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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

मुकता ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ मक्ता] दे॰ 'मुक्ता' । उ॰—कलँगी सड़क सेत गजगाहैं । मालनि जटित मंजु मुकता हैं ।—हम्मीर॰, पृ॰ ३ ।

मुकता ^२ वि॰ [हिं॰ अ (प्रत्य॰)+मुकना(=समाप्त होना)] [वि॰ स्त्री॰ मुकती] जो जल्दी समाप्त न हो । बहुत अधिक । यथेष्ट । जैसे,—उनके पास मुकते कपड़े हैं; कहाँ तक पहनेंगे ।