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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

फरयारी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ फाल] हल के जाँघे में लगी हुई वह लकड़ी जिसमें फाल (फल) लगा रहता है । खोपी ।