लघना पु ^३ वि॰ जो लंघन या उपवास किए हुए हो । बुभुक्षित । भूखा । उ॰—पतिबरता पति को भजै और न आन सुहाय । सिंघ बचा जो लंघना, तौ भी घास न खाय ।—कबीर सा॰ सं॰, पृ॰ ३० ।