लक्ष्यवीथी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] १. वह उपाय या कर्म जिससे जीवन का उद्देश्य सिद्ध होता हो । २. ब्रह्मलोक का मार्ग, जिसे देवयान पथ भी कहते हैं ।