसमाबेश

सम्मेलन (पुं.) कोई बहुत बड़ी स्थायी संस्था -- सम्मेलन, संस्था, मंडल, सम्मिलनी

सम्मोहन (पुं.) मोहित करने या लुभाने की क्रिया, मुग्ध करने की शक्‍ति या गुण -- सम्मोहन, मुग्ध, मोहित, सम्मोहन बा-मुग्ध करिबार-शक्‍ति (गुण)

सम्राट (पुं.) साम्राज्य का स्वामी -- सम्राट, महाराजा

सरकना (अ.क्रि.) जमीन से सटे हुए आगे बढ़ना, रेंगना -- गुरुण्डिबा, हामुड़ेइ-चालिबा

सरकना (अ.क्रि.) धीरे-धीरे तथा थोड़ा-थोड़ा आगे बढ़ना -- धिरे धिरे-बा आस्ते-आस्ते-आगेइबा

सरकार (स्‍त्री.) शासन तंत्र -- सरकार, प्रशासन

सरल (वि.) सीधा, भोला -- सरल, सहज, निरीह, साधासिधा

सरल (वि.) आसान, सहज -- सहज, सरल

सरस (वि.) रसयुक्‍त, रसीला -- उत्कृष्‍ट, सरस, रसाल, उत्‍तम

सरस (वि.) रचना जो भावमयी और मोहक हो -- सरस, उत्‍तम, मनोरम, उत्कर्ष, उच्‍चकोटिर

सराहना (स्‍त्री.) तारीफ, प्रशंसा -- प्रशंसा, स्तुति, गुणगान

सराहना (स्‍त्री.) तारीफ करना, प्रशंसा करना -- प्रशंसा-करिबा

सरोकार (पुं.) वास्ता, संबंध -- आत्मियता, कुटुंबिता-संपर्क

सरोवर (पुं.) तालाब -- सरोबर, पोखरी, पुष्करिणी

सर्ग (पुं.) किसी ग्रंथ विशेषत: काव्य ग्रंथ का अध्याय -- सर्ग, खण्ड, अध्याय, परिछेद

सर्जन (पुं.) उत्पन्‍न करना या जन्म देना -- सर्जना, सृजन, सृष्‍टि, निर्माण, उत्पत्‍ति

सर्प (पुं.) साँप -- सर्प, साप

सर्वज्ञ (वि.) सब कुछ जानने वाला -- सर्बज्ञ, सर्बदर्शी

सर्वज्ञ (पुं.) ईश्‍वर -- सर्बशक्‍ति-मान ईश्‍वर, भगबान

सर्वत्र (क्रि. वि.) सब जगह -- सर्बत्र, सबु-स्थानरे, सबुआडे

सर्वव्यापक (पुं.) जो सब स्थानों और सब पदार्थों में व्याप्‍त हो -- सर्बब्यापक, सर्बब्याप्‍त, सर्बब्यापी

सर्वसम्मति (स्‍त्री.) सबकी एक सम्मति या राय, मतैक्य -- सर्बसम्मति, एकमत, अनुमोदन

सर्वांगीण (वि.) सब अंगों में व्याप्‍त होने वाला -- सर्बांगीन, सबु-प्रकारर

सर्वांगीण (वि.) जो सभी अंगों से युक्‍त हो -- सर्बाग्र

सर्वेक्षण (पुं.) किसी विषय के सही तथ्यों की जानकारी के लिए उसके सभी अंगों का किया गया आधिकारिक निरीक्षण -- सर्बेक्षण, माप, मापचुप, निरीक्षा

सर्वोदय (पुं.) सभी का उदय या उन्‍नति -- सर्बोदय, बहुलोक बा जनतार उन्‍नति परिप्रेक्षीरे

सर्वोदय (पुं.) सब लोगों के आर्थिक, नैतिक तथा सामाजिक उत्थान के लिए चलाया गया स्वतंत्र भारत का आंदोलन -- सर्बोदय आंदोलन

सलाहकार (पुं.) राय देने वाला, परामर्शदाता -- मंत्रणादाता, परामर्शदाता, उपदेष्‍टा

सस्ता (पुं.) कम मूल्य का -- शस्ता, कम दाम

सस्ता (पुं.) घटिया -- निकृष्‍ट, निरस

सहकारिता (स्‍त्री.) साथ मिल कर काम करना, मदद, सहायता -- सहकारिता, सहायता, सहाय

सहज (वि.) जन्मजात, प्राकृतिक -- सहजात, स्वाभाबिक, जन्मजात, प्राकृतिक

सहज (वि.) आसान -- सहज, सरल, अनायास

सहन शक्‍ति (स्‍त्री.) सहने की शक्‍ति, सहिष्णुता, सहनशीलता, सहयता -- सहनशक्‍ति, सहिष्णुता, सहनशीलता, सहिबा-शक्‍ति

सहना (स.क्रि.) सहन करना, झेलना -- सहिबा, सहय-करिबा, बरदास्त-करिबा

सहना (स.क्रि.) बर्दाश्त करना, कष्‍ट उठाना -- कष्‍ट-करिबा, बरदास्त-करिबा, सहिबा

सहमत (वि.) जो दूसरे के मत को मान कर उसकी पुष्‍टि करता हो -- एकमत, सम्मत, एक मन, एकता

सहमति (स्‍त्री.) सहमत होने का भाव या अवस्था, एक मत होना -- सहमतिता, सम्मति, मेल, राजि हेबा

सहयोग (पुं.) साथ मिलकर काम करना -- सहजोग, सहायता, साहाज्य

सहयोग (पुं.) किसी के काम में हाथ बँटाना -- साहाज्य, सहयोग, सहायता, साहचर्ज्य

सहयोग (पुं.) सहायता देना -- NA

सहयोगी (पुं.) साथ में काम करने वाला, सहायता करने वाला -- सहजोगी, सहकर्मी

सहलाना (स.क्रि.) धीरे-धीरे मलना या हाथ फेरना -- आऊंषिबा, हात-बुलाइबा

सहानुभूति (स्‍त्री.) हमदर्दी -- सहानुभूति, अनुराग

सहायता (स्‍त्री.) मदद -- सहायता, साहाज्य

सहिष्णु (वि.) सहने वाला, बरदाश्त करने वाला -- सहिष्णु, सहनशील, सहय-करिबा

सहिष्णुता (स्‍त्री.) सहनशीलता -- सहिष्णुता, सहनशीलता, सहन शक्‍ति

सहृदयता (स्‍त्री.) दयालुता, करुणा -- सहृदयता, दयालुता, दया, करुणा

सहृदयता (स्‍त्री.) रसज्ञता -- रसिकता, सहृदयता

सांकेतिक (वि.) संकेत संबंधी, संकेत रूप में होने वाला -- सांकेतिक, संकेत, सूचना, इशारा, आभाष, इंगित

सांगोपांग (वि.) सभी अंगों और उपांगों सहित -- सर्बांग, देहर-समस्त-अंश

सांत्वना (स्‍त्री.) शोकाकुल या संतप्‍त व्यक्‍ति को शांत करने या समझाने-बुझाने की क्रिया, तसल्‍ली -- सांत्वना, आश्‍वासना, प्रबोध, दुखोपोनोदन

साकार (वि.) मूर्त, आकारयुक्‍त -- साकार, बास्तबता, बास्तबिकता, सत्यता, बस्तुता

साकार (वि.) बात या योजना, जिसे क्रियात्मक रूप प्राप्‍त हुआ हो -- रूपायित, कार्यकारी

साक्षरता (स्‍त्री.) पढ़े-लिखे होने का भाव -- साक्षयरता लेखा-पढ़ा

साजन (पुं.) पति, स्वामी -- पति, स्वामी

साजन (पुं.) प्रेमी -- प्रणयी, प्रेमिक

साज-सामान (पुं.) सामग्री, उपकरण, असबाब -- जिनिष-पत्र, उपकरण, साज-सरंजाम

साज-सामान (पुं.) ठाठ-बाट -- साज-सज्‍जा, जाक-जमक, चाक-चक्य, थाट-बाट

साझेदारी (स्‍त्री.) हिस्सेदारी, शराकत -- अंशीदारि, भाग

सात्विक (वि.) सतोगुणी, सत्वगुण-प्रधान, अनुभूति या भावनाजन्य -- सात्विक, सत्वगुण-संबंधीय, नीतिगत, न्याय-संगत

सादर (क्रि.वि.) आदरपूर्वक, इज्‍जत से -- सम्मान-सहकारे, सादर, सम्मान-सहित बा-पुर्बक

सादा (वि.) खालिस, बिना मिलावट -- शुद्‍ध, बिशुद्‍ध

सादा (वि.) जिसमें किसी तरह की उलझन, पेंच की बात या बनावट न हो, सरल -- सरल, बिशुद्‍ध

सादृश्य (पुं.) समानता, तुल्यता, बराबरी -- सादृश्य, सामंजस्य, तुलना, समानता

साधन (पुं.) सामान, सामग्री, उपकरण -- आबश्यकीय-जिनिष, साधन, सामग्री

साधन (पुं.) कोई ऐसी चीज या वस्तु, जिससे कुछ कर सकने की शक्‍ति आती है (मीन्स) -- उपादान, साधन

साधन (पुं.) जिसके सहारे कोई काम पूरा होता है (रिसोर्सिस) -- आवश्यक-पदार्थ, सामग्री, संपद, भंडार

साधना (स्‍त्री.) कोई कार्य सिद्‍ध करना -- साधन, पूरण, संपादन, संपुर्ण

साधना (स्‍त्री.) ऐसी आराधना या उपासना, जो बहुत कष्‍ट सहते हुए मनोयोगपूर्वक की जाती है अथवा किसी महत्वपूर्ण कार्य को सिद्‍ध करने के लिए त्याग तथा परिश्रम से किया गया प्रयत्‍न या प्रयास -- साधना, तपस्या, उपासना

साधारण (वि.) जिसमें कोई विशेषता न हो, सामान्य, मामूली -- साधारण, सामान्य, मामुलि

साधारण (वि.) सहज, सुगम, सरल -- सहज, सुगम, सरल

साधु (पुं.) संत, महात्मा -- साधु, महात्मा

साधु (पुं.) बढ़िया, उत्‍तम -- उत्‍तम, उत्कृष्‍ट

साधु (पुं.) सज्‍जन, भला आदमी -- सज्‍जन, भल-मणिष

साध्य (वि.) जो सिद्‍ध या पूरा किया जा सके -- साध्य, संभबपर, संभाब्य

साध्य (वि.) (रोग आदि) अच्छा करने योग्य -- आरोग्य

सान्‍निध्य (पुं.) निकटता, समीपता -- सान्‍निध्य, समिपता, निकटता

सापेक्ष (वि.) जो किसी की अपेक्षा रखता हो, जो दूसरों पर अवलंबित हो -- निर्भर-करिबा, अबलंबन-करिबा, बिश्‍वास करिबा, आस्था स्थापन करिबा

साफ (वि.) स्वच्छ, शुद्‍ध, स्पष्‍ट -- सफ़ा, निर्मल, स्वच्छ, निर्दोष, त्रुटिहीन, नि:संदेह, संदेह-रहित, असंदिग्ध

साबुन (पुं.) नहाने या कपड़े धोने का एक पदार्थ (सोप) -- साबुन

सामंजस्य (पुं.) वह स्थिति, जिसमें परस्पर किसी प्रकार की विपरीतता या विषमता न हो, संगति, अनुकूलता -- सामंजस्य, संगति, अनुकूलता

सामग्री (स्‍त्री.) आवश्यक वस्तुओं का समूह, सामान -- सामग्री, उपादान, जिनिष पत्र, आबश्यकीय जिनिषपत्र

सामग्री (स्‍त्री.) किसी उत्पादन, निर्माण रचना आदि के सहायक अंग या तत्व -- उपादान, आबश्यकीय पदार्थ

सामने (अव्य.) आगे, समक्ष -- आगरे, सम्मुखरे

सामने (अव्य.) मुकाबले में -- तुलनारे, अपेक्षाकृत, तुलनाकृत

सामर्थ्य (पुं.) कोई कार्य करने की योग्यता और शक्‍ति -- सामर्थ्य, जोग्यता, क्षमता, शक्‍ति

सामयिक (वि.) समयोचित, ठीक समय में -- सामयिक, समयोचित, ठिक-समयरे

सामयिक (वि.) वर्तमान समय का -- सामयिक, बर्तमान-समयरे, आजिकालि, एबे

सामाजिक (वि.) समाज का, समाज से संबंध रखने वाला -- सामाजिक, समाज-संबंधी

सामान्य (वि.) मामूली -- सामान्य, साधारण

सामान्य (वि.) सार्वजनिक, आम -- सार्बजनिक, सार्बजनीन

साम्राज्य (पुं.) वे अनेक राष्‍ट्र या देश, जिन पर कोई एक शासन-सत्‍ता राज्य करती हो -- साम्राज्य

साम्राज्य वाद (पुं.) वह सिद्‍धांत, जिसमें यह माना जाता है कि किसी देश को अपने अधिकृत देशों में वृद्‍धि करते हुए अपने साम्राज्य का विस्तार करते रहना चाहिए (इम्पीरियलिज्म) -- साम्राज्यबाद

सामुद्रिक (वि.) समुद्र संबंधी, समुद्र से संबंध रखने वाला -- सामुद्रिक, समुद्र-संबंधीय

सामुद्रिक (पुं.) फलित ज्योतिष की वह शाखा, जिसमें मनुष्य की हस्त रेखाओं और शरीर के चिहनों आदि के शुभ-अशुभ फल पर विचार होता है -- ज्योतिष-शास्‍त्र

सामूहिक (वि.) कई व्यक्‍तियों (समूह) द्‍वारा किया जाने वाला -- सामूहिक, समबेत, मिलित, जौथ, समष्‍टि

सार (पुं.) मूल भाग, सत -- सार, मूल, उत्कृष्‍ट अंश

सार (पुं.) तात्पर्य या निष्कर्ष, सारांश

सारणी (स्‍त्री.) वर्गीकृत सूची (टेबल) -- सूची, तालिका, सारणी, निर्घण्ट

सारांश (पुं.) संक्षिप्‍त रूप, सार, निचोड़, उपसंहार -- सारांश, सार, उपसंहार, संक्षिप्‍त, संक्षेप

सारा (वि.) कुल, समस्त, पूरा, समग्र -- सारा, समस्त, पूरा, समग्र, सकल, पूरापूरि

सार्थक (वि.) जिसका कुछ अर्थ हो, अर्थवान -- सार्थक, उपजोगी

सार्वजनिक (वि.) सर्वसाधारण-संबंधी -- सार्बजनिक, जन-साधारणंक पाइं

सार्वजनिक (वि.) समान रूप से सब लोगों के काम आने वाला -- सार्बजनिन, जनहितकर

सावधान (वि.) सचेत, सतर्क, खबरदार -- साबधान, सतर्क, सचेतन

साहित्य (पुं.) ग्रंथों का समूह, किसी भाषा की समस्त गद्‍य तथा पद्‍यात्मक रचनाएँ -- साहित्य, सारस्वत

साहित्यकार (पुं.) साहित्य की रचना करने वाला -- साहित्यकार, साहित्यिक

साहूकार (पुं.) बड़ा व्यापारी, महाजन -- साहुकार, बेपारी, महाजन

सिंगार (श्रृंगार) (पुं.) सजाने की क्रिया, सजधज -- बेश-भूषा, प्रसाधन

सिंगारदान (पुं.) श्रृंगार की सामग्री रखने का छोटा संदूक -- प्रसाधन-पेड़ी, सिंगार-दानी

सिंदूर (पुं.) एक प्रकार का लाल चूर्ण, जिसे सौभाग्यवती स्‍त्रियाँ माँग में भरती हैं -- सिंदूर

सिंहनाद (पुं.) सिंह का गर्जन, युद्‍ध आदि के समय गरज कर की जाने वाली ललकार, जोरदार शब्दों में ललकार कर कही जाने वाली बात -- सिंहनाद, सिंह-गर्जन, सिंहनाद, रणहुँकार, जुद्‍ध आहवान

सिंहासन (पुं.) राजा का आसन, राजगद्‍दी -- सिंहासन, राजगादि, सिंहासन, उच्‍च-आसन

सितारा (पुं.) तारा, नक्षत्र -- तारा, नक्षयत्र

सितारा (पुं.) भाग्य -- भाग्य, कपाल

सिद्‍धांत (पुं.) निश्‍चित मत जिसे सत्य के रूप में ग्रहण किया जाए (प्रिंसिपल) -- सिद्‍धांत, सत्य-नीति, सूत्र

सिद्‍धांत (पुं.) विचार, तर्क और प्रयोग द्‍वारा सिद्‍ध मत; कला, विज्ञान आदि के संबंध में कोई ऐसी मूल बात जो किसी विद्‍वान द्‍वारा प्रतिपादित हो और जिसे बहुत से लोग ठीक मानते हों। (थीअरी) -- सिद्‍धांत, तत्व, मतबाद

सिपाही (पुं.) फौजी, सैनिक -- सैनिक, सिपाही

सिपाही (पुं.) पुलिस विभाग का साधारण कर्मचारी -- सिपाही

सिफारिश (स्‍त्री.) किसी का कोई काम करने के लिए दूसरे से कहना -- सुपारिश, अनुरोध

सिफारिश (स्‍त्री.) किसी के गुण, योग्यता आदि का परिचय देने वाली बात किसी दूसरे व्यक्‍ति से कहना, जो उस पहले व्यक्‍ति का कोई उपकार कर सकता है, संस्तुति -- सुपारिश, अनुमोदन

सिर्फ (वि.) बस, इतना ही, केवल -- जथेष्‍ट, केबल, मात्र

सिलसिला (पुं.) एक के बाद एक का क्रम,श्रृंखला -- क्रम, श्रृंखला, अनुक्रम

सिलाई (स्‍त्री.) सीने की क्रिया या भाव -- सिलाइ

सिलाई (स्‍त्री.) सिलने पर दिखाई पड़ने वाले टाँके -- सिलाइ

सिलाई (स्‍त्री.) सिलने के बदले में मिलने वाली मजदूरी -- सिलाइ-मजुरि

सिवाय (अव्य.) जो है या हो उसको छोड़कर -- अधिकंतु

सींचना (स.क्रि.) खेत या पेड़े-पौधों में पानी देना -- छिंचिबा, सिंचिबा

सीखना (स.क्रि.) किसी विषय या कला का ज्ञान प्राप्‍त करना, पढ़ना -- शिखिबा, पढ़िबा, ज्ञान आहरण-करिबा

सीधा (वि.) जिसमें टेढ़ापन या घुमाव न हो -- सिधा, सरल

सीधा (वि.) जिस में छलकपट न हो -- निष्कपट, अकपट, खोला

सीधा (वि.) सरल, सुगम, आसान -- सरल, सहज, सुलभ

सीना (स.क्रि.) सिलाई करना -- सिलाइ करिबा

सीना (पुं.) छाती, वक्षस्थल -- छाति, बक्षस्थल

सीमा (स्‍त्री.) एक स्थान से दूसरे स्थान को विभाजित करने वाली रेखा, हद, सरहद -- सीमा, प्रांत

सीमा (स्‍त्री.) वह अंतिम हद जहाँ तक कोई बात हो सकती हो या होनी उचित हो, नियम या मर्यादा की हद -- चौहदि, परिसीमा, सीमा, शेष

सीमित (वि.) विभाजक रेखा के अंदर -- सीमित,

सीमित (वि.) जिसका प्रभाव या विस्तार एक निश्‍चित सीमा के अंतर्गत हो -- सीमाबद्‍ध

सुंदर (वि.) जो आँखों को अच्छा लगे, खूबसूरत -- सुंदर, सुश्री, मनोहर

सुख (पुं.) इंद्रियों को अनुकूल लगने वाली चेतना, चैन, आराम -- सुख, आराम, आनंद, संतोष

सुख-सुविधा (स्‍त्री.) ऐसी चीजें, जिनके होने पर मनुष्य सुखपूर्वक जीवन बिता सके -- सुख-सुविधा, सुख स्वाछंद्‍य, खुब आराम-दायक

सुगंध (स्‍त्री.) अच्छी गंध, खुशबू, प्रिय महक -- सुगंध, सुबास

सुगम (वि.) सहज में आने या पाने योग्य -- सुगम, सरल

सुगम (वि.) आसान, सरल -- सरल, सहज

सुघड़ (वि.) जिसकी बनावट सुंदर हो, सुडौल -- सुढ़ल, सुंदर, सुगठित

सुघड़ (वि.) कुशल, निपुण, होशियार -- निपुण, सिद्‍ध, कुशली, पटुता

सुचारु (वि.) अत्यंत सुंदर, मनोहर, बहुत खूबसूरत -- सुचारु, अति-सुंदर, मनोहर, रमणीय

सुझाव (पुं.) सुझाने की क्रिया या भाव -- सूचना, परामर्श, उपदेश

सुझाव (पुं.) वह नई बात जो किसी को सुझाई गई हो या जिसकी ओर ध्यान आकृष्‍ट किया गया हो (सजेशन) -- प्रस्ताब, मतामत

सुडौल (वि.) सुंदर डीलडौल या आकार वाला -- सुढल, सुठाम, सुगठित, सुंदर

सुध-बुध (स्‍त्री.) होश-हवास, चेतना -- चेता, होश, संज्ञा, ज्ञान

सुध-बुध (स्‍त्री.) याद -- स्मृति स्मरण-शक्‍ति, मने-रखिबा शक्‍ति

सुधा (स्‍त्री.) अमृत, पीयूष -- सुधा, अमृत, पीयूष

सुधार (पुं.) दोष दूर करने या होने का भाव -- ठिक-करिबा, सुधारिबा, संशोधन, सुधुरिबा, सुधुरिबा भुल-सुधारिबा

सुधार (पुं.) वह काँट-छाँट, जो किसी रचना को अच्छा रूप देने के लिए की जाती है -- संशोधन, परिबर्तन, रूपांतर

सुधीर (वि.) धैर्यवान, जिसमें धैर्य हो -- धैर्ज्यशील, सुधीर, धैर्ज्यबान, सहनशील, साहिष्नु

सुनना (स.क्रि.) कानों से शब्द या ध्वनि ग्रहण करना -- शुणिबा, श्रबण-करिबा

सुनहरा (सुनहला) (वि.) सोने के रंग का -- सुनेली

सुबोध (वि.) जो आसानी से समझ आ जाए, सरल और बोधगम्य -- सुबोध, बोधगम्य, बुझिबारे-सहज, सरल

सुमति (स्‍त्री.) अच्छी मति या बुद्‍धि -- उत्‍तम बा भल बुद्‍धि, सुमति, सुबुद्‍धि

सुमन (पुं.) पुष्प, फूल -- फुल, सुमन, पुष्प

सुरंग (स्‍त्री.) जमीन खोद कर उसके नीचे बनाया हुआ रास्ता -- सुडंग, पाहाड, भितरे-खोदित-रास्ता

सुरंग (स्‍त्री.) जमीन या समुद्र के नीचे बिछाया गया बारूद, जाल आदि जिससे व्यक्‍ति या जहाज नष्‍ट हो जाते हैं -- समुद्र-जल-भितरे-बारूद-जाल, माइन

सुर (पुं.) गले, बाजे आदि से निकलने वाला स्वर -- सुर, स्वर, ध्वनि

सुर (पुं.) देवता -- देबता, देब, दिअ, इस्ट

सुरक्षा (स्‍त्री.) समुचित रक्षा -- सुरक्षा, प्रतिरोध, रक्षा

सुरक्षा (स्‍त्री.) आक्रमण, आघात आदि से बचने के लिए किया जाने वाला प्रबंध -- रक्षणा-बेक्षण, निरापत्‍ता-ब्यबस्था, प्रतिरोध, देशरक्षा

सुरभि (स्‍त्री.) सुगंध, खुशबू -- सुरभि, सुबास, सुगंध

सुरमा (पुं.) काजल -- सुरमा, सुर्मि, अंजन, कला

सुराही (स्‍त्री.) जल आदि रखने का मिट्‍टी का पात्र, जिसका नीचे का भाग लोटे की तरह गोल और ऊपर का भाग लंबा नल की तरह होता है -- सोरेइ, कुंभ

सुलगना (अ.क्रि.) इस प्रकार जलना कि उसमें से लपट न निकले, बल्कि धुआँ निकले, धीरे-धीरे जलना -- निंआ-कुहुलिबा धिरे धिरे- (आस्ते-आस्ते) जलिबा

सुलझना (अ.क्रि.) किसी समस्या आदि की पेचीदगी का दूर होना -- समस्या-मुक्‍त हेबा, संशयमुक्‍त-हेबा, समाधान

सुलभ (वि.) जो आसानी से मिल जाए -- सुलभ, सुबिधा

सुवास (स्‍त्री.) अच्छी महक, खुशबू, सुगंध -- सुबास, सुगंध

सुविधा (स्‍त्री.) आसानी -- सुबिधा, सहज, सुजोग, सरल

सुविधा (स्‍त्री.) आराम -- सुबिधा, सुख-स्वाच्छंद्‍य

सुसज्‍जित (वि.) भली-भाँति सजा या सजाया हुआ -- सुसज्‍जित, शोभित, सज्‍जित, मंडित

सुस्ताना (अ.क्रि.) थकावट दूर करना, थोड़ी देर के लिए आराम करना -- क्लांति-दूर करिबा, विश्राम-करिबा

सुहाग (पुं.) विवाहिता स्‍त्री की वह स्थिति, जिसमें उसका पति जीवित हो, सौभाग्य -- सुहाग, सधबा-पण, सौभाग्य

सुहाग (पुं.) विवाह के समय कन्यापक्ष में गाए जाने वाले मांगलिक गीत -- बिबाह-कालीन-कन्या-पक्षीय-मांगलिक गीत

सुहागा (पुं.) एक क्षार द्रव्य, जो सोना गलाने और दवा के काम आता है -- एक क्षर-द्रव्य जाहा-सुनतरलेइबारे-लागे

सूक्ष्मदर्शी (वि.) बारीकी से देखने वाला -- बिचक्षण, दूरद्रष्‍टा

सूखा (वि.) शुष्क, निर्जल -- शुखा, शुष्क, निरस

सूखा (वि.) अकाल, दुर्भिक्ष -- मृत, नीरस, रुख्य, कर्कश

सूचना (स्‍त्री.) कुछ बताने या जताने के लिए कही या लिखी गई बात, इत्‍तिला -- सूचना, खबर

सूची (स्‍त्री.) किसी प्रकार की वस्तुओं, नामों, बातों आदि का क्रमबद्‍ध लेखा या विवरण -- सूची, तालिका, सुचनावली

सूजना (अ.क्रि.) शरीर के किसी अंग का अधिक फूलना या फैलना -- फुलिबा, बृद्‍धि-हेबा, वली, स्फीति

सूझना (अ.क्रि.) अचानक ध्यान में आना -- ध्यानरे मने-पकाइबा, स्मरण-करिबा

सूझना (अ.क्रि.) दृष्‍टि में आना, दिखाई देना -- दृष्‍टिरे-आसिबा, देखादेबा, दृष्‍टिगोचर

सूत्र (पुं.) महीन सूत या धागा -- सूता

सूत्र (पुं.) गूढ़ अर्थयुक्‍त संक्षिप्‍त वाक्य या पद -- संक्षिप्‍त

सूत्र (पुं.) संकेत, पता, सुराग -- संकेत, इंगित, सूत्र, आभास, चिन्ह, लक्षण

सूद (पुं.) ब्याज -- सुध, कलंतर

सूना (वि.) जनहीन, निर्जन -- शून्य, निर्जन, जनशून्य, निभृत

सूराख (पुं.) छेद, छिद्र -- छिद्र, फाँक

सूर्य (पुं.) सूरज, रवि -- सूर्ज्य, रबि, दिनकर, दिनमणि

सृजन (पुं.) सृष्‍टि करने अर्थात् जन्म देने की क्रिया या भाव, रचना -- सृजन, सृष्‍टि, सर्जना रचना

सृष्‍टि (स्‍त्री.) सारा विश्‍व तथा इसके सभी प्राणी एवं पदार्थ -- सृष्‍टि, ब्रहमाण्ड

सृष्‍टि (स्‍त्री.) निर्माण, रचना -- सृजन, सृष्‍टि, रचना, निर्माण

सेंकना (स.क्रि.) आँच के पास या आग पर रख कर गरम करना अथवा पकाना -- सेकिबा

सेंकना (स.क्रि.) शरीर को गरमी या धूप देना -- सेकिबा

सेठ (पुं.) बहुत धनवान या संपन्‍न व्यक्‍ति -- धनी, शाहुकार, वित्‍तशाली

सेतु (पुं.) नदी आदि पार करने के लिए बनाया हुआ रास्ता, पुल -- सेतु, पोल

सेना (स्‍त्री.) रण-शिक्षा प्राप्‍त सशस्‍त्र व्यक्‍तियों का दल, फौज -- सेना, सैन्य

सेनापति (पुं.) सेना का नायक, फौज का अफ़सर -- सेनापति, सेनानी, सेनाध्यक्ष

सेवा (स्‍त्री.) परिचर्या, टहल -- सेबा, टहल, परिचर्ज्या, परिबेषण

सेवा (स्‍त्री.) नौकरी -- चाकिरि

सेवा (स्‍त्री.) पूजा, आराधना -- सेबा, पूजा, आराधना

सैकड़ा (पुं.) सौ, शत की संख्या का सूचक, जो इस प्रकार (100) लिखा जाता है -- शतकडा

सैनिक (वि.) सेना-संबंधी, सेना का -- सैनिक, सिपाहि, सैन्य

सैनिक (पुं.) सेना या फौज का सिपाही, फौजी -- सैनिक, सैन्य, सेना

सैर (स्‍त्री.) मनोरंजन के लिए घूमना-फिरना, भ्रमण -- भ्रमण, बिहार, बिचरण, जात्रा (यात्रा), गस्त

सोचना (स.क्रि.) किसी विषय पर विचार करना -- बिचार-करिबा, कल्पना-करिबा, अनुमान-करिबा, चिंता बा-बिबेचना करिबा

सोचना (अ.क्रि.) चिंता या फिक्र में पड़ना -- भाबिबा

सोना (पुं.) स्वर्ण, कँचन -- सुना, स्वर्ण, सुबर्ण

सोना (अ.क्रि.) निद्राग्रस्त होना, नींद लेना -- शोइबा, शयन-करिबा, निद्रा जिबा

सोना (अ.क्रि.) एक ही स्थिति में रहने के कारण सुन्‍न होना -- अबशाद, अबश

सोपान (पुं.) सीढ़ी, ज़ीना -- सोपान, शिढ़ि, पाबछ, पाहाच

सौंपना (स.क्रि.) (कोई वस्तु आदि) किसी के जिम्मे या सुपुर्द करना, किसी के अधिकार में देना -- न्यासरूपरे-देबा, समर्पिबा, न्यस्त-करिबा, समर्पण करिबा

सौजन्य (पुं.) सज्‍जनता, भलमनसाहत -- सौजन्य, शिष्‍टाचार, शिष्‍टता, भद्रामि, भद्रता, सज्‍जनता

सौतेला (वि.) सौत से उत्पन्‍न -- सपत्‍नी-संबंधी, साबत-पत्‍नी-संपर्कीय

सौतेला (वि.) सौत अथवा सपत्‍नी संबंधी -- साबत-पुअझिअ

सौभाग्य (पुं.) अच्छा भाग्य, अच्छी किस्मत -- सौभाग्य, अनुकूल-भाग्य

सौभाग्य (पुं.) सुहाग -- सौभाग्य, सधबा, पति थिबा-पत्‍नी

स्तंभ (पुं.) खंभा -- स्तंभ, खुण्ट

स्तंभ (पुं.) पत्र-पत्रिका आदि में ऐसे विभाग, जिनमें किसी विशेष विषय का प्रतिपादन अथवा निरूपण होता है -- स्तंभ, खंब

स्तब्ध (वि.) जड़ीभूत, निश्‍चेष्‍ट, हक्‍का-बक्‍का -- स्तब्ध, जडिभूत, निश्‍चल, निस्पंद

स्तुति (स्‍त्री.) आदर भाव से किसी के गुणों के कथन करने का भाव, बड़ाई तारीफ -- स्तुति, प्रशंसा, गुणगान

स्तोत्र (पुं.) वह रचना, विशेषत: पद्‍यबद्‍ध रचना, जिसमें किसी देवता आदि की स्तुति हो, स्तव, स्तुति -- प्रार्थना, स्तोत्र, स्तुति, स्तब

स्‍त्री (स्‍त्री.) महिला, औरत -- स्‍त्री, नारी, रमणी, पत्‍नी

स्‍त्री (स्‍त्री.) पत्‍नी, जोरू -- पत्‍नी, स्‍त्री

स्थगन (पुं.) सभा की बैठक, बात की सुनवाई या विचार अथवा कोई चलता हुआ काम कुछ समय के लिए रोक रखना -- स्थगित, अंत, बंद

स्थान (पुं.) जगह, स्थल -- स्थान, जागा, ठिकणा

स्थान (पुं.) पद, ओहदा -- पद, सम्मान, पदबी

स्थानांतरण (पुं.) किसी वस्तु या व्यक्‍ति का एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना या भेजना, बदली -- स्थानांतरण, बदलि, हस्तांतरित

स्थानीय (वि.) स्थान विशेष का, मुकामी, स्थानिक -- स्थानीय

स्थापना (स्‍त्री.) स्थापित करने की क्रिया या भाव -- स्थापना, दृढ, प्रतिष्‍ठा

स्थापना (स्‍त्री.) प्रतिपादन, निरूपण -- प्रतिपादन, निरूपण, संपादन, शेष

स्थायी (वि.) सदा स्थित रहने वाला, हमेशा बना रहने वाला, स्थिर, अटल, नियत -- खायमु, स्थिरमु

स्थायी (वि.) टिकाऊ -- स्थायी, दृढ़, दूर्भेद्‍द, मजबुत

स्थिति (स्‍त्री.) दशा, हालत, अवस्था -- स्थिति, अबस्था, परिस्थिति, दशा

स्थिति (स्‍त्री.) पद, मर्यादा आदि के विचार से समाज में स्थान -- पदबी, मर्ज्यादा, स्थान, उच्‍चता

स्थिति (स्‍त्री.) किसी कार्य आदि की प्रगति की अवस्था, चरण -- अबस्था, स्थान, निबेश, अबस्थान, अबस्थिति, परिस्थिति

स्थिर (वि.) अटल, निश्‍चल -- स्थिर, अचल, निश्‍चल

स्थिर (वि.) स्थायी -- स्थायी, अटल, निर्धारित

स्थिर (वि.) धीर, शांत -- धीर, शांत, सरल

स्‍नेह (पुं.) प्रेमियों, हमजोलियों, बच्‍चों आदि के प्रति होने वाला प्रेमभाव -- स्‍नेह, प्रीति, प्रेम, श्रद्‍धा

स्‍नेह (पुं.) चिकना पदार्थ, चिकनाहट वाली चीज -- मसृण, चिकण

स्पंदन (पुं.) धीरे-धीरे हिलना या काँपना -- स्पंदन, दोलन, कंपन, आंदोलन

स्पंदन (पुं.) फड़क, प्रस्फुरण, गति -- गति, बेग, द्रुत, क्षिप्र, त्वरा

स्पर्धा (स्‍त्री.) प्रतियोगिता आदि में किसी से होने वाली होड़ -- स्पर्धा, आस्फालन, बड़िमा, प्रतिजोगिता

स्पर्श (पुं.) त्वचा का वह गुण, जिससे छूने, दबने आदि का अनुभव होता है -- स्पर्श, छुईंबा

स्पर्श (पुं.) एक वस्तु के तल का दूसरी वस्तु के तल से सटना या छूना, संपर्क -- स्पर्श, संपर्क, संस्पर्श

स्पष्‍ट (वि.) जिसे देखने, समझने, सुनने आदि में नाम मात्र भी कठिनता न हो, बिलकुल साफ -- स्पष्‍ट परिस्फुट, ब्यक्‍त, प्रकाशित

स्फूर्ति (स्‍त्री.) तेजी, फुर्ती -- स्फूर्ति, बेग, तत्परता, शीघ्र

स्मरण (पुं.) कोई बात फिर से याद आने की क्रिया या भाव, स्मृति, याद -- स्मरण, स्मृति, मनेपकाइबा

स्मारक (वि.) स्मरण कराने वाला -- स्मारक, स्मृति उद्‍बोधक

स्मारक (पुं.) स्मरण चिहन, यादगार -- स्मारक-चिन्ह, स्मृति चिन्ह

स्मृति (स्‍त्री.) स्मरण शक्‍ति -- स्मृतिशक्‍ति स्मरण शक्‍ति, मनेपकाइबा शक्‍ति

स्मृति (स्‍त्री.) याद, अनुस्मरण -- स्मृति, स्मरण

स्मृति (स्‍त्री.) धर्म, आचार-व्यवहार आदि से संबंधित हिंदू धर्मशास्‍त्र, जिसकी रचना ऋषियों और मुनियों ने वेदों का स्मरण या चिंतन करके की थी -- स्मृति-शास्‍त्र

स्रष्‍टा (वि.) सृष्‍टि या रचना करने वाला, रचयिता, निर्माता -- सृष्‍टिकारी, स्रष्‍टा, विधाता, निर्माता

स्रष्‍टा (पुं.) ब्रहमा, सृष्‍टि का रचयिता -- ब्रहमा, विधाता

स्वचालित (वि.) अपने आप चलने वाला, जिसके अंदर ऐसे कल-पुरजे लगे हों कि एक पुरजा चलाने से ही वह अपने आप चलने या कोई काम करने लगे -- स्वयंचालित, चालनक्षम, स्वत: प्रवृत्‍त, स्वयंक्रिय

स्वजन (पुं.) अपने परिवार के लोग, आत्मीय जन -- स्वजन, आत्मीय-जन, ज्ञातिकुटुंब

स्वजन (पुं.) सगे-संबंधी, रिश्तेदार, बंधु-बांधव -- बंधु-बांधब

स्वतंत्र (वि.) जिसका तंत्र अथवा शासन अपना हो, जो किसी के तंत्र या शासन में न हो, आजाद -- स्वतंत्र, मुक्‍त, स्वाधीन, मुक्‍ति

स्वतंत्र (वि.) किसी प्रकार के नियंत्रण, दबाव या बंधन से रहित -- स्वतंत्र

स्वतंत्रता (स्‍त्री.) स्वतंत्र रहने या होने की अवस्था या भाव, आजादी, स्वातंत्र्य -- स्वतंत्रता, स्वाधीनता

स्वप्‍न (पुं.) सपना, ख्वाब -- स्वप्‍न, सपन

स्वप्‍न (पुं.) मन ही मन की जाने वाली बड़ी-बड़ी कल्पनाएँ और बाँधे जाने वाले मनसूबे -- आकाश-कुसुम, दिबा-स्वप्‍न

स्वभाव (पुं.) प्रकृति, खासियत, मिजाज -- स्वभाब, प्रकृति

स्वभाव (पुं.) आदत, बान -- अभ्यास, स्वभाव, आचरण

स्वयं (वि., क्रि.वि.) खुद (व्यक्‍ति) -- स्वयं, निजे, निज-इच्छारे

स्वरूप (पुं.) आकृति, रूप, शक्ल -- स्वरूप, आकृति, आकार, गढ़ण

स्वरूप (पुं.) प्रकृति, स्वभाव, गुण -- स्वभाब, प्रकृति, आबभाब

स्वर्ग (पुं.) देवलोक -- स्वर्ग

स्वर्ग (पुं.) ऐसा स्थान, जहाँ सभी प्रकार के सुख प्राप्‍त हों और नाममात्र भी कष्‍ट या चिंता न हो -- देबलोक

स्वर्ण-युग (पुं.) उत्कर्ष का समय, अभ्युदय काल -- स्वर्णजुग, सुवर्णजुग

स्वर्णिम (वि.) सोने, का, सुनहला -- स्वर्णमय, स्वर्णिम

स्वस्थ (वि.) रोग, विकार आदि से रहित -- स्वस्थ, निरोग

स्वागत (पुं.) सादर अभिनंदन -- स्वागत, सत्कार, अभ्यर्थना, संबर्धना, ग्रहण, स्वीकार, मानिनेबा

स्वाद (पुं.) खाने-पीने पर जीभ को होने वाली अनुभूति, जायका -- स्वाद, आस्वादन, रुचि, प्रवृत्‍ति, अनुराग, भोग

स्वादिष्‍ट (वि.) जिसका जायका या स्वाद बहुत अच्छा हो -- स्वादिष्‍ट, सुस्वादु, रूचिकर

स्वाभाविक (वि.) प्राकृतिक, कुदरती -- स्वाभाविक, प्राकृतिक, साबलिल

स्वाभाविक (वि.) जो या जैसा प्रकृति के या स्वभाव के अनुसार साधारणत: हुआ करता है -- सहज, प्रकृतिगत, स्वाभाविक

स्वामित्व (पुं.) मालिक अथवा स्वामी होने की अवस्था या भाव -- स्वामित्व, मालिक, स्वामी

स्वामित्व (पुं.) प्रभुता, आधिपत्य -- प्रभुत्व, आधिपत्य, अधिकार

स्वामी (पुं.) वह व्यक्‍ति, जिसे किसी वस्तु पर पूरे और सब प्रकार के अधिकार प्राप्‍त हों, मालिक -- स्वामी, प्रभु, मालिक

स्वामी (पुं.) पति, शौहर -- मपुरोइबा, मवा

स्वार्थ (पुं.) अपना अर्थ या उद्‍देश्य, अपना मतलब -- स्वार्थ, उद्‍देश्य

स्वार्थी (वि.) मात्र अपने उद्‍देश्य की सिद्‍धि चाहने वाला, खुदगर्ज़ -- स्वार्थपर

स्वावलंबन (पुं.) अपने पर ही भरोसा रखने और दूसरे से सहायता न लेने की अवस्था, गुण या भाव; आत्मनिर्भरता -- आत्मनिर्भरता, स्वाबलंबन

स्वावलंबी (वि.) अपने ही बल पर काम करने वाला, दूसरे की सहायता न लेने वाला, आत्मनिर्भर -- स्वाबलंबी, आत्म-निर्भरशील

स्वास्थ्य (पुं.) स्वस्थ अर्थात् नीरोग होने की अवस्था, गुण या भाव, आरोग्यता, तंदुरुस्ती -- स्वास्थ्य, आरोग्य

स्वीकार (पुं.) अपना बनाने, ग्रहण करने या लेने या अपनाने की क्रिया या भाव -- स्वीकार, अंगीकार, ग्रहण

स्वीकार (पुं.) कोई बात मान लेने की क्रिया या भाव -- ग्रहण, स्वीकार, मानिनेबा

स्वीकृति (स्‍त्री.) स्वीकार करने की क्रिया या भाव, सहमति -- स्वीकृति, सम्मति

स्वीकृति (स्‍त्री.) प्रस्ताव, शर्त आदि मान लेने अथवा ग्रहण करने की क्रिया या भाव -- स्वीकार, ग्रहण

हँसना (अ.क्रि.) मुख-मुद्रा द्‍वारा प्रसन्‍नता प्रकट करना -- हसिबा

हँसना (अ.क्रि.) दिल्लगी, मजाक या परिहास करना -- मजाकरिबा, परिहास-करिबा, उपहास करिबा

हँसमुख (वि.) जिसका मुख सदा हँसता हुआ-सा रहता हो, विनोदी -- हसमुख, बिनोदनकारी, आनंद

हँसली (स्‍त्री.) गले के नीचे और छाती के ऊपर की धनुषाकार हड्‍डी -- धनुहाड़ (गलार)

हँसली (स्‍त्री.) स्‍त्रियों का एक चंद्राकार गहना -- कंठ बा, गला हाड़, हंसुली, कंठ हार

हँसी (स्‍त्री.) हँसने की क्रिया, ध्वनि या भाव -- हस

हँसी (स्‍त्री.) परिहास, दिल्लगी, मज़ाक, ठट्‍ठा -- परिहास, मज़ा, थटा

हकलाना (अ.क्रि.) अटक-अटक कर बोलना -- खनेइ-खनेइ-कहिबा, रहिरहि कहिबा, तोतला कथा, अस्पष्‍ट-भाबरे कहिबा

हटना (अ.क्रि.) एक जगह से चल कर, खिसक कर या सरक कर दूसरी जगह जाना -- हटिबा, दूरेइ जिबा पघघुंचा देबा, हटिजिबा, विमुख हेबा, स्थगित हेबा, बंद करिबा, टालिबा

हड़ताल (स्‍त्री.) विरोध प्रकट करने के लिए काम बंद करना -- हरताल, धर्मधट, बंद

हड़पना (स.क्रि.) मुँह में डाल कर निगलना या पेट में उतारना -- गिलिबा, उदरस्थ-करिबा

हड़पना (स.क्रि.) किसी की चीज अनुचित रूप से लेकर दबा बैठना -- हस्तगत-करिबा, आत्मसात-करिबा

हत्था (पुं.) हाथ से चलाए जाने वाले बड़े औजारों और छोटी कलों का वह हिस्सा, जिसे हाथ से पकड़ कर घुमाने या चलाने से वे चलते हैं, दस्ता -- दस्ता, करत्राण

हथ-करघा (हाथ-करघा) (पुं.) कपड़ा बुनने का वह करघा, जो हाथ से चलाया जाता है -- उपकरण, तंतशाल

हथियाना (स.क्रि.) अपने प्रभुत्व या अधिकार में कर लेना -- आयत्‍ता-करिबा, हात करिबा अक्‍तिआऱ-करिबा

हथियार (पुं.) अस्‍त्र-शस्‍त्र -- हतिआर, शस्‍त्र, आयुध

हथौड़ा (पुं.) धातु, पत्थर, ईंट आदि ठोकने-पीटने वाला लोहे का एक औजार -- हातुड़ी

हदबंदी (स्‍त्री.) दो खेतों, प्रदेशों, राज्यों, देशों की सीमा निर्धारण करना -- सीमा-निर्धारण

हम (सर्व.) उत्‍तम पुरुष बहुवचन सूचक सर्वनाम ‘मैं’ का बहुवचन -- आमे, आंभे, आंभेमाने

हमारा (वि.सर्व.) हम’ का संबंधकारक रूप -- आमर

हमेशा (क्रि.वि.) सदा, सर्वदा, सदैव -- सर्बदा, सदा, सबुबेले, सबुसमयरे

हरण (पुं.) उठा ले जाना, छीनना या लूटना -- हरण, लुण्ठन, चोरि

हरा (वि.) ताजी उगी हुई घास या पत्‍तों के रंग का, हरित, सब्ज़ -- सबुज रंग, सागुआ

हरा (वि.) हरियाली से भरा हुआ -- सबुज, सबुजिमा

हरा (वि.) हरा रंग -- सबुज, शागुआ

हरित (वि.) हरे रंग का, हरा -- नील

हरित-क्रांति (स्‍त्री.) फल-फूल, पौधे आदि को लगाए जाने के लिए किया जाने वाला आंदोलन -- सबुजविप्लव, बनमहोत्सव, बृक्षरोपण-आंदोलन

हरियाली (स्‍त्री.) हरे-भरे पेड़-पौधों आदि का विस्तृत फैलाव या समूह -- सबुजिमा

हरियाली (स्‍त्री.) आनंद, प्रसन्‍नता -- आनंद, प्रसन्‍नता

हर्ष (पुं.) प्रसन्‍नता, आनंद, खुशी -- हर्ष, उत्फुल्लता, आनंद, खुशि, आमोदप्रमोद

हल (पुं.) खेत जोतने का एक प्रसिद्‍ध यंत्र -- हल, लंगल

हल (पुं.) गणित के प्रश्‍न का उत्‍तर -- अंकर उत्‍तर, जवाबु गणित-प्रश्‍नोत्‍तर

हल (पुं.) किसी विषय या समस्या का समाधान -- मीमांसा, समाधान, निराकरण, बुझामणा, निस्पत्‍ति

हलचल (स्‍त्री.) दौड़-धूप -- हलचल, चहल, हुल-स्थूल

हवन (पुं.) देवताओं को प्रसन्‍न करने के लिए अग्‍नि में घी, जौ आदि की आहुति देने की क्रिया, होम -- होम, आहुति

हवाई-अड्‍डा (पुं.) वायुयानों के उतरने, रुकने या उड़ान भरने का स्थान -- बिमानघाटी, विमान बंदर

हवाई जहाज (पुं.) हवा में उड़ने वाला यान, वायुयान, विमान -- उड़ाजाहाज, बिमान

हवाई डाक (स्‍त्री.) वायुयान द्‍वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजी जाने वाली डाक, चिट्‍ठियाँ आदि -- हावाइ डाक, आकाश पथ-ड़ाक

हस्तकला (स्‍त्री.) हाथों के कौशल द्‍वारा किया जाने वाला काम -- हस्तकला, हस्तशिल्प

हस्तक्षेप (पुं.) किसी दूसरे के काम में अनावश्यक रूप से तथा बिना अधिकार दखल देना -- बाधादेबा, हस्तक्षेप

हस्तांतरण (पुं.) वस्तु, संपत्‍ति का एक हाथ से दूसरे हाथ में जाना -- हस्तांतर, स्थानांतर, बदल

हस्ताक्षर (पुं.) किसी व्यक्‍ति द्‍वारा लिखा जाने वाला अपना नाम, जो इस बात का सूचक होता है कि ऊपर लिखी हुई बातें मैंने लिखी हैं और उनका दायित्व मुझ पर है, दस्तखत -- हस्ताख्यर, दस्तखत

हाँ (अव्य.) स्वीकृति, निश्‍चय आदि का सूचक शब्द -- हँ, सम्मति-सूचक शब्द

हाँकना (स.क्रि.) जानवरों को आगे बढ़ाने के लिए मुँह से कुछ कहते हुए चाबुक आदि लगाना, पशु वाली गाड़ी चलाना -- हांकिबा, अटकाइबा

हाँकना (स.क्रि.) बहुत बढ़-चढ़ कर बातें करना -- बाहास्फोट-मारिबा, बड़-बड़ कथा कहिबा

हाँफना (अ.क्रि.) थकावट, भय आदि के कारण फेफड़ों का जल्दी-जल्दी और लंबे साँस लेना -- धकेइबा

हाथापाई (स्‍त्री.) वह लड़ाई, जिसमें एक-दूसरे के हाथ को पकड़ कर खींचते और ढकेलते हैं -- हाताहाति, मुहाँमुहिँ

हाथी दाँत (पुं.) हाथी के मुँह के दोनों ओर निकले हुए सफेद दाँत -- हाती-दांत, हातीर दांत

हानि (स्‍त्री.) क्षति, नुकसान -- हानि, क्षति, नष्‍ट, उपचय, नाश

हार (स्‍त्री.) पराजय, जीत का विपर्याय -- हार, पराजय

हार (पुं.) फूलों-मोतियों आदि की माला -- हार, माला

हारना (अ.क्रि.) युद्‍ध, खेल आदि में पराजित होना, गँवाना, खोना -- हारिबा, पराजित हेबा

हारना (अ.क्रि.) विफल होना -- निष्पल, बिफल

हार्दिक (वि.) हृदय में रहने या होने वाला, हृदय का -- हार्दिक, आंतरिक

हालचाल (पुं.) अवस्था, दशा, वृत्‍तांत, समाचार -- हालचाल, अबस्था, परिस्थिति, खबर

हालाँकि (अव्य.) यद्‍यपि -- जद्‍यपि, जदि, जदिओ

हालाँकि (अव्य.) अगरचे -- जदिओ, सुतरां, अतएव, एणु

हास्य (पुं.) हँसने की क्रिया या भाव, हँसी, हास -- हास्य, हस

हास्य (पुं.) दिल्लगी, मजाक -- थटा, परिहास

हास्य (पुं.) साहित्य में नौ स्थायी भावों या रसों में से एक -- हास्य-रस, थट्‍टा तामसा

हिंसा (स्‍त्री.) हत्या, वध -- हिंसा, बिरोध, शत्रुता

हिंसा (स्‍त्री.) किसी प्रकार की हानि पहुँचाने, अनिष्‍ट या अपकार करने, कष्‍ट या दुख देने की क्रिया या भाव -- बिपक्षता, हिंसा, अनिष्‍ट, अपकार

हिचकी (स्‍त्री.) खाँसी, छींक, डकार आदि की तरह का एक शारीरिक व्यापार, जिसमें साँस लेने के समय क्षण भर के लिए फेफड़े का मुँह बंद होकर पेट की वायु कुछ रुक कर हल्का शब्द करती हुई बाहर निकलती है (हिकप) -- हाकुटि

हिचकी (स्‍त्री.) उक्‍त के फलस्वरूप झटके से होने वाला तीव्र शब्द, जो कंठ से निकलता है -- हाकुटि

हितैषी (वि.) भला चाहने वाला, कल्याण मनाने वाला, हितचिंतक -- हितोपकारी, हितैषी, हितकारी, हिताकांक्षी, कल्याणकारी, शुभचिंतक

हिनहिनाना (अ.क्रि.) घोड़े का हिन-हिन शब्द करना, हींसना -- ह्रेषारब, अश्‍वध्वनि

हिरासत (स्‍त्री.) किसी को इस प्रकार अपने बंधन या देख-रेख में रखना कि वह भाग कर कहीं जाने न पाए, अभिरक्षा, परिरक्षा -- गिरफ, हेपाजत, जिम्मा, तत्वावधान, अभिरक्षा, अबरोध, निरोध

हिरासत (स्‍त्री.) वह स्थान, जहाँ उक्‍त प्रकार के लोग बंद करके रखे जाते हैं -- हाजत, जेल, कारागार, बंदीशाला, कएदिखाना, गारदघर

हिलाना (स.क्रि.) हिलने में प्रवृत्‍त करना, झुलाना -- हलाइबा, झुलाइबा, दोलाइबा

हिलाना (स.क्रि.) हेल-मेल में लाना, परचाना -- हलाइबा, दोहलाइबा, झुलाइबा

हिसाब किताब (पुं.) लेखा-जोखा -- हिसाब-किताप, जमाखर्च-निर्धारण

हिसाब किताब (पुं.) व्यापारिक लेन-देन या व्यवहार -- हिसा, भाग, अंश, बांट

हिस्सा (पुं.) भाग, अंश, खंड -- भाग, अंश

हिस्सा (पुं.) वह धन जो किसी साझे की वस्तु या व्यवसाय में किसी एक या हर एक साझेदार ने लगाया हो (शेयर) -- अंश-भाग

हिस्सा (पुं.) साझेदार को मिलने वाला आनुपातिक लाभ या अंश -- हिसा, अंश (लाभांश), भाग, बाण्ट

हुंडी (स्‍त्री.) एक लिखित पत्र, जिस पर लिखा रहता है कि इतने रुपए अमुक व्यक्‍ति, महाजन या बैंक को दे दिए जाएँ -- हुंडी, बिनिमय पत्र

हुंडी (स्‍त्री.) वह महाजनी पत्र, जिस पर यह लिखा रहता है कि ऋणकर्ता इतने दिनों में ब्याज समेत चुका देगा -- हुंडी, ऋण पत्र

हृदय (पुं.) कलेजा, दिल -- हतपिण्ड, हृदजंन्त्र, हृदय, मन, अंतकरण, मर्मस्थान, आत्मा

हृदय (पुं.) अंत:करण -- अंतकरण, बिबेक

हृष्‍ट-पुष्‍ट (वि.) मोटा-ताजा -- हृष्‍ट-पुष्‍ट, सुस्थ, मोटासोटा, स्वास्थ्यबान

हेरा-फेरी (स्‍त्री.) चालबाजी, गड़बड़ -- हेर-फेर, चालाकि, गड़बड़, चालबाजी

होना (अ.क्रि.) अस्तित्व में आना -- हेबा, घटिबा

होना (अ.क्रि.) कार्य या घटना का क्रियात्मक या वास्तविक रूप में सामने आना -- घटिबा, बास्तबरे-हेबा

होनी (स्‍त्री.) ऐसी घटना या बात, जिसका होना अनिवार्य हो -- भबितब्यता, अबश्यंभाबी, निश्‍चितता

होश (पुं.) चेतना, संज्ञा -- उपलब्धता, होश, संज्ञा, चेतना, बोध, ज्ञान

होश (पुं.) याद, स्मृति -- स्मृति, स्मरण, मनेपकाइबा-शक्‍ति

होशियार (वि.) सावधान, सतर्क, सजग, चौकस -- साबधान, सतर्क, सजाग, हुशिआर

होशियार (वि.) चतुर, चालाक -- चतुर, कुशल, दख्य, चंचल, चालाक

होशियार (वि.) माहिर, कुशल, दक्ष -- चालाक, दक्ष, सतर्क

ह्रास (पुं.) क्षय, नाश, घटती -- ह्रास, पतन, अपव्यय, कम

ह्रास (पुं.) पतन, अवनति -- पतन, अबनति, अपकर्ष, ह्रास, न्युन, क्षय, कमिजिबा