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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

फकिरवा † संज्ञा पुं॰ [हि॰ फकीर + वा (प्रत्य॰)] दे॰ 'फकीर' । उ॰ —तोहिं मोरि लगन लगाए रे फकिरवा ।—कबीर श॰, भा॰ २, पृ॰ ४५ ।