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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

भै पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ भय] दे॰ 'भय' । भै भरे सुतहि निरखि नँदनारि । दीनी लकुट हाथ ते ड़ारि । —नंद ग्रं॰, पृ॰ २५० । यौ॰— भै अभै पु = भय और अभय । उ॰— कुसल छेम, सुख दुख भै अभै । होत है ये कमंनि करि सबै ।—नंद॰, ग्रं॰, पृ॰ ३०६ ।