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क्रिया

अनुवाद


प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

रखना क्रि॰ स॰ [सं॰ रक्षण, प्रा॰ रक्खण]

१. किसी वस्तु पर या किसी वस्तु के अंदर दूसरी वस्तु स्थित करना । ठहराना । टिकाना । धरना । जैसे, टेबुल पर किताब रखना; थाली में मिठाई रखना; हाथ पर रुपए रखना; बरतन में अनाज रखना; दाँव पर रुपया रखना; गाड़ी पर असबाब रखना । संयो॰ क्रि॰—देना ।—लेना ।

२. रक्षा करना । हिफा़जत करना । बचाना । जैसे,—तुम आप तो अपनी चीज रखते नहीं; दूसरों को चोर बनाते हो । उ॰— जाको राखो साइयाँ, मारि सकै नहिं कोय । बाल न बाकाँ करि सकै, जो जग बैरी होय ।—कबीर (शब्द॰) । यौ॰—रख रखाब = किसी वस्तु की देखरेख और रक्षा । हिफाजत करने की क्रिया ।

३. निर्वाह या पालन करना । बिगड़ने न देना । वृथा या नष्ट न होने देना । जैसे,—किसी की इज्जत रखना; किसी की बात रखना । संयो॰ क्रि॰—लेना ।

४. एकत्र करना । संग्रह करना । जोड़ना । संचित करना । जैसे, कमा कमाकर रुपए रखना; ढूँढ़ ढूँढ़कर तसवींरें रखना । संयो॰ क्रि॰—चलना ।—जाना ।—देना ।—लेना ।

५. सुपुर्द करना । सौंपना ।

६. रेहन करना । बंधक में देना । जैसे,—घर के जेवर रखकर उन्हें कर्ज दिया था ।

७. अपने अधिकार में लेना । अपने हाथ में करना । जैसे,—अभी यह रुपया हम रखते हैं । जब तुम्हें जरूरत हो, तब ले लेना । संयो॰ क्रि॰—लेना । मुहा॰—रख लेना = किसी की चीज उसे वापस न देना । दवा लेना । जैसे,—आपने मेरे लिये जो चीजें उनके पास भेजी थीं, वे सब उन्होंनें रख लीं ।

८. पालन पोषण, मनोविनोद या व्यवहार आदि के लिये अपने अधिकार में करना । अपनी अधीनता में लेना । जैसे,—गौ रखना; घोड़ा रखना; रंडी रखना; पहलवान रखना ।

९. नियुक्त करना । तैनात करना । मुकर्रर करना । जैसे,—आपके काम के लिये मैंने अपने चार आदमी वहाँ रख दिए हैं ।

१०. सकुशल जाने न देना । पकड़ या रोक लेना । जैसे,—दो डाकुओं को तो गाँववालों ने रखा ।

११. आघात करना । चोट पहुँचाना । जड़ना । जैसे,—मुक्का रखना; थप्पड़ रखना ।

१२. स्थागित करना । मुलतबी करना । दूसरे समय के लिये टालना । जैसे,—यह बातचीत कल पर रखो ।

१३. उपस्थित न करना । सामने न लाना । जैसे,—यह सब झगड़ा अलग रखो ।

१४. व्यवहार करना । धारण करना । जैसे,— आप सदा बढ़िया छड़ी रखते हैं ।

१५. किसी पर आरोप करना । जिम्मे लगाना । मढ़ना । जैसे,—तुम सदा सब कसूर मुझपर ही रखते हो । मुहा॰—हाथ रखना = ऐसी बात कहना जिससे कोई दवे, चिढ़े या एहसान माने । (किसी पर) रखकर कहना = किसी को सुनाने या चिढ़ाने के उद्देश्य से किसी दूसरे पर आरोपित करेक कोई बात कहना । लक्ष्य बनाकर कहना ।

१६. ऋणी होना । कर्जदार होना । जैसे,—(क) हम क्या उनका कुछ रखते हैं, जो उनसे दवें । (ख) वे कभी किसी का एक पैसा नहीं रखते ।

१७. मन में अनुभव या धारण करना । जैसे, आशा रखना; विश्वास रखना ।

१८. निवास कराना । डेरा कराना । ठहराना । जैसे,—हमने उन लोगों को धर्मशाला में रख दिया है ।

१९. स्त्री (या पुरुष) से संबंध करना । उपपत्नी (या उपपति) बनाना । जैसे,— उसने एक औरत रख ली है ।

२०. सभोग करना । प्रसंग करना । (बाजारू) ।

२१. गर्भ धारण कराना । जैसे, पेट रखना ।

२२. पक्षियों आदि का अंडे देना । जैसे,—आपकी मुर्गी साल में कितने अंडे रखती है ?

२३. अपने पास पड़ा रहने देना । बचाना । जैसे,—खा पीकर महीने में क्या रखते हो ? संयो॰ क्रि॰—छोड़ना । मुहा॰—रखकर कहना = किसी बातका कुछ अंश बचाकर या छिपाकर शेष अंश कहना । विशेष—नियुक्त क्रिया के रूप में इस शब्द का व्यवहार जिस क्रिया के आगे होता है, उससे सूचित होता है कि वह क्रिया किसी दूसरी क्रिया के पहले पूर्ण हो गई है या हो जानी चाहिए । जैसे,—मैने उससे पहले ही कह रखा था कि तुम्हारे आने पर रुपया दे दे ।' मुहावरे के रूप में भी यह क्रिया दूसरी क्रियाओं के साथ लगती है ।