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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

बिखराव † संज्ञा पुं॰ [हिं॰ बिखरना + आव (प्रत्य॰)] बिखरने, अलग अलग होने या इतस्ततः होने का भाव ।