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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

फड़बाजी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ फड़बाज + ई (प्रत्य॰)]

१. फड़बाज का भाव ।

२. अपने यहाँ दूसरों को जूआ खेलाने की क्रिया ।