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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

मस्तक संज्ञा पुं॰ [सं॰] सिर । उ॰—मस्तक टीका काँध जनेऊ । कवि विआस पंडित सहदेऊ ।—जायसी (शब्द॰) । यौ॰—मस्तकज्वर = शिरोव्यथा । मस्तकमूलक = दे॰ 'मस्तमूलक' । मस्तकलुंग = मस्तिष्क के चारो ओर की छोटी छोटी शिराएँ । मस्तकशूल = दे॰ 'मस्तकज्वर' । मस्तकस्नेह = दिमाग ।