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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

बलद ^१ वि॰ [सं॰] बलदायक [को॰] ।

बलद ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. वैल । उ॰—प्रचरिज बात ईम सयल असेस, बलद ते मानजे हलि बहइ गाय ।—वी॰ रासो, पृ॰ ७९ ।

२. जीवक नामक वृक्ष ।

३. गृहाग्नि का एक भेद जिससे पौष्टिक कर्म किया जाता है ।